बढ़ते टेलीफोन और इंटरनेट नेटवर्क के उपयोग से टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग का क्षेत्र भी व्यापक बन गया है तथा इसमें करियर संभावनाएं भी अधिक हैं, इसलिए छात्रों के द्वारा चुने जाने वाले कोर्सेज में से यह एक है। टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियर कई तकनीकों को डिजाइन करते हैं जिससे लोग दूरी पर रहकर भी आपस में संपर्क में रह सकें। वे टेलीफोन और इंटरनेट नेटवर्क, प्रसारण और उपग्रह संचार, रेडियो और टेलीविजन जैसे क्षेत्रों पर काम करते हैं। इससे आपको यह पता चल गया होगा कि टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग को चुनें जाने का कारण क्या है इसके बारे में और जानने के लिए ब्लॉग को अंत तक पढ़ें।
कोर्स लेवल | अंडरग्रेजुएट व पोस्टग्रेजुएट |
प्रवेश प्रक्रिया | मेरिट/प्रवेश आधारित |
पात्रता | 12वीं कक्षा (PCB/PCMB से) में न्यूनतम 50% |
नौकरी प्रोफाइल्स | -सॉफ्टवेयर इंजीनियर -टेलीकॉम स्पेशलिस्ट -टेलीकॉम टेस्ट इंजीनियर |
टॉप रिक्रूटर्स | -DRDO -BSNL -Bharat Heavy Electricals Limited |
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टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग क्या है?
टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग इलेक्ट्रिकल और कंप्यूटर इंजीनियरिंग का मिला-जुला रूप है। इसमें छात्रों को सर्किट डिजाइन से लेकर स्ट्रेटेजिक मास डेवलपमेंट के बारे में जानने को मिलता है। टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियर का काम जटिल इलेक्ट्रॉनिक स्विचिंग सिस्टम और अन्य सादे पुराने टेलीफोन सेवा सुविधाओं, ऑप्टिकल फाइबर केबलिंग, आईपी नेटवर्क और माइक्रोवेव ट्रांसमिशन जैसे दूरसंचार उपकरण और सुविधाओं की स्थापना के डिजाइन बनाना और देखरेख करना है।
टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग क्यों करें?
यहाँ कुछ कारण दिए गए हैं जो आपको बताएंगे कि इस कोर्स को क्यों चुनें-
- इसमें सेलुलर संचार के बारे जानने के लिए मिलता है।
- जिन लोगों को सर्किट के साथ काम करना पसंद है तथा इलेक्ट्रॉनिक्स से जुड़ा रहना चाहते हैं उनके लिए यह कोर्स बेहतर है।
- इलेक्ट्रॉनिक्स और दूरसंचार एक विशाल क्षेत्र है। जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस भी काम में लिया जाता है जोकि करियर की संभावनाओं को और बढ़ाता है।
- सूचना प्रौद्योगिकी और जुड़ने और संवाद करने की क्षमता हमारे समाज के संचालन का एक मूलभूत हिस्सा है। इसमें अपनी अबिलिटी दिखाने के लिए भी आप इस कोर्स को चुन सकते हैं।
आवश्यक स्किल्स
टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के लिए आवश्यक स्किल्स इस प्रकार हैं:
- टेक्निकल स्किल्स
- प्रैक्टिकल स्किल्स
- प्रोबलम सॉल्विंग स्किल्स
- रिसर्च स्किल
- टाइम मैनेजमेंट
- किसी चीज को समझने की क्षमता
- वैज्ञानिक दृष्टिकोण
टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग कोर्सेज
टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के लिए कोर्सेज के नाम इस प्रकार हैं:
- B.E/B.Tech in Instrumentation and Control Engineering
- B.E/B.Tech in Electronics Engineering
- B.E/B.Tech in Electronics and Telecommunication Engineering
- B.E/B.Tech in Petroleum Engineering
आप AI Course Finder की मदद से अपने पसंद के कोर्सेस और यूनिवर्सिटीज का चयन कर सकते हैं।
सिलेबस
टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के लिए सेमेस्टर अनुसार सिलेबस यहां दिया गया है-
पहला सेमेस्टर | दूसरा सेमेस्टर |
इंजीनियरिंग गणित – I | इंजीनियरिंग गणित – II |
इंजीनियरिंग भौतिकी | इंजीनियरिंग रसायन विज्ञान |
सी और डेटा संरचनाओं में प्रोग्रामिंग | कंप्यूटर प्रोग्रामिंग प्रयोगशाला |
सिविल इंजीनियरिंग और इंजीनियरिंग यांत्रिकी के तत्व | कंप्यूटर एडेड इंजीनियरिंग ड्राइंग |
बेसिक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग | बेसिक इलेक्ट्रॉनिक्स |
इंजीनियरिंग भौतिकी लैब | इंजीनियरिंग रसायन विज्ञान प्रयोगशाला |
तीसरा सेमेस्टर | चौथा सेमेस्टर |
इंजीनियरिंग गणित – III | इंजीनियरिंग गणित – IV |
एनालॉग इलेक्ट्रॉनिक सर्किट | माइक्रोकंट्रोलर |
डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक सर्किट | नियंत्रण प्रणाली |
नेटवर्क विश्लेषण | सिग्नल और सिस्टम |
इलेक्ट्रॉनिक इंस्ट्रुमेंटेशन | एचडीएल की मूल बातें |
सिग्नल और सिस्टम | रैखिक आईसी और अनुप्रयोग |
एनालॉग इलेक्ट्रॉनिक्स लैब | माइक्रोकंट्रोलर लैब |
डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स लैब | एचडीएल लैब |
पांचवां सेमेस्टर | छठा सेमेस्टर |
डिजिटल स्विचिंग सिस्टम | एंटीना और प्रसार |
ट्रांसमिशन लाइन और एंटेना | माइक्रोवेव और रडार |
प्रबंधन और उद्यमिता | सूचना सिद्धांत और कोडिंग |
एनालॉग संचार | ऐच्छिक – I (समूह – ए) |
CMOS VLSI की मूल बातें | माइक्रोवेव और एंटीना लैब |
अंकीय संकेत प्रक्रिया | माइक्रोप्रोसेसर लैब |
डीएसपी लैब | – |
एनालॉग संचार + एलआईसी लैब | – |
अंकीय संचार | – |
सातवां सेमेस्टर | आठवां सेमेस्टर |
कंप्यूटर संचार नेटवर्क | ऑप्टिकल संचार नेटवर्किंग |
ऑप्टिकल फाइबर संचार | मोबाइल संचार के लिए वैश्विक प्रणाली |
ताररहित संपर्क | वैकल्पिक 2 (ग्रुप डी) |
डीएसपी एल्गोरिदम और वास्तुकला | ऐच्छिक 3 (ग्रुप ई) |
वैकल्पिक 2 (ग्रुप बी) | परियोजना कार्य |
ऐच्छिक 3 (समूह सी) | सेमिनार |
उन्नत संचार प्रयोगशाला | – |
विदेश में टॉप कॉलेज
टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के लिए विदेश के टॉप 10 कॉलेज/यूनिवर्सिटी की लिस्ट नीचे दी गई है-
- वेस्टर्न सिडनी यूनिवर्सिटी
- शेफ़ील्ड विश्वविद्यालय
- न्यूयॉर्क विश्वविद्यालय
- लंदन की क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी
- वोलोंगोंग विश्वविद्यालय
- UNSW सिडनी-न्यू साउथ वेल्स विश्वविद्यालय
- नॉटिंघम विश्वविद्यालय
- नॉर्थन अल्बर्टा इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी
- सिडनी विश्वविद्यालय
- विक्टोरिया विश्वविद्यालय
आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय मेले का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सकेंगे।
भारत में टॉप कॉलेज
टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के लिए भारत के टॉप 10 कॉलेज/यूनिवर्सिटी की लिस्ट नीचे दी गई है-
- आईआईटी दिल्ली
- आईआईटी खड़गपुर
- इंजीनियरिंग कॉलेज, पुणे
- जाधवपुर विश्वविद्यालय, कोलकाता
- रमैया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, बैंगलोर
- बीएमएस कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, बैंगलोर
- मणिपाल उच्च शिक्षा अकादमी, मणिपाली
- सिद्धगंगा प्रौद्योगिकी संस्थान, तुमकुर
- चंडीगढ़ विश्वविद्यालय, चंडीगढ़
- दयानंद सागर कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, बैंगलोर
टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के लिए योग्यता
टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के लिए पात्रता मानदंड नीचे दिया गया है-
- उम्मीदवारों को न्यूनतम 50% से 12वीं परीक्षा या समकक्ष उत्तीर्ण होना चाहिए।
- उम्मीदवारों ने वैकल्पिक विषयों के रूप में जीव विज्ञान/कंप्यूटर विज्ञान और इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ मुख्य विषयों के रूप में भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित का होना जरूरी है।
- आरक्षित वर्ग से संबंधित छात्रों को न्यूनतम कुल अंकों में एक निश्चित छूट प्रदान की जाती है।
- मास्टर्स के लिए छात्रों के पास टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग या किसी अन्य संबंधित क्षेत्र में ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
- ग्रेजुएशन में कम से कम 60% अंक होने जरूरी है।
- टेलीकम्युनिकेशन में एमटेक में प्रवेश कॉलेज/विश्वविद्यालय पर आधारित व्यक्तिगत साक्षात्कार/ग्रुप डिस्कशन में प्रदर्शन के साथ प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर होता है।
- विदेश में पढ़ने के लिए इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट जैसे IELTS, TOEFL के अंक अनिवार्य हैं।
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आवेदन प्रक्रिया
टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के लिए भारत और विदेशी विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया के बारे में नीचे बताया गया है-
विदेश में आवेदन प्रक्रिया
विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स और यूनिवर्सिटी का चुनाव है।
- कोर्स और यूनिवर्सिटी के चुनाव के बाद उस कोर्स के लिए उस यूनिवर्सिटी की पात्रता मानदंड के बारे में रिसर्च करें।
- आवश्यक टेस्ट स्कोर और दस्तावेज एकत्र करें।
- यूनिवर्सिटी की साइट पर जाकर एप्लीकेशन फॉर्म भरें या फिर आप Leverage Edu एक्सपर्ट्स की भी सहायता ले सकते हैं।
- ऑफर की प्रतीक्षा करें और सिलेक्ट होने पर इंटरव्यू की तैयारी करें।
- इंटरव्यू राउंड क्लियर होने के बाद आवश्यक ट्यूशन शुल्क का भुगतान करें और स्कॉलरशिप, छात्रवीजा, एजुकेशन लोन और छात्रावास के लिए आवेदन करें।
एक आकर्षक SOP लिखने से लेकर वीजा एप्लिकेशन तक, कंप्लीट एप्लिकेशन प्रोसेस में मदद के लिए आप Leverage Edu एक्सपर्ट्स की सहायता ले सकते हैं।
भारतीय विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है:
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
आवदेन प्रक्रिया से सम्बन्धित जानकारी और मदद के लिए Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर संपर्क करें।
आवश्यक दस्तावेज
कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई है–
- आधिकारिक शैक्षणिक टेप
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी / रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीजा
- बैंक विवरण
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प्रवेश परीक्षा
टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के लिए आयोजित की जाने वाली प्रवेश परीक्षाओं के नाम इस प्रकार हैं:
- JEE Main
- BCECE
- AP EAMCET
- WBJEE
- UPSEE
- SRMJEEE
- MHT CET
- SITEEE
छात्र वीजा पाने के लिए भी Leverage Edu विशेषज्ञ आपकी हर सम्भव मदद करेंगे।
टॉप रिक्रूटर्स
टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग करने के बाद कई कंपनी हैं जो अच्छी सैलरी पैकज पर जॉब देती हैं उनमें से कुछ यहाँ हैं-
- Infosys
- Bharat Heavy Electricals Limited
- Indian Armed Forces
- Wipro
- All India Radio
- Hindustan Aeronautics Limited (HAL)
- Philips
- Bharat Electronics Limited
- Defense Research and Development Organization (DRDO)
- BSNL
जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी
टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग करने के बाद छात्रों को मिलने वाली जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी नीचे दी गई है-
जॉब प्रोफाइल्स | औसत सालाना सैलरी (INR) |
रिसर्च एंड डेवलपमेंट इंजीनियर | 9-10 लाख |
टेक्निकल सपोर्ट मैनेजर | 3-5 लाख |
डाटा एनालिस्ट | 6-7 लाख |
कंप्यूटर प्रोग्रामर | 5-6 लाख |
टेलीकम्युनिकेशन ऑपरेटर | 5-7 लाख |
टेलीकॉम और पावर इंजीनियर | 3-5 लाख |
FAQs
इंफोसिस, भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड, हिंदुस्तान, एयरोनॉटिक्स लिमिटेड, भारतीय सशस्त्र बल, विप्रो आदि टॉप कंपनी हैं।
टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के लिए उम्मीदवारों को न्यूनतम 50% से 12वीं परीक्षा या समकक्ष उत्तीर्ण होना चाहिए।
टेक्निकल स्किल्स, प्रैक्टिकल स्किल्स, प्रोबलम सॉल्विंग स्किल्स, रिसर्च स्किल आदि टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के लिए आवश्यक स्किल हैं।
उम्मीद है, टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग के बारे में दिया यह ब्लॉग आपको समझ आया होगा। यदि आप विदेश में टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग करना चाहते हैं तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें।