AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की प्रजेंस बढ़ रही है। इस को लेकर केरल का पहला AI स्कूल लाॅन्च हो गया है। पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने 22 अगस्त को तिरुवनंतपुरम के शांतिगिरी विद्याभवन में AI (Artificial intelligence) स्कूल का उद्घाटन किया। इस स्कूल को वैदिक ईस्कूल के सहयोग से डिजाइन किया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, वैदिक ईस्कूल अधिकारियों ने कहा कि AI स्कूल, माॅडर्न एजुकेशनल मेथ्डोलाॅजी है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलाॅजी की मदद से छात्रों के लिए इंटरनेशनल स्टैंडर्ड्स और क्वालिटी लर्निंग के अवसर सुनिश्चित करता है। इसके माध्यम से छात्रों को स्कूली पढ़ाई से ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में समझ हो सकेगी।
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अधिकारियों ने यह भी कहा कि यह स्कूलों को हाई ग्रेड प्राप्त करने में भी सक्षम बनाता है क्योंकि मटीरियल और कंटेंट नेशनल एजुकेशन पाॅलिसी (NEP-2020) के आधार पर और स्कूल के मानकों के अनुसार तैयार किए जाता है।
कक्षा 8 से 12 तक स्टूडेंट्स करेंगे पढ़ाई
शुरुआत में AI स्कूल की सुविधा कक्षा 8 से 12 तक पढ़ने वाले छात्रों के लिए है। इसमें मल्टी-टीचर रिवीजन सपोर्ट, मल्टीलेवल असेसमेंट, एप्टीट्यूड टेस्ट, साइकोमेट्रिक काउंसलिंग, करियर मैपिंग, मेमोरी टेक्नोलाॅजी, इंग्लिश लैंग्वेज प्रोफिशियंसी और डेवलपमेंट ट्रेनिंग आदि दी जाएगी।
कम फीस में दी जाएगी हाई क्वालिटी एजुकेशन
ऑर्गनाइजर्स के मुताबिक, AI स्कूल बहुत कम फीस पर स्टूडेंट्स को हाई क्वालिटी एजुकेशन देगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित डिजिटल सामग्री स्कूल की वेबसाइट के माध्यम से छात्रों को उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि स्कूलों पर अतिरिक्त वित्तीय बोझ (financial burden) न पड़े।
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस क्या है?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का अर्थ है- बनावटी (कृत्रिम) तरीके से विकसित की गई बौद्धिक क्षमता। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कंप्यूटर साइंस का एक सब-डिवीजन है और इसकी जड़ें पूरी तरह से कंप्यूटिंग सिस्टम पर आधारित हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की शुरुआत 1950 के दशक में ही हो गई थी, लेकिन इसको 1970 के दशक में पहचान मिली।
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