क्या आप जानते हैं कि भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ कौन है?

1 minute read
भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ कौन है (2)

प्रतियोगी परीक्षाओं में करंट अफेयर्स से जुड़े क्वेश्चन पूछे जाते हैं, क्योंकि करंट अफेयर्स का उद्देश्य मनुष्य की समझ को विस्तार करना है। UPSC में प्री और मेंस एग्जाम के अलावा इंटरव्यू का भी महत्वपूर्ण रोल है, इसलिए कैंडिडेट्स को देश-दुनिया के बारे में जानना होगा और बड़ी घटनाओं को समझना होगा। इस ब्लाॅग में हम भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ कौन है? के बारे में जानेंगे जिससे आपकी तैयारी को मजबूती मिलेगी।

भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ कौन है?

भारतीय सशस्त्र बलों का चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ भारतीय सशस्त्र बलों का प्रमुख और सर्वोच्च रैंकिंग वाला अधिकारी होता है। भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत थे। भारत के राष्ट्रपति सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर हैं। रक्षा प्रमुख सेना का मुख्य कार्यकारी होता है और उसके पास रक्षा बलों पर परिचालन और रणनीतिक अधिकार होता है। 

कैंडिडेट्स को बता दें कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की नियुक्ति का विचार सबसे पहले जनरल के.वी. द्वारा प्रस्तावित किया गया था। हालांकि, सीडीएस पद की औपचारिक स्थापना 2019 में हुई और इसकी चर्चा 1999 से चली आ रही है। 

भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ कौन है (1) (1)

जनरल बिपिन रावत के बारे में

भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस जनरल बिपिन रावत का जन्म 16 मार्च 1958 को उत्तराखंड के पौड़ी में हुआ था। उनका परिवार कई पीढ़ियों से भारतीय सेना में सेवा कर रहा था। उनके पिता लक्ष्मण सिंह रावत पौड़ी गढ़वाल जिले के सैंज गांव से थे और लेफ्टिनेंट जनरल के पद तक पहुंचे थे।

राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) और भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) के पूर्व छात्र रावत को दिसंबर 1978 में भारतीय सेना में उनके पिता की 11 गोरखा राइफल्स की पांचवीं बटालियन की इकाई में नियुक्त किया गया था। 8 दिसंबर 2021 को तमिलनाडु की नीलगिरि पहाड़ियों में एक दुखद हेलिकॉप्टर दुर्घटना हुई थी, जिसमें रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य लोग दुर्भाग्यपूर्ण हेलिकॉप्टर में सवार थे। भारतीय वायुसेना और अन्य अधिकारियों ने कहा कि जनरल रावत और उनके दल को ले जा रहा हेलीकॉप्टर कोहरे की स्थिति में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन राव का योगदान क्या रहा?

भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन राव का योगदान इस प्रकार हैः

  • अपनी 43 साल की सेवा के दौरान रावत ने ब्रिगेड कमांडर, जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी-सी) दक्षिणी कमान, सैन्य संचालन निदेशालय में जनरल स्टाफ ऑफिसर ग्रेड 2, कर्नल सैन्य सचिव और उप सैन्य सचिव के रूप में कार्य किया। 
  • वह सैन्य सचिव शाखा और जूनियर कमांड विंग में वरिष्ठ प्रशिक्षक और संयुक्त राष्ट्र शांति सेना का भी हिस्सा थे। 
  • रावत ने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में एक बहुराष्ट्रीय ब्रिगेड की कमान संभाली थी।
  • गोरखा ब्रिगेड से सीओएएस बनने वाले चौथे अधिकारी बनने से पहले रावत सेना के उप-प्रमुख बने।
  • रावत ने पूर्वोत्तर में उग्रवाद को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उनके करियर का मुख्य आकर्षण 2015 में म्यांमार में सीमा पार ऑपरेशन था जिसमें भारतीय सेना ने एनएससीएन-के आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर किए गए हमले का सफलतापूर्वक जवाब दिया था। मिशन का संचालन रावत की देखरेख में दीमापुर स्थित III कोर के ऑपरेशन कमांड से किया गया था।
  • वह 2016 के सर्जिकल स्ट्राइक की योजना का भी हिस्सा थे। बताया गया कि रावत नई दिल्ली के साउथ ब्लॉक से घटनाक्रम पर नजर रख रहे थे। 
  • अपनी सेवा के दौरान जनरल रावत को परम विशिष्ट सेवा पदक, उत्तम युद्ध सेवा पदक, अति विशिष्ट सेवा पदक, विशिष्ट सेवा पदक, युद्ध सेवा पदक और सेना पदक से अलंकृत किया गया था।
  • जनरल बिपिन रावत ने 17 दिसंबर 2016 को 27वें सेनाध्यक्ष (सीओएएस) के रूप में जनरल दलबीर सिंह सुहाग से भारतीय सेना की बागडोर संभाली थी।
  • चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) पद पर, सेवानिवृत्त सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत को 31 दिसंबर, 2019 से पहले त्रि-सेवा प्रमुख नियुक्त किया गया।  

भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की भूमिका क्या है?

भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के स्थायी अध्यक्ष के रूप में सैन्य मामलों की देखरेख करते हैं और सैन्य मामलों के विभाग के प्रमुख होते हैं। इसके अलावा सीडीएस तीन प्रमुख सैन्य इकाइयों- सेना, नौसेना और वायु सेना को एकीकृत करने और पूंजी अधिग्रहण प्रस्तावों में उनकी प्राथमिकताएं स्थापित करने के लिए जिम्मेदार है। 

सीडीएस प्रमुख त्रि-सेवा एजेंसियों का कार्यभार संभालते हैं और राष्ट्रीय रक्षा योजना में सक्रिय रूप से योगदान देते हैं। सीडीएस के पास तीनों प्रमुखों को निर्देश जारी करने की शक्ति है। विशेष रूप से उनके पास किसी विशिष्ट सशस्त्र बल पर कमांड अधिकार नहीं है। रक्षा मंत्रालय के भीतर सीडीएस समवर्ती रूप से नवगठित सैन्य मामलों के विभाग (डीएमए) के निदेशक के रूप में कार्य करता है।

संबंधित ब्लाॅग्स

UPSC Question : भारत के पहले वित्त मंत्री कौन थे?UPSC Question : भारत के पहले प्रधानमंत्री कौन थे?
UPSC Question : भारत के पहले राष्ट्रपति कौन थे?भारत में प्रधानमंत्री का कार्यकाल कितना होता है?
UPSC Question : भारत में गठबंधन की सरकार के पहले प्रधानमंत्री कौन थे?UPSC Question : भारत के प्रथम मुख्य चुनाव आयुक्त कौन थे?
UPSC Question : भारत के पहले गृहमंत्री कौन थे?UPSC Question : भारत के पहले शिक्षा मंत्री कौन थे?
Bharat ke Raksha Mantri : भारत के पहले रक्षा मंत्री कौन थे?Bharat ke Pehle Uprashtrapati : भारत के पहले उपराष्ट्रपति कौन थे?

FAQs 

भारत के वर्तमान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ कौन हैं?

लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान भारत के वर्तमान सीडीएस हैं। 

भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ कौन है?

भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत थे।

सीडीएस इंडिया कौन है?

भारत के सीडीएस लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान हैं। उन्होंने 30 सितंबर 2022 को पदभार ग्रहण किया था।

आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ कौन है? के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। एग्जाम की तैयारी और बेहतर करने व UPSC में पूछे जाने वाले क्वैश्चंस के बारे में अधिक जानकारी के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

प्रातिक्रिया दे

Required fields are marked *

*

*