जयपुर के सभी सरकारी स्कूलों में लॉन्च हुआ ‘स्कूल एट ए ग्लांस’, जानें क्या है शामिल

1 minute read
Japipur ke sabhi sarkari schools mein shuru hua school at a glance

जयपुर के शिक्षा विभाग ने ‘स्कूल एट ए ग्लांस’ पहल का अनावरण किया है। यह प्रोग्राम यहां के सभी सरकारी स्कूलों को अपने टीचिंग स्टाफ के बारे में स्कूल कैंपस और शाला दर्पण पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन जानकारी प्रदर्शित करने का आदेश देता है। सुरक्षा को मजबूत करने और सामुदायिक विश्वास को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, यह पहल टीचर्स की देतिस जैसे उनके नाम, शैक्षणिक योग्यता, अनुभव और माता-पिता की फोटो, नागरिक समाज के सदस्यों और स्थानीय निवासियों के लिए लॉगिन क्रेडेंशियल की आवश्यकता के बिना सुलभ बनाती है।

ट्रांसपेरेंसी के माध्यम से विश्वास का निर्माण

‘स्कूल एट ए ग्लांस’ पहल एक ट्रांसपेरेंसी और जवाबदेह शैक्षिक वातावरण बनाने के शिक्षा विभाग के प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम को रिप्रेजेंट करती है। टीचर के प्रोफाइल को सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराकर, पहल यह सुनिश्चित करना चाहती है कि माता-पिता और कम्युनिटी के मेंबर आसानी से जानकारी प्राप्त कर सकें कि उनके बच्चों को कौन पढ़ा रहा है।

ई-गवर्नेंस के साथ प्रक्रियाओं को दुरुस्त करना

‘स्कूल एट ए ग्लांस’ पहल के साथ-साथ, शिक्षा विभाग ने बीकानेर में अपने डायरेक्टरेट ऑफिस में एक ‘सॉल्यूशन रूम’ या सॉल्यूशन सेंटर भी शुरू किया है। यह कदम ई-गवर्नेंस की दिशा में व्यापक प्रयास का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य क्वेरी हैंडलिंग और डॉक्यूमेंट प्रोसेसिंग को सरल बनाना है। इस केंद्र की स्थापना से, विभाग को सरकार और जनता के बीच सहज बातचीत की सुविधा मिलने की उम्मीद है, जिससे शैक्षिक प्रशासन की दक्षता और जवाबदेही में सुधार होगा।

एजुकेशनल स्टैंडर्ड्स को बढ़ाना

राजस्थान के शैक्षिक ढांचे में ‘स्कूल एट ए ग्लांस’ और ‘सॉल्यूशन रूम’ जैसी पहलों के इंटीग्रेशन से शिक्षा की गुणवत्ता और स्टैंडर्ड्स में उल्लेखनीय वृद्धि होने की उम्मीद है। ट्रांसपेरेंसी और जवाबदेही के माहौल को बढ़ावा देकर, इन पहलों का उद्देश्य न केवल सुरक्षा और विश्वास में सुधार करना है बल्कि शिक्षकों के बीच उत्कृष्टता की संस्कृति को प्रोत्साहित करना भी है। शिक्षा विभाग द्वारा जारी निर्देश छात्रों और उनके परिवारों के लिए शैक्षिक अनुभवों को बेहतर बनाने की सरकार की प्रतिबद्धता का प्रमाण हैं।

जयपुर में ‘स्कूल एट ए ग्लांस’ पहल का शुभारंभ एजुकेशनल ट्रांसपेरेंसी और जवाबदेही की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। शिक्षक विवरण को आसानी से सुलभ बनाकर और एडमिनिस्ट्रेटिव प्रोसेस को सुव्यवस्थित करके, एजुकेशन डिपार्टमेंट अकादमिक एडमिनिस्ट्रेशन के लिए एक नया मानक स्थापित करता है। जैसे-जैसे ये पहल सामने आती है, वे राजस्थान में एक अधिक इन्फोर्मेड, संलग्न और भरोसेमंद शैक्षिक समुदाय तैयार करने का वादा करते हैं।

इसी और अन्य प्रकार की Leverage Edu न्यूज़ अपडेट्स के साथ बने रहिए।

प्रातिक्रिया दे

Required fields are marked *

*

*