रानी दुर्गावती का जन्म कब हुआ था जिनकी याद में मनाया जाता है बलिदान दिवस 

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रानी दुर्गावती का जन्म कब हुआ था 

रानी दुर्गावती गढ़ा राज्य की महारानी थींI उनका विवाह गढ़ा राज्य के राजा दलपत शाह से हुआ थाI  दुर्गावती भारतीय इतिहास की सबसे वीर महिलाओं में से एक मानी जाती हैंI उन्होंने अपने पति की मृत्यु के बाद गोंडवाना राज्य की सत्ता अपने हाथ में लीI अपनी सत्ता को मुगलों से बचाने के लिए उन्होंने बड़ी बहादुरी से मुगलों से युद्ध लड़ा और उनके छक्के छुड़ा दिएI यहाँ रानी दुर्गावती का जन्म कब हुआ था के साथ साथ उनके प्रमुख कार्यों के बारे में बताया जा रहा हैI 

रानी दुर्गावती का जन्म कब हुआ था? 

रानी दुर्गावती का जन्म उत्तर प्रदेश के बांदा में 5 अक्टूबर 1524 को हुआ थाI उनके पिता का नाम महाराजा कीरत राय थाI वे चंदेल वंश के शासक थेI दुर्गावती को बचपन से ही तीरंदाज़ी, तलवारबाजी और घुड़सवारी का शौक थाI केवल 18 वर्ष की आयु में उनकी शादी गढ़ा राज्य के राजा दलपत शाह से कर दी गई थीI 

रानी दुर्गावती के द्वारा किए गए प्रमुख कार्य 

रानी दुर्गावती का जन्म कब हुआ था जानने के बाद अब जानिए रानी दुर्गावती के प्रमुख कार्य: 

  • रानी दुर्गावती ने अपने पति के देहांत के बाद ही उनका पूरा राज्य संभाल लियाI 
  • रानी दुर्गावती ने अपनी सेना को अधिक सशक्त बनायाI 
  • रानी दुर्गावती ने कई मंदिरों, धर्मशालाओं और तालाबों का निर्माण कराया।
  • वर्ष 1556 में मालवा के सुल्तान बाज बहादुर ने गोंडवाना पर हमला बोल दिया, लेकिन रानी दुर्गावती के साहस के सामने वह बुरी तरह से पराजित हुआ।
  • मुगलों से अपने राज्य की रक्षा करते हुए वे बुरी तरह से घायल हो गईंI  उन्हें लगने लगा कि अब जिंदा रहना मुश्किल है। तब उन्होंने अपने एक सैनिक से कहा कि वो उन्हें मार दे, लेकिन सैनिक ने ऐसा करने से मना कर दिया। तब रानी ने खुद ही अपनी तलवार सीने में मार ली और शहीद हो गईं। 24 जून यानी उनके शहादत के दिन को ‘बलिदान दिवस’ के तौर पर मनाया जाता है।

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