नेशनल एजुकेशन पाॅलिसी (NEP) आने के बाद एजुकेशन सिस्टम में लगातार बदलाव हो रहे हैं। अब इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (IIM) काशीपुर ने वर्किंग प्रोफेशनल्स और कैंडिडेट्स के लिए डिजिटल सशक्तिकरण और इंटरडिसिप्लिनरी लर्निंग की शुरुआत की है।
IIM काशीपुर NEP 2020 में तैयार हायर एजुकेशन के लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में अपने प्रोग्राम्स को आउटलाइन कर रहा है। इससे वर्किंग प्रोफेशनल्स और स्टडी करने वाले कैंडिडेट्स को बेहतर शिक्षा मिलेगी और क्वालिटी एजुकेशन में आ रही परेशानियां दूर होंगी।
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हायर एजुकेशन की एक ब्रांच, टेक्नोलाॅजी, साइंस, इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट आदि विशेषज्ञताओं को शामिल करती है। NEP (2020) को इन क्षेत्रों में स्किल्ड प्रोफेशनल्स की काफी डिमांड देखी गई है और आगे भी मांग की उम्मीद है। क्योंकि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), मशीन लर्निंग, जैव प्रौद्योगिकी, नैनो टेक्नोलॉजी जैसे उभरते क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए डिजिटल सशक्तिकरण और इंटरडिसिप्लिनरी लर्निंग का सुझाव था।
ये होंगे फायदे
डिजिटल सशक्तिकरण और इंटरडिसिप्लिनरी लर्निंग के माध्यम से ये फायदे होंगेः
- विशेषज्ञता की एक या अधिक फील्ड में लोगों का डेवलपमेंट करना।
- प्रोफेशनल, टेक्निकल और बिजनेस के लिए भाषाओं में लोगों की मदद करना।
- व्यक्तियों को व्यक्तिगत उपलब्धि हासिल करने में मदद करना और उन्हें समाज में योगदान के लिए तैयार करना।
- आर्थिक स्वतंत्रता हासिल करने में सक्षम बनाना।
IIM काशीपुर के बारे में
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलाॅजी, काशीपुर 2011 में भारत सरकार द्वारा स्थापित किया गया है। इसका उद्देश्य प्रतिष्ठित संस्थान बनना, जो मैनेजमेंट रिसर्च और शिक्षा को बढ़ावा देता है। संस्थान मैनेजमेंट के उभरते क्षेत्रों में जागरूक, सक्षम और नैतिक व्यावसायिक गतिविधियों और शोधकर्ताओं को विकसित करता है। इसका परिसर 200 एकड़ का है और यह जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क से सिर्फ 25 किलोमीटर दूर स्थित है।
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