जितने मुँह उतनी बातें मुहावरे का हिंदी अर्थ (Jitne Muh Utni Baatein Muhavare Ka Arth) एक ही विषय पर अनेक मत होना होता है। जब किसी विषय पर लोगों के बहुत से मत होते हैं तब जितने मुँह उतनी बातें मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप ‘जितने मुँह उतनी बातें मुहावरे का अर्थ’ (Jitne Muh Utni Baatein Muhavare Ka Arth) और इसके वाक्यों में प्रयोग के बारे में जानेंगे।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा-सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
जितने मुँह उतनी बातें मुहावरे का अर्थ क्या है?
जितने मुँह उतनी बातें मुहावरे का हिंदी अर्थ (Jitne Muh Utni Baatein Muhavare Ka Arth) एक ही विषय पर अनेक मत होना होता है।
जितने मुँह उतनी बातें मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग
जितने मुँह उतनी बातें मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग निम्नलिखित है :-
- सोहन के घर से भाग जाने से लोग जितने मुँह उतनी बातें बना रहे हैं।
- परीक्षा में फेल होने पर परिजन जितने मुँह उतनी बातें बना रहे हैं।
- सुनील की शादी न होने पर लोग जितनी मुँह उतनी बातें बना रहे हैं।
- राजेश का घूसखोरी में नाम आने पर लोग जितने मुँह उतनी बातें बनाने लगे।
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आशा है कि आपको जितने मुँह उतनी बातें मुहावरे का अर्थ (Jitne Muh Utni Baatein Muhavare Ka Arth) से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। हिंदी मुहावरों के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।