JTET Syllabus in Hindi : झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (JTET) उन उम्मीदवारों के लिए एक महत्वपूर्ण परीक्षा है, जो राज्य के प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षक बनने की इच्छा रखते हैं। JTET की तैयारी के लिए उम्मीदवारों को इसके पाठ्यक्रम को अच्छी तरह से समझना आवश्यक है। इस ब्लॉग में, JTET Syllabus in Hindi के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई हैं जिससे आपको अपनी तैयारी को सही दिशा में ले जाने में मदद मिलेगी। सिलेबस की पूरी जानकारी के साथ, आप परीक्षा के हर विषय को बेहतर तरीके से समझ सकेंगे और सफलता प्राप्त करने के अपने लक्ष्य के और करीब पहुंच सकेंगे।
संचालन निकाय | झारखंड शैक्षणिक परिषद |
ऑफिशियल वेबसाइट | jac.jharkhand.gov.in |
परीक्षा का नाम | JTET 2024 |
परीक्षा लेवल | राज्य स्तर |
परीक्षा का माध्यम | ऑफलाइन |
परीक्षा का समय | 150 मिनट |
प्रश्न प्रकार | बहुविकल्पीय प्रश्न/वस्तुनिष्ठ |
This Blog Includes:
JTET 2024 के आवेदन की महत्वपूर्ण तिथियाँ
झारखंड टीईटी परीक्षा की महत्वपूर्ण तिथियों की जानकारी के लिए नीचे दी गई टेबल देखें-
पंजीकरण प्रारम्भ होने की तिथि | 23 जुलाई, 2024 |
पंजीकरण की अंतिम तिथि | 26 अगस्त, 2024 |
शुल्क भुगतान की अंतिम तिथि | 26 अगस्त, 2024 |
परीक्षा की तिथि | नवंबर – दिसंबर |
JTET परीक्षा क्या है?
झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (Jharkhand Teacher Eligibility Test) जोकि झारखंड राज्य में प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आयोजित की जाती है। यह परीक्षा राज्य सरकार द्वारा आयोजित की जाती है और इसके माध्यम से यह सुनिश्चित किया जाता है कि शिक्षक शिक्षण के लिए पात्र और योग्य हैं। यह परीक्षा वर्ष में एक बार आयोजित की जाती है। झारखंड जेटीईटी 2024 परीक्षा दो लेवल की भर्तियों के लिए आयोजित की जाती है। जिसमें लेवल 1 (कक्षा 1 से 5 तक) की प्राथमिक शिक्षक भर्ती और लेवल 2 (कक्षा 6 से 8 तक) की उच्च प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए किया जाता है।
झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा विषयवार सिलेबस (Subject Wise JTET Subject Wise Syllabus in Hindi)
झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा में 2 पेपर होते हैं जिनका विषयवार सिलेबस (Subject Wise JTET Subject Wise Syllabus in Hindi) और महत्वपूर्ण टॉपिक्स नीचे दिए गए हैं –
JTET पेपर-1 सिलेबस
झारखंड टीईटी परीक्षा की पूरी जानकारी के लिए यहां देखें-
भाषा I हिंदी भाषा I हिंदी
बाल विकास और शिक्षा शास्त्र
- बाल विकास
- सीखने में समस्याएं
- विविध शिक्षार्थियों को समझना
- व्यक्तित्व
- सीखने और उसकी प्रक्रियाओं का अर्थ और अवधारणा
- आनुवंशिकता और पर्यावरण की भूमिका
- समायोजन
- बच्चे कैसे सीखते और सोचते हैं
- सीखने के लिए प्रेरणा और निहितार्थ
- व्यक्तिगत मतभेद
- शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया
- बुद्धिमत्ता
- कार्रवाई पर शोध
- मूल्यांकन का अर्थ एवं उद्देश्य
- सीखने को प्रभावित करने वाले कारक
- शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009
भाषा I हिंदी
- रचनात्मक लेखन एवं जनसंचार माध्यम
- निबन्ध, कार्यालयी पत्र, रिपोर्ट, समाचार, सम्पादकीय, जनसंचार माध्यम के विविध रूप
- अपठित गद्यांश-बोध एवं काव्यांशबोध पर आधारित बोध, प्रयोग रचनान्तरण, शीर्षक आदि पर लघुत्तरीय प्रश्न
- फीचर-लेखन (जीवन संदभों से जुड़ी घटनाओं एवं स्थितियों पर फीचर लेखन)
- आरोह भाग (1) एवं भाग (2)
- वितांत भाग (1) एवं भाग (2)
- व्याकरण (संज्ञा, सर्वनाम, विषेषण, क्रिया, अव्यय, उपसर्ग, प्रत्यय, सन्धि, समास, लिंग, कारक)
भाषा I हिंदी
भाषा II अंग्रेजी
- Unseen passage for comprehension (150 words)
- Tense
- Voice
- Narration
- Idioms / Phrases
- Synonyms – Antonyms
अंक शास्त्र
- आकृतियाँ एवं स्थानिक समझ
- डेटा संधारण
- धन
- एलसीएम और एचसीएफ
- विभाजन
- आयतन
- संख्याएँ
- जोड़ना और घटाना
- गुणन
- ज्यामिति
- माप
- वज़न
- समय
- पैटर्न
- दशमलव अंश
पर्यावरण अध्ययन
- कपड़े और उनकी देखभाल
- प्राकृतिक संसाधन
- सौर परिवार
- बुनियादी ज़रूरतें
- भोजन, संसाधन और देखभाल
- हमारा परिवेश
- भौगोलिक विशेषताएँ एवं परिवर्तन
- परिवहन, संचार और इसका विकास
- स्थानीय निकाय (ग्रामीण एवं शहरी)
- प्रदूषण
- सामुदायिक भवन
- मौसम एवं जलवायु
- निवास स्थान, प्रकार
- शरीर के अंग (आंतरिक एवं बाह्य)
- त्यौहार (स्कूल, पारिवारिक एवं राष्ट्रीय)
- स्वास्थ्य, अच्छी आदतें और व्यक्तिगत स्वच्छता
- सजीव और निर्जीव
- पेड़-पौधों और जानवरों को देखना
- पौधों के भाग
- ठोस अपशिष्ट का निपटान
- राष्ट्रीय संपत्ति
- आपदा प्रबंधन
- प्राथमिक चिकित्सा
- रोग आदि।
JTET पेपर-2 सिलेबस
परीक्षा देने से पहले एक बार JTET पेपर-2 सिलेबस को नीचे दिए गए टेबल से देख सकते हैं-
बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र
बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र
- बाल विकास
- सीखने में समस्याएं
- विविध शिक्षार्थियों को समझना
- व्यक्तित्व
- समायोजन
- बच्चे कैसे सीखते और सोचते हैं
- सीखने के लिए प्रेरणा और निहितार्थ
- व्यक्तिगत मतभेद
- शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया
- बुद्धिमत्ता
- कार्रवाई पर शोध
- आनुवंशिकता और पर्यावरण की भूमिका
- मूल्यांकन का अर्थ एवं उद्देश्य
- सीखने को प्रभावित करने वाले कारक
- सीखने के सिद्धांत और इसके निहितार्थ
- सीखने और उसकी प्रक्रियाओं का अर्थ और अवधारणा
- शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009
हिंदी
- हिन्दी साहित्य का इतिहास
- आदि काल
- भक्ति काल
- रीति काल
- आधुनिक काल
- (छायावाद, प्रगतिवाद, प्रयोगवाद, नई कविता)
- हिन्दी गद्य की नई विधाएँ (यात्रावृतान्त, रिपोर्ताज, संस्मरण, डायरी, रेखाचित्र)
- भारतीय काव्य शास्त्र (काव्य की परिभाषा, गुण-दोष, शब्द-शक्ति, अलंकार, रस,
- रस-निष्पत्ति, साधारणीकरण, काव्य-हेतु, काव्य-प्रयोजन)
- भाषा विज्ञान (भाषा की परिभाषा, विशेषताएँ, अर्थ परिवर्तनः कारण और दिशाएँ, ध्वनि
- परिवर्तनः कारण और दिशाएँ, हिन्दी भाषा का उद्धव और विकास, राजभाषा, राष्ट्रभाषा एवं
- सम्पर्क भाषा के रूप में हिन्दी
- अनुवाद (सिद्धान्त और प्रयोग)
- प्रयोजनमूलक हिन्दी (सिद्धान्त और प्रयोग)
- व्याकरण (वाक्यों को शुद्ध करना, लिंग निर्णय, अनेक शब्दों के लिए एक शब्द, संक्षेपण
- रचना/रचिता
- आधे-अधूरे, मैला आंचल, चन्द्रगुप्त, पूस की रात
अंग्रेजी
- The Age of Chaucer : Poetry
- The Age of Shakespeare : Drama
- The classical Age : Poetry and Novel
- The Romantic Age : Poetry and Novel
- The Victorian Age : Poetry and Novel
- The Modern Age : Poetry, Drama and Novel
- English Grammar
गणित
- संख्या प्रणाली
- अपनी संख्याएँ जानना
- अनुपात एवं समानुपात
- बीजगणित का परिचय; बीजीय सर्वसमिकाएँ, बहुपद
- ज्यामिति
- प्रारंभिक आकृतियों को समझना (2-डी और 3-डी)
- बुनियादी ज्यामितीय विचार (2-डी)
- समरूपता: (प्रतिबिंब)
- चक्रवृद्धि ब्याज छूट
- बीजगणित
- चतुर्भुज
- संख्याओं के साथ खेलना
- पूर्ण संख्याएं
- ऋणात्मक संख्याएँ और पूर्णांक
- भिन्न घातांक; करणी, वर्ग, घन, वर्गमूल
- घनमूल लाभ और हानि
- डेटा हैंडलिंग, सांख्यिकी
- क्षेत्रमिति; वृत्त, गोला, शंकु, बेलन, त्रिकोण आदि।
विज्ञान
- भोजन और पोषण
- सूक्ष्मजीव और गतिविधियाँ
- परिसंचरण और चालन
- पारिस्थितिकी तंत्र और प्राकृतिक संसाधन
- कृषि और उपकरण
- प्रदूषण
- गति, बल और दबाव
- थर्मल भौतिकी
- ध्वनि
- इलेक्ट्रोस्टैटिक्स, विद्युत धारा और चुंबकत्व
- प्रकाशिकी
- सौर मंडल
- धातु और अधातु
- भोजन के घटक
- पदार्थ का परिवर्तन
- मिट्टी
- कार्य एवं ऊर्जा
- प्राकृतिक घटनाएं
- चुम्बक एवं चुम्बकत्व
- विद्युत धारा एवं सर्किट
- शैक्षणिक मुद्दे
- रोशनी/ध्वनि
- प्राकृतिक संसाधन
- प्रदूषण
- पर्यावरण संबंधी चिंताएं; क्षेत्रीय एवं राष्ट्रीय
- ऊर्जा के स्रोत
- जीवित जीवों, सूक्ष्मजीवों और रोगों की दुनिया
- अम्ल, क्षार, लवण
- दैनिक उपयोग की सामग्री
- जनसंख्या वृद्धि और मानवीय गतिविधियों का पर्यावरण पर प्रभाव
- गति/बल
- खाद्य; उत्पादन एवं प्रबंधन
- परमाणु की संरचना
- अणु
- धातु एवं अधातु
- वायु/ पानी/ कार्बन/ खाना
- भोजन के स्रोत
- यौगिक
सामाजिक अध्ययन
- इतिहास: संस्कृति और विज्ञान
- नये राजा और राज्य
- दिल्ली के सुल्तान
- क्षेत्रीय संस्कृतियाँ
- स्वतंत्रता के बाद का भारत
- सामाजिक परिवर्तन
- वास्तुकला
- एक साम्राज्य का निर्माण
- प्रथम शहर
- राजनीतिक घटनाक्रम
- सबसे प्रारंभिक समाज
- राष्ट्रवादी आंदोलन
- 1857-58 का विद्रोह
- उपनिवेशवाद और जनजातीय समाज
- ग्रामीण जीवन और समाज
- महिलाएँ और सुधार
- जाति व्यवस्था को चुनौती देना
- कंपनी शक्ति की स्थापना
- प्रथम किसान और चरवाहे
- भूगोल: वायु/पानी
- मानवीय पर्यावरण: बस्तियाँ, परिवहन, संचार
- ग्रह: सौरमंडल में पृथ्वी/कृषि
- पर्यावरण अपनी समग्रता में: प्राकृतिक और मानवीय पर्यावरण
- संसाधन: प्रकार- प्राकृतिक एवं मानवीय
- ग्लोब
- भूगोल एक सामाजिक अध्ययन और एक विज्ञान के रूप में
- संविधान
- राज्य सरकार
- विविधता
- शैक्षणिक मुद्दे
- संसदीय सरकार
- न्यायपालिका
- सरकार
- सामाजिक न्याय और हाशिए पर पड़े लोग
- स्थानीय सरकार
- जीविका कमाना
- प्रजातंत्र
JTET Exam Date 2024: 22 अगस्त तक कर सकते हैं रजिस्ट्रेशन, जल्द होगा एग्जाम
JTET एग्जाम पैटर्न
झारखंड टीईटी में 2 लेवल पर एग्जाम होते हैं, जिनमे से एक है – (l – V) और उच्च प्राथमिक स्तर (Vl – Vlll) जिसका पूरा पैटर्न निम्नलिखित है –
JTET पेपर-1 पैटर्न
परीक्षा की तैयारी के लिए JTET पेपर-1 पैटर्न को आप नीचे दी गई टेबल से देख सकते हैं-
सेक्शन | प्रश्नों की संख्या | अंकों की संख्या |
बाल विकास और शिक्षाशास्त्र | 30 | 30 |
गणित | 30 | 30 |
पर्यावरण का अध्ययन | 30 | 30 |
भाषा I | 30 | 30 |
भाषा II | 30 | 30 |
कुल | 150 | 150 |
JTET पेपर-2 पैटर्न
स्टूडेंट्स नीचे दिए गए JTET पेपर-2 पैटर्न को आप यहां देख सकते हैं-
सेक्शन | प्रश्नों की संख्या | अंकों की संख्या |
बाल विकास और शिक्षाशास्त्र | 30 | 30 |
गणित और विज्ञान | 30 | 30 |
सामाजिक अध्ययन/सामाजिक विज्ञान | 30 | 30 |
भाषा I | 30 | 30 |
भाषा II | 30 | 30 |
कुल | 150 | 150 |
JTET तैयारी के लिए कुछ बेस्ट बुक्स
झारखंड टीईटी की तैयारी के लिए कुछ महत्वपूर्ण बेस्ट बुक्स आप नीचे देख सकते हैं-
JTET JHARKHAND SHIKSHAKPATRATAPAREEKSHA PAPER-II CLASS: VI-VIII SAMAJIK ADHAYAYAN: Social Studies Mastery for JTET by RAJESH MANJHI (Best Competitive Exam Books) (Hindi Edition) किंडल संस्करण | यहां से खरीदें |
JTET JHARKHAND SHIKSHAK PATRATA PAREEKSHA PAPER -I (CLASS: I – V): Mastering Teaching Skills for JTET by RAMAN DUTTA (Best Competitive Exam Books) (Hindi Edition) किंडल संस्करण | यहां से खरीदें |
JHTET Jharkhand Shikshak Patrata Pareeksha Paper-1 (Class: 1 – 5) (Best Competitive Exam Books) (Hindi Edition) किंडल संस्करण | यहां से खरीदें |
JHTET Jharkhand Shikshak Patrata Pareeksha Paper-2 (Class: 6-8) Ganit Evam Vigyan (Best Competitive Exam Books) (Hindi Edition) किंडल संस्करण | यहां से खरीदें |
JTET JHARKHAND SHIKSHAKPATRATAPAREEKSHA PAPER-II CLASS: VI-VIII SAMAJIK ADHAYAYAN: Social Studies Mastery for JTET by RAJESH MANJHI (Best Competitive Exam Books) (Hindi Edition) किंडल संस्करण | यहां से खरीदें |
JTET परीक्षा की तैयारी के लिए टिप्स
झारखंड टीईटी की तैयारी के लिए नीचे दिए गए टिप्स एंड ट्रिक को देख सकते हैं।
- सिलेबस को समझे : जेईई की तैयारी से पहले, परीक्षा का सिलेबस और पैटर्न को अच्छी तरह से समझ लें।
- समय प्रबंधन : एक टाइम टेबल बनाकर उसी के अनुसार अपनी पढ़ाई के समय को नियमित रूप से करें।
- कंटेप्ट क्लियरिंग :सभी विषयों को अच्छी तरह से समझें और अगर कोई कांसेप्ट स्पष्ट नहीं है, तो उसे पहले समझने की कोशिश करें।
- प्रैक्टिस करें : नियमित रूप से मॉक टेस्ट और पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल करें। इससे आपको परीक्षा में आने वाले प्रश्नों की कठिनाई के बारे में जानकारी मिलेगी।
- नोट्स बनाना : महत्वपूर्ण सूत्र, अवधारणाएँ, और समस्याओं के हल के नोट्स बनाएं।
- स्वास्थ्य का ध्यान रखें : नियमित व्यायाम करें और ज्यादा तनाव न लें।
FAQs
बाल विकास और शिक्षाशास्त्र, भाषा I, भाषा II, गणित, EVS, विज्ञान और सामाजिक अध्ययन विषय सहित झारखंड टीईटी का सिलेबस में कई विषय और टॉपिक्स शामिल हैं।
झारखंड टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (Jharkhand Teacher Eligibility Test) है।
प्रत्येक पेपर में 150 प्रश्न होंगे और कुल 150 अंक होंगे।
आवेदन 23 जुलाई 2024 से शुरू हो चुके हैं।
झारखंड टेट परीक्षा की तैयारी शुरू करने से पहले सिलेबस और पैटर्न को अच्छे से समझे।
सम्बंधित आर्टिकल
आशा हैं कि आपको इस ब्लाॅग में JTET Syllabus in Hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी प्रकार के अन्य कोर्स और सिलेबस से जुड़े ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।