भारत एक कृषि प्रधान देश है। हमारे देश में एक बहुत बहुचर्चित नारा कई दशकों पहले उभरा था “जय जवान जय किसान”। कृषि और किसान देश की सत्ता बदलने का रुतबा रखता है। शायद यही वजह थी कि केंद्र सरकार ने इस पर जल्द ही फैंसला लिया और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना लागू हुई, जिससे किसानों की दिशा और दशा दोनों बदली। अच्छे से जानिए PM Fasal Bima Yojana के बारे में I
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क्या है प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना?
किसानों की फसलों के नुकसान का मुआवजा देने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना 13 जनवरी, 2016 को लांच की थी, जिसे फरवरी, 2016 में लागू कर दिया गया था। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में देश के किसानों को किसी भी प्राकृतिक आपदा के कारण फसल में बर्बादी होने पर बीमा प्रदान किया जाएगा। इस योजना का कार्य भारतीय कृषि बीमा कंपनी देखती है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में केवल प्राकृतिक आपदा जैसे कि सूखा पड़ना, ओले पड़ना आदि ही शामिल है। यदि किसी और वजह से फसल का नुकसान होता है तो बीमे की राशि नहीं प्रदान की जाएगी। इस योजना में केंद्र सरकार द्वारा वित्त वर्ष 2021–22 के लिए 16000 करोड रुपए का बजट निर्धारित किया गया है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को खरीफ फसल का 2% और रवि फसल का 1.5% भुगतान बीमा कंपनी को करना होग और वार्षिक बागवानी और वाणिज्यिक फसलों का 5% ।
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उद्देश्य
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लक्ष्य फसल क्षेत्र में टिकाऊ उत्पादन का समर्थन करना है और किसानों को होने घाटे का निवारण। देखिए, क्या हैं उद्देश्य – PM Fasal Bima Yojana
- अप्रत्याशित घटनाओं से उत्पन्न फसल क्षति / क्षति से पीड़ित किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करना।
- खेती में अपनी निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए किसानों की आय को स्थिर करना।
- किसानों को नवीन और आधुनिक कृषि पद्धतियों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना।
- कृषि क्षेत्र के लिए ऋण का प्रवाह सुनिश्चित करना जो खाद्य सुरक्षा, फसल विविधीकरण और कृषि क्षेत्र के विकास और प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने के साथ-साथ किसानों को उत्पादन जोखिमों से बचाने में योगदान देगा।
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किसे कवर किया जा रहा है?
अधिसूचित फसल मौसम के लिए वित्तीय संस्थानों से मौसमी कृषि संचालन ऋण (फसल ऋण) स्वीकृत किए गए सभी किसानों को, जिन्हें ज़रूरी रूप से कवर किया जाएगा। यह योजना गैर-कर्जदार किसानों के लिए वैकल्पिक (ऑप्शनल) है। PM Fasal Bima Yojana
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कवर होने वाली फसलें
- खाद्य फसलें (अनाज, बाजरा और दालें)
- तिलहन (आयलसीड)
- वार्षिक वाणिज्यिक / वार्षिक बागवानी फसलें
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प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत जोखिम और बहिष्करण का कवरेज
फसल के नुकसान के बाद फसल के जोखिम के चरणों को योजना के तहत कवर किया गया है। राज्य सरकार द्वारा नीचे उल्लिखित एक के अलावा अन्य राज्य सरकार द्वारा नए खतरों को जोड़ना। PM Fasal Bima Yojana में यह हैं 4 महत्वपूर्ण बिंदु –
- रोका बुवाई / रोपण / अंकुरण जोखिम: बीमित क्षेत्र को बुवाई / रोपण / अंकुरण से घाटे की वर्षा या प्रतिकूल मौसमी / मौसम की स्थिति के कारण रोका जाता है। बीमा राशि का 25% भुगतान किया जाएगा और पॉलिसी समाप्त हो जाएगी।
- फसल स्थायी (फसल काटने के लिए बुवाई): गैर-रोकथाम योग्य जोखिमों, अर्थात के कारण उपज के नुकसान को कवर करने के लिए व्यापक जोखिम बीमा प्रदान किया जाता है। सूखा, सूखा गोला, बाढ़, बाढ़, व्यापक कीट और रोग का दौरा, भूस्खलन, प्राकृतिक कारणों से आग, बिजली, तूफान, तूफान और चक्रवात।
- स्थानीयकृत आपदाएँ: अधिसूचित क्षेत्र में अलग-अलग खेतों को हल्का करने के कारण ओलावृष्टि, भूस्खलन, बाढ़, बादल फटने और प्राकृतिक आग के पहचाने गए स्थानीय जोखिम की घटना के परिणामस्वरूप अधिसूचित बीमित फसलों को नुकसान / क्षति।
- युद्ध और परमाणु खतरे, दुर्भावनापूर्ण क्षति और अन्य रोके जाने खतरों से होने वाले नुकसानों को बाहर रखा गया है।
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महत्वपूर्ण तारीखें
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना वर्ष 2021-22 के लिए लाभार्थी बनने के लिए यह हैं महत्वपूर्ण तारीखें –
- खरीफ की फसल – 31 जुलाई, 2021
- रवि की फसल – 31 दिसंबर, 2021
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कैसे उठाएं लाभ
खेत में फसल की बुवाई के 10 दिनों के अंदर आपको प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का फॉर्म भरना जरूरी है। फसल काटने से लेकर तैयार करने के 14 दिनों के बीच अगर आपकी फसल को प्राकृतिक आपदा के कारण नुकसान होता है, तब भी आप PM फसल बीमा योजना का लाभ उठा सकते हैं। PM Fasal Bima Yojana
अगर फसल किसी प्राकृतिक कारणों से बर्बाद हो जाती है, तो 72 घंटों के अंदर बीमा कंपनी को इसकी सूचना देनी होगी। जिसके बाद बीमा कंपनी किसी अधिकृत व्यक्ति को खेतों का मुआयना करने के लिए भेजेगी। वह व्यक्ति खेतों में खराब हो चुकी फसलों की जांच कर बीमा कंपनी को रिपोर्ट देगा। इन सब प्रकियाओं के पूरा होने के बाद किसान को उनके मुआवजे मिलेगा।
इस प्रक्रिया के अंतर्गत कई बार ऐसा होता था कि उन किसानों को भी योजना का लाभ मिल जाता था जिनका कोई नुकसान नहीं हुआ है और कई नुकसान उठाने वाले किसान इस योजना का लाभ पूरी तरह से प्राप्त नही हो पाता था। यह लाभ प्राप्त करने के लिए किसानों को अपने सभी दस्तावेजों के साथ किसी बैंक से संपर्क करना होगा।
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किन-किन दस्तावेजों की ज़रूरत
PM Fasal Bima Yojana के लिए आपको इन दस्तावेजों की ज़रूरत पड़ेगी ही पड़ेगी, गौर कीजिए की यह दस्तावेज आपके पास हैं कि नहीं –
- आईडी कार्ड (पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट और आधार कार्ड।
- एड्रेस प्रूफ (ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड, पासपोर्ट और आधार कार्ड।
- खेत का खसरा नंबर/खाता नंबर।
- खेत में फसल की बुवाई का सबूत होनी ज़रूरी है, इसके लिए पटवारी,सरपंच या प्रधान से लिखवा सकते हैं।
- अगर खेत बटाई या किराया लिया है तो खेत में मालिक से करार की कॉपी की फोटोकॉपी रखें।
- फसल नुकसान के पैसे सीधे आपके खाते में होगा, इसके लिए बैंक डिटेल के साथ रद्द चेक लगवाना ज़रूरी होगा।
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कैसे करें आवेदन
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ लेने के लिए किसान ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीके से आवेदन कर सकते हैं। ऑनलाइन आवेदन के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की अधिकारिक वेबसाइट (https://pmfby।gov।in/) पर रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके लिए रजिस्ट्रेशन के दौरान मांगी गई सारी जानकारियां भरनी होंगी। वहीं, ऑफलाइन आवेदन करने के लिए किसी भी नजदीकी बैंक से इस बीमा योजना का लाभ ले सकते हैं।
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रोचक और महत्वपूर्ण जानकारी
PM Fasal Bima Yojana की यह कुछ रोचक जानकारी हैं, जिन्हें पढ़कर आपको भी इस योजना के जमीनी स्तर पर होने का मालूम चलेगा। चलिए, पढ़ते हैं –
- इस योजना के माध्यम से अब तक लाखों किसानों को लाभ पहुंचा है।
- इस योजना के अंतर्गत क्लेम रेश्यो 88.3 प्रतिशत है।
- इस योजना में फरवरी 2021 में कुछ संशोधन भी किए गए हैं। जिससे कि सभी किसानों को और बेहतर सुविधाएं प्रदान की जा सके।
- संशोधित प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अनुसार वह राज्य जिनमें स्टेट सब्सिडी की पेमेंट लंबे समय तक विलंब है वह इस योजना में भाग नहीं ले पाएंगे।
- पहले 3 वर्षों में किसानों द्वारा लगभग 13000 करोड रुपए का प्रीमियम जमा किया गया है।
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PM Fasal Bima Yojana का यह ब्लॉग आपके लिए था, आशा है कि हमने आपको विस्तार से जानकारी दी होगी। आप अपने दोस्तों, जानने वालों को भी PM Fasal Bima Yojana का यह ब्लॉग ज़रूर शेयर कीजिए, जिससे वह भी इस योजना के बारे में जान सकें। Leverage Edu पर ऐसे कई ब्लॉग आपको पढ़ने को मिलेंगे।