लॉ में बीकॉम क्या है और कैसे करें?

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आज के समय में हर कोई अपनी डिग्री में ज़्यादा से ज़्यादा ज्ञान अर्जित कर बेहतर विकल्पों की तलाश में बेस्ट कोर्स का सिलेक्शन करता है। विदेश में पढ़ने के इच्छुक कैंडिडेट्स के बीच इसी सैटिस्फैक्शन की चाह के चलते इंटीग्रेटेड कोर्सेज मशहूर हो रहे हैं। ऐसा ही एक इंटीग्रेटेड कोर्स है लॉ में बीकॉम यानी बीकॉम एलएलबी। जो छात्र कॉमर्स या कहें की बिज़नेस और लॉ दोनों फील्ड में अपना करियर देखते हैं और रूचि रखते हैं, वे यह फील्ड चुन सकते हैं। लॉ में बीकॉम करने से जुड़ी बेहतर जानकारी के लिए इस ब्लॉग को आखिर तक पढ़ें। 

कोर्स का नामलॉ में बीकॉम (बीकॉम एलएलबी)
कोर्स लेवलअंडरग्रेजुएट 
कोर्स का टाइपफुल टाइम इंटीग्रेटेड डिग्री 
कोर्स की अवधि5 साल 
एंट्रेंस एग्ज़ामCLAT, LSAT, APLAWCET, TSLAWCET, ULSAT, MHCET Law

लॉ में बीकॉम क्या है?

लॉ में बीकॉम एक ड्यूल अंडरग्रेजुएट डिग्री है जो आपको कॉमर्स और लॉ दोनों की फील्ड की नॉलेज प्रदान करने में निपूर्ण है। इस कोर्स में आपका एडमिशन आपके एंट्रेंस एग्ज़ाम के अनुसार होगा जिसमें आपके मार्क्स को ख़ास एहमियत दी जाएगी। कैंडिडेट्स जिन्होंने अपनी बारहवीं किसी भी सब्जेक्ट्स से पूरी की हो वह इस कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं। इस कोर्स में कैंडिडेट्स को कॉमर्स सब्जेक्ट्स जैसे बिज़नेस स्टेटिस्टिक्स, बिज़नेस कम्युनिकेशन, ऑडिटिंग, इकोनॉमिक्स आदि जैसे सब्जेक्ट्स के साथ साथ लॉ सब्जेक्ट्स जैसे लॉ ऑफ़ कॉन्ट्रैक्ट, कंस्यूमर प्रोटेक्शन लॉ, कॉन्स्टिट्यूशनल लॉ, लॉ ऑफ़ क्राइम्स, लीगल लैंग्वेज आदि सब्जेक्ट्स भी पढ़ाए जाएंगे। इस डिग्री को मुख्य रूप से 10 सेमेस्टर में बांटा गया है जिसमें कैंडिडेट्स को थ्योरी के साथ साथ लॉ और बिज़नेस से जुड़े प्रैक्टिकल्स से भी रूबरू कराया जाएंगे। 

लॉ में बीकॉम क्यों करें?

दो डिग्री के मिश्रण से बनी इस डिग्री को करने में आपको भविष्य में कई बेनिफिट्स हो सकते हैं जो निम्नलिखित हैं-

  • जिन छात्रों को बिज़नेस और लॉ दोनों में रूचि है और वह अपना करियर दोनों ही फ़ील्ड्स में बनाने का निर्णय लेना चाहते हैं तो यह कोर्स उनके लिए बेस्ट होगा। यह कोर्स आपको बिज़नेस और लॉ दोनों से जुड़ी नौकरियों के काबिल बनाता है जो एक अडिशनल क्वालिटी ऐड करता है। 
  • आप दो कोर्सेज 5 साल के स्पैन में पूरा कर पाएंगे। जहाँ LLB अपने आप में एक 5 का कोर्स है और बीकॉम तीन साल की ग्रेजुएशन दोनों को एक साथ करने से आप दोनों के बेनिफिट्स के साथ एक साल का स्पैन सेव करते है। यह समय आप अपनी ट्रेनिंग में देकर एक्सपीरियंस गेन कर सकते हैं। 
  • जैसा कि हमने बात की कि यह कोर्स आपको बिज़नेस और लॉ दोनों की नॉलेज देने में सक्षम है, इससे आप जॉब्स के ज़्यादा ऑप्शंस पाते हैं। डिग्री की कम्पलीशन के बाद आपको मिलने वाले ऑप्शंस विभिन्न फ़ील्ड्स से जुड़े हो सकते हैं जिसमें आप अपनी स्किल्स का इस्तमाल बेहतर तरीके से कर पाएंगे। 

लॉ में बीकॉम करने के लिए अनिवार्य स्किल्स

इस कोर्स को करने के लिए कैंडिडेट्स की स्पीकिंग स्किल्स के साथ साथ रीडिंग स्किल्स भी बेहतर होनी चाहिए। ज़रूरी लैंग्वेजेज में हिंदी और इंग्लिश को प्रोमिनेन्ट माना गया है। क्योकि यह फील्ड लॉ से जुड़ी है, कैंडिडेट में ज़्यादा घंटे काम करने की विल पॉवर होना भी आवश्यक है। इन स्किल्स के अलावा कैंडिडेट को जिन चीज़ों में निपूर्ण होने की आवश्यकता है वह निम्नलिखित हैं-

  • फ्लुएंसी 
  • लंबे घंटे काम करने की एबिलिटी 
  • फैक्ट्स एनालाइज़ करने की काबिलियत 
  • इंटेलेक्टुअल 
  • सिचुएशन और लोगों को परखने की कला 
  • हार्ड वर्किंग 
  • रिसर्च में रूचि 
  • कन्विंस करने की शक्ति 
  • स्पीच क्लैरिटी 
  • ऑब्जेक्टिविटी 
  • कॉन्फिडेंस 
  • इंटीग्रिटी 
  • बेहतर प्रेजेंटेशन स्किल्स 

लॉ में बीकॉम का सिलेबस

लॉ में बीकॉम करने वाले छात्रों को निम्नलिखित टॉपिक्स और सब्जेक्ट्स अपनी डिग्री में देखने को मिलेंगे। हालांकि यह सब्जेक्ट्स आपकी चुनी गई यूनिवर्सिटी के अनुसार बदल भी सकते हैं। कुछ कॉमन टॉपिक्स के नाम नीचे टेबल में दिए गए हैं-

बिज़नेस स्टेटिस्टिक्स फाइनेंशियल एकाउंटिंग 
ऑडिटिंग इंग्लिश 
लॉ ऑफ़ कॉन्ट्रैक्ट वीमेन, चाइल्ड एंड द लॉ 
बिज़नेस कम्युनिकेशन इकोनॉमिक्स 
हिस्ट्री ऑफ़ कोर्ट्स, लेजिस्लेशन एंड लीगल प्रोफेशन इन इंडिया कंस्यूमर प्रोटेक्शन लॉ 
एनवायर्नमेंटल स्टडीज़ कॉर्पोरेट एकाउंटिंग 
बिज़नेस फाइनेंस कॉन्स्टिट्यूशनल लॉ 
लॉ ऑफ़ क्राइम्स लीगल लैंग्वेज 
फॉरेन लैंग्वेजेज इंटरप्रिटेशन ऑफ़ स्टैट्यूट्स 
लॉ ऑफ़ एविडेंस लॉ ऑफ़ टोर्ट 
फैमिली लॉ रिसर्च मेथोडोलॉजी 
जुरिसप्रूडेंस सिविल प्रोसीजर कोड 
लेबर लॉ कंपनी लॉ 
क्रिमिनल प्रोसीजर कोड ड्राफ्टिंग, प्लीडिंग एंड कन्वेयांसिंग 
पब्लिक इंटरनेशनल लॉ प्रॉपर्टी लॉ 
टैक्सेशन एडमिनिस्ट्रेटिव लॉ 
ह्यूमन राइट्स एंड ह्यूमैनिटेरिअन लॉ प्राइवेट इंटरनेशनल लॉ 
एनवायर्नमेंटल लॉ लैंड लॉज़ इन्क्लूडिंग सीलिंग 
इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी राइट्स क्रिमिनोलॉजी एंड पेनोलॉजी 
आर्बिट्रेशन, कॉंसिलिएशन एंड अलटरनेट डिस्प्यूट रेसोलुशन सिस्टम्स बैंकिंग एंड फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन इन्क्लूडिंग नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स 
प्रोफेशनल एथिक्स पब्लिक इंटरेस्ट लॉयरिंग, लीगल ऐड एंड पारा लीगल सर्विसेज 

विदेश में लॉ में बीकॉम करने के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज

 विदेश की टॉप यूनिवर्सिटीज नीचे दी गई हैं-

यूनिवर्सिटीजसालाना ट्यूशन फीस
स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी, यूएसUSD 60,000 (INR 45 लाख)
कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय, ब्रिटेनGBP 33,000 (INR 33 लाख)
ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय, ब्रिटेनGBP 37,850 (INR 37.85 लाख)
शिकागो विश्वविद्यालय, यू.एसUSD 58,266 (INR 43.70 लाख)
येल विश्वविद्यालय, यू.एस.USD 45,330 (INR 34 लाख)
ड्यूक यूनिवर्सिटी, यूएसUSD 41,000 (INR 30.75 लाख)
न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय, यूएसUSD 47,000 (INR 35.25 लाख)
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन, यूकेGBP 42,000 (INR 42 लाख)
हार्वर्ड विश्वविद्यालय, यूएसUSD 67,720 (INR 50.79 लाख)
लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स एंड पॉलिटिकल साइंसGBP 22,690 (22.69 लाख)

भारत में लॉ में बीकॉम करने के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज 

भारत में लॉ में बीकॉम करने के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज के नाम निम्नलिखित हैं-

  • एसएलआर यूनिवर्सिटी 
  • एमिटी यूनिवर्सिटी 
  • इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ लीगल स्टडीज़ 
  • आईईसी यूनिवर्सिटी 
  • एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी 
  • आईटीएम् यूनिवर्सिटी 
  • युनिवेर्सिटी ऑफ़ पेट्रोलियम एंड एनर्जी स्टडीज़ 

लॉ में बीकॉम करने के लिए योग्यताएं 

लॉ में बीकॉम के लिए नीचे एलिजिबिलिटी दी गई है-

  • लॉ में बीकॉम कोर्स को आगे बढ़ाने के इच्छुक बारहवीं कक्षा में किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड में (किसी भी स्ट्रीम) में कम से कम 45% अंक प्राप्त करने चाहिए। लॉ में बीकॉम छात्रों को पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवश्यक प्रवेश परीक्षा भी उत्तीर्ण करने की आवश्यकता है।
  • लॉ में बीकॉम करने के लिए छात्रों के पास 12वीं उत्तीण करने का सर्टिफिकेट होना चाहिए। अगर आप 12वीं के बाद लॉ में बीकॉम की पढ़ाई करना चाहते हैं जो 5 पांच साल के लिए होता है।
  • भारत में लॉ में बीकॉम करने के लिए कोई उम्र सीमा तय नहीं है।
  • विदेश में पढ़ने के लिए इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट जैसे IELTS/TOEFL/PTE के अंक आवश्यक होंगे।
  • लॉ में बीकॉम प्रोग्राम में एडमिशन लेने के लिए लॉ नेशनल एप्टीट्यूड टेस्ट (LNAT) एग्जाम के अंकों की ज़रूरी होती है।

आवेदन प्रक्रिया

भारतीय यूनिवर्सिटीज द्वारा आवेदन प्रक्रिया नीचे मौजूद है-

  • सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजरनेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  • फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  • अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  • यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

विदेशी विश्वविद्यालय के लिए आवेदन प्रक्रिया

कैंडिडेट को आवदेन करने के लिए नीचे दी गई प्रक्रिया को पूरा करना होगा-

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप हमारे AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • हमारे एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे हमारे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा और व्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप हमारी Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।

आवश्यक दस्तावेज़

विदेशी विश्वविद्यालय में एडमिशन लेने के लिए नीचे दिए गए दस्तावेज होने आवश्यक हैं-

प्रवेश परीक्षाएं

लॉ में बीकॉम करने के लिए मुख्य रूप से आपको कुछ एंट्रेंस एग्ज़ाम को पास करना आवश्यक होगा। लॉ में बीकॉम के लिए दिए जाने वाले एंट्रेंस एग्ज़ामस की लिस्ट नीचे दी गई है-

  • CLAT
  • LSAT 
  • APLAWCET 
  • TSLAWCET 
  • ULSAT 
  • MHCET Law 

करियर स्कोप

एक इंटीग्रेटेड कोर्स होने के नाते यह कोर्स आपको भविष्य में मिलने वाले कई विकल्पों के लिए तैयार करता है। इस डिग्री के बाद आप चाहें तो अपनी ही फील्ड में मास्टर्स या पीएचडी का विकल्प चुन सकते हैं।  लेकिन अगर आपका इरादा नौकरी करने का है तो आप नीचे दिए गए एरियाज में अपना सिक्का आज़मा सकते हैं-

  • लॉ फर्म्स 
  • गवर्नमेंट जॉब्स 
  • कॉर्पोरेट जाइंट्स 
  • फार्मास्युटिकल्स कंपनीज 
  • कास्टिंग एजेंसीज 
  • प्राइवेट प्रैक्टिस 
  • कंसल्टेन्सी फर्म्स 

टॉप रिक्रूटर्स 

टॉप लीगल फर्म्स जो लॉ के ग्रेजुएट्स को हायर करने में सक्षम है उनके नाम नीचे दिए गए हैं-

  • Amarchand & Mangaldas & Suresh A Shroff & Co.
  • AZB & Partners
  • Khaitan & CO
  • J Sagar Associates
  • Luthra & Luthra Law Offices
  • Trilegal
  • S&R Associates
  • Economic Laws Practice
  • Desai & Diwanji
  • Talwar Thakore & Associates
  • ICICI Bank
  • LexisNexis
  • Kia-Tencor Corporation
  • Archer Daniels MIdland Company
  • Jacobs Engineering Group Inc

जॉब प्रोफाइलस 

 लॉ में बीकॉम करने वाले कैंडिडेट्स के लिए कई विभिन्न प्रोफाइल्स के रास्ते खुले हैं जिनमें से एक को चुनकर वह अपना करियर आगे बढ़ा सकते हैं। साथ ही हमने इन प्रोफाइल्स की सैलरी भी मेंशन की है। यह सैलरी payscale.com द्वारा वेरीफाई की गई है-

जॉब प्रोफाइल्स एवरेज सालाना सैलरी (INR)
HR मैनेजर 7-9 लाख 
लॉयर 6-8 लाख 
एडवोकेट 7-8 लाख 
लीगल एडवाइजर 6-8 लाख 
कॉर्पोरेट लॉयर 7-8 लाख 
अटॉर्नी जनरल 6-8 लाख 
लॉ ऑफिसर 6-8 लाख 
असिस्टेंट ऑफिसर4-6 लाख 

FAQs

बीकॉम के बाद एलएलबी कर सकते हैं क्या?

जी हाँ, आप बीकॉम के बाद एलएलबी की पढ़ाई कर सकते हैं। भारत मे अगर आप कानून की पढ़ाई करना चाहते है एवं विधि व्यवसायी/ एडवोकेट के रूप में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो आपको एलएलबी (विधि स्नातक) की पढ़ाई करना होगा।

बीकॉम एलएलबी कितने साल का होता है?

यह एक बैचलर डिग्री कोर्स है जिसका पूरा नाम बैचलर ऑफ़ कॉमर्स एंड बैचलर ऑफ़ लॉ है जोकि पुरे 5 साल का होता है यह एक प्रोफेशनल इंटीग्रेटेड कोर्स है। बीकॉम LLB कोर्स  में आपको कॉमर्स और लॉ संबंधित दो परस्पर विषयों के बारे में विस्तृत अध्ययन कराया जाता है।

लॉ में पीएचडी कैसे करे?

यूजीसी ने एलएलडी यानी डॉक्टर ऑफ लॉ की पढ़ाई के लिए दो साल की समय-सीमा तय कर दी है। अब दाे साल में रिसर्च वर्क पूरा कर थीसिस जमा करने के बाद पीएचडी डिग्री की पात्रता होगी। मौजूदा नियमों के मुताबिक, पीएचडी के लिए तीन साल का समय मिलता है। विशेष कारण पर छह महीने का एक्सटेंशन दिया जा सकता है।

हम आशा करते हैं कि अब आप जान गए होंगे कि लॉ में बीकॉम कैसे करें? अगर आप  लॉ में बीकॉम करना चाहते हैं और साथ ही एक उचित मार्गदर्शन चाहते हैं तो आज ही 1800572000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए। 

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