रंगों पर कविता लिखकर या पढ़कर समाज को खुशियों के रंगों से परिचित कराया जा सकता है। देखा जाए तो होली के रंगोत्सव और होली के महापर्व को विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है। होली का पर्व समाज को सकारात्मकता का संदेश देता है, होली के उत्सव पर लिखी कविताएं रंगों की भूमिका को निर्धारित करने के साथ-साथ, युवाओं को खुश रहने का संदेश देती हैं। रंगों पर कविता के माध्यम से विद्यार्थियों के जीवन को सकारात्मक ऊर्जाओं से भरा जा सकता है। रंगों पर कविता पढ़ने के लिए ब्लॉग को अंत तक पढ़ें।
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रंगों पर कविता
हिंदी साहित्य के आंगन में रहकर आप जीवन के हर पल को पर्वों की तरह मना सकते हो। होली के रंगोत्सव को हर्षोल्लास के साथ मनाने के लिए आपको रंगों पर कविता अवश्य पढ़नी चाहिए। इस ब्लॉग में स्वलिखित रंगों पर कविता के साथ-साथ, अन्य कवियों की भी कविता पढ़ने का अवसर मिलेगा। रंगों पर कविता और उनके कवियों की सूची कुछ इस प्रकार हैं:
कविता का नाम | कवि/कवियत्री का नाम |
रंगों की बौछार | मयंक विश्नोई |
रंग बरस रहे हैं | मयंक विश्नोई |
रंगों का मिलन | मयंक विश्नोई |
गले मिलते रंग | विनोद दास |
नीला रंग | अंकुर मिश्र |
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रंगों की बौछार
रंगों पर कविता (होली पर कविताएं) आपको साहित्य से परिचित करवाएंगी। होली की कविताओं में से एक होली की प्रेरणादायक कविता “रंगों की बौछार” भी है, जो कुछ इस प्रकार है:
खुशियों के रंगों को एक-दूसरे के लगाएं चेहरों पर छाई उदासी को जड़ से मिटाएं बेबाकी के साथ सब मिलकर जश्न मनाएं होली के पवित्र त्योहार को यादगार बनाएं आशाओं के इस पर्व पर सपनों को सजाएं सपनों को पूरा करने से पहले आओ पंख फैलाएं बचपन के दौर में चलो फिर से लौट जाएं पिचकारियों में पानी भर झूमें-नाचें, गाएं रंगों की बौछार का फिर से लुफ्त उठाएं आपसी मतभेद को आओ प्रेम से भुलाएं -मयंक विश्नोई
भावार्थ : इस कविता के माध्यम से कवि होली में रंगों की बौछार का महिमामंडन करते हैं। कविता के माध्यम से कवि समाज को प्रेरित करते हैं कि एक-दूसरे को कुछ इस तरह रंग लगाएं कि चेहरों की हर उदासी को आप मिटा सकें। कविता के माध्यम से कवि होली के पर्व को आशाओं का पर्व कहकर संबोधित करते हैं, जिसमें वह समाज को खुले मन से होली का उत्सव मानाने और आपसी भाईचारे को बढ़ाने के लिए प्रेरित करते हैं।
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रंग बरस रहे हैं
रंगों पर कविता (होली पर कविताएं) आपको साहित्य से परिचित करवाएंगी। होली की कविताओं में से एक होली की प्रेरणादायक कविता “रंग बरस रहे हैं” भी है, जो कुछ इस प्रकार है:
नयन सुख की आस में लंबें समय से तरस रहे हैं आशाओं की अंगड़ाई से होली पर रंग बरस रहे हैं उमंग में उत्सव देखकर होलिका दहन कर गीत खुशियों के गाए जा रहें हैं जयकारें धर्म की जय के लगाए जा रहे हैं होली की आहट से हर कली चहक रहे हैं रंगों की खुशबू से शहर की हर गली महक रहे हैं ऋतुओं का बदलना ही उत्सव के समान है होली के रंगों की भी अपनी अलग पहचान है निराशाओं के छाती पर आशाएं चढ़ रही हैं बाजारों में भी होली की चहल-पहल बढ़ रही है भीगने को इनमें कई बार तरस रहे हैं हर्षोल्लास के साथ हम पर होली के रंग बरस रहे हैं -मयंक विश्नोई
भावार्थ : इस कविता के माध्यम से कवि होली के रंगों की उस बरसात के बारे में बताते हैं जो सकारात्मक ऊर्जाओं का संचार करती है। कविता में कवि कहते हैं कि आँखें पूरे साल भर रंगों की बरसात का इंतज़ार करती हैं, जो आशाओं की अंगड़ाई लेने के बाद होती है। कविता के माध्यम से कवि होली के इतिहास पर प्रकाश डालने का सफल प्रयास करते हैं। यह कविता होली के उमंग की भावना को दर्शाने का कार्य करती है, जो मानव को खुश रहने के लिए प्रेरित करती है।
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रंगों का मिलन
रंगों पर कविता (होली पर कविताएं) आपको साहित्य से परिचित करवाएंगी। होली की कविताओं में से एक होली पर छोटी सी कविता “रंगों का मिलन” भी है, जो कुछ इस प्रकार है:
साल-भर बाद आता है ऐसा पल जब होता है रंगों का मिलन मिटा दिए जाते है मतभेद गलतियों को माफ़ कर दिया जाता है नहीं रहते किसी में मनभेद ग़लतफ़हमियों को साफ़ कर दिया जाता है गुलाल के रंगों में रंग जाता है तन और मन होली के महोत्सव में जब होता है रंगों का मिलन -मयंक विश्नोई
भावार्थ : इस कविता के माध्यम से कवि ने होली के लिए किए जाने वाले इंतज़ार के बाद होने वाले रंगों के मिलन के बारे में बताया गया है। यह एक छोटी कविता है जिसका उद्देश्य मानव जीवन पर अहम भूमिका निभाने वाले होली के पर्व के महोत्सव के बारे में बताना है। इस कविता के माध्यम से कवि ने होली के महोत्सव को रंगों के मिलन का मुख्य कारण बताया है।
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गले मिलते रंग
रंगों पर कविता (होली पर कविताएं) आपको साहित्य से परिचित करवाएंगी। होली की कविताओं में से विनोद दास की लिखी होली की कविता “गले मिलते रंग” भी है, जो कुछ इस प्रकार है:
आह्लाद में डूबे रंग खिलखिला रहे हैं इतने रंग हैं कि फूल भी चुरा रहे हैं रंग आज तितलियों के लिए गले मिल रहे हैं रंग जब मिलता है गले एक रंग दूसरे रंग से बदल जाता है उसका रंग कुछ पहले से जैसे कुछ बदल जाता है आदमी दूसरे आदमी से मिलने के बाद कितने रंग हैं जीवन के क्या फ़र्क़ कर सकते हो तुम गुलाल और रुधिर की लालिमा में निकल आए हैं घोंसले से बाहर लोग आसमान होता जा रहा है लाल एक नाटा लड़का अचानक फेंकता है उचक कर रंग का गुब्बारा भीग जाती है इरफ़ान चचा की दाढ़ी इरफ़ान चचा खिलखिला रहे हैं खिलखिला रहे हैं उनकी दाढ़ी के बाल रंगों की बारिश हो रही है और टपक रहा है रंग मेरी आत्मा के भीतर हवा में गूँज रहा है सिर्फ़ एक शब्द बार-बार प्यार प्यार प्यार और प्यार लाज से छिपा रहा है अपने रंगे हुए गाल -विनोद दास
भावार्थ : इस कविता के माध्यम से कवि विभिन्न रंगों के मिलन से बनने वाले नए रंगों का वर्णन करते हैं। कविता में कवि रंगों के मिलन को मानवता के मिलन के रूप में देखते हैं। कविता के माध्यम से कवि यह बताना चाहते हैं कि रंगों का मिलन मानवता के मिलन का प्रतीक होता है। कविता का स्पष्ट भाव है कि जब लोग एक-दूसरे के साथ सद्भाव से रहते हैं, और मिलकर काम करते हैं तो वे एक सुंदर दुनिया का निर्माण कर सकते हैं।
नीला रंग
रंगों पर कविता (होली पर कविताएं) आपको साहित्य से परिचित करवाएंगी। होली की कविताओं में से एक अंकुर मिश्र की कविता “नीला रंग” भी है, जो कुछ इस प्रकार है:
अगर कभी मैं खोज पाया नीला रंग तो वह आसमानी छतों और सागर की दरियों में नहीं होगा होगा वह क़लम से लहूलुहान काग़ज़ की रेखाओं में अगर यह भी न हुआ, मैं खोज निकालूँगा उसे अंतरात्मा की परछाइयों में। मैंने नील से कपड़े धोती माँ के हाथों में नीला रंग देखा है। मैंने देखी है नीली पतंगे, नीले पहाड़, नीले जंगल, और नीला कमल, नीला रक्त भी। काश! यही नीला रंग होता मेरी ज़िंदगी का। -अंकुर मिश्र
भावार्थ : इस कविता के माध्यम से कवि ने नीले रंग के विभिन्न पहलुओं का वर्णन करते हैं। कविता में कवि नीले रंग को विभिन्न भावनाओं, वस्तुओं और अनुभवों से जोड़ते हैं। इस कविता के माध्यम से कवि समाज को यह बताना चाहते हैं कि नीला रंग जीवन के सभी पहलुओं का प्रतिनिधित्व करता है। कविता में कवि नीले रंग को शांति, दुख, प्यार, आशा और विश्वास का रंग बताते है। कविता का सरल भाषा में यही भाव है कि नीला रंग जीवन की सुंदरता और जटिलता का प्रतीक होता है।
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आशा है कि इस ब्लॉग के माध्यम से आप रंगों पर कविता पढ़ पाएंगे, होली पर कविताएं आपको खुश रहने के लिए प्रेरित करेंगी। इन रचनाएं की सहायता से आप होली का रंगोत्सव पूरे हर्षोल्लास के साथ मना पाएंगे, साथ ही यह ब्लॉग आपको इंट्रस्टिंग और इंफॉर्मेटिव भी लगा होगा। इसी प्रकार की अन्य कविताएं पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट Leverage Edu के साथ बने रहें।