स्कूल की पढ़ाई पूरी होने के बाद हम अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास के लिए अलग-अलग अवसरों की तलाश में लग जाते हैं। आमतौर पर, लोग इंजीनियरिंग या मेडिसीन फ़ील्ड चुनते हैं, जो अपने आप में अच्छे विकल्प हैं लेकिन यदि आप कुछ अलग करना चाहते हैं तो फॉरेंसिक साइंस में करियर एक शानदार मौका हो सकता है।आपने शेरलॉक होम्स का नाम तो सुना ही होगा? शेरलॉक होम्स पहले शख्स थे जिन्होंने फॉरेंसिक साइंस के क्षेत्र का लोगों से परिचय करवाया। यदि आप भी इस क्षेत्र में दिलचस्पी रखते हैं तो एक आकर्षक करियर आपका इंतजार कर रहा है। इस आर्टिकल में 12वीं के बाद फॉरेंसिक साइंस कोर्स से जुड़ी पूरी जानकारी दी गई है।
This Blog Includes:
- 12वीं के बाद फॉरेंसिक साइंस कोर्स की हाई लाइट
- फॉरेंसिक साइंस क्या है?
- फॉरेंसिक साइंस कोर्सेज
- 12वीं के बाद फॉरेंसिक साइंस के लिए योग्यता
- फॉरेसिंक साइंस करने से पहले होनी चाहिए ये जरूरी स्किल्स
- फोरेंसिक साइंस विषय
- विदेश में फॉरेंसिक साइंस के कॉलेज और यूनिवर्सिटी
- भारत में फॉरेंसिक साइंस कॉलेज
- BSc– फॉरेंसिक साइंस
- BSc फॉरेंसिक साइंस सिलेबस
- उच्च शिक्षा
- स्पेशलाइजेशन (विशेषज्ञता)
- फोरेंसिक विज्ञान प्रवेश परीक्षा 2021
- करियर स्कोप
- फॉरेंसिक साइंस कोर्स के बाद तनख्वाह
- अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
12वीं के बाद फॉरेंसिक साइंस कोर्स की हाई लाइट
स्पेशलाइजेशन (विशेषज्ञता) | फॉरेंसिक साइंस |
12वीं के बाद डिग्री के विकल्प | डिप्लोमा (6 महीने)बैचलर (3 साल) |
योग्यता | साइंस स्ट्रीम से 10+2 |
पार्श्व प्रवेश विकल्प | 3 वर्षीय डिप्लोमा के बाद बैचलर कोर्स में डायरेक्ट एंट्री |
विदेश में एड मिशन प्रक्रिया | आपके एकेडमिक प्रो फाइल और आवेदन पर निर्भर करता है |
भारत में एड मिशन प्रक्रिया | प्रवेश परीक्षा |
प्रवेश परीक्षाएं | CG PATIISER IATOUAYGSATBHU UETNEST |
फीस | भारत में लगभग ₹50,000विदेश में 25 लाख से 50 लाख तक |
औसत शुरुआती वेतन | 2-5 लाख रुपये प्रति वर्ष |
नौकरियाँ | फॉरेंसिक साइंटिस्टप्राइवेट अन्वेषक (इन्वेस्टिगेटर)फॉरेंसिक आर्किटेक्टफॉरेंसिक इंजीनियरड्रग एनालिस्टफॉरेंसिक टॉक्सिकोलॉजिस्टफॉरेंसिक कंसल्टेंटक्राइम लेबोरेटरी एनालिस्ट |
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फॉरेंसिक साइंस क्या है?
फोरेंसिक साइंस विज्ञान का एक अंतःविषय क्षेत्र है, जो सभी विज्ञान विषयों यानी रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, भौतिकी और गणित से मिलकर बना है। फॉरेंसिक साइंस की सहायता से वैज्ञानिक सिद्धांतों को उपयोग करके अपराधों में मिले सबूतों की जांच-पड़ताल करते हैं। फोरेंसिक साइंटिस्ट को कानून और अपराध-निवारक के संयोजक डोमेन में काम करते हैं। मॉडर्न न्यायपालिका सिस्टम, फॉरेंसिक साइंटिस्ट की विशेषज्ञता और क्षमताओं पर काफी हद तक निर्भर करता है। इस काम में आपका कुशल, निष्पक्ष और सटीक होना सबसे महत्वपूर्ण है।
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फॉरेंसिक साइंस कोर्सेज
फॉरेंसिक साइंटिस्ट बनने के लिए आपको एक निश्चित शैक्षिक मार्ग पर चलना होगा। दुनिया भर में बहुत सी यूनिवर्सिटी हैं, जो 12वीं के बाद फॉरेंसिक साइंस में अंडर ग्रैजुएट, ग्रैजुएट, और डॉक्टरल स्तर पर अलग अलग कोर्सेज ऑफर करती हैं। आइए, भारत में फॉरेंसिक साइंस के कोर्स पर एक नजर डालें:
शैक्षिक स्तर | कोर्सेज | अवधि |
डिप्लोमा | फॉरेंसिक मेडिसीन में डिप्लोमाफॉरेंसिक डिप्लोमा (ऑनलाइन) | 3 महीने, 6 महीने या 1 साल |
अंडर ग्रैजुएट | BSc फॉरेंसिक साइंस बैचलर ऑफ एक्सीडेंटफोरेंसिकबैचलर इन क्रिमिनल जस्टिस फॉरेंसिक साइंसबैचलर ऑफ फॉरेंसिक साइंसबैचलर ऑफ लॉ (ऑनर्स)बैचलर ऑफ क्रिमिनोलॉजीबैचलर इन फॉरेंसिक इन्वेस्टिगेशनबैचलर ऑफ़ अप्लाइड साइंस इन फॉरेंसिक स्टडीज |
3 साल |
पोस्ट ग्रैजुएट | MSc फॉरेंसिक साइंस मास्टर ऑफ फॉरेंसिक बिहेवियरल साइंसMSc इन फॉरेंसिक साइकोलॉजीमास्टर्स इन फॉरेंसिक एंथ्रोपोलॉजीमास्टर ऑफ फिलॉसफी इन फॉरेंसिक साइंस |
2 साल |
यदि आप जानना चाहते हैं, क्या फॉरेंसिक साइंस के लिए NEET जरूरी है? तो नहीं, आप NEET परीक्षा दिए बिना फॉरेंसिक साइंस में BSc या MSc कर सकते हैं।
12वीं के बाद फॉरेंसिक साइंस के लिए योग्यता
12वीं के बाद किसी भी फॉरेंसिक साइंस कोर्स में अप्लाई करने से पहले आपको उसकी के पात्रता की पूरी जानकारी होनी जरूरी है। नीचे हमने आपकी सहायता के लिए फॉरेंसिक साइंस कोर्स की पात्रता के सभी अहम पॉइंट दिए हैं, जिन्हें आपको ध्यान में रखना जरूरी है:
- BiPC विषयों के साथ किसी रिकॉग्नाइज्ड बोर्ड से 10+2 की बेसिक शिक्षा
- IELTS, TOEFL आदि जैसे अंग्रेजी भाषा टेस्ट में अच्छा स्कोर
भारत में कुछ यूनिवर्सिटी उम्मीदवारों को OUAT, GSAT, NEST, CG PAT, BHU UET, आदि जैसी परीक्षाएं पास करने की मांग करती हैं।
फॉरेसिंक साइंस करने से पहले होनी चाहिए ये जरूरी स्किल्स
- साइंस की अच्छी समझ
- जांच के लिए दिमागी रूप से तैयार
- धैर्य का होना है जरूरी
- एकाग्रता
- टीम के साथ ताल-मेल
- काम के प्रति सतर्कता
फोरेंसिक साइंस विषय
फोरेंसिक साइंसेस के विषयों में फोरेंसिक पैथोलॉजी, साइकियाट्री, साइकॉलॉजी, पैथोलॉजी, ओडोन्टोलॉजी, फोरेंसिक मेडिसीन आदि शामिल हैं। नीचे फोरेंसिक साइंस विषयों की पूर्ण सूची दी गई है:
- अपराध और इन्वेस्टिगेशन तकनीक
- DNA आइसोलेशन
- फोरेंसिक बॉलिस्टिक्स
- संदिग्ध दस्तावेज
- DNA प्रोफाइलिंग
- फोरेंसिक बॉयोलॉजी
- फोरेंसिक फोटोग्राफी
- फोरेंसिक मनोविज्ञान
- फोरेंसिक विष विज्ञान
- फोरेंसिक भौतिकी
- साइबर फोरेंसिक एंड लॉ
- एनालिटिकल केमिस्ट्री
विदेश में फॉरेंसिक साइंस के कॉलेज और यूनिवर्सिटी
दुनिया भर में बहुत से कॉलेज हैं, जो 12वीं के बाद छात्रों को फोरेंसिक साइंस कोर्स प्रदान करते हैं। नीचे हमने दुनिया के टॉप फॉरेंसिक साइंस कॉलेजों की लिस्ट दी है:
- यूनिवर्सिटी ऑफ कम्ब्रिया
- यूनिवर्सिटी सेन्स मलेशिया
- यूनिवर्सिटी केबांगसन मलेशिया
- कैनबरा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- CQ यूनिवर्सिटी ऑस्ट्रेलिया
- सदन यूटा यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी सिडनी
- ग्रिफिथ यूनिवर्सिटी
- डी किन यूनिवर्सिटी
- अबर्टे यूनिवर्सिटी
- यूनिवर्सिटी ऑफ कैनबरा
- यूनिवर्सिटी ऑफ केंट
- लंदन मेट्रोपोलिटन यूनिवर्सिटी
भारत में फॉरेंसिक साइंस कॉलेज
भारत में फॉरेंसिक साइंस के शीर्ष कॉलेज हैं:
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी (BHU)
- गुजरात यूनिवर्सिटी
- लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (LPU)
- नॉर्थकैप यूनिवर्सिटी
- एमिटी यूनिवर्सिटी
- पांडिचेरी यूनिवर्सिटी
- एसजीटी यूनिवर्सिटी, गुड़गाँव
- पारुल यूनिवर्सिटी
- अपेक्स यूनिवर्सिटी
BSc– फॉरेंसिक साइंस
12वीं के बाद सबसे ज्यादा किया जाने वाला फॉरेंसिक साइंस कोर्स, BSc फॉरेंसिक साइंस 3 वर्ष का अंडर ग्रैजुएट कोर्स है, जो छात्रों को ह्यूमन एनाटॉमी और फिजियोलॉजी की शिक्षा देता है। इस कोर्स के जरिए आप फॉरेंसिक साइंस में करियर बनाने की सभी जरूरी जानकारी और कौशल जैसे दस्तावेज़ वेरिफिकेशन, हैंडराईटिंग एनालिसिस, क्रिमिनल फ़ोटोग्राफ़ी आदि से सुसज्जित हो जाएंगे। यहां, BSc फॉरेंसिक साइंस का सिलेबस दिया जा रहा है:
आपराधिक व्यवहार | फॉरेंसिक विज्ञान का परिचय | अपराध और सामाजिक संस्कृतिक | अपराध की जगह की जांच |
फॉरेंसिक साइंस में भौतिक सबूत | विश विज्ञान का परिचय | अंग्रेज़ी | एक्स-रे विवर्तन तकनीक |
व्यवहार विज्ञान | टाइप राइटिंग और हैंड राइटिंग विश्लेषण | घाव और उनके मडीकल व कानूनी पहलू | DNA और फिंगरप्रिंट |
रक्त पैटर्न विश्लेषण | कम्युनिकेशन स्किल्स | आगजनी और विस्फोट जांच | व्यक्तिगत पहचान |
लेखन और दस्तावेज़ विश्लेषण | फॉरेंसिक मनुष्य जाति विज्ञान | जीवविज्ञान का मौलिक परिचय | रसायन विज्ञान का मौलिक परिचय |
BSc फॉरेंसिक साइंस सिलेबस
BSc फॉरेंसिक साइंस से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करते समय यह जरूरी है, कि हम कोर्स का सिलेबस अच्छी तरह जानें। नीचे BSc फॉरेंसिक साइंस का सालाना सिलेबस दिया गया है:
पहला वर्ष
अपराधिक व्यवहार | अपराध और संस्कृतिक फॉरेंसिक विज्ञान | फॉरेंसिक साइंस लैबोरेट्री एक्सपेरिमेंट |
अपराधिक विज्ञान का परिचय | फॉरेंसिक साइंस में भौतिक सबूत | अपराध का परिचय |
रक्त पैटर्न विश्लेषण | मनोवैज्ञानिक कारक | अपराध की जगह की जांच |
दूसरा वर्ष
टाइप राइटिंग और हैंड राइटिंग विश्लेषण | जहर और मानव शरीर पर उनका वर्गीकरण | बायोलॉजिकल तरल पदार्थों का विशेषण |
व्यक्तिगत पहचान | रसायन विज्ञान का मौलिक परिचय | व्यवहार विज्ञान |
फ़ोटोग्राफ़ी | फॉरेंसिक एंथ्रोपोलॉजी | बेंजिडीन टेस्ट और रक्त विश्लेषण |
तीसरा वर्ष
घाव और उनके मडीकल व कानूनी पहलू | आगजनी और विस्फोट जांच | आग्रेयास्त्रों (फायर आर्म्स) का कलेक्शन – संबंधित सबूत |
व्यक्तिगत पहचान | एक्स-रे विवर्तन तकनीक | माइक्रोस्कोपी: योगिक माइक्रोस्कोप और सरल माइक्रोस्कोप |
डीएनए फिंगर प्रिंटिंग | पॉलिटिक्स – फायर आर्म्स का क्लासिफिकेशन | आगजनी और विस्फोट जांच |
उच्च शिक्षा
फॉरेंसिक साइंस या साइंस की किसी और बैचलर डिग्री पूरी होने पर आप फोरेंसिक विज्ञान में पोस्ट ग्रैजुएट डिग्री की शिक्षा प्राप्त कर सकते हैं। मास्टर्स डिग्री की अवधि 2 वर्ष की होती है। फॉरेंसिक विज्ञान मैं करियर बनाने के लिए पोस्ट ग्रैजुएट डिग्री के विकल्प हैं:
- फोरेंसिक साइंस में PG डिप्लोमा
- MSc फॉरेंसिक साइंस
- फोरेंसिक साइंस में PhD
- फॉरेंसिक साइंस में MPhil
स्पेशलाइजेशन (विशेषज्ञता)
12वीं के बाद फोरेंसिक विज्ञान कोर्स में कई विशेषज्ञताएं हैं, जैसे:
- फोरेंसिक सीरोलॉजी
- फोरेंसिक रसायन
- फोरेंसिक बॉयोलॉजी
- फोरेंसिक बैलिस्टिक
- फोरेंसिक वनस्पति विज्ञान
- फोरेंसिक एंटोमोलॉजी
- फोरेंसिक विष विज्ञान
फोरेंसिक विज्ञान प्रवेश परीक्षा 2021
यहां 2021 में 12वीं के बाद टॉप फोरेंसिक विज्ञान प्रवेश परीक्षा की सूची दी गई है:
- AIFSET 2021 [18 जुलाई, 2021]
- जैन प्रवेश परीक्षा (JET) 2021 [22 फरवरी, 2021]
- LPUNEST 2021 [रजिस्ट्रेशन जनवरी 2021 में शुरू हुआ]
- SUAT परीक्षा 2021 [10 जून से 17 जून 2021]
- IUET 2021 [आवेदन मार्च में खुले गा]
करियर स्कोप
12वीं के बाद फॉरेंसिक साइंस कोर्स करने पर आप विभिन्न क्षेत्रों में कैरियर के अवसर प्राप्त कर सकते हैं। इसके बाद आपके लिए पुलिस और इन्वेस्टिगेशन विभागों में काम के द्वार खुल जाते हैं या फिर आप रिसर्च में अपना करियर बना सकते हैं। यहां फॉरेंसिक साइंस स्नातकों के लिए कुछ टॉप करियर की सूची दी गई है:
- फोरेंसिक साइंटिस्ट
- फोरेंसिक इंजीनियर
- क्राइम रिपोर्टर
- लिखावट विशेषज्ञ
- फोरेंसिक एक्सपर्ट
- कानूनी काउंसलर
- जांच अधिकारी
- रिसर्चर
- अपराध दृश्य इन्वेस्टिगेटर
- कानूनी सलाहकार
फॉरेंसिक साइंस कोर्स के बाद तनख्वाह
भारत में फोरेंसिक साइंस वेतन अलग-अलग कैरियर प्रो फाइल के अनुसार बदलता रहता है। निजी क्षेत्रों में, फॉरेंसिक साइंस की नौकरियों में एंट्री लेवल स्नातकों के लिए लगभग 3 लाख से 4 लाख प्रति वर्ष की पेशकश की जाती है जबकि अनुभवी पेशेवर भी प्रति वर्ष 6 लाख तक कमा सकते हैं। भारत के सरकारी क्षेत्रों में फॉरेंसिक साइंस की नौकरी में प्रवेश स्तर के स्नातकों में ₹50,000 -1 लाख रुप यों तक प्रति वर्ष आकर्षक वेतन पैकेज मिलता है, जो समय के साथ बढ़ता भी है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
12वीं के बाद भारत में विभिन्न में फॉरेंसिक साइंस कोर्स उपलब्ध हैं, जिन्हें PCM और कॉमर्स के छात्र कर सकते हैं। फॉरेंसिक साइंस में सबसे पॉपुलर और बेहतरीन कोर्स हैं:
BSc फॉरेंसिक साइंस
फोरेंसिक साइंस बैचलर ऑफ लॉ (ऑनर्स)
अपराध विज्ञान स्नातक
फोरेंसिक स्टडीज में बैचलर ऑफ एप्लाइड साइंस
MSc फोरेंसिक साइंस
फॉरेंसिक साइकोलॉजी में MSc
फोरेंसिक विज्ञान के कोर्स के लिए, बुनियादी योग्यता ग्रेजुएशन और पोस्टग्रैजुएशन के लेवल के लिए अलग-अलग तय की गई है। BSc फॉरेंसिक साइंस के लिए, उम्मीदवारों को विज्ञान क्षेत्र में 10 + 2 पूरा करना जरूरी है और MSc फॉरेंसिक साइंस के लिए, फोरेंसिक साइंस या संबंधित क्षेत्र में ग्रेजुएशन की डिग्री होना जरूरी है।
12वीं के बाद फोरेंसिक अधिकारी बनने के लिए, आपको पहले साइंस स्ट्रीम से 10 + 2 पूरा करके 3 साल का BSc फोरेंसिक साइंस प्रोग्राम पूरा करना आवश्यक है।
भारत में फॉरेंसिक साइंस में करियर का बहुत अच्छा स्कोप है। फॉरेंसिक साइंस कोर्स पूरा करने वाले उम्मीदवारों को सरकारी विभागों जैसे अपराध विभाग और चिकित्सा केंद्रों के साथ काम करने का मौका मिलता है या वह निजी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा केंद्रों के साथ और अनुसंधान में उच्च वेतन वाला कैरियर अपना सकते हैं।
12वीं के बाद फॉरेंसिक साइंस ,आमतौर पर चुने जाने वाले कोर्स से हट कर चुनना कुछ हद तक डरावना लग सकता है लेकिन आपको आशंकित विचारों को अपने ऊपर हावी नहीं होने देना चाहिए। Leverage Edu पर हमारे काउंसलर्स के साथ आप अपने लिए बेहतरीन यूनिवर्सिटी चुन सकते हैं, जो आपको भविष्य में खुद को एक शानदार इंडस्ट्री में स्थापित करने में सहायता करेंगी।
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Mere ko ye sab to knowledge lena hai
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आपका बहुत आभार।
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Mere ko ye sab to knowledge lena hai
आपका बहुत आभार।