दिल्ली यूनिवर्सिटी ने अपनी एडमिशन पॉलिसी में बड़ा बदलाव करते हुए 2023 – 24 सेशन से ग्रेजुएशन कोर्सेज के साथ साथ अब किसी भी PG कोर्स में एडमिशन लेने के लिए CUET एग्जाम को अनिवार्य कर दिया है।
पहली बार पूर्ण रूप से लागू किया जाएगा CUET स्कोर मॉडल
दिल्ली यूनिवर्सिटी पहली बार CUET के मॉडल को पूरी तरह से पीजी कोर्सेज में एडमिशन के लिए लागू करेगा। अब तक दिल्ली यूनिवर्सिटी पीजी कोर्सेज के लिए केवल 50% सीटों पर ही CUET स्कोर को स्वीकार करता था। 50% सीटों पर एडमिशन मेरिट बेसिस पर दिया जाता था। अब से PG कोर्सेज सभी के लिए CUET एग्जाम अनिवार्य कर दिया गया है।
दिल्ली यूनिवर्सिटी सीटें बढ़ाने पर कर सकता है विचार
दिल्ली यूनिवर्सिटी अपनी सीट अलाटमेंट पॉलिसी पर दोबारा विचार कर सकती है। न्यू एजुकेशन पॉलिसी (NEP) के तहत दिल्ली यूनवर्सिटी में एडमिशन लेने के लिए सीटों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। नई पॉलिसी के अंतर्गत जनरल, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के स्टूडेंट्स के लिए 10% सीटें बढ़ाई जा सकती हैं। एससी/एसटी और पीडल्यूडी कैटेगरी के लिए 15% सीटें बढ़ाई जा सकती हैं।
PG कोर्सेज में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स को मिलेगा मल्टीपल कॉम्बिनेशन चुनने का विकल्प
दिल्ली यूनिवर्सिटी में पीजी कोर्सेस में एडमिशन लेने के लिए स्टूडेंट्स को मल्टीपल कॉम्बिनेशन चुनने का मौका मिलेगा। स्टूडेंट्स अपनी रूचि के हिसाब से सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन को फॉर्म भरते समय प्राथमिकता दे सकते हैं। स्टूडेंट्स द्वारा जिन कोर्सेज को प्राथमिकता दी जाएगी उनके आधार पर ही दिल्ली यूनिवर्सिटी उन्हें कॉलेज अलॉट करेगा।
अपग्रेड ऑप्शन चेक करते रहें स्टूडेंट्स
स्टूडेंट्स को सलाह दी जाती है कि वे सीट एलोकेशन के सभी राउंड्स के लिए अपग्रेड ऑप्शन को चेक करते रहें। यदि कोई स्टूडेंट किसी कारण से अपग्रेड विकल्प का चयन करने में विफल रहता है तो उसे दिल्ली यूनिवर्सिटी के द्वारा अपग्रेडेशन प्रोसेस में भाग नहीं लेने दिया जाएगा।
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