नीट (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) की परीक्षा भारत में दो स्तरों पर आयोजित की जाती है। एमबीबीएस में प्रवेश के लिए NEET UG (अंडरग्रेजुएट) परीक्षा आयोजित की जाती है, जबकि मेडिसिन में विशेषज्ञता प्राप्त करने के लिए NEET PG (पोस्टग्रेजुएट) परीक्षा देनी होती है। नीट परीक्षा के लिए पंजीकरण के दौरान विकलांग उम्मीदवारों (PWD) को विशेष आरक्षण दिया जाता है। इस आरक्षण का लाभ उठाने के लिए PWD प्रमाण पत्र होना जरूरी है। इस ब्लॉग में, हम आपको PWD प्रमाण पत्र बनवाने की प्रक्रिया (PWD Certificate for NEET in Hindi), इसके लिए आवश्यक दस्तावेज, और यह कहां से बनवाया जा सकता है, इसकी पूरी जानकारी देंगे।
This Blog Includes:
- नीट के लिए पीडब्ल्यूडी प्रमाणपत्र हेतु आरक्षण
- नीट के लिए पीडब्ल्यूडी प्रमाणपत्र हेतु पात्रता मानदंड
- नीट के लिए पीडब्ल्यूडी प्रमाणपत्र प्राप्त करने के स्टेप्स
- नीट पीडब्ल्यूडी प्रमाणपत्र में किन दस्तावेज़ों की आवश्यकता होती है?
- पीडब्ल्यूडी सर्टिफिकेट तैयारी के लिए मेडिकल कॉलेजों की सूची
- नीट पीडब्ल्यूडी प्रमाणपत्र की वैधता कितनी है?
- FAQs
नीट के लिए पीडब्ल्यूडी प्रमाणपत्र हेतु आरक्षण
नीट के लिए पीडब्ल्यूडी प्रमाणपत्र हेतु आरक्षण इस प्रकार से है :
- PWD श्रेणी के उम्मीदवारों के लिए मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में 5% सीटें आरक्षित हैं।
- विकलांगता की न्यूनतम डिग्री 40% या उससे अधिक होनी चाहिए।
- उम्मीदवार के पास वैध विकलांगता प्रमाणपत्र होना चाहिए।
- विकलांगता का मूल्यांकन सरकार द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुसार होना चाहिए।
नीट के लिए पीडब्ल्यूडी प्रमाणपत्र हेतु पात्रता मानदंड
नीट के लिए पीडब्ल्यूडी प्रमाणपत्र हेतु पात्रता मानदंड इस प्रकार से है :
- उम्मीदवार भारत का नागरिक होना चाहिए।
- उम्मीदवार को कम से कम 40% विकलांगता होनी चाहिए।
- विकलांगता का प्रमाण पत्र किसी सरकारी अस्पताल या मेडिकल बोर्ड से होना चाहिए।
- प्रमाण पत्र में विकलांगता का प्रकार और प्रतिशत साफ-साफ लिखा होना चाहिए।
- NEET UG के उम्मीदवारों को 12वीं कक्षा में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी विषयों के साथ कम से कम 40% अंक प्राप्त होने चाहिए। वहीं, NEET PG के लिए उम्मीदवार के पास MBBS डिग्री होनी चाहिए।
नीट के लिए पीडब्ल्यूडी प्रमाणपत्र प्राप्त करने के स्टेप्स
नीट के लिए पीडब्ल्यूडी प्रमाणपत्र प्राप्त करने के स्टेप्स निम्नलिखित है :
- NEET की आधिकारिक वेबसाइट neet.ntaonline.in पर जाएं और पंजीकरण करें।
- पंजीकरण करने के बाद, आवेदन फॉर्म भरें।
- आवेदन फॉर्म में, पीडब्ल्यूडी श्रेणी का चयन करें।
- अब पीडब्ल्यूडी प्रमाणपत्र अपलोड करें।
- इसी के साथ अन्य आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें।
- पंजीकरण शुल्क का भुगतान करें
- आवेदन फॉर्म सबमिट करें।
नीट पीडब्ल्यूडी प्रमाणपत्र में किन दस्तावेज़ों की आवश्यकता होती है?
नीट पीडब्ल्यूडी प्रमाणपत्र के लिए आवश्यक दस्तावेज़ इस प्रकार से है :
- विकलांगता प्रमाणपत्र: यह प्रमाणपत्र एक मान्यता प्राप्त मेडिकल बोर्ड से जारी होना चाहिए, जिसमें उम्मीदवार की विकलांगता का प्रकार और प्रतिशत बताया जाता है।
- पहचान पत्र: उम्मीदवार को अपना पहचान प्रमाण प्रस्तुत करना होता है, जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, या वोटर आईडी कार्ड।
- पते का प्रमाण: उम्मीदवार के निवास स्थान का प्रमाण, जैसे बिजली बिल, पानी का बिल या अन्य सरकारी दस्तावेज़, जो पते को प्रमाणित करता हो।
- पासपोर्ट साइज फोटो: उम्मीदवार को हाल की पासपोर्ट साइज फोटो प्रमाणपत्र के लिए जरुरी है।
- आवेदन फॉर्म की कॉपी: नीट परीक्षा के लिए भरे गए आवेदन फॉर्म की एक कॉपी भी आवश्यक होती है।
- अन्य संबंधित दस्तावेज़: अगर आवश्यक हो, तो चिकित्सकीय रिपोर्ट, इलाज का इतिहास या अन्य किसी अतिरिक्त दस्तावेज़ की भी आवश्यकता हो सकती है, जिसे मेडिकल बोर्ड या नीट अधिकारियों द्वारा मांगा जा सकता है।
पीडब्ल्यूडी सर्टिफिकेट तैयारी के लिए मेडिकल कॉलेजों की सूची
पीडब्ल्यूडी सर्टिफिकेट तैयारी के लिए मेडिकल कॉलेजों की सूची निम्नलिखित है :
- वर्धमान महावीर मेडिकल कॉलेज और सफदरजंग अस्पताल नई दिल्ली
- अखिल भारतीय भौतिक चिकित्सा एवं पुनर्वास संस्थान मुंबई
- इंस्टीट्यूट ऑफ पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च कोलकाता
- मद्रास मेडिकल कॉलेज, चेन्नई
- ग्रांट गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, मुंबई
- गोवा मेडिकल कॉलेज, गोवा
- सरकारी मेडिकल कॉलेज, तिरुवनंतपुरम
- सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज, जयपुर
- सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, चंडीगढ़
- सरकारी मेडिकल कॉलेज, अगरतला
- आयुर्विज्ञान संस्थान, बनारस
- हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी
- अली यावर जंग राष्ट्रीय वाणी एवं श्रवण विकलांगता संस्थान, मुंबई
- एम्स नागपुर
- अटल बिहारी वाजपेयी आयुर्विज्ञान संस्थान और आरएमएल अस्पताल, नई दिल्ली
- लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज और एसोसिएटेड हॉस्पिटल्स नई दिल्ली
- अखिल भारतीय वाणी एवं श्रवण संस्थान मैसूर
नीट पीडब्ल्यूडी प्रमाणपत्र की वैधता कितनी है?
NEET के लिए PwD प्रमाणपत्र की वैधता पाँच वर्ष होती है और यह उम्मीदवार के विकलांगता के प्रकार और प्रतिशत को दर्शाता है, जिसे मेडिकल बोर्ड द्वारा प्रमाणित किया जाता है।
FAQs
नीट के लिए पीडब्ल्यूडी प्रमाण पत्र विकलांग उम्मीदवारों के लिए आवश्यक है जो 40% या उससे अधिक विकलांगता के साथ आरक्षण का लाभ लेना चाहते हैं।
यह प्रमाण पत्र सरकारी मेडिकल बोर्ड द्वारा बनाया जाता है, जिसमें विकलांगता का प्रकार, प्रतिशत और मेडिकल पढ़ाई के लिए योग्यता लिखी होती है।
नीट में पीडब्ल्यूडी श्रेणी उन दिव्यांग उम्मीदवारों के लिए है, जिनकी विकलांगता 40% या उससे अधिक है। इस श्रेणी में मेडिकल कॉलेजों में 5% आरक्षण और परीक्षा में विशेष सुविधाएं मिलती हैं।
हाँ, बहरे लोग नीट दे सकते हैं।
ओबीसी कैटेगरी के उम्मीदवारों को नीट प्रवेश परीक्षा में पास होने के लिए कम से कम 40% अंक प्राप्त करने होते हैं।
हकलाना (stuttering) को विकलांगता नहीं माना जाता, इसलिए नीट परीक्षा में इसके लिए कोई अलग कोटा नहीं है।
एनटीए (NTA) ने NEET परीक्षा के लिए एक नई नियमावली लागू की है, जिसके तहत अब उम्मीदवार NEET परीक्षा को केवल तीन बार ही दे सकते हैं।
ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) एक ऐसा वर्ग है जिसे आर्थिक कारणों से आरक्षण मिलता है। यह श्रेणी सामान्य वर्ग (General Category) के उन उम्मीदवारों के लिए है, जिनकी वार्षिक पारिवारिक आय ₹8 लाख से कम है और उसके परिवार के पास 5 एकड़ से ज़्यादा कृषि भूमि न हो, और उसका आवासीय क्षेत्र 1000 वर्ग फ़ीट से कम हो।
NEET 2025 पंजीकरण के लिए आवश्यक दस्तावेजों में एक फोटोग्राफ, बाएं हाथ के अंगूठे का निशान, हस्ताक्षर, कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं की मार्कशीट, कक्षा 10 उत्तीर्ण प्रमाणपत्र, कक्षा 12 उत्तीर्ण प्रमाणपत्र और एक वैध आईडी प्रमाण शामिल हैं।
विशेषज्ञों के मुताबिक नीट परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन लगभग 8 से 10 घंटे पढ़ाई करनी चाहिए।
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उम्मीद है कि इस ब्लाॅग में आपको PWD Certificate for NEET in Hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही NEET से जुड़े ब्लॉग पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।