बूते से बाहर होना मुहावरे का अर्थ (Boote Se Bahar Hona Muhavare Ka Arth) होता है। जब कोई व्यक्ति अपनी कुब्बत से बहार काम करता है। तो उसके लिए हम बूते से बाहर होना मुहावरे का प्रयोग करते हैं। इस ब्लॉग के माध्यम से आप बूते से बाहर होना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
बूते से बाहर होना मुहावरे का अर्थ क्या है?
बूते से बाहर होना मुहावरे का अर्थ (Boote Se Bahar Hona Muhavare Ka Arth) होता है- कुब्बत से बहार काम, सीमा से बाहर की बात होना आदि।
बूते से बाहर होना व्याख्या
इस मुहावरे में “बूते से बाहर होना मुहावरे का अर्थ” अनुराग हमेशा अपने बूते से बाहर होने वाल ही काम करता है।
बूते से बाहर होना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
बूते से बाहर होना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- सौरभ हर काम को अपने बूते से बाहर करने को तैयार रहता है।
- ऑफिस में कुछ ही लोग हैं, जो अपने बूते से बाहर होकर ही काम करते हैं।
- रोहन को जो भी काम दिया जाता है, वो बूते से बाहर ही करता है।
- कभी-कभी बूते से बाहर होकर काम करना खतरनाक होता है।
संबंधित आर्टिकल
आशा है कि बूते से बाहर होना मुहावरे का अर्थ (Boote Se Bahar Hona Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।