मुँह बिचकाना मुहावरे का अर्थ (Muh Bichkana Muhavare Ka Arth) होता है चेहरे पर अप्रसन्नता लाना, तो उसके लिए मुँह बिचकाना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप मुँह बिचकाना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
मुँह बिचकाना मुहावरे का अर्थ क्या है?
मुँह बिचकाना मुहावरे का अर्थ (Muh Bichkana Muhavare Ka Arth) होता है, चेहरे पर अप्रसन्नता लाना।
मुँह बिचकाना पर व्याख्या
इस मुहावरे में “मुँह बिचकाना मुहावरे का अर्थ” रोहन को देख कर सुमन मुँह बिचका लेती है।
मुँह बिचकाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
मुँह बिचकाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है :
- साक्षी चाहे कितना भी काम कर ले, लेकिन उसकी चाची कभी कुछ नहीं होती उसके काम से। वह हमेशा साक्षी को देख कर मुँह बिचकाती है।
- रोहन को देख कर सुमन मुँह बिचका लेती है।
- मुकेश विद्यालय में होमवर्क करके नहीं गया तो उसके शिक्षक का मुँह बिचक गया।
- सुरेश और सोनू एक दूसरे को बिलकुल पसंद नहीं करते हैं। इसलिए जब भी वो एक दूसरे को देखते हैं तो उनका मुँह बिचक जाता है।
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आशा है कि मुँह बिचकाना मुहावरे का अर्थ (Muh Bichkana Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।