M Com के बाद क्या करे? : M Com ke Baad Kya Kare

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M Com के बाद क्या करे

आज के समय पढ़ाई का इतना ज्यादा महत्व हो गया है कि हर जगह शिक्षा की मांग है। भारत में विभिन्न प्रकार के कोर्स को करके व्यक्ति एक अच्छी जॉब प्राप्त कर सकता है, जिसमें से ही एक कोर्स है एमकॉम यदि विद्यार्थी एमकॉम का कोर्स कर लेते हैं तो परंतु कई बार यह जान नहीं पाते कि एमकॉम के बाद क्या-क्या कर सकते हैं अथवा एमकॉम करने के बाद क्या किया जाना चाहिए? तो आइए जानते हैं M Com के बाद क्या करे (mcom ke baad kya kare)

एमकॉम कोर्स क्या हैं?

एम.कॉम. दो साल का एक पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री कोर्स है। जो 4 सेमेस्टर में विभाजित है। 1 सेमेस्टर में 6 महीने होते हैं। इस प्रकार 2 साल में 4 सेमेस्टर में यह कोर्स पूरा होता है। जो आपको वाणिज्य विषय में करियर बनाने का अवसर देता है। यह कोर्स आपको फाइनेंशियल, अकाउंटिंग, कॉमर्स, मेनेजमेंट टैक्सेशन, इंश्योरेंस,, इकॉनॉमिक्स आदि के क्षेत्र में विशेषज्ञ बनाता है। जो आपके करियर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि आप भी फाइनेंशियल फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं तो मास्टर ऑफ़ कॉमर्स कोर्स आपके लिए ही बना है।

जो विद्यार्थी एजुकेशनल फील्ड में अपना करियर बनाना चाहते हैं उनके लिए एमकॉम कॉमर्स लेक्चरल बनने का अवसर भी देता है। एमकॉम आज भी पहले की तरह विद्यार्थियों के बीच में एक पॉपुलर पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स है। इस कोर्स की विविधता इसे दूसरे कोर्स से अलग बनाती है। बदलते समय के साथ फाइनेंशियल सेक्टर की कार्यप्रणाली तथा जिम्मेदारियां बढ़ीं हैं। उनको सँभालने के लिए हर कंपनी में विभिन्न पदों के अनुरूप कॉमर्स प्रोफेशनल की मांग बढ़ रही है। ऐसे में एमकॉम कोर्स आपके लिए एक सुनहरा भविष्य लेकर आता है।

एमकॉम किन विषयों के साथ किया जाता है?

आइए जानते हैं कि एमकॉम किन विषयों के साथ किया जाता है-

  • टैक्सेशन
  • बैंकिंग
  • अकाउंटिंग
  • फाइनेंस
  • स्टेटस्टिक
  • ई कॉमर्स
  • कंप्यूटर एप्लीकेशन
  • आर्गेनाइजेशन बिहेवियर
  • कम्प्यूटर
  • ह्यूमन रिसोर्स मेनेजमेंट
  • फाइनेंशियल मेनेजमेंट
  • इकॉनॉमिक्स
  • बिजनेस एथिक्स
  • ऑपरेशन रिसर्च

एमकॉम के लिए शैक्षिक योग्यता

M Com के बाद क्या करे जानने के साथ-साथ यह जानना भी ज़रूरी है कि इस कोर्स के लिए योग्यता क्या है, जो नीचे दी गई है-

  • एम.कॉम. में प्रवेश लेने के लिए आपको बीकॉम में 50%-60% तक अंक प्राप्त करना आवश्यक है। प्राप्तांकों का प्रतिशत अलग अलग कॉलेज/युनिवर्सिटी में भिन्न भिन्न हो सकता है।
  • कुछ अपने यहाँ बिज़नेस मेनेजमेंट ग्ग्रेजुएट को भी एम.कॉम. में प्रवेश देते हैं।
  • भारत के कुछ प्रसिद्ध कॉलेज/युनिवर्सिटी प्रवेश परीक्षा के माध्यम से भी मास्टर ऑफ कॉमर्स में प्रवेश लेते हैं।
  • विदेश में पढ़ने के लिए इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट जैसे IELTS, TOEFL के अंक अनिवार्य हैं।
  • GRE/GMAT के अंक भी ज़रूरी हैं।

M Com के बाद क्या करे?

एमकॉम करने के बाद बहुत सारे कोर्स कर सकते हैं आइए जानते हैं वे कौन कौन से कोर्स हैं:

  • एमबीए (मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन)
  • सीए (चार्टर्ड अकाउंटेंट)
  • कंपनी सेक्रिटी
  • एसीसीए (एसोसिएशन चार्टर्ड सार्टिफाइड अकाउंटेंस)
  • गवर्नमेंट जॉब
  • प्राईवेट सेक्टर जॉब
  • फाइनेंशियल रिस्क मैनेजर

एमबीए (मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन)

एमकॉम के बाद बेहतरीन करियर के लिए एमबीए सबसे ज्यादा किये जाना वाले कोर्सों मे से एक है। इस कोर्स मे आप केवल बिजनेस फिल्ड के थ्योरीस ही नही बल्कि उन टेक्निक्स के बारे में जानते है, जो रियल बिजनेस वर्ल्ड में किसी ऑर्गनाइजेशन मे प्रोब्लम के सॉल्युशन और बिजनेस ग्रोथ के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। यही कारण है कि कोई भी कंपनी मैनेजमेंट पॉजिशन के लिए एमबीए उम्मीदवार को प्रीफरेंस देती है। एमबीए करने के बाद आपकी औसतन सैलरी लगभग 7.2 लाख रुपए सालाना होती है।

सीए (चार्टर्ड अकाउंटेंट)

यदि आपको टैक्सेशन और अकाउंटेंसी जैसे सब्जेक्टस पंसद हैं तो चार्टर्ड अकाउंटेंसी एक अच्छा करियर विकल्प है। सीए उम्मीदवार ऑडिटिंग फर्मों, बैंकों, फाइनेंस कंपनियों, स्टॉक ब्रोकिंग फर्मों, कानूनी फर्मों जैस जगहों पर अपनी सेवाएं देते हैं। आप एमकॉम के बाद सीए के इंटरमीडिएट कोर्स आईपीसीसी में डायरेक्ट प्रवेश ले सकते हैं। आईपीसीसी और 3 साल की इन्टर्नशिप/आर्टिकलशिप पूरा करने बाद आप सीए फाइनल्स देने के लिए एलिजिबल होते हैं। हालांकि आर्टिकलशिप के दौरान सैलरी कम होती है लेकिन कोर्स पूरा करने के बाद आप एक हेंडसम सैलरी पैकेज एक्सपेक्ट कर सकते हैं। चार्टर्ड अकाउंटेंट की औसतन सैलरी लगभग 7.9 लाख रुपए सालाना होती है।

कंपनी सेक्रिटी

किसी भी पब्लिक या प्राइवेट फर्म में कंपनी सेक्रेटरी एक हाईयर पॉजिशन होल्डर होता है। जिसका काम कानुनी मुद्दों के साथ कंपनी डायरेक्टरों को फर्म के मेनेजमेंट से संबंधित मुद्दों पर सलाह देना होता है। इसके लिए लिए नामाकंन 10+2 या ग्रेजुएशन के बाद कर सकते हैं। सीएस कोर्स के उम्मीदवारों को कंपनी सेक्रेटरी क्रेडेंशियल प्राप्त करने के लिए फाउंडेशन प्रोग्राम, एक्ज्युकिटिव प्रोग्राम, प्रोफेशनल प्रोग्राम और 15 महीने का प्रेक्टिकल ट्रेनिंग करना जरुरी होता है। इन सभी रिक्वायरमेंट्स को पूरा करने के बाद आप आईसीएसआई के साथ बतौर असोसिएट मेंबर रजिस्टर्ड हो जाते हैं। अगर आप नहीं जानते तो जान लिजिए आईसीएसआइ देश का एक मात्र मान्यता प्राप्त ऑर्गनाइजेशन है जो सीएस कोर्स करवाता है।कंपनी सेक्रेटरी की औसतन सैलरी लगभग 4 लाख से 10 लाख रुपए सालाना होती है।

एसीसीए (एसोसिएशन चार्टर्ड सार्टिफाइड अकाउंटेंस)

कॉर्मस के फील्ड में एसीसीए ग्लोबल लेवल पर मान्यता प्राप्त कोर्सेस मे से एक हैं। मतलब कि अगर आपने भारत में रहते हुए एसीसीए कंपलिट कर लिया है तो आप देश और विदेश कहीं पर भी नौकरी करने के लिए एलिजिबल होगें। यह सर्टिफिकेट प्रोग्राम उन उम्मीदवारों के लिए एक अच्छा ऑप्शन है जो बैंकिंग, चार्टर्ड अकाउंटेंसी, फाइनेंस, जैसे प्रोफेशन में अपना करियर बनाना चाहते हैं। आप एसीसीए के लिए नामाकंन 10+2 या ग्रेजुएशन के बाद कर सकते हैं। खास बात यह है कि कोर्स की समय सीमा आपके लेटेस्ट डिग्री पर आधारित होती है। एसीसीए के लिए उम्मीदवारों का चयन मैरिट या एंट्रेंस एग्जाम द्वारा किया जाता है। एमकॉम छात्रों के पास अकाउंटिंग कॉन्सेप्ट्स की बेहतर समझ होने कारण एसीसीए उनके लिए आसान और सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है। एसोसिएशन ऑफ चार्टर्ड सर्टिफाइड अकाउंटेंट्स की औसतन सैलरी लगभग 5 लाख से 16 लाख रुपए सालाना होती है।

गवर्नमेंट जॉब

वैसे तो गवर्नमेंट जॉब पाने के लिए बीकॉम की डिग्री ही काफी होती है परंतु अगर आपने एमकॉम का कोर्स कर लिया है और आप आगे किसी भी प्रकार की हायर एजुकेशन नहीं लेना चाहते हैं तो आप गवर्नमेंट जॉब के लिए अप्लाई कर सकते हैं या फिर सरकारी नौकरी की तैयारी कर सकते हैं। सामान्य तौर पर मास्टर ऑफ कॉमर्स का कोर्स कंप्लीट करने के बाद आप नीचे दी गई गवर्नमेंट जॉब के लिए अपनी तैयारी कर सकते हैं और गवर्नमेंट जॉब पा सकते हैं।

  • इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस
  • इंडियन फॉरेन सर्विस
  • इंडियन पुलिस सर्विस
  • रेलवे जॉब्स
  • पीडब्ल्यूडी जॉब्स
  • लेखपाल
  • पीसीएस ऑफीसर
  • स्टाफ सिलेक्शन कमीशन इत्यादि
  • पुलिस विभाग
  • सीए

प्राइवेट सेक्टर जॉब

मास्टर ऑफ कॉमर्स का कोर्स कंप्लीट करने के बाद अगर आप आगे की पढ़ाई नहीं करना चाहते हैं और आप तुरंत नौकरी प्राप्त करना चाहते हैं तो आप किसी भी प्राइवेट सेक्टर की कंपनी में नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं। जहां तक हमारा मानना है कि अगर आपने एमकॉम की डिग्री हासिल की है, तो आपको आसानी से नौकरी प्राप्त हो जाएगी।अगर आप फाइनेंस से संबंधित इंस्टिट्यूट में नौकरी के लिए आवेदन करते हैं तो आपके सिलेक्शन होने के चांस ज्यादा होते हैं, क्योंकि एमकॉम के कोर्स में फाइनेंस की ही पढ़ाई करवाई जाती है।

फाइनेंशियल रिस्क मैनेजर

फाइनेंशियल इंडस्ट्री में तेजी से बदलाव के कारण ऐसे प्रोफेशनल्स के लिए डिमांड बढ़ी है जो रिस्क, मनी और इंवेस्टमेंट एक साथ मैनेज कर सकें। जिसके लिए ग्लोबल एसोसिएशन ऑफ रिस्क प्रोफेशनल्स (जीएआरपी) द्वारा शार्ट टर्म प्रोफेशनल कोर्स एफआरएम करवाया जाता है। एफआरएम परीक्षा में बैठने के लिए किसी भी प्रकार के कोई विशेष एकेडमिक या प्रोफेशनल एक्सपिरियंस की जरुरत नही होती है। यह एक प्रेक्टिस ऑरियंटेड एग्जाम है जो दो पार्ट्स मे कंपलिट होता है। एक सर्टिफाइड फाइनेंशियल रिस्क मैनेजर बनने के लिए उम्मीदवार के पास 2 साल का वर्क एक्सपीरियंस होने के साथ मैनेजमेंट, रिस्क कंसल्टिंग या संबंधित क्षेत्र मे पोर्टफोलियो होना जरुरी है। एफआरएएम उम्मीदवार क्रेडिट एण्ड मार्केट रिस्क, फाइनेंशियल सर्विस, ट्रेडिंग, सेल्स एण्ड मार्केटिंग जैसे डोमेन मे अपनी सर्विस देते हैं।फाइनेंशियल रिस्क मैनेजर की औसतन सैलरी लगभग 10 लाख से 18 लाख रुपए सालाना होती है।

एमकॉम के बाद करियर स्कोप

M Com के बाद क्या करे (m com ke baad kya kare) जानने के साथ-साथ यह जानना भी ज़रूरी है कि इस कोर्स के बाद करियर स्कोप क्या है, जो इस प्रकार है:

  • सरकारी और प्राइवेट बैंकों में नौकरी मिल सकती है 
  • मैनेजमेंट के क्षेत्र में एमकॉम करने के बाद कॉरपोरेट सेक्टर में नौकरी मिल जाती है । 
  • लेक्चरर , टीचर या फिर काउंसेलर के तौर पर शिक्षण संस्थानों में भी सेवा देने का अवसर आपको मिल सकता है 
  • शोध व अनुसंधान के क्षेत्र में भी आपके लिए एमकॉम के बाद अवसर मौजूद होते हैं । रिसर्च करने के लिए आपको पैसे मिलते हैं।
  • इंटरनेशनल बिजनेस में एमकॉम करने के बाद आयात एवं निर्यात कंपनियों में भी आपको नौकरी मिल सकती है।
  • चाहे सरकारी हो या प्राइवेट , बीमा क्षेत्र में भी हर साल एमकॉम ग्रेजुएट के लिए काफी नौकरियां निकलती हैं 
  • केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क विभाग में भी जॉब्स आफ्टर एमकॉम आपके लिए उपलब्ध होते हैं । 
  • एमकॉम के बाद सिविल सर्विसेज परीक्षा उत्तीर्ण करके आप प्रतिष्ठित आईएएस / आईपीएस की नौकरी प्राप्त कर सकते हैं । 
  • भारतीय सांख्यिकी सेवा का भी हिस्सा आप एमकॉम के बाद बन सकते हैं।
  • इंडियन इकोनॉमिक सर्विसेज में भी आप एमकॉम के बाद जा सकते हैं।

एमकॉम करने के बाद बेस्ट जॉब प्रोफ़ाइल और सैलरी

एमकॉम के बाद जॉब प्रोफाइल निम्न प्रकार की हो सकती है, जो नीचे दी गयी है-

  • अकाउंटेंट
  • एकाउंट्स असिस्टेंट
  • असिस्टेंट अकाउंटेंट
  • बिज़नस एनालिस्ट
  • केशियर/ टैलर
  • कॉर्पोरेट एनालिस्ट
  • एग्जीक्यूटिव असिस्टेंट
  • फाइनेंस मेनेजर
  • फाइनेंसियल एनालिस्ट
  • इन्वेस्टमेंट बेंकर
  • इन्वेस्टमेंट्स एनालिस्ट
  • मारकेट एनालिस्ट
  • मार्केटिंग मेनेजर
  • मनी मेनेजर
  • ऑपरेशन्स मेनेजर
  • पर्सनल फाइनेंस कंसलटेंट
  • रिस्क एनालिस्ट
  • सिक्योरिटीज एनालिस्ट
  • सीनियर अकाउंटेंट

एम.कॉम. के बाद प्रारम्भ में लगभग 4-5 लाख रूपये वार्षिक सैलरी पैकेज तक मिल सकता है। लेकिन यह सैलरी पैकेज कैंडिडेट की योग्यता एवं पद पर निर्भर करता है। अच्छे कैंडिडेट इससे भी अच्छे सैलरी पैकेज पर चयनित होते हैं। के बाद काफी अच्छे पदों पर आवेदन कर सकते हैं। जिससे आपके पास करियर में अच्छे पदों का अवसर बढ़ जाता है।

FAQs

M Com के बाद क्या करे (m com ke baad kya kare)?

एमकॉम करने के बाद नौकरी कर सकते हैं, गवर्नमेंट नौकरी के लिए तैयारी कर सकते हैं या फिर हायर एजुकेशन के लिए अन्य कोर्स में एडमिशन प्राप्त कर सकते हैं।

एमकॉम डिग्री कितने साल की होती है?

बीकॉम का कोर्स करने के बाद एमकॉम का कोर्स करने पर 2 साल का समय अभ्यर्थी को देना पड़ता है।

एमकॉम के लिए अनुमानित फीस कितनी होती हैं?

एमकॉम के लिए फी स्ट्रक्चर अलग-अलग कॉलेज में अलग-अलग है, जो 2,000 से 8,000 तक हो सकती है|

एमकॉम के बाद अनुमानित सैलरी कितनी हो सकती है?

एमकॉम डिग्री मुख्य रूप से कॉमर्स आधारित क्षेत्र पर केंद्रित है। प्रबंधन और अर्थशास्त्र आधारित विषयों जैसे कुछ अन्य क्षेत्र हैं प्रतियोगिता के बाद, प्रतिभाशाली उम्मीदवारों को उच्च वेतन दिया जाएगा। अगर कोई विद्यार्थी बैंकों में पीओ के रूप में सेलेक्ट हो जाता है तो उसका पहला वेतन 25000 रूपए से ऊपर होगी। संबंधित क्षेत्र में अनुभव के साथ उम्मीदवार निजी कंपनियों में बहुत अधिक वेतन पैकेज प्राप्त करने में सक्षम होंगे। जो लोग एकाउंटेंट के रूप में शुरू करते हैं वे लगभग 6000 से 10,000 रूपए तक वेतन प्राप्त कर सकते हैं और फिर यह सीए या सीएफए जैसे उच्च योग्यता के बाद 1 लाख रूपए तक वेतन प्राप्त सकते हैं।

हम आशा करते हैं कि अब आप जान गए होंगे कि M Com के बाद क्या करे (m com ke baad kya kare) और इससे संबंधी सारी जानकारी आपको इस ब्लॉग में मिल गई होंगी। ऐसे ही ब्लॉग पढ़ने के लिए Leverage Edu पर बने रहिए।

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