भौतिक भूगोल क्या है और जानिए इस कोर्स में एडमिशन लेने की योग्यता, आवेदन प्रक्रिया आदि?

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भौतिक भूगोल

भूगोल एकीकृत रूप से हमारे ग्रह के फिजिकल डायमेंशंस के साथ-साथ डेमोग्राफिक्स और भूमि के विकास और रिसर्च से संबंधित है। क्या आपने कभी सोचा है कि बड़े-बड़े पहाड़ और चट्टानें कैसे बनी और उनका आकार कैसे बना? नदियां बहना कैसे शुरू हुई? बड़े-बड़े जलाशयों का निर्माण कैसे हुआ? यदि आप भी इन सभी प्राकृतिक घटनाओं के प्रति जिज्ञासु हैं तो इसमें आपकी मदद भूगोल की एक प्रमुख शाखा भौतिक भूगोल कर सकता है। पढ़ाई के इस क्षेत्र का मुख्य उद्देश्य लोगों और उनके रहने की भूमि के बीच अन्य कारकों के बीच एक परस्पर संबंध विकसित करना है, जो इसे एक होलिस्टिक इंटरडिस्प्लीनरी एप्रोच प्रदान करता है। करियर के दृष्टिकोण से भी यह काफी अच्छा क्षेत्र है। यदि आप इस क्षेत्र में अपना करियर बनाने में रुचि रखते हैं, तो भौतिक भूगोल के बारे में जानने के लिए इस ब्लॉग को पूरा जरूर पढ़ें।

क्षेत्रभौतिक भूगोल
शाखा हैभूगोल 
कोर्सजBSc Physical Geography, BSc Geography, MSc Physical Geography etc.
प्रवेश प्रक्रियाप्रवेश परीक्षा+ इंटरव्यू
योग्यताबैचलर्स के लिए 10+2 पास और मास्टर्स के लिए विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित अंकों के साथ सम्बन्धित क्षेत्र में बैचलर्स की डिग्री + प्रवेश परीक्षा आवश्यक है।
कोर्स के बाद औसत सालाना सैलरीINR 2-7 लाख (भारत में)
This Blog Includes:
  1. भौतिक भूगोल क्या है?
  2. विद्वानों के द्वारा भौतिक भूगोल की परिभाषा
  3. भौतिक भूगोल से जुड़े विषय और इसकी शाखाएं क्या हैं?
  4. भौतिक भूगोल का इतिहास क्या है?
  5. भौतिक भूगोल के कोर्सेज की लिस्ट
  6. भौतिक भूगोल के लिए दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज के नाम
  7. भौतिक भूगोल के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट
  8. भौतिक भूगोल कोर्सेज में एडमिशन लेने के लिए योग्यता की आवश्यकता
  9. भौतिक भूगोल कोर्सेज में एडमिशन लेने के लिए आवेदन प्रक्रिया
    1. भारतीय विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया
    2. विदेश में आवेदन प्रक्रिया
  10. भौतिक भूगोल कोर्सेज में एडमिशन लेने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की लिस्ट
  11. प्रवेश परीक्षाएं
  12. भौतिक भूगोल के लिए बुक्स के नाम जानिए
  13. भौतिक भूगोल में करियर स्कोप
  14. जॉब प्रोफाइल और सैलरी
  15. FAQs

भौतिक भूगोल क्या है?

भौतिक भूगोल भूगोल की एक प्रमुख शाखा है जिसमें पृथ्वी के फिजिकल स्वरूप का अध्ययन किया जाता हैं। यह ज़मीन पर अलग-अलग जगह पाई जाने वाली फिजिकल फिनोमेना के डिस्ट्रीब्यूशन की एक्सप्लनेशन व पढ़ाई से सम्बन्धित है, साथ ही यह जियोलॉजी, मेटियोरोलॉजी, जूलॉजी और केमिस्ट्री से भी जुड़ा हुआ है। इसकी कई सब ब्रांचेज हैं जो विविध फिजिकल फिनोमेना की विवेचना करती हैं।

भौतिक भूगोल मे भू-गणित, खगोल विज्ञान, मौसम विज्ञान, मानचित्र विज्ञान, जीव विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, मृदा विज्ञान, भूगर्भ विज्ञान के सामान्य रूपों का भी अध्ययन शामिल किया जाता है लेकिन इनका अध्ययन उसी सीमा तक होता है जहाँ तक उनका संबंध भौतिक वातावरण तथा मानव से होता है।

विद्वानों के द्वारा भौतिक भूगोल की परिभाषा

  • कान्ट के अनुसार– “भौतिक भूगोल विश्व के ज्ञान का प्रथम भाग है एवम् निश्चित ही विश्व का वस्तुबोध को समझने के लिये एक प्राथमिक आवश्यकता है।” “Physical Geography is the first part of knowledge of world, indeed it is essential preliminary for understanding our perceptions of the world.”
  • पियरे बाइरट के अनुसार “मानव सभ्यता से अप्रभावित पृथ्वी के दृश्य प्राकृतिक धरातल का अध्ययन भौतिक भूगोल है। “Physical Geography is the study of visible natural surface…..before the intervention of mankind….”
  • आर्थर होम्स के अनुसार “भौतिक पर्यावरण का अध्ययन ही स्वयं में भौतिक भूगोल है, जिसके अन्तर्गत स्थलाकृति (भू-आकृति विज्ञान), सागरों व महासागरों (समुद्र विज्ञान) एवम् वायुमण्डल (मौसम व जलवायु विज्ञान) का अध्ययन सम्मिलित है।” “The study of the physical environment by itself is physical geography, which includes consideration of the surface relief of the globe (Geomorphology), of the seas and oceans (Oceanography) and of the air (Meteorology and Climatology): A. Holmes
  • लोबैक के अनुसार “भौतिक वातावरण एवम् जीवन के अन्तर्सम्बंध का अध्ययन भौतिक भूगोल है। “Physical Geography is the study of the interrelationship of the physical environment and life.” A.K. Lobeck
  • केन के अनुसार “भौतिक वातावरण का अध्ययन ही भौतिक भूगोल है।” “The study of the physical environment is called Physical Geography” HR.Cain
  • हैमण्ड व हॉर्न के अनुसार “भौतिक भूगोल प्राकृतिक घटनाओं के अध्ययन से सम्बंधित है।” “The study of physical Geography deals with natural phenomena” Hammond & Horn.

भौतिक भूगोल से जुड़े विषय और इसकी शाखाएं क्या हैं?

भौतिक भूगोल से जुड़े कुछ प्रमुख विषय और शाखाएं इस प्रकार हैं:

  • खगोलीय भूगोल : यह पार्थिव घटनाओं का अध्ययन है, जिसमें मुख्य रूप से पृथ्वी की सतह के साथ-साथ सूर्य, चन्द्रमा और सौरमंडल के ग्रहों को शामिल किया जाता है।
  • भू-आकृति विज्ञान : यह पृथ्वी के स्थलरूपों के अध्ययन से सम्बन्धित है। इसके अन्तर्गत जल, वायु और ग्लेशियर के अपरदनात्मक, परिवहनात्मक और निक्षेपात्मक कार्यों द्वारा स्थलरूपों की उत्पत्ति व विकास शामिल है।
  • समुद्र विज्ञान : यह महासागरीय तल की गहराइयों, धाराओं, प्रवाल भित्तियों और महाद्वीपीय विस्थापन आदि से सम्बंधित महासागरीय संघटकों के अध्ययन से सम्बन्धित है।
  • जलवायु विज्ञान : जलवायु विज्ञान वायुमंडलीय दशाओं और सम्बंधित जलवायविक और मौसमी परिघटनाओं का अध्ययन है। इसके अन्तर्गत वायुमंडलीय संघटन, जलवायविक प्रदेशों तथा मौसमों आदि का अध्ययन शामिल है।
  • जैव भूगोल : यह किसी विशिष्ट स्थान की जैविक घटनाओं के अध्ययन से सम्बंधित है, विशेष तौर पर यह विविध प्रकार के वनस्पतियों और वन्य जीवों के वितरणों का अध्ययन है। जैव भूगोल को पादप या वनस्पति भूगोल, जन्तु भूगोल और मानव पारिस्थितिकी के रूप में भी उपविभाजित किया जा सकता है।
  • मृदा भूगोल : इसमें विविध सॉइल फार्मेशन प्रोसेस के साथ-साथ इसके भौतिक, रासायनिक और जैविक कंपोनेंट्स, रंग और प्रकार, संरचना व वितरण और वहन क्षमता आदि का अध्ययन शामिल है।
  • भूगर्भ विज्ञान : यह पृथ्वी के आन्तरिक भागों की विविध निर्माण प्रक्रियाओं के अध्ययन से सम्बन्धित है।

भौतिक भूगोल का इतिहास क्या है?

भौतिक भूगोल का जनक पोलिडोनियन को कहा जाता है। भौतिक भूगोल की एक वैज्ञानिक विषय के रूप में स्थापना अठारहवीं शताब्दी के मध्य में जर्मन भूगोलवेत्ताओं के भौगोलिक अध्यापनों के साथ हुई। उन्नीसवीं शताब्दी में भौतिक भूगोल को वैज्ञानिक स्वरूप प्रदान करने वाले भूगोलवेत्ताओं में हम्बोल्ट, रिटर, पेशेल, रिचथोफिन एवं पेन्क नामक जर्मन भूगोलवेत्ताओं के योगदान उल्लेखनीय रहे हैं। भूगोल विषय को स्थानों का विज्ञान माना जाता है। भूगोल में पृथ्वी के विभिन्न भागों में मिलने वाली विभिन्नताओं का वैज्ञानिक अध्ययन किया जाता है। 

पृथ्वी पर मिलने वाली विभिन्नताओं हेतु या तो प्राकृतिक कारक उत्तरदायी होते हैं अथवा मानवीय क्रियाकलाप। यही कारण है कि भूगोल में प्राकृतिक कारकों द्वारा उत्पन्न विविधताओं का अध्ययन करने हेतु भौतिक भूगोल एवं मानवीय कारकों द्वारा उत्पन्न विविधताओं का अध्ययन करने हेतु मानव भूगोल नामक दो शाखाओं का जन्म हुआ। भौतिक भूगोल में भूसतह की भिन्नताओं का अध्ययन किया जाता है। यहां यह स्पष्ट कर देना जरूरी है कि भूसतह में भूमि के सभी तत्व स्थल, जल एवं वायु समाहित है। यही नहीं, भू-सतह पर निवास करने वाले जीवधारियों को भी इससे अलग नहीं किया जा सकता।

भौतिक भूगोल के कोर्सेज की लिस्ट

भौतिक भूगोल आमतौर पर ज्योग्राफी का ही एक हिस्सा है और अक्सर भौतिक भूगोल को इन विशेषज्ञताओं के साथ संयोजन में पेश किया जाता है। यहाँ कुछ सबसे लोकप्रिय भौतिक भूगोल संबंधित कोर्सेज दिए गए हैं-

अंडरग्रेजुएट कोर्सेजपोस्टग्रेजुएट कोर्सेज
BA Applied GeographyMA in Polar Landscapes and Quaternary Climate
BA Human GeographyMasters in Geoinformatics for Natural Resources Management
BSc Geography (Physical)MA in Geopolitics
BSc Human Geography and Urban or Regional PlanningMasters in Geography and Planning
BSc Geography (Hons)MSc Geography
BSc GeologyMSc in Environmental Science and Geography
Bachelors of GeoscienceMasters in Geographical Information Science
BA CartographyMA in Cartography
Masters in Sustainable Land Planning and Territorial Development
MSc Geology

भौतिक भूगोल के लिए दुनिया की टॉप यूनिवर्सिटीज के नाम

मॉलिक्यूलर बायोलॉजी कोर्सेस का अध्ययन करने के लिए यहां टॉप विश्वविद्यालय की लिस्ट दी गई है-

भौतिक भूगोल के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट

भौतिक भूगोल के लिए भारत के टॉप विश्वविद्यालायों की लिस्ट नीचे दी गई है- 

  • क्वीन मैरी कॉलेज, चेन्नई  
  • एस एस जैन सुबोध पीजी कॉलेज, जयपुर 
  • लेडी ब्रेबोर्न कॉलेज, कोलकाता  
  • प्रेसीडेंसी कॉलेज, चेन्नई  
  • हंसराज कॉलेज, दिल्ली 
  • चंडीगढ़ विश्वविद्यालय
  • जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, दिल्ली
  • जैन विश्वविद्यालय, बैंगलोर
  • कलिंग विश्वविद्यालय, रायपुर

भौतिक भूगोल कोर्सेज में एडमिशन लेने के लिए योग्यता की आवश्यकता

भौतिक भूगोल कोर्सेज के लिए कुछ सामान्य पात्रता इस प्रकार हैं–

  1. भौतिक भूगोल में बैचलर्स डिग्री प्रोग्राम के लिए ज़रुरी है कि उम्मीदवारों ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 पास किया हो।
  2. विदेश में इन कोर्सेज के लिए यूनिवर्सिटी द्वारा निर्धारित आवश्यक ग्रेड आवश्यकताओं को पूरा करना जरुरी है, जो हर यूनिवर्सिटी और कोर्स के अनुसार अलग–अलग हो सकती है।
  3. भौतिक भूगोल में PG प्रोग्राम के लिए संबंधित क्षेत्र में प्रथम श्रेणी के साथ भूगोल या सम्बन्धित क्षेत्र में बैचलर्स डिग्री होना आवश्यक है। साथ ही कुछ यूनिवर्सिटीज प्रवेश परीक्षा के आधार पर भी एडमिशन स्वीकार करतीं हैं।
  4. विदेश की अधिकतर यूनिवर्सिटीज बैचलर्स के लिए SAT और मास्टर्स कोर्सेज के लिए GRE स्कोर की मांग करते हैं।
  5. विदेश की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर, अंग्रेजी प्रोफिशिएंसी के प्रमाण के रूप में ज़रूरी होते हैं। जिसमे IELTS स्कोर 7 या उससे अधिक और TOEFL स्कोर 100 या उससे अधिक होना चाहिए।
  6. विदेश यूनिवर्सिटीज में पढ़ने के लिए SOP, LOR, सीवी/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो भी जमा करने की जरूरत होती है।।

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भौतिक भूगोल कोर्सेज में एडमिशन लेने के लिए आवेदन प्रक्रिया

विभिन्न भौतिक भूगोल कोर्सेज के लिए भारत और विदेशी विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया के बारे में नीचे बताया गया है–

भारतीय विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है–

  1. सबसे पहले CUET या अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  2. उसके बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  3. फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  4. अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  5. इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  6. यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

विदेश में आवेदन प्रक्रिया

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स और यूनिवर्सिटी का चुनाव है। 
  • कोर्स और यूनिवर्सिटी के चुनाव के बाद उस कोर्स के लिए उस यूनिवर्सिटी की पात्रता मानदंड के बारे में रिसर्च करें। 
  • आवश्यक टेस्ट स्कोर और दस्तावेज एकत्र करें।
  • यूनिवर्सिटी की साइट पर जाकर एप्लीकेशन फॉर्म भरें या फिर आप Leverage Edu एक्सपर्ट्स की भी सहायता ले सकते हैं।
  • ऑफर की प्रतीक्षा करें और सिलेक्ट होने पर इंटरव्यू की तैयारी करें। 
  • इंटरव्यू राउंड क्लियर होने के बाद आवश्यक ट्यूशन शुल्क का भुगतान करें और स्कॉलरशिप, छात्रवीजा , एजुकेशन लोन और छात्रावास के लिए आवेदन करें।

एक आकर्षक SOP लिखने से लेकर वीजा एप्लिकेशन तक, कंप्लीट एप्लिकेशन प्रोसेस में मदद के लिए आप Leverage Edu एक्सपर्ट्स की सहायता ले सकते हैं। 

भौतिक भूगोल कोर्सेज में एडमिशन लेने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की लिस्ट

कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–

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प्रवेश परीक्षाएं

यहां उन सभी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त प्रवेश परीक्षाओं की सूची दी गई है जिनका उपयोग भारत और विदेशों के विश्वविद्यालय में भूगोल की डिग्री के लिए छात्रों को प्रवेश देने के लिए करते हैं–

SAT (विदेश में बैचलर्स के लिए)ACT (विदेश में बैचलर्स के लिए)
CUETCUCET
GRE (विदेश में मास्टर्स के लिए)

भौतिक भूगोल के लिए बुक्स के नाम जानिए

Physical geography books in hindi यहां दी गई हैं-

किताब का नामलेखक का नामलिंक
भौतिक भूगोलमाजिद हुसैनयहां से खरीदें
भौतिक भूगोलसविंद्र सिंहयहां से खरीदें
भौतिक और मानव भूगोलशिलवंत सिंह, कृति रस्तोगी, सारिकायहां से खरीदें
भूगोल Geographyडॉ. चतुर्भुज मामोरिया, डॉ. रतन जोशीयहां से खरीदें
भौतिक भूगोलडॉ. आभा सिंहयहां से खरीदें

भौतिक भूगोल में करियर स्कोप

हमारे ग्रह पर विविध भूमियों और वातावरणों के साथ-साथ मनुष्यों के बीच के संबंधों का अध्ययन भूगोल है। भौतिक भूगोल वास्तव में एक विशाल धारा है जो सामाजिक विज्ञान की विभिन्न शाखाओं के साथ प्रतिच्छेद करती है। भौतिक भूगोल में डिग्री हासिल करने के बाद, आप सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में व्यापक अवसरों का पता लगा सकते हैं।यहां प्रमुख रोजगार क्षेत्र दिए गए हैं-

  • शहरी और ग्रामीण प्लानिंग
  • मैप मेकर
  • क्लाइमेट एनालिसिस
  • पॉपुलेशन एनालिसिस
  • एन्वायरमेंटल साइंस
  • नेचर कंज़र्वेशन सेंक्चुअरी
  • ट्रेवल एंड टूरिज़्म
  • शिक्षा
  • एनवायरनमेंट लॉ

जॉब प्रोफाइल और सैलरी

यहां कुछ प्रमुख जॉब प्रोफाइल और PayScale के अनुसार सैलरी नीचे दी गई है –

जॉब प्रोफाइलभारत में वेतन (INR)यूके में वेतन (INR)यूएसए में वेतन (INR)कनाडा में वेतन (INR)
जीआईएस एनालिस्ट3-5 लाख36-40 लाख40 -50 लाख40-50 लाख
कार्टोग्राफर4-5.7 लाख20-35 लाख55-60 लाख40-50 लाख
जियो साइंटिस्ट10 – 19 लाख20-30 लाख45-60 लाख40-47 लाख
अर्बन एंड रीजनल प्लैनर2.5-6 लाख25-32 लाख45-57 लाख23-35 लाख
टीचर2 –  4 लाख20-25 लाख30-35 लाख15-25 लाख

FAQs

भौतिक भूगोल क्या है?

भौतिक भूगोल भूगोल की एक प्रमुख शाखा है जिसमें पृथ्वी के भौतिक स्वरूप का अध्ययन किया जाता हैं। यह धरातल पर अलग अलग जगह पायी जाने वाली भौतिक परिघटनाओं के वितरण की व्याख्या व अध्ययन से सम्बन्धित है, साथ ही यह भूविज्ञान, मौसम विज्ञान, जन्तु विज्ञान और रसायनशास्त्र से भी जुड़ा हुआ है। इसकी कई उपशाखाएँ हैं जो विविध भौतिक परिघटनाओं की विवेचना करती हैं।

भौतिक भूगोल के जन्मदाता कौन हैं?

भौतिक भूगोल का जनक पोलिडोनियन को कहा जाता है।

भौतिक भूगोल की शाखाएं क्या हैं?

खगोलीय भूगोल, समुद्र विज्ञान, भू आकृति भूगोल, जलवायु विज्ञान, जैव भूगोल, मृदा भूगोल आदि भौतिक भूगोल की शाखाएं हैं।

भौतिक भूगोल में क्या क्या आता है?

भौतिक भूगोल मे भू-गणित, खगोल विज्ञान, मौसम विज्ञान, मानचित्र विज्ञान, जीव विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, मृदा विज्ञान, भूगर्भ विज्ञान के सामान्य रूपों का भी अध्ययन शामिल किया जाता है लेकिन इनका अध्ययन उसी सीमा तक होता है जहाँ तक उनका संबंध भौतिक वातावरण तथा मानव से होता है।

भौतिक भूगोल का क्या महत्व है?

भौतिक भूगोल में पृथ्वी के भौतिक पर्यावरण के अन्तर्गत सभी प्रघटनाओं के आपसी संबंधों और स्थानिक एवं कालिक (Temporal) विशेषताओं का अध्ययन किया जाता है। भौतिक भूगोल का अध्ययन वर्तमान समय की अनेक पर्यावरणात्मक चुनौतियों को समझने में अत्यधिक सहायता करता है।

मानव भूगोल और भौतिक भूगोल में क्या अंतर है?

भौतिक भूगोल पृथ्वी की व्यवस्था से उत्पन्न प्राकृतिक पर्यावरण का अध्ययन करता है। मानव भूगोल राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और जनांकिकीय प्रक्रियाओं से सम्बंधित है।

भौतिक भूगोल के पिता के नाम से किसे जाना जाता है?

भौतिक भूगोल के पिता के नाम से पोलिडोनियन को जाना जाता है।

हम आशा करते हैं कि इस ब्लॉग से आपको भौतिक भूगोल की सारी जानकारी मिल गई होगी। यदि आप भौतिक भूगोल से संबंधित कोर्स विदेश से करना चाहते हैं तो आप आज ही हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से सलाह ले सकते हैं, वे आपको एक उचित मार्गदर्शन के साथ एप्लीकेशन प्रोसेस और वीजा प्राप्त करने तक में आपकी मदद करेंगे। एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करने के लिए हमें 1800 572 000 पर कॉल करें।

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