बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग क्या है और कैसे करें?

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बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग

पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग जिसे पेट्रोलियम इंजीनियरिंग और ऑइल एंड गैस इंजीनियरिंग के नाम से भी जाना जाता है, काफी प्रचलित और डिमांड में रहने वाले कोर्सेज में से एक है। पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग मुख्य रूप से गैस और मिनरल्स के एक्सट्रैक्शन से जुड़ी एक्टिविटीज़ को कवर करता है। केमिकल इंजीनियरिंग की ब्रांचेज में से एक होने के कारण इस कोर्स में धरती से रॉ मैटेरियल्स को सही तरीके से कैसे निकाला जाए इसकी नॉलेज दी जाती है। इसके साथ-साथ इस प्रक्रिया में एथिक्स को भी मद्दे नज़र रखा जाता है। क्योंकि इसमें आप धरती से एक्सट्रैक्शन की बात करते हैं तो सही टूल्स और मशीनरी का ज्ञान होना भी आवश्यक है जो इस डिग्री के करिक्युलम में शामिल होता है। हमारा यह ब्लॉग पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग में बैचलर डिग्री के बारे में हैं जिसकी कम्प्लीट नॉलेज हम आपको इस ब्लॉग में देंगे। सम्पूर्ण जानकारी के लिए ब्लॉग को आखिर तक पढ़ें। 

कोर्स लेवल अंडरग्रेजुएट एजुकेशन 
फुल फॉर्म बैचलर ऑफ़ टेक्नोलॉजी इन पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग 
ड्यूरेशन 4 साल 
सेमेस्टर 
एग्जाम टाइप MCQ 
एडमिशन प्रोसेस एंट्रेंस एग्जाम 
टॉप रिक्रूटिंग कंपनीज़ Oil and Natural Gas Corporation Limited (ONGC), Bharat Petroleum Corporation Limited (BPCL), Indian Oil Corporation Limited (IOCL), Hindustan Petroleum Corporation Limited (HPCL), GAIL, Essar Oil, Hindustan Oil Exploration Company Ltd (HOEC)

बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग क्या है?

बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग चार साल की अवधि वाला अंडरग्रेजुएट कोर्स है जिसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को हाइड्रोकार्बन्स की प्रोडक्शन के बारे में ज्ञान देना है। इस कोर्स में विषयों की बात की जाए तो इसमें आप मैथमेटिक्स, फिजिक्स, केमिस्ट्री, जियोलॉजी, इकोनॉमिक्स, थर्मोडाइनामिक्स आदि के बारे में पढ़ेंगे। 

इस कोर्स में एडमिशन के लिए आपके फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स और इंग्लिश में कम से कम 50 % अंकों का होना आवश्यक है। इसके साथ आपको यह भी जानना ज़रूरी है कि इस कोर्स में एडमिशन के लिए कोई ऐज रेस्ट्रिक्शन नहीं है। आप किसी भी उम्र के हों आप इस डिग्री के साथ अपने करियर की शुरुआत कर सकते हैं।  

बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग क्यों करें?

बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग करने के फायदों को नीचे दी गई पंक्तियों में बताया गया है-

  • बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग कोर्स आपको अपनी डिग्री पूरी करने के बाद पब्लिक और प्राइवेट दोनों सेक्टर्स में नौकरी पाने का मौका देता है। 
  • बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग करने के बाद आप ड्रिलिंग इंजीनियर, प्रोडक्शन इंजीनियर, चीफ पेट्रोलियम इंजीनियर, ऑफशोर ड्रिलिंग इंजीनियर, रिजर्वायर इंजीनियर आदि जैसी पोज़िशन्स पा सकते हैं। 
  • इस कोर्स की मांग दिन-ब-दिन बढ़ने के कारण इस डिग्री को पर्स्यु करना आपके लिए काफी बेनेफिशियल साबित हो सकता है। जिसमें आप ऊपर दी गई बेहतरीन पोज़िशन्स में से एक को चुनकर अपना करियर आगे बढ़ा सकते हैं।  

बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग के लिए अनिवार्य स्किल्स 

बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग के बारे में जानने के साथ-साथ ही उनकी स्किल्स के बारे में जानना भी ज़रूरी है जो कि नीचे दी गई हैं-

  • कंप्यूटर एडेड डिजाइन सॉफ्टवेयर का ज्ञान: इस प्रोफेशन में विभिन्न कंप्यूटर एडेड डिजाइन (CAD) सॉफ्टवेयर की अच्छी समझ होना बहुत जरूरी है। पेट्रोलियम इंजीनियर अपने काम में डिज़ाइन और ब्लूप्रिंट तैयार करने के लिए विभिन्न प्रकार के CAD सॉफ्टवेयर का उपयोग करते हैं। वे न केवल डेटा एनालिसिस बल्कि सिमुलेशन, प्रोडक्शन और ड्रिलिंग प्रोसेसेस को स्व-चालित करने के लिए एडवांस्ड टेक्नोलॉजीज का उपयोग करते हैं।
  • टीम वर्क: पेट्रोलियम इंजीनियर अक्सर अन्य इंजीनियर, कंस्ट्रक्शन वर्करों और प्रोजेक्ट मैनेजर्स के साथ काम करते हैं। अतः टीम के साथ मिल जुल कर काम करने की स्किल्स होना बेहद ज़रूरी है।
  • कम्युनिकेशन स्किल्स: प्रेजेंटेशन देना, मीटिंग में भाग लेना और इनोवेटिव सुझाव देना आदि पेट्रोलियम इंजीनियर के काम के अंतर्गत आते हैं। इसके लिए प्रभावी कम्युनिकेशन स्किल्स का होना बहुत ही ज़रूरी है।
  • एनालिटिकल स्किल्स: पेट्रोलियम इंजीनियर के लिए एक सामान्य कर्तव्य यह निर्धारित करना है कि किसी ऑपरेशन को लाभदायक बनाने के लिए कैसे और कहां ड्रिल करना है। इसमें सही निर्णय लेने के लिए अलग हालातों की विस्तृत एनालिसिस करना जरूरी है। वे जमीन में बचे तेल को निकालने के बेस्ट तकनीकों के साथ मौजूद डाटा की एनालिसिस करने का गुण उनमें होना चाहिए।

बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग सिलेबस 

बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग में आने वाले विषयों की लिस्ट में आपके चुने गए यूनिवर्सिटी अनुसार बदलाव देखने को मिल सकते हैं। आइए पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट लेवल्स पर आने वाले टॉपिक्स पर डालते हैं एक नज़र-

  • ड्रिलिंग फ्लुइड्स एंड सीमेंट 
  • ड्रिलिंग टेक्नोलॉजी 
  • पैट्रोलियम इंजीनियरिंग प्रैक्टिकल्स 
  • हयूमैनिटिज़ एंड सोशल साइंसेज 
  • मैकेनिकल इंजीनियरिंग 
  • न्यूमेरिकल एंड स्टैटिस्टिकल साइंसेज 
  • पेट्रोलियम प्रोडक्शन टेक्नीक्स 
  • मैनेजीरियल इकोनॉमिक्स 
  • सर्वेइंग प्रैक्टिकल 
  • सेडीमेंटरी एंड पेट्रोलियम प्रैक्टिकल 
  • ड्रिलिंग सिस्टम डिज़ाइन 
  • ऑइल एंड गैस वेल टेस्टिंग 
  • ऑफशोर ड्रिलिंग एंड पेट्रोलियम प्रोडक्शन प्रैक्टिसेज 
  • ऑइल एंड गैस प्रोसेसिंग सिस्टम 
  • डीप-सी प्रोडक्शन सिस्टम 
  • इंजीनियरिंग मैथमेटिक्स 
  • इंजीनियरिंग केमिस्ट्री 
  • प्रोसेस इंस्ट्रूमेंटेशन

आप AI Course Finder की मदद से भी अपने इंटरेस्ट के अनुसार अपनी पसंद के कोर्सेज और यूनिवर्सिटीज का चयन कर सकते हैं।

विदेश में बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग कोर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज

बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग की बढ़ती मांग के कारण वर्तमान में ऐसी कई यूनिवर्सिटीज हैं जो न केवल बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग लेकिन इस क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक लोगो के लिए कई प्रकार के पेट्रोकेमिकल  इंजीनियरिंग कोर्सेज ऑफर करती हैं। बेहतर शिक्षा ही, बेहतर कल के निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज की लिस्ट नीचे दी गई है-

भारत का सबसे बड़ा यूनिवर्सिटी फेयर UniConnect जहां आपको घर बैठे ही मिलेगा टॉप विश्वविद्यालयों के रिप्रेजेंटेटिव्स से मिलने का मौका। अभी रजिस्टर करें।

भारत में बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग कोर्स के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज 

बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग के लिए भारत की कुछ टॉप यूनिवर्सिटीज की लिस्ट नीचे दी गई है–

  • IIT, मुंबई
  • IIT, मद्रास
  • इंजीनियरिंग स्कूल, पेट्रोलियम और ऊर्जा अध्ययन विश्वविद्यालय
  • प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय, बैंगलोर
  • ग्राफिक एरा यूनिवर्सिटी, देहरादून
  • IIT, गुवाहाटी
  • IIT धनबाद
  • NMIMS यूनिवर्सिटी, जयपुर
  • ITM यूनिवर्सिटी
  • एमिटी स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, नोएडा

बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग के लिए योग्यताएं

बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग क्या है, जानने के साथ-साथ इस कोर्स की योग्यता जाननी भी आवश्यक है, जो इस प्रकार है:

  • बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग के लिए ज़रूरी है कि कैंडिडेट्स ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से PCM (फिजिक्स, केमिस्ट्री, मैथ्स) से 10+2 पहली डिवीज़न से उत्तीर्ण की हो।
  • भारत में बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग के लिए कुछ यूनिवर्सिटीज में JEE mains, JEE Advanced जैसी प्रवेश परीक्षाओं के अंक अनिवार्य हैं। साथ ही कुछ टॉप यूनिवर्सिटीज अपनी स्वयं की प्रवेश परीक्षाएं आयोजित करतीं हैं। वहीं विदेश में इस कोर्स के लिए यूनिवर्सिटी द्वारा निर्धारित आवश्यकताओं को पूरा करना ज़रूरी है, जो हर यूनिवर्सिटी में अलग–अलग हो सकती है।
  • पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग में PG प्रोग्राम्स के लिए संबंधित क्षेत्र में पहली डिवीज़न के साथ बैचलर्स डिग्री होना आवाश्यक है। साथ ही कुछ यूनिवर्सिटीज प्रवेश परीक्षाओं के आधार पर भी एडमिशन स्वीकार करतीं हैं।
  • विदेश की अधिकतर यूनिवर्सिटीज SAT या GRE अंक की मांग करते हैं।
  • विदेश की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए IELTS या TOEFL टेस्ट अंक ज़रूरी होते हैं। जिसमे IELTS अंक 7 या उससे अधिक और TOEFL अंक 100 या उससे अधिक होना चाहिए।
  • विदेश की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए SOP, LOR, CV/Resume और पोर्टफोलियो भी जमा करने होंगे।

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आवेदन प्रक्रिया 

विदेश की यूनिवर्सिटीज के लिए आवेदन प्रक्रिया नीचे दी गई हैं :-

यदि आप विदेश में पढ़ना चाहते हैं, तो एप्लीकेशन प्रोसेस की जानकारी के लिए आप  Leverage Edu एक्सपर्ट्स को 1800 572 000 पर कॉल कर सकते है। 

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

आकर्षक SOP और LOR में मदद के लिए Leverage Edu एक्सपर्ट्स से संपर्क करें, ताकि आपकी एप्लीकेशन बिना किसी परेशानी के जल्दी सेलेक्ट कर ली जाए।

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है:

  1. सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  2. यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  3. फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  4. अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  5. इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  6. यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़ 

कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई है–

छात्र वीजा पाने के लिए भी Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।

प्रवेश परीक्षाएं 

बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग के लिए अनिवार्य एंट्रेंस एग्जाम कुछ इस प्रकार हैं-

  1. JEE Mains
  2. JEE Advanced
  3. BITSAT
  4. UPSEE
  5. WPJEE 
  6. MHT CET 

करियर स्कोप 

बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग करने के बाद वह छात्र जो आगे पढ़ना चाहते हैं वो अपनी बैचलर डिग्री के बाद मास्टर्स करने और उसके बाद पीएचडी करने का विकल्प चुन सकते हैं। बैचलर डिग्री के बाद करने वाले कोर्सेज की लिस्ट हमने नीचे दी ह:-

  • M.E./M.Tech in Petroleum Exploration
  • M.Tech Petroleum Refinery Engineering
  • M.Tech in Petroleum Refining and Petrochemical Engineering
  • Doctor of Philosophy in Engineering Petroleum (By Research)
  • Doctor of Philosophy  in Petroleum Engineering

और अगर आप अपनी बैचलर डिग्री के बाद नौकरी करने का विकल्प चुनना चाहते हैं तो नीचे हमने बीटेक पेट्रोलियम इंजीनियर को नौकरी देने में सक्षम कंपनीज़ को मेंशन किया है :-

  • GAIL
  • Essar Oil
  • Bharat Petroleum Corporation Limited (BPCL)
  • Indian Oil Corporation Limited (IOCL)
  • Hindustan Petroleum Corporation Limited (HPCL)
  • Hindustan Oil Exploration Company Ltd (HOEC)
  • Oil and Natural Gas Corporation Limited (ONGC)

जॉब प्रोफाइल एंड सैलरी 

बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग की सैलरी उसके अनुभव, नॉलेज, कंपनी आदि के आधार पर ज्यादा या कम हो सकती है। भारत में वह प्रवेश लेवल पर कम से कम INR 8-10 लाख प्रति वर्ष कमाता है। नीचे दिए गए टेबल में कुछ प्रमुख जॉब प्रोफाइल्स PayScale के अनुसार ग्लोबल लेवल पर उनकी औसत सालाना सैलरी दी गई है- 

जॉब प्रोफाइल्सऔसत सालाना सैलरी (INR)
ड्रिलिंग इंजीनियर14-16 लाख
प्रोडक्शन इंजीनियर3-5 लाख
ऑफशोर ड्रिलिंग इंजीनियर7-9 लाख
चीफ पेट्रोलियम इंजीनियर19-21 लाख
कम्प्लीशंस इंजीनियर3-5 लाख
माइनिंग और जियोलाजिकल इंजीनियर4-5 लाख
पेट्रोलियम जियोलॉजिस्ट8-10 लाख

FAQs

बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग क्या है?

बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग चार साल की अवधि वाला अंडरग्रेजुएट कोर्स है जिसका मुख्य उद्देश्य छात्रों को हाइड्रोकार्बन्स की प्रोडक्शन के बारे में ज्ञान देना है। इस कोर्स में विषयों की बात की जाए तो इसमें आप मैथमेटिक्स, फिजिक्स, केमिस्ट्री, जियोलॉजी, इकोनॉमिक्स, थर्मोडाइनामिक्स आदि के बारे में पढ़ेंगे।

बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग के लिए किन स्किल्स की आवश्यकता होती है?

बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग के बारे में जानने के साथ-साथ ही उनकी स्किल्स के बारे में जानना भी ज़रूरी है जो कि नीचे दी गई हैं-
1. कंप्यूटर एडेड डिजाइन सॉफ्टवेयर का ज्ञान: इस प्रोफेशन में विभिन्न कंप्यूटर एडेड डिजाइन (CAD) सॉफ्टवेयर की अच्छी समझ होना बहुत जरूरी है। पेट्रोलियम इंजीनियर अपने काम में डिज़ाइन और ब्लूप्रिंट तैयार करने के लिए विभिन्न प्रकार के CAD सॉफ्टवेयर का उपयोग करते हैं। वे न केवल डेटा एनालिसिस बल्कि सिमुलेशन, प्रोडक्शन और ड्रिलिंग प्रोसेसेस को स्व चालित करने के लिए एडवांस्ड टेक्नोलॉजीज का उपयोग करते हैं।
2. टीम वर्क: पेट्रोलियम इंजीनियर अक्सर अन्य इंजीनियर, कंस्ट्रक्शन वर्करों और प्रोजेक्ट मैनेजर्स के साथ काम करते हैं। अतः टीम के साथ मिल जुल कर काम करने की स्किल्स होना बेहद ज़रूरी है।
3. कम्युनिकेशन स्किल्स: प्रेजेंटेशन देना, मीटिंग में भाग लेना और इनोवेटिव सुझाव देना आदि पेट्रोलियम इंजीनियर के काम के अंतर्गत आते हैं। इसके लिए प्रभावी कम्युनिकेशन स्किल्स का होना बहुत ही ज़रूरी है।
4. एनालिटिकल स्किल्स: पेट्रोलियम इंजीनियर के लिए एक सामान्य कर्तव्य यह निर्धारित करना है कि किसी ऑपरेशन को लाभदायक बनाने के लिए कैसे और कहां ड्रिल करना है। इसमें सही निर्णय लेने के लिए अलग हालातों की विस्तृत एनालिसिस करना जरूरी है। वे जमीन में बचे तेल को निकालने के बेस्ट तकनीकों के साथ मौजूद डाटा की एनालिसिस करने का गुण उनमें होना चाहिए।

बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग के लिए अब्रॉड की टॉप यूनिवर्सिटीज कौन सी है?

बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग की बढ़ती मांग के कारण वर्तमान में ऐसी कई यूनिवर्सिटीज हैं जो न केवल बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग लेकिन इस क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक लोगो के लिए कई प्रकार के पेट्रोकेमिकल  इंजीनियरिंग कोर्सेज ऑफर करती हैं। बेहतर शिक्षा ही, बेहतर कल के निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है। बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज की लिस्ट नीचे दी गई है: 
1. नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ़ सिंगापुर (एनयूएस)
2. टेक्सास विश्वविद्यालय, ऑस्टिन
3. स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय
4. टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी ऑफ डेनमार्क
5. टेक्सास ए एंड एम विश्वविद्यालय
6. इंपीरियल कॉलेज लंदन
7. एडिलेड विश्वविद्यालय
8. अल्बर्टा विश्वविद्यालय
9. हेरियट-वाट विश्वविद्यालय
10. किंग फहद यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम एंड मिनरल्स

हम उम्मीद करते हैं कि आपको बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग कोर्स के बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिल गई होगी। अगर आप विदेश में बीटेक पेट्रोकेमिकल इंजीनियरिंग का कोर्स करना चाहते हैं। तो आज ही 1800572000 पर कॉल करें और हमारे स्टडी अब्रॉड एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। 

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