IIM लखनऊ ने भारतीय दर्शन पर शुरू किया कोर्स, ‘कर्म’ का सिद्धांत भी शामिल

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IIM Lucknow ne Indian Philosophy par course Introduce kiya hai

फिलॉसफी यानी दर्शन शास्त्र में रुचि रखने वाले स्टूडेंट्स के लिए अच्छी खबर है। इंडियन मैनेजमेंट इंस्टिट्यूट (IIM) लखनऊ ने ‘द विजडम ऑफ इंडियन फिलॉसफी’ एडिशनल कोर्स शुरू किया है। इस कोर्स में पतंजलि योग सूत्र, उपनिषदों से प्राप्त भारतीय दर्शन के सिद्धांतों के बारे में इंग्लिश में पढ़ाया जाएगा। 

इस कोर्स के क्रियेटर प्रोफेसर अनादि पांडे ने बताया कि कोर्स के माध्यम से छात्रों को बेहतर सेल्फ-मैनेजमेंट, तनाव कम करने व उनके फोकस और मेंटल क्वालिटी को बढ़ाने में सहायता करना है। उन्होंने कहा कि एक बेहतर दिमाग ही मानव के तनाव को दूर कर सकता है। 

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अनादि पांडे ने कहा कि भारतीय दर्शन थेल्स ऑफ़ मिलेटस से पहले का है, जिन्हें पहला यूनानी दार्शनिक और पश्चिमी दर्शन का निर्माता माना जाता है। यह संबंधों और बाहरी दुनिया के साथ मनुष्य की बातचीत आदि को शामिल करके समग्र दृष्टिकोण नियोजित करता है। ‘कर्म’ का सिद्धांत इस कोर्स को मुख्य पार्ट है।

इतनी है कोर्स की अवधि

इस कोर्स की अवधि 15 घंटे है। इसे लखनऊ और नोएडा दोनों कैंपस में पढ़ाया जा रहा है। यह भारतीय दर्शन और इसकी तीन प्रमुख प्रणालियों- सांख्य, योग और वेदांत से प्रेरणा लेता है। यह कोर्स नैतिकता से जुड़ी अवधारणाओं और सिद्धांतों पर भी प्रकाश डालता है। छात्रों को भारतीय दर्शन से अधिक जुड़ाव महसूस करने में मदद करने के लिए कक्षा में विभिन्न संस्कृत सूत्रों का भी पाठ और चर्चा की जाती है।

IIM लखनऊ के बारे में

IIM लखनऊ की स्थापना वर्ष 1984 में भारत सरकार द्वारा, लखनऊ के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक जीवंत शहर के बाहरी इलाके में हुई थी। IIM लखनऊ को मैनेजमेंट कैटेगरी में NIRF रैंकिंग 2023 में छठा स्थान दिया गया है।

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