इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, मद्रास और श्री रामचंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च (SRIHER) ने एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस MoU में एमडी–पीएचडी ड्यूल डिग्री प्रोग्राम की पेशकश की गई है। यह पोस्टग्रेजुएट मेडिकल डिग्री श्री रामचंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च (SRIHER) द्वारा और पीएचडी डिग्री इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, मद्रास (IIT मद्रास) के मेडिकल साइंस और टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट द्वारा प्रदान की जाएगी।
एमडी-पीएचडी ड्यूल डिग्री प्रोग्राम का उद्देश्य अच्छी तरह से प्रशिक्षित रिसर्च साइंटिस्ट को तैयार करना है जो चिकित्सा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में नेतृत्व करेंगे। यह प्रोग्राम अगले अकादमिक ईयर से चालू होगा।
NEET के आधार पर मिलेगा एडमिशन
इस ड्यूल डिग्री प्रोग्राम में आवेदन करने के लिए सबसे पहले कैंडिडेट्स को राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (NEET) के माध्यम से SRIHER में पोस्ट ग्रेजुएशन में एडमिशन लेंगे। इसके बाद पीएचडी करने के इच्छुक छात्र पोस्ट ग्रेजुएशन के दूसरे वर्ष के अंत में आईआईटी मद्रास में चिकित्सा विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग में पीएचडी प्रोग्राम के लिए आवेदन करेंगे। मेडिकल साइंस और टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट पीएचडी प्रोग्राम के लिए कैंडिडेट्स का चयन करने के लिए निर्धारित प्रक्रिया का पालन करेगा उसके बाद छात्रों को प्रवेश देगा।
इस मौके पर प्रोफेसर वी कामकोटि, निदेशक, आईआईटी मद्रास और डॉ. उमा शेखर, कुलपति, श्री रामचंद्र उच्च शिक्षा और अनुसंधान, ने आईआईटी-मद्रास के परिसर में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
आईआईटी मद्रास
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास, जोकि लोकप्रिय रूप से IITM या IIT मद्रास के रूप में जाना जाता है। भारत में स्थित यहां एक सार्वजनिक तकनीकी विश्वविद्यालय है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास, भारत के आठ सार्वजनिक प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक है।
SRIHER
श्री रामचन्द्र इंस्टीट्यूट ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च (SRIHER), रामचन्द्र मेडिकल कॉलेज और रिसर्च इंस्टीट्यूट (SRMC & RI), पोरूर, चेन्नई, भारत में स्थित एक प्राइवेट इंस्टिट्यूट है। बता दें SRIHER की स्थापना 11 सितंबर, 1985 को एन.पी.वी. रामासामी उदयर द्वारा श्री रामचन्द्र एजुकेशन एंड हेल्थ ट्रस्ट द्वारा की गई थी। इसे सितंबर 1994 में डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा दिया गया था और इसकी स्थापना एक मेडिकल कॉलेज के रूप में की गई थी।
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