एसआईटी का फुल फॉर्म होता है स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम यानि की विशेष जांच दल। एसआईटी किसी विशेष मामले के लिए नियुक्त की जाती है। जब कोई मौजूदा एजेंसी द्वारा सही से जांच नहीं की जाती है तब एसआईटी द्वारा उचित रूप से जांच की जाती है। एसआईटी से जुड़े सवालों को कई बार इंटरव्यू के दौरान पूछा जाता है, इसलिए आज के इस ब्लॉग में हम SIT Full Form in Hindi से जुड़ी जानकारी के बारे में जानेंगे।
एसआईटी के बारे में
स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम के बारे में संविधान का कोई भी कानून यह नहीं कहता है कि मामले का एक विशिष्ट रूप एसआईटी को दिया जाना चाहिए। अक्सर हाई-प्रोफाइल मामले इस टीम को दिए जाते हैं। सबसे पहले एसआईटी अपनी रिपोर्ट अदालत को सौंपती है। इसके बाद यह न्यायालय के बोर्ड पर निर्भर करता है कि वह इस दस्तावेज़ को पूरी तरह से स्वीकार करता है या नहीं।
एसआईटी कैसे काम करती है?
एसआईटी के काम करने के बारे में यहाँ दिया गया है :
- एसआईटी की नियुक्ति भारत के सुप्रीम कोर्ट या राज्य सरकार द्वारा की जाती है।
- एसआईटी की टीम मामले की जांच करती है और अदालत में पेश करने के लिए एक रिपोर्ट बनाती है।
- एसआईटी की रिपोर्ट जांच के लिए अपील के सभी स्तरों पर जाती है।
- अदालत के पास एसआईटी द्वारा बनाई गई रिपोर्ट को स्वीकार या अस्वीकार करने की शक्ति है।
- यदि सिफ़ारिश खारिज कर दी जाती है या अनुमोदित नहीं की जाती है, तो मामले के भविष्य पर फैसला करने के लिए इसे अपील जूरी पर छोड़ दिया जाएगा।
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