सिर न झुकाना मुहावरे का अर्थ (Sir na Jhukana Muhavare Ka Arth) हार न मानना या डटे रहना होता है। जब कोई व्यक्ति काफी प्रयासों के बाद भी डटा रहता है और अपने काम में सफलता पाने की सोचना है तो वहां पर सिर न झुकाना मुहावरे का प्रयोग करते हैं। इस ब्लाॅग में हम सिर न झुकाना मुहावरे का अर्थ, वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेंगे।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
सिर न झुकाना मुहावरे का अर्थ क्या है?
सिर न झुकाना मुहावरे का हिंदी अर्थ (Sir na Jhukana Muhavare Ka Arth) हार न मानना या डटे रहना होता है।
सिर न झुकाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग
सुर न झुकाना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग इस प्रकार हैः
- एग्जाम में अच्छे अंक लाकर रोहन ने अपने घरवालों का सिर नहीं झुकने दिया।
- उधारी मांगने पर भी रीता के पिता ने सिर न झुकाना उचित समझा।
- टीचर ने कक्षा में सिर न झुकाना मुहावरे का अर्थ बताया।
- मोहन के दोस्त ने क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन किया तो उसके कप्तान का सिर नहीं झुका।
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आशा है कि आपको सिर न झुकाना मुहावरे का अर्थ (Sir na Jhukana Muhavare Ka Arth) से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। हिंदी मुहावरों के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।