इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलाॅजी (IIT) गुवाहाटी ने रिसर्च पार्क में भारत का सबसे बड़ा रिमोट पायलट ट्रेनिंग ऑर्गनाइजेशन (RPTO) लॉन्च किया है। यह एक साथ 9 मध्यम श्रेणी के ड्रोन उड़ाने की क्षमता रखता है। इस RPTO का प्राथमिक उद्देश्य भारत में ड्रोन टेक्नोलाॅजी की प्रगति को बढ़ावा देना है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह प्रोजेक्ट 2030 तक भारत को वैश्विक ड्रोन हब के रूप में स्थापित करने के भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण के अंतर्गत है, जिससे हाल ही में लॉन्च की गई ‘नमो ड्रोन दीदी’ पहल में योगदान मिलेगा।
#IITGuwahati has launched India’s largest Remote Pilot Training Organization (RPTO) in collaboration with EduRade in the campus. IIT Guwahati RPTO will offer @DGCAIndia – Certified Medium Category #Drone Pilot Training Course to start with. pic.twitter.com/THmoxDpTmC
— IIT Guwahati (@IITGuwahati) February 21, 2024
मीडियम क्लास ड्रोन पायलट ट्रेनिंग कोर्स होगा शुरू
IIT गुवाहाटी में RPTO की शुरुआत ड्रोन प्रशिक्षण को लेकर आगे बढ़ना और स्टूडेंट्स व अन्य लोगों को आवश्यक से लैस करना है। शुरुआत में RPTO एक DGCA-प्रमाणित मीडियम क्लास ड्रोन पायलट ट्रेनिंग कोर्स शुरू करेगा, जो उत्तर पूर्व और भारत के अन्य क्षेत्रों में स्टूडेंट्स के कौशल को बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है।
कोर्स पूरा होने पर स्टूडेंट्स को DGCA से मिलेगा सर्टिफिकेट
यह संगठन नमो ड्रोन दीदी योजना के तहत कृषि में लगे स्वयं सहायता समूहों (SHG) की महिलाओं को भी विशेष रूप से सेवा प्रदान करेगा। कोर्स पूरा होने पर छात्रों को भारत सरकार के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) द्वारा स्वीकृत रिमोट पायलट सर्टिफिकेट (RPC) से सम्मानित किया जाएगा। यह सर्टिफिकेट उन्हें कानूनी रूप से ड्रोन संचालित करने और प्रमाणित ड्रोन पायलट के रूप में करियर बनाने के लिए होगा।
‘नमो ड्रोन दीदी’ पहल के बारे में
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवंबर 2023 में नमो ड्रोन नमो ड्रोन दीदी योजना की घोषणा की थी। इस योजना के तहत सरकार INR 1,261 करोड़ खर्च कर 15,000 स्वयं सहायता समूह (SHGs) को ड्रोन उपलब्ध कराएगी। इसके अलावा इसके तहत महिलाओं को 15 दिनों की ट्रेनिंग भी दी जाएगी। बता दें कि इस वर्ष यानि 2024 के अंतरिम बजट में भी सरकार ने नमो ड्रोन दीदी स्कीम के लिए INR 500 करोड़ आवंटित किए हैं।
IIT गुवाहाटी के बारे में
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलाॅजी गुवाहाटी 1994 में स्थापित किया गया था। संस्थान का परिसर ब्रह्मपुत्र नदी के उत्तरी तट पर लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर 285 हेक्टेयर भूमि पर फैला हुआ है। आईआईटी गुवाहाटी में एकेडमिक प्रोग्राम 1995 में शुरू हुआ था। वर्तमान में संस्थान में 11 विभाग और पांच अंतर-विषयक शैक्षणिक केंद्र (interdisciplinary academic centres) हैं।
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