तमिलनाडु सरकार का शिक्षा विभाग इन दिनों अपने प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के प्रयास में लगा हुआ है। आने वाला समय आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI का है। इसी को ध्यान में रखते हुए तमिलनाडु के स्कूली शिक्षा विभाग ने टेक जाइंट माइक्रोसॉफ्ट के साथ हाथ मिलाया है। माइक्रोसॉफ्ट तमिलनाडु के सरकारी स्कूलों में AI बेस्ड शिक्षा को बढ़ावा देने में सहायता प्रदान करेगा।
प्रदेश के 100 स्कूलों में दी जाएगी AI आधारित शिक्षा
AI बेस्ड एजुकेशन प्रदान करने का यह कार्यक्रम पहले केवल 14 स्कूलों में चलाया गया था। लेकिन अब तमिलनाडु के स्कूल एजुकेशन डिपार्टमेंट द्वारा इस कार्यक्रम का विस्तार तमिलनाडु के 100 स्कूलों तक किया जाएगा। पूर्व में इस कार्यक्रम की शुरुआत एक पायलट प्रोजेक्ट के रूप में केवल 14 स्कूलों में ही की गई थी।
कक्षा 8 से 12 तक के छात्रों को सिखाए जाएंगे AI के बेसिक्स
इस AI एजुकेशन प्रोजेक्ट के तहत स्टूडेंट्स को आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से जुड़े बेसिक्स के बारे में सिखाया जाएगा। इसके अलावा स्टूडेंट्स को गेम डेवलपमेंट के साथ साथ C ++, Python और HTML जैसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज भी सिखाई जाएंगी।
माइक्रोसॉफ्ट करेगा कार्यक्रम की मॉनिटरिंग
तमिलनाडु के स्कूलों के टीचर इस सत्र की शुरुआत से ही AI की ट्रेनिंग ले रहे थे और वे अब स्टूडेंट्स को इसके बारे में पढ़ाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। इस कार्यक्रम की माइक्रोसॉफ्ट द्वारा भी मॉनिटरिंग की जाएगी।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) क्या है?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) को हिंदी में कृतिम बुद्धि कहते हैं। आसान भाषा में हम इसे नकली दिमाग कह सकते हैं। यह कम्प्यूटर विज्ञान की ही एक शाखा है। इसको यह नाम सन वर्ष 1955 में जॉन मैकार्थी के द्वारा दिया गया था। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अंतर्गत मशीन को तर्क और रिसर्च जैसे ह्यूमन टास्क करने के लिए दिए जाते हैं और वर्तमान समय में मशीन इन कामों को बेहतर तरीके से करने की क्षमता रखती है। दिन प्रतिदिन AI क्षमता में विकास होता जा रहा है। AI का लक्ष्य मशीन की मदद से मनुष्य के काम को आसान करना है।
स्टूडेंट्स के लिए फ़ायदेमंद साबित होगा AI विषय
तमिलनाडु के स्कूल एजुकेशन डिपार्टमेंट द्वारा तमिलनाडु के स्कूलों में शुरू किया जा रहा AI विषय स्टूडेंट्स के लिए बहुत फायदेमंद है-
- आज का समय AI का है। अगर छात्र स्कूल से ही AI जैसे विषय के बारे में पढ़ेंगे तो उनके लिए भविष्य में बेहतर करियर विकल्प होंगे।
- जब छात्र छोटी उम्र में ही AI जैसी उन्नत तकनीक के बारे में पढ़ेंगे तो इससे उनका बौद्धिक विकास होगा।
- इससे छात्रों में पढ़ाई के प्रति जिज्ञासा और रूचि उत्पन्न होगी।
इसी और अन्य प्रकार के Leverage Edu न्यूज़ अपडेट्स के साथ बने रहिए।