भारत पर अनेकों पर विदेशी आक्रमणकारियों ने आक्रमण किये और भारत को गुलामी की बेड़ियों में जकड़कर रखा। जिसके बाद पाकिस्तान के नापाक इरादों ने हमेशा मानवता और भारत का अहित किया और मानवता को हानि पहुंचे। जिसके कारण भारत-पाकिस्तान के बीच चार युद्ध हुए। इस पोस्ट के माध्यम से आपको भारत-पाकिस्तान युद्ध 1971 के कारण के बारे में जानने को मिलेगा।
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भारत-पाकिस्तान युद्ध 1971 के कारण
वर्ष 1971 में भारत-पाकिस्तान के बीच तीसरा युद्ध हुआ, एक ओर से जिसका उद्देश्य मानवता को क्रूरता की अग्नि में धकेलना था, तो वहीं दूसरी ओर इसका उद्देश्य मानवता को बचाना था। मुख्य रूप से इस युद्ध के लिए भारत ने मानवता को बचाने का संकल्प किया, साथ ही इस युद्ध को लड़कर भारत ने पूर्वी पाकिस्तान यानि कि आज के बांग्लादेश के लोगों के अधिकारों का संरक्षण किया।
भारत-पाकिस्तान के बीच हुए तीसरे युद्ध को 1971 की लड़ाई के नाम से भी जाना जाता है, भारत-पाकिस्तान युद्ध 1971 के कारण में से मुख्य कारण बांग्लादेश में रह रहे बांग्ला भाषियों और पाकिस्तानी सेना से पीड़ित लोगों की रक्षा करना था। इस युद्ध ने बांग्लादेश नाम के नए देश का निर्माण किया जो कि पूर्वी पाकिस्तान का हिस्सा था।
क्या रहे इस युद्ध के परिणाम?
युद्ध जब-जब हुए जीत हमेशा मानवता की हुई, जीत हमेशा न्याय की हुई, जीत हमेशा धर्म की हुई। पाकिस्तान से पीड़ित होकर पूर्वी पाकिस्तान अलग हुआ और नया देश बांगलादेश बना। पाकिस्तान के मंसूबों को जानकर आज कश्मीर पर कोई भारत के खिलाफ दो शब्द नहीं कहता। भारत-पाकिस्तान युद्ध को हमेशा भारत ने ही जीता है।
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आशा है कि आप भारत-पाकिस्तान युद्ध 1971 के कारण को इस ब्लॉग के माध्यम से जान पाए होंगे और यह ब्लॉग आपको जानकारी से भरपूर लगा होगा। इसी प्रकार इतिहास से जुड़े अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट Leverage Edu के साथ बने रहें।