भारत इस 26 जनवरी को अपना 75वां गणतंत्र दिवस मनाने जा रहा है। इस दिन राष्ट्रपति कर्तव्यपथ पर झंडा फहराते हैं और जनता को संबोधित करते हैं। इस दिन विभिन्न रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाते हैं। इसके अलावा इस दिन विभिन्न राज्यों द्वारा सुंदर सुंदर झांकियां प्रस्तुत की जाती हैं। अक्सर छात्रों के दिमाग में यह प्रश्न आता है कि गणतंत्र दिवस परेड की झांकी के लिए चयन प्रक्रिया का संचालन कौन करता है? यहाँ इस बारे में विस्तार से बताया जा रहा है।
गणतंत्र दिवस परेड की झांकी के लिए चयन प्रक्रिया का संचालन कौन करता है?
26 जनवरी के दिन सुंदर सुंदर झांकियां निकाली जाती हैं। गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत के विभिन्न राज्य अपनी तरफ से झांकी प्रस्तुत करते हैं। इन झांकियों को चुनने का कार्य सरकार के द्वारा नहीं किया जाता है। इसके लिए विशेषज्ञों की एक समिति का गठन किया जाता है। यह समिति कई विषयों के आधार पर झांकी के प्रस्तावों का मूल्यांकन करती है। यही समिति यह निर्णय लेती है कि 26 जनवरी पर कौन सा प्रदेश अपनी झांकी प्रस्तुत करेगा।
कैसे किया जाता है झांकियों का चयन
रक्षा मंत्रालय की एक समिति 26 जनवरी के समय प्रस्तुत की जाने वाली झांकियों की समीक्षा करने के लिए सभी राज्यों से सुझाव मांगती है। फिर उन सुझावों पर कला और संस्कृति के आधार पर विचार विमर्श किया जाता है। समिति के सदस्यों द्वारा फ़ाइनल आकर दिए जाने के बाद झांकी को 26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस के अवसर पर प्रस्तुति के लिए चुन लिया जाता है।
समिति मंगाती है झांकियों के 3D मॉडल
गणतंत्र दिवस पर प्रस्तुत की जाने वाली झांकियों का मूल्यांकन करने वाली समिति सभी राज्यों से गणतंत्र दिवस पर प्रस्तुत की जाने वाली झांकियों का 3D मॉडल मंगवाती है। गणतंत्र दिवस पर प्रस्तुत की जाने वाली झांकियों का मूल्यांकन करने वाली समिति में कल्चर, पेंटिंग, संगीत, कृषि, कोरियोग्राफी, कला, साहित्य व अन्य क्षेत्रों के एक्सपर्ट शामिल किए जाते हैं। उन सभी की अनुमति के बाद ही झांकियों का चयन किया जाता है।
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