मूवी क्रिटिक कैसे बनें?

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Movie Critic kaise bane

Movie Critic kaise bane यह जानने से पहले आपको मूवी क्रिटिसिज्म को समझना बहुत ही आवश्यक है फिल्म  क्रिटिसिज्म को सामान्य भाषा में समझा जाए तो यह क्रिटिसिज्म फिल्मों और फिल्म चैनल का एनालिसिस और इवैल्यूएशन है। एक मूवी की क्रिटिसिज्म एक मूवी क्रिटिक के द्वारा की जाती है। सामान्य तौर पर देखा जाए तो फिल्म क्रिटिसिज्म को दो श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है जिसमें से पहली है  पत्रकारिता क्रिटिसिज्म जो नियमित रूप से समाचार पत्रों, पत्रिकाओं और अन्य लोकप्रिय मास-मीडिया आउटलेट्स में दिखाई देती है। दूसरी है, फिल्म विद्वानों द्वारा एकेडमिक क्रिटिसिज्म, जिन्हें फिल्म थ्योरी द्वारा सूचित किया जाता है और एकेडमिक पत्रिकाओं में प्रकाशित होते हैं। एकेडमिक फिल्म क्रिटिसिज्म शायद ही कभी रिव्यू का रूप लेती है। इसके विपरीत यह फिल्म और इसकी स्टाइल तथा पूरी फिल्म इतिहास के अंदर इसके स्थान का एनालिसिस करने की अधिक संभावना है। एक प्रोफेशनल Movie Critic kaise bane इस ब्लॉग में आप विस्तार से जानेंगे। 

मूवी क्रिटिक कौन होते हैं?

Movie Critic kaise bane यह जानने से पहले जानते हैं कि मूवी क्रिटिक कौन होते हैं। वे व्यक्ति जो हिस्टोरिकल कॉन्टेक्स्ट, थ्योरी या टेक्निकल एनालिसिस जैसे मुद्दों के बारे में एक फिल्म का अध्ययन, एक्सप्लेनेशन और इवैल्यूएशन करते हैं मूवी क्रिटिक कहलाते हैं। मूवी क्रिटिसिज्म एकेडमिक्स के द्वारा लिखी जाती है जो किताबों या विद्वानों की पत्रिकाओं में पब्लिश होती है।

मूवीज की हिस्ट्री

म्यूजिक, लिटरेचर और पेंटिंग की तुलना में फिल्म आर्ट का एक नया रूप है, जो प्राचीन काल से मौजूद है। फिल्म बनने की शुरुआत 19वीं सदी के अंत में हुई थी। फिल्म की सबसे पहली आर्टिस्टिक क्रिटिसिज्म 1900 की शुरुआत में सामने आई। फिल्म की क्रिटिसिज्म के रूप में काम करने वाला पहला पेपर द ऑप्टिकल लैंटर्न एंड सिनेमैटोग्राफ जर्नल से निकला, जिसके बाद 1908 में बायोस्कोप आया। जब फिल्मों का प्रारंभिक लेखन शुरू हुआ यह तर्क देने की भी कोशिश की गई की फिल्मों को भी कला के रूप में देखा जा सकता है। 

रिव्यू और क्रिटिसिज्म में अंतर

फिल्म की क्रिटिसिज्म फिल्म रिव्यू से कई मायनों में अलग है इसमें एनालिसिस और निर्णय दोनों शामिल हैं। यह किसी फिल्म के रिलीज होने के कई साल बाद पब्लिश हो सकता है। यह आमतौर पर मूवी रिव्यू की तुलना में लंबा और अधिक जटिल होता है। एक फिल्म रिव्यू नाटकीय या डीवीडी रिलीज के समय एक फिल्म के महत्वपूर्ण का दस्तावेज़ है।

मूवी रिव्यू

फिल्म रिव्यू की बात की जाए तो यह विषय, एक्ट, निर्देशन, स्पेशल इफेक्ट, म्यूजिकल इफेक्ट, सिनेमेटोग्राफी और फिल्म बनाने वाले अन्य सभी तत्वों की इफेक्टिवनेस का एनालिसिस करती हैं। ये सभी ऐसी क्वालिटीज और गाइडेंस होते हैं जिनके बारे में ज्ञान एक मूवी क्रिटिक के पास होने चाहिए। 

मूवी क्रिटिसिज्म

जैसा कि हमने आपको पहले बताया कि फिल्म आलोचना लिखित रूप में फिल्म और टेलीविजन का विश्लेषण और मूल्यांकन करने की कला है। फिल्म आलोचना में फिल्म के राजनीतिक और सांस्कृतिक संदर्भ पर कथानक पुनर्कथन, प्रदर्शन की आलोचना और दृश्य और कर्ण एस्थेटिक्स, कैरेक्टर एनालिसिस और कमेंट शामिल हो सकती है। दो अलग-अलग प्रकार के पब्लिकेशन हैं जो फिल्मों के बारे में राय देते हैं। एकेडमिक क्रिटिसिज्म जो विद्वानों की पत्रिकाओं में दिखाया दिया है तथा समाचार पत्रों और अन्य लोकप्रिय मीडिया में दिखाई देने वाली पत्रकारिता मूवी क्रिटिसिज्म।

मूवी क्रिटिसिज्म के प्रकार

मूवी क्रिटिसिज्म को आमतौर पर तीन प्रकारों में बांटा जा सकता है जो कि इस प्रकार हैं:

  1. जर्नलिस्टिक क्रिटिसिज्म

जर्नलिस्टिक क्रिटिसिजम में समाचार पत्रों, पत्रिकाओं, प्रसारण मीडिया और ऑनलाइन प्रकाशनों के लिए काम करने वाले मूवी रिव्यूअर मुख्य रूप से नई रिलीज का रिव्यू करते हैं, हालांकि पुरानी फिल्मों का भी रिव्यू करते हैं। इन रिव्यूज के लिए के लिए महत्वपूर्ण कार्य यह होता है उनके पढ़ने वालों को सूचित करना कि वे एक फिल्म को देखने के इच्छुक है या नहीं तथा फिल्मों के सामान्य अर्थ को उन लोगों तक पहुंचाना जिनसे ये फिल्म रिलेट कर पाएं। फैसले को अक्सर रेटिंग के रूप में सम्मराइज्ड किया जाता है। एक फिल्म रिव्यू आमतौर पर फिल्म की खूबियों या खामियों पर चर्चा करने से पहले उसके आधार की एक्सप्लेनेशन करेगी। फिल्मों के रिव्यू के लिए कई रेटिंग सिस्टम मौजूद हैं तथा ये रेटिंग्स पॉइंट्स, स्टार्स या प्रतिशत के माध्यम से की जाती है।

  1. ऑनलाइन फिल्म क्रिटिसिज्म 

ऑनलाइन फिल्म क्रिटिसिज्म को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर किया जाता है, IMDB, रॉटेन टोमाटोज़ और मेटाक्रिटिक जैसी वेबसाइटें फ़िल्म रिव्यू को कंपाइल्ड करके और प्रत्येक को एक अंक देकर उनकी उपयोगिता में सुधार करना चाहती हैं। ये वेबसाइट्स यूजर्स को अपने पर्सनल मूवी रिव्यू देने के लिए भी 1 से 10 के स्कोर तक एलाऊ करती है। ये वेबसाइट्स फिल्मों के इवैल्यूएशन के आधार पर उनकी रैंकिंग भी करती हैं। ताकि फ़िल्म को मिलने वाले सामान्य रिस्पॉन्स का एसेसमेंट किया जा सके। मूवी रिव्यू क्वेरी इंजन (MRQE) जैसे अन्य कम प्रसिद्ध एग्रीगेटर भी उपलब्ध हैं। 

  1. एकेडमिक फिल्म क्रिटिसिजम 

एकेडमिक फिल्म क्रिटिसिज्म को अक्सर फिल्म थ्योरी या फिल्म अध्ययन के रूप में जाना जाता है, एकेडमिक क्रिटिसिज्म पत्रकारिता फिल्म रिव्यूज से परे सिनेमा की खोज करती है। यह क्रिटिसिज्म विद्वानों के द्वारा की जाती है इसमें फिल्म क्रिटिक यह जांचने की कोशिश करते हैं कि फिल्म क्यों काम करती है, यह एस्थेटिक या पॉलिटिकल रूप से कैसे काम करती है, इस फिल्म का क्या अर्थ है और इसका लोगों पर क्या प्रभाव पड़ता है तथा यह समुदाय में क्या संदेश देना चाहती है आदि। मास-मार्केट पब्लिकेशंस के लिए लिखने के बजाय उनके लेख आमतौर पर विद्वानों की मैग्जीन और टेक्स्ट्स में प्रकाशित होते हैं जो विश्वविद्यालय प्रेस से रिलेटेड होते हैं;  या कभी-कभी अप-मार्केट मैग्जीन में भी हो सकते हैं।

मूवी क्रिटिक कैसे बनें? 

यदि आप एक प्रोफेशनल मूवी क्रिटिक बनना चाहते हैं या फिर एक बड़ी एकेडमी की फिल्म क्रिटिसिज्म पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं या जानना चाहते हैं Movie Critic kaise bane इसके लिए आपको कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाने पड़ेंगे जिनका आगे वर्णन किया गया है-

फिल्म की डिग्री प्राप्त करें

यदि आप मूवी क्रिटिक के तौर पर अपने करियर को चुनना चाहते हैं तो आपको किसी विश्वविद्यालय से फिल्म स्टडीज और स्क्रीन राइटिंग में डिग्री प्राप्त करना आवश्यक है तथा फिल्म क्रिटिक बनने के लिए अपनी शैक्षणिक योग्यता को साबित करना होगा। 

फिल्मों के बारे में अधिक ज्ञान प्राप्त करें

शुरुआती फिल्म क्रिटिक समाचार पत्रों, रेडियो स्टेशनों, या अन्य कई प्रवेश स्तरों पर कार्य करके अपने रियल लाइफ एक्सपीरियंस को बढ़ाएं जिससे उन्हें रियलिटी के साथ अपने विचारों को प्रकट करने में मदद मिलेगी। इन जगहों पर कार्य करके आपको ऐसे लोगों के साथ कार्य करने का मौका मिलेगा जो इस राह में आपकी बड़ी मदद कर सकते हैं तथा आपको आगे बढ़ने में सही दिशा निर्देश दे सकते हैं और आपके फिल्म क्रिटिक के करियर को शुरू करने के लिए आवश्यक रिसोर्सेज प्रदान कर सकते हैं।

अपनी राइटिंग स्किल्स को बढ़ाएं

मूवी क्रिटिक्स को अपने विचारों को स्पष्ट रूप से व्यक्त करने और अपने पाठकों के लिए मनोरंजक और सूचनात्मक तरीके से लिखने की आवश्यकता है। इसके लिए उन्हें अपनी स्किल्स को अच्छी तरह से विकसित करना जरूरी है।  अपनी लिखने के स्टाइल को विकसित करने में सहायता के लिए उचित ग्रामर, सेंटेंस स्ट्रक्चर और साहित्यिक उपकरणों का अध्ययन करें, और उचित लेखन टेक्निक को समझने  के लिए क्वालिटी एनालिसिस पढ़ें।

फिल्म इंडस्ट्री का अवलोकन करें

जिस किसी फील्ड में भी आप काम कर रहे हैं उसमें आपको प्रोफेशनल होना चाहिए फिल्म क्रिटिक की बात की जाए तो फिल्म क्रिटिक को फिल्म निर्माण के तत्वों, निर्माताओं का पूरा इतिहास जानना बहुत जरूरी है अपनी क्रिटिसिज्म को व्यक्त करने के लिए इस ज्ञान का उपयोग कर सकें। एक क्रिटिक को सभी प्रकार की फिल्मों का अवलोकन करना चाहिए जिससे वह, अपनी क्रिटिसिज्म के वक्त सभी प्रकार की फिल्मों के बारे में आसानी से लिख पाएं।  

फिल्म क्रिटिक बनने के लिए कोर्सेज

फिल्म क्रिटिक बनने के लिए एस्पिरेंट्स आम तौर पर इन कोर्सेज को चुनते हैं, कुछ ट्रेंडिंग डिग्री कोर्सेज–

  • Bachelor of Journalism
  • Bachelor of Mass Communication
  • Bachelor of Film Studies
  • Degree in Cinematography
  • Bachelor of Arts English (Hons.)

न्यू यॉर्क फिल्म एकेडमी के कुछ कोर्सेज इस प्रकार हैं–

अंडर ग्रेजुएट डिग्री के लिए 

  • Bachelors of fine arts (BFA) 
  • Bachelors of arts (BA)
  • Associate of fine arts (AFA)

पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री के लिए 

  • Master of fine arts (MFA)
  • Master of arts (MA)

सर्टिफिकेट प्रोग्राम 

  • 2 Year conservatory
  • 1 Year conservatory
  • Short – term & evening workshops

इस यूनिवर्सिटी के अलावा भी कई सारी यूनिवर्सिटीज़ हैं जो कई प्रकार के डायवर्स कोर्स उपलब्ध करवाती हैं इन कोर्स के बारे में जानने के लिए आप हमारे Leverage Edu के AI Course Finder की सहायता ले सकते हैं तथा अपने लिए किसी भी पर्याप्त कोर्स को चुन सकते हैं। 

टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज़

वे विदेश की यूनिवर्सिटीज़ जहां से आप फिल्म क्रिटिक के तौर पर अपने करियर की शुरुआत कर सकते हैं-

टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज़

वे भारतीय यूनिवर्सिटीज़ जहां से आप फिल्म क्रिटिक के तौर पर अपने करियर की शुरुआत कर सकते हैं-

  • सिम्बायोसिस इंस्टीट्यूट ऑफ मीडिया एंड कम्युनिकेशन, पुणे
  • विवेकानंद कॉलेज, कोलकाता
  • नेशनल एकेडमी ऑफ मीडिया एंड इवेंट्स, कोलकाता
  • हिंदू कॉलेज, नई दिल्ली
  • मिरांडा हाउस कॉलेज, नई दिल्ली
  • जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
  • मुंबई विश्वविद्यालय, मुंबई
  • इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन, नई दिल्ली

योग्यता

फिल्म क्रिटिक बनने के लिए आपको उन सभी सबसे अधिक ज़रूरी आवश्यकताओं का पालन करना बहुत आवश्यक है जो फिल्म के लैंडस्केप में आपके करियर को व्यवस्थित कर सकती हैं। यदि आप विदेश में मूवी क्रिटिक से रिलेटेड डिग्री प्राप्त करने का लक्ष्य बना रहे हैं, तो आपको फिल्म समीक्षक बनने में मदद मिलेगी, इन सामान्य योग्यता आवश्यकताओं पर एक नज़र डालें जिन्हें आपको पूरा करने की आवश्यकता है-

  • अंडर ग्रेजुएट कोर्स के लिए संतोषजनक अंकों के साथ, किसी भी विषय में अपनी 10+2 स्तर की परीक्षा उत्तीर्ण करें। 
  • पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स के लिए यदि आप फिल्म अध्ययन या संबंधित क्षेत्रों में मास्टर लेवल की डिग्री हासिल करने का लक्ष्य रखते हैं, तो आपको पत्रकारिता, मास मीडिया या फिल्म निर्माण या अध्ययन के संबंधित क्षेत्रों में स्नातक की डिग्री हासिल करने की आवश्यकता है।
  • आपको TOEFL, IELTS आदि जैसी परीक्षाओं में इंग्लिश प्रोफिशिएंसी टेस्ट स्कोर की आवश्यकता है, क्योंकि कई बार क्रिटिक्स को मूवी स्टार्स का इंटरव्यू लेने की आवश्यकता होती है इसके लिया आपकी इंग्लिश में प्रोफिशिएंसी होनी चाहिए। 
  • सुनिश्चित करें कि आपके पास एक ठोस SOP और LOR तैयार है।

आवेदन प्रक्रिया

कैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा:

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें।

आवश्यक दस्तावेज़

कुछ आवश्यक दस्तावेज़ इस प्रकार हैं: 

मूवीज क्रिटिक्स की सैलरी

Glassdoor.in के अनुसार एक भारतीय एंट्री लेवल मूवी क्रिटिक 1-3 साल के अनुभव के साथ उसका औसत वेतन लगभग INR 3-5 लाख होता है। दूसरी ओर, एक वरिष्ठ स्तर का फिल्म समीक्षक 8+ वर्ष के अनुभव के साथ औसत वेतन लगभग INR 6-10 लाख कमाता है। अलग-अलग देशों के अनुसार मूवी क्रिटिक्स की सैलरी भी अलग-अलग होती है तथा आपका सैलरी पैकेज आपकी शिक्षण संस्थान के ऊपर भी निर्भर करता है जहां से आपने डिग्री प्राप्त की हो। 

FAQs 

फिल्म क्रिटिक के लिए इंपोर्टेंट क्वालिटी क्या होती है? 

एक फिल्म क्रिटिक के लिए सबसे इंपोर्टेंट क्वालिटी यह होती है की उसे मीडिया प्रोडक्शन और कम्युनिकेशन का ज्ञान होना चाहिए। 

मूवी क्रिटिक किस प्रकार एक सीन को एनालाइज कर सकते हैं?

सबसे पहले मूवी क्रिटिक उस सीन के समय एक नोट लें। पात्रों के इंटरैक्ट करने के तरीके को एनालाइज करें और प्रत्येक कैरेक्टर के बारे में क्या पता चलता है इस बात का ध्यान रखें।  कैमरा के एंगल्स की चॉइस और सीन की सेटिंग और सारी उद्देश्य के बारे में समझिए। उस फैक्ट के आधार पर एक हाइपोथेसिस तैयार करें जिसे आप अपने द्वारा चुने गए दृश्य के बारे में साबित करना चाहते हैं।

क्या इस क्षेत्र में डिग्री प्राप्त करने के तुरंत बाद एक अच्छा मूवी क्रिटिक बना जा सकता है?

नहीं ऐसा संभव नहीं है। एक अनुभवी मूवी क्रिटिक बनने के लिए आपको निरंतरता के साथ धीरे धीरे आगे बढ़ना होता है। 

Movie Critic kaise bane?

फिल्म की डिग्री प्राप्त करें।
फिल्मों के बारे में अधिक ज्ञान प्राप्त करें।
अपनी राइटिंग स्किल्स को बढ़ाएं।
फिल्म इंडस्ट्री का अवलोकन करें।

उम्मीद है, Movie Critic kaise bane इस संदर्भ में हमारा यह ब्लॉग आपको पसंद आया होगा। यदि आप भी किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई पूरी करना चाहते हैं तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu  के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। वे एक उचित मार्गदर्शन के साथ आवेदन प्रक्रिया में भी आपकी मदद करेंगे।

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