RPSC First Grade Syllabus: जानिए इस एग्जाम की तैयारी करने के लिए सम्पूर्ण सिलेबस

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RPSC First Grade Syllabus in Hindi

आरपीएससी फर्स्ट ग्रेड सिलेबस को जानना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह आपकी तैयारी के प्रयासों का मार्गदर्शन करने वाले एक कम्पास के रूप में कार्य करता है। इसके साथ यह सुनिश्चित करता है कि आप सभी आवश्यक विषयों को व्यवस्थित रूप से कवर करते हैं, अध्ययन की सामग्री के बारे में सूचित निर्णय लेते हैं, परीक्षा की तैयारी के लिए अपना समय प्रभावी ढंग से आवंटित करते हैं, इससे अंततः आपकी सफलता की संभावना बढ़ जाती है। RPSC First Grade syllabus in Hindi के बारे मै जानने के लिए इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें।

कंडक्टिंग अथॉरिटीराजस्थान बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन
एग्जाम का नामराजस्थान फर्स्ट ग्रेड टीचर 
पोस्ट्स की संख्या
कैटेगरीसरकारी जॉब 
लोकेशन राजस्थान
ऑफिशियल वेबसाइट https://rpsc.rajasthan.gov.in/ 

RPSC फर्स्ट ग्रेड क्या है?

आरपीएससी फर्स्ट ग्रेड राजस्थान स्टेट में फर्स्ट ग्रेड लेवल पर विभिन्न पोस्ट्स पर उम्मीदवारों की भर्ती के लिए आरपीएससी द्वारा आयोजित भर्ती परीक्षा है। इन पोस्ट्स में आमतौर पर शिक्षण भूमिकाएँ शामिल होती हैं, जैसे सरकारी कॉलेजों में लेक्चरर, स्कूल के शिक्षक, या अन्य प्रशासनिक पद भी शामिल होते हैं। आरपीएससी इन प्रथम श्रेणी पोस्ट्स के लिए योग्य उम्मीदवारों का चयन उनकी शैक्षणिक योग्यता, अनुभव और संबंधित परीक्षाओं में प्रदर्शन के आधार पर करने के लिए इन परीक्षाओं का आयोजन करता है। इन परीक्षाओं का पाठ्यक्रम विशिष्ट भूमिका और विषय क्षेत्र के आधार पर भिन्न हो सकता है, और उम्मीदवारों को इन पदों के लिए प्रतिस्पर्धा करने के लिए तदनुसार तैयारी करने की आवश्यकता होती है।

RPSC फर्स्ट ग्रेड का सम्पूर्ण सिलेबस

RPSC First Grade syllabus in Hindi का सम्पूर्ण सिलेबस यहां दिया गया है-

मैथमेटिक्स

पार्ट 1 (सीनियर सेकेंडरी स्टैंडर्ड)-

  • सेट्स, रिलेशंस एंड फंक्शंस
  • लिमिट, कंटिन्यूटी एंड डिफरेंशियबिलिटी
  • कंपलेक्स एंड वेक्टर अलजेब्रा
  • डिफरेंशियल कैलकुलस 
  • इंटीग्रल कैलकुलस
  • डिफरेंशियल इक्वेशंस 
  • परम्यूटेशंस एंड कांबिनेशंस 
  • बिनोमियल थ्योरम 
  • मैट्रिक्स 
  • डिटर्मिननेंट 
  • टू डाइमेंशनल ज्योमेट्री 
  • एप्लीकेशंस का डेरिवेटिव्स एंड इंटीग्रल
  • स्टैटिसटिक्स

पार्ट 2 (ग्रेजुएशन स्टैंडर्ड)

  • ग्रुप थिअरी 
  • नॉरमल सुबग्रुप एंड रिंग्स 
  • थ्योरी ऑफ़ इक्वेशंस 
  • कैलकुलस 
  • एडवांस्ड कैलकुलस 
  • कॉम्प्लेक्स एनालिसिस 
  • ऑर्डिनरी एंड पार्शियल डिफरेंशियल इक्वेशंस 
  • थ्री डाइमेंशनल ज्योमेट्री 
  • स्टैटिक्स 
  • डायनॉमिक्स

पार्ट 3 (पोस्ट ग्रेजुएशन स्टैंडर्ड)

  • लिनियर अलजेब्रा एंड मेट्रिक स्पेस
  • इंटीग्रल ट्रांसफॉर्म्स एंड स्पेशल फंक्शंस
  • डिफरेंशियल ज्योमेट्री एंड टेंसर्स 
  • न्यूमेरिकल एनालिसिस 
  • ऑप्टिमाइजेशन टेक्निक

पार्ट 4 (एजुकेशन साइकोलॉजी, पेडागोजी टीचिंग लर्निंग मटेरियल उसे ऑफ़ कंप्यूटर्स एंड इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी इन टीचिंग लर्निंग)

  • इंपोर्टेंस ऑफ़ साइकोलॉजी इन टीचिंग लर्निंग 
  • डेवलपमेंट ऑफ़ लर्नर
  • टीचिंग लर्निंग 
  • मैनेजिंग एडसलेंट लर्नर 
  • इंस्ट्रक्शन स्ट्रैटेजिस फॉर एडसलेंट लर्नर
  • आईसीटी पेडागोजी इंटीग्रेशन

हिंदी 

खण्ड-1 (उच्च माध्यमिक स्तर)

  • उपयुक्त गद्य :- • ज्ञान, अर्थगणित, आधारित प्रश्न ख. उपयुक्त पद्य :- ज्ञान, अर्थगणित, समालोचना आधारित प्रश्न
  • व्यावहारिक लेखन

(i) कार्यालयी लेखन औपचारिक पत्र टिप्पण, अनुस्मारक, अर्ध-सरकारी पत्र, प्रेस विज्ञप्ति, परिपत्र, कार्यसूची, कार्यवृत्त

(ii) स्ववृत्त (बायोडाटा) आवेदन पत्र लेखन 

(iii) शब्दकोश एवं साहित्यकोश, एवं रचना उपयोग-पद्धति

(iv) व्याकरण का सामान्य ज्ञान- संधि, समास, उपसर्ग, प्रत्यय, विलोम शब्द शुद्धि वाक्य शुद्धि, शब्द-युग्म, वाक्यांश के लिए एक शब्द अनेकार्थी शब्द

  • जन-संचार माध्यमों के लिए लेखन

(i) जनसंचार के प्रमुख माध्यम एवं तत्सम्बन्धी लेख

  • सृजनात्मक लेखन

(i) कविता, कहानी, नाटक, डायरी, रेडियो नाटक, विषयगत लेखन

  • ‘अन्तरा भाग-2 एवं आरोह भाग-2 पुस्तकों में संकलित कविताओं पर काव्य सौन्दर्य- केन्द्रित
  • अन्तरा भाग 2 एवं आरोह भाग-2 पुस्तकों में संकलित गद्य रचनाओं पर विषय-वस्तु, विचार, संवेदना और भाषा पर केन्द्रित प्रश्न ।
  • ‘अन्तराल’ भाग-2 तथा वितान भाग-2 पुस्तकों में संकलित रचनाओं पर विषय-वस्तु एवं युग चेतना पर केन्द्रित प्रश्न ।

खंड 2 (ग्रेजुएशन स्तर)

हिन्दी साहित्य का इतिहास:

(1) हिन्दी साहित्य का इतिहास- इतिहास-लेखन की पद्धतियाँ, इतिहास-लेखक

  • हिन्दी साहित्य का आरम्भ काल विभाजन और नामकरण, आदिकाल के अध्ययन की प्रमुख समस्याएँ- भाषा और प्रामाणिकता से संबंधित समस्याएँ।
  • आदिकाल की प्रमुख प्रवृत्तियाँ, रचनाकार एवं प्रमुख रचनाओं का परिचय

(2) भक्ति आन्दोलन का उदय, विकास और दार्शनिक पृष्ठभूमि

  • संत काव्य- विशेषताएँ प्रमुख कवि एवं रचनाएँ
  • सूफी काव्य- विशेषताएँ, प्रमुख कवि एवं रचनाएँ
  • रामभक्ति काव्य- विशेषताएँ प्रमुख कवि एवं रचनाएँ
  • कृष्ण भक्ति काव्य विशेषताएँ प्रमुख कवि एवं रचनाएँ
  • रीतिकाव्य- रीति से तात्पर्य, मुख्य काव्यधाराएँ रीतिबद्ध रीतिसिद्ध एवं रीतिमुक्त काव्य की विशेषताएँ,
  • रचनाकार एवं रचनाओं का परिचय

(3) हिन्दी नवजागरण, भारतेन्दु तथा भारतेन्दु मण्डल के साहित्यकार 

(4) हिन्दी गद्य का उद्भव और विकास

  • हिन्दी – उपन्यास का आरम्भ और विकास- प्रेमचन्द पूर्व प्रेमचंदयुगीन तथा प्रेमचंदोत्तर
  • उपन्यास की प्रमुख प्रवृतियाँ
  • हिन्दी – निबंध का निबंध एवं विकास, प्रमुख निबंधकार
  • हिंदी कहानी का आरंभ एवं विकास, प्रमुख कहानीकार हिंदी नाटक का आरंभ एवं विकास, प्रमुख नाटककार
  • हिन्दी गद्य की अन्य विधाएँ आत्मकथा, जीवनी, संस्मरण, रेखाचित्र तथा रिपोर्ताज
  • काव्यशास्त्र
  1. शब्द शक्ति अभिधा, लक्षणा, व्यंजना
  2. अलंकार यमक, श्लेष, उपमा, रूपक, उत्प्रेक्षा, अतिशयोक्ति, संशय, भ्रान्तिमान, दृष्टांत, उदाहरण, व्यतिरेक, प्रतीप, विरोधाभास, आरक्षिति, विभावना, अन्योक्ति, वक्रोक्ति अर्थान्तरन्यास, व्यजस्तुति, मानवीकरण।
  3. छंद – दोहा, चौपाई, सोरठा, रोला, उल्लाला गीतिका, हरिगीतिका, कवित्त, सवैया, छप्पय, कुण्डलिया, मंदाक्रान्ता, वंशस्थ, वसंततिलका, मालिनी, द्रुतविलम्बित बरवै 
  4. काव्य गुण माधुर्य, ओज और प्रसाद। 
  5. काव्य-रस – रस का स्वरूप, रसावयव-विभाव, अनुभाव, संचारी भाव, विभिन्न रसों के लक्षण, उदाहरण 
  6. अन्य बिम्ब, प्रतीक, मिथक, कल्पना 

खंड- III  पोस्ट ग्रेजुएट स्तर 

  • काव्य के लक्षण, काव्य के प्रयोजन एवं काव्य के हेतु
  • रसनिष्पत्ति, साधारणीकरण एवं ध्वनि-सिद्धान्त ग. अरस्तू का अनुकरण सिद्धान्त एवं लॉजाइनस का उदात्त तत्त्व
  • खण्ड IV (शैक्षिक मनोविज्ञान, शिक्षाशास्त्र, शिक्षण-अधिगम सामग्री कम्प्यूटर एवं सूचना तकनीकी का शिक्षण-अधिगम में उपयोग )

1. शिक्षण-अधिगम में मनोविज्ञान का महत्व-

  • अधिगमकर्ता
  • शिक्षक
  • शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया
  • विद्यालय प्रभावशीलता

2. अधिगमकर्ता का विकास किशोर अधिगमकर्ता में

  • संज्ञानात्मक, शारीरिक, सामाजिक संवेगात्मक एवं नैतिक विकास के प्रतिमान  एवं
  • वैशिष्ट्य (विशेषताएँ)।

3. शिक्षण-अधिगम :

  • उच्च माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए व्यवहारवादी, संज्ञानवादी और निर्मितिवादी
  • (रचनावादी) सम्प्रत्यय अधिगम के सिद्धांत निहित निहितार्थ।
  • किशोर अधिगमकर्ता की अधिगमकर्ता की अधिगम विशेषताएँ एवं इनके शिक्षण के लिए
  • निहितार्थ।

4. किशोर -अधिगमकर्ता प्रबंधन

  • मानसिक स्वास्थ्य एवं समायोजन समस्याओं का सम्प्रत्यय
  • किशोर के मानसिक स्वास्थ्य के लिए संवेगात्मक बुद्धि एवं इसके निहितार्थ ।
  • किशोर के मानसिक स्वास्थ्य को प्रोत्साहित (परिपोषित) करने की मार्गदर्शक प्रविधियों का

5. किशोर अधिगमकर्ता के लिए अनुदेशनात्मक व्यूहरचनाएँ:

  • सम्प्रेषण कौशल एवं इसके उपयोग।
  • शिक्षण की अवधि में शिक्षण-अधिगम सामग्री का आयोजन एवं उपयोग
  • शिक्षण प्रतिमान अग्रिम संगठन, वैज्ञानिक-पृच्छा  सूचना, प्रक्रम 
  • सहकारी अधिगम 
  • शिक्षण- आधारित निर्मितिवादी सिद्धान्त

6. सूचना सम्प्रेषण प्रौद्योगिकी शिक्षाशास्त्र समाकलन : 

  • सूचना सम्प्रेषण प्रौद्योगिकी का सम्प्रत्यय
  • हार्डवेयर एवं सॉफ्टवेयर का सम्प्रत्यय
  • प्रणाली- उपगाम से अनुदेशन
  • कम्प्यूटर सहायता प्राप्त अधिगम  कम्प्यूटर सहायता प्राप्त अनुदेशन 
  • आई.सी.टी. शिक्षाशास्त्र समाकलन को प्रभावित करने वाले कारक 

RPSC First Grade सिलेबस इन हिंदी PDF 

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RPSC फर्स्ट ग्रेड एग्जाम के लिए एग्जाम पैटर्न

RPSC फर्स्ट ग्रेड एग्जाम के लिए पेपर 1 और पेपर 2 का एग्जाम पैटर्न नीचे दिया गया है-

पेपर 1 एग्जाम पैटर्न 
सब्जेक्टक्वेश्चंसमार्क्स
हिस्ट्री ऑफ राजस्थान एंड इंडिया1530
मेंटल एबिलिटी, स्टेटिस्टिक्स, मैथमेटिक्स, हिंदी, इंग्लिश1020
करेंट अफेयर्स 2040
जनरल साइंस, इंडियन पॉलिटी, जियोग्राफी ऑफ़ राजस्थान1530
एजुकेशन मैनेजमेंट, एजुकेशन सिनेरियो1530
टोटल 150
पेपर 2 एग्जाम पैटर्न
सब्जेक्टक्वेश्चंसमार्क्स
वरिष्ठ माध्यमिक स्तर में संबंधित विषय का ज्ञान55110
बेचलर स्तर पर संबंधित विषय का ज्ञान55110
पोस्ट ग्रेजुएट में संबंधित विषय का ज्ञान1020
एजुकेशन साइकोलॉजी, पेडगॉजी, टीचिंग लर्निंग मटेरियल उसे ऑफ़ कंप्यूटर एंड आईटी इन टीचिंग लर्निंग3060
टोटल150300

RPSC फर्स्ट ग्रेड के लिए योग्यता क्या है?

RPSC फर्स्ट ग्रेड के लिए योग्यता नीचे दी गई है-

एजुकेशनल क्वालीफिकेशन

  • आवेदक को प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी से एमए, एमएससी और एम.कॉम में मास्टर डिग्री और बी.एड. योग्यता प्राप्त होनी चाहिए।
  • ड्राइंग के लिए उम्मीदवारों के पास ड्राइंग में पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री या सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त समकक्ष परीक्षा होनी चाहिए या बैचलर के साथ किसी मान्यता प्राप्त संस्थान में ड्राइंग पढ़ाने का 5 साल का अनुभव या किसी भी मान्यता प्राप्त स्कूल/कॉलेज ऑफ आर्ट्स में 5 साल का डिप्लोमा होना चाहिए।  

एज लिमिट

  • उम्मीदवारों की आयु 01-07- 2023 तक 21 वर्ष से 40 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
  • सरकार की ओर से ऊपरी आयु में छूट भी लागू है।   
  • आवेदकों को श्रेणीवार एससी/एसटी/ओबीसी आयु में छूट भी प्रदान की जाती है। 

RPSC First Grade में भर्ती के लिए क्या होता है सिलेक्शन प्रोसेस?

RPSC फर्स्ट ग्रेड में भर्ती के लिए सिलेक्शन प्रोसेस नीचे दिया गया है:

  • लिखित परीक्षा
  • पर्सनल इंटरव्यू
  • डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन

RPSC फर्स्ट ग्रेड की तैयारी के लिए बेस्ट बुक्स 

RPSC First Grade की तैयारी के लिए बेस्ट बुक्स नीचे दी गई है:

बुकराइटर-पब्लिशरलिंक
राजस्थान: द कॉन्साइज हिस्ट्रीरीमा हूजायहां से खरीदें
हिस्ट्री ऑफ़ मॉडर्न इंडियाबिपिन चंद्रयहां से खरीदें
ए मॉडर्न अप्रोच टू वर्बल एंड नॉनवर्बल रीजनिंगआरएस अग्रवालयहां से खरीदें
ऑब्जेक्टिव जनरल इंग्लिश एसपी बक्शी यहां से खरीदें
करेंट अफेयर्स हाफ ईयरलीअमित त्यागीयहां से खरीदें

RPSC फर्स्ट ग्रेड एग्जाम की तैयारी के लिए टिप्स

RPSC फर्स्ट ग्रेड एग्जाम की तैयारी के लिए टिप्स नीचे दी गई हैं-

  • सिलेबस को समझें: यह जानने के लिए कि आपको किन सब्जेक्ट्स को कवर करने की आवश्यकता है, डीएमएलटी सिलेबस से खुद को परिचित करें। सब्जेक्ट्स और टॉपिक्स की एक लिस्ट बनाएं।
  • अध्ययन सामग्री इकट्ठा करें: RPSC फर्स्ट ग्रेड विषयों को कवर करने वाली पाठ्यपुस्तकें, संदर्भ पुस्तकें, नोट्स और अध्ययन गाइड इकट्ठा करें।
  • एक स्टडी प्रोग्राम बनाएं: प्रत्येक विषय के लिए विशिष्ट घंटे आवंटित करके अपने अध्ययन के समय की योजना बनाएं। विश्राम के लिए ब्रेक शामिल करना सुनिश्चित करें।
  • नोट्स व्यवस्थित करें: पढ़ाई करते समय व्यवस्थित नोट्स लें। महत्वपूर्ण अवधारणाओं को सारांशित करें और त्वरित पुनरीक्षण के लिए फ़्लैशकार्ड बनाएं।
  • नियमित अभ्यास करें: नियमित अभ्यास आवश्यक है। परीक्षा पैटर्न को समझने के लिए सैंपल पेपर, पिछले वर्षों के प्रश्न पत्र और मॉक टेस्ट को हल करें।
  • बुनियादी बातों पर ध्यान दें: उन्नत विषयों पर आगे बढ़ने से पहले सुनिश्चित करें कि आपके पास बुनियादी अवधारणाओं में एक मजबूत आधार है।
  • नियमित रूप से रिवीजन करें: आपने जो पढ़ा है उसे नियमित रूप से रिवीजन करने के लिए समय निर्धारित करें। रिविज़न आपकी याददाश्त को मजबूत करने में मदद करता है।
  • ऑनलाइन रिसोर्सेज का उपयोग करें: अपनी समझ बढ़ाने के लिए ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म, शैक्षिक वेबसाइटों और वीडियो लेक्चर्स का उपयोग करें।
  • स्वस्थ रहें: स्वस्थ दिनचर्या बनाए रखें।  अपने दिमाग और शरीर को फिट रखने के लिए पर्याप्त नींद लें, अच्छा खाएं और हल्की शारीरिक गतिविधियाँ करें।
  • सकारात्मक रहें: अपनी तैयारी के दौरान सकारात्मक और प्रेरित रहें। अपनी प्रगति पर नज़र रखें और छोटी-छोटी उपलब्धियों का जश्न मनाएँ।

FAQs

आरपीएससी फर्स्ट ग्रेड के लिए सैलरी क्या है?

आरपीएससी फर्स्ट ग्रेड शिक्षक की ग्रेड सैलरी 4800 है। राजस्थान फर्स्ट ग्रेड टीचर सैलरी INR 44,300 (मूल वेतन+ग्रेड वेतन)।

आरपीएससी फर्स्ट ग्रेड टीचर क्या है?

RPSC First Grade syllabus in Hindi आरपीएससी फर्स्ट ग्रेड टीचर या वाणिज्य में यूजीसी द्वारा मान्यता प्राप्त पोस्ट ग्रेजुएट या रिलेवेंट एग्जाम, कॉमर्स ग्रुप के लिए माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, राजस्थान, अजमेर द्वारा निर्धारित उच्च माध्यमिक कक्षाओं के लिए कम से कम दो शिक्षण विषय की योग्यता वाले शिक्षक हैं। 

क्या आरपीएससी क्रैक करना आसान है?

तीन-स्तरीय परीक्षा कठिनाई स्तर (आसान, मध्यम और कठिन) दर्शाते हैं कि एक अच्छी तरह से तैयार उम्मीदवार के लिए परीक्षा में सफल होना आसान है।

आशा है कि आपको इस ब्लाॅग में RPSC first grade syllabus in Hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी प्रकार के अन्य कोर्स और सिलेबस से जुड़े ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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