गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को मनाया जाता है क्योंकि यह वह दिन है जब 1950 में भारत का संविधान लागू हुआ था। इस दिन भारत एक गणतंत्र बनने का जश्न मनाता है। इस दिन 1947 में ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद भारत आधिकारिक तौर पर अपने स्वयं के कानूनों के साथ एक लोकतांत्रिक राष्ट्र बन गया। 2025 में भारत 76वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए तैयार है। इसलिए इस ब्लाॅग में आप गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है? और इसका महत्व विस्तार से समझेंगे।
Republic Day in Hindi | मुख्य बिंदु |
थीम 2025 | ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ |
मुख्य अतिथि | इंडोनेशिया के राष्ट्रपति; 350 सदस्यीय दल भारतीय सशस्त्र बलों के साथ मार्च पास्ट करेगा |
झांकियां | 15 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों और 11 केंद्रीय मंत्रालयों/विभागों की झांकियां प्रदर्शित होंगी |
विशेष अतिथि | लगभग 10,000 विशेष अतिथि, जिनमें सरपंच, कारीगर, पैरा एथलीट आदि शामिल हैं, आमंत्रित किए गए हैं |
सांस्कृतिक प्रस्तुति | 300 सांस्कृतिक कलाकार देश के विभिन्न हिस्सों के संगीत वाद्ययंत्र बजाकर परेड की शुरुआत करेंगे |
फ्लाईपास्ट | 47 विमानों का भव्य फ्लाईपास्ट कार्यक्रम के समापन पर होगा। |
गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है?
गणतंत्र दिवस 26 जनवरी के दिन इसलिए मनाया जाता है क्योंकि इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था। 26 जनवरी 1950 के दिन भारतीय संविधान को भारत की जनता ने पालन करना स्वीकार किया था। इससे पहले भारत को पूर्ण रूप से स्वतंत्र नहीं माना जाता था क्योंकि भारत में अंग्रेजों का बनाया क़ानून चलता था। 26 जनवरी 1950 के दिन भारत का अपना संविधान लागू हुआ। इसी खुशी में 26 जनवरी को को हर साल गणतंत्र दिवस मनाया जाता है।
यह भी पढ़ें- Beating Retreat Ceremony in Hindi 2025: बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी क्या है और जानें सदियों पुरानी इस परंपरा का इतिहास
संविधान लागू करने के लिए क्यों चुनी गई 26 जनवरी की तारीख?
भारत का संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था। लेकिन यह भी सोचने वाली बात है कि देश के संचालकों ने इसी दिन को ही क्यों चुना? दरअसल इस दिन को संविधान लागू करने के लिए इसलिए चुना गया क्योंकि लागू करने के लिये 26 जनवरी की तिथि को इसलिए चुना गया था क्योंकि 1930 में इसी दिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था। इसी दिन की याद में 26 जनवरी 1950 के दिन भारत का संविधान लागू किया गया ताकि देश की जनता इस दिन के महत्व को समझ सके और याद रख सके।
यह भी पढ़ें- गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति को कितने तोपों की सलामी दी जाती हैं?
गणतंत्र दिवस का इतिहास क्या है?
गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 1950 को भारतीय संविधान को अपनाने का जश्न मनाता है जिसने भारत को एक गणतंत्र बना दिया। इससे पहले भारत ब्रिटिश शासन के अधीन था और 15 अगस्त 1947 को देश को स्वतंत्रता प्राप्त हुई। हालांकि देश ने तब तक ब्रिटिश कानूनों का पालन करना जारी रखा जब तक कि डॉ. बी.आर. अंबेडकर के नेतृत्व में संविधान सभा द्वारा संविधान तैयार नहीं किया गया। संविधान को पूरा करने में सभा को लगभग तीन साल लगे और इस पर 26 नवंबर 1949 को हस्ताक्षर किए गए थे, लेकिन यह 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ। यह दिन भारत के एक संप्रभु, लोकतांत्रिक गणराज्य में परिवर्तन का प्रतीक है और इसे परेड, ध्वजारोहण और देशभक्ति कार्यक्रमों के साथ मनाया जाता है।
गणतंत्र दिवस कब मनाया जाता है?
गणतंत्र दिवस हर वर्ष 26 जनवरी को मनाया जाता है, क्योंकि 1950 में भारत का संविधान लागू हुआ था और देश एक संप्रभु, लोकतांत्रिक गणराज्य बना था।
यह भी पढ़ें: 26 जनवरी के गाने: 26 जनवरी पर सुनें ये देशभक्ति गीत, जो दिलाएंगे इस गणतंत्र दिवस क्रांतिकारियों और शहीदों की याद
गणतंत्र दिवस क्यों मनाया जाता है?
गणतंत्र दिवस 26 जनवरी 1950 को उस दिन के सम्मान में मनाया जाता है जब भारत का संविधान भारत सरकार अधिनियम (1935) की जगह लागू हुआ था। यह भारत के एक संप्रभु, लोकतांत्रिक गणराज्य में परिवर्तन का प्रतीक है जो संविधान में निहित न्याय, समानता और स्वतंत्रता के मूल्यों को दर्शाता है।
FAQs
भारत का संविधान लागू हुआ, जिसने आधिकारिक तौर पर भारत को एक लोकतांत्रिक सरकार और अपने स्वयं के कानूनों के साथ एक गणराज्य बना दिया।
नहीं, स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त 1947 को मनाया गया था जो ब्रिटिश शासन के अंत का प्रतीक था। हालाँकि, गणतंत्र दिवस संविधान के अधिनियमन का सम्मान करता है जो भारत की संप्रभुता में एक महत्वपूर्ण क्षण है।
संविधान सभा को एक व्यापक और निष्पक्ष कानूनी प्रणाली सुनिश्चित करने के लिए संविधान का मसौदा तैयार करने में लगभग तीन साल लगे। यह 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ।
यह भारत के एक गणतंत्र में परिवर्तन का प्रतीक है, जो अपने चुने हुए प्रतिनिधियों के माध्यम से लोगों द्वारा शासित है और राजशाही के बजाय संविधान द्वारा शासित है।
भारत के गणतंत्र दिवस 2025 की थीम (Republic Day Theme 2025 in Hindi)- स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास Swarnim Bharat: Virasat aur Vikas (Golden India: Heritage and Development) है।
गणतंत्र दिवस हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है, जो 1950 में भारतीय संविधान को अपनाने के सम्मान में मनाया जाता है।
संबंधित ब्लाॅग्स
उम्मीद है कि इस ब्लाॅग में आपको गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है? के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के जीके और ट्रेंडिंग इवेंट्स से संबंधित ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।