Freedom Fighters Slogans in Hindi : जानिए क्या हैं स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा बोले गए नारे, जो जगा देंगे देशभक्ति की भावना 

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Freedom Fighters Slogans in Hindi

भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों जिन्होंने देश के लिए कई योगदान दिए है। आज हम जिस आजादी का आनंद ले रहे है वह भारत के कुछ अद्भुत लोगों, स्वतंत्रता सेनानियों की कड़ी मेहनत और बलिदान के कारण मिली है। इन वीर पुरुषों और महिलाओं को अपनी जान की परवाह नहीं थी, उन्हें केवल भारत की परवाह थी। इन वीर स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में हर देशवासी को पूरी जानकारी होनी चाहिए साथ ही Freedom Fighters Slogans in Hindi के बारे में प्रतियोगी सेनानियों में भी पूछ लिया जाता है। इसलिए  इस ब्लॉग में आप Freedom Fighters Slogans in Hindi जानेंगे। 

This Blog Includes:
  1. Freedom Fighters Slogans in Hindi लिस्ट 
    1. ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’- नेताजी सुभाष चंद्र बोस
    2. ‘सत्यमेव जयते’- पंडित मदन मोहन मालवीय 
    3. ‘जय जवान-जय किसान’- लाल बहादुर शास्त्री 
    4. ‘जिंदगी तो अपने दम पर जी जाती है, दूसरों के कंधो पर तो जनाजे उठाये जाते हैं’-भगत सिंह 
    5. ‘करो या मरो’-महात्मा गाँधी 
    6. ‘इंकलाब जिंदाबाद’-मौलाना हसरत मोहानी
  2. महात्मा गाँधी के प्रसिद्ध नारे 
  3. भगत सिंह के प्रसिद्ध नारे 
  4. जवाहरलाल नेहरू के प्रसिद्ध नारे 
  5. सरदार वल्लभभाई पटेल के प्रसिद्ध नारे 
  6. रानी लक्ष्मीबाई के प्रसिद्ध नारे 
  7. चंद्रशेखर आजाद के प्रसिद्ध नारे
  8. लाल बहादुर शास्त्री के प्रसिद्ध नारे 
  9. सुभाष चंद्र बोस के प्रसिद्ध नारे 
  10. मंगल पांडेय के प्रसिद्ध नारे
  11. लाला लाजपत राय के प्रसिद्ध नारे
  12. बाल गंगाधर तिलक के प्रसिद्ध नारे
  13. Female Freedom Fighters Slogans in Hindi 
  14. FAQs

Freedom Fighters Slogans in Hindi लिस्ट 

Freedom Fighters Slogans in Hindi लिस्ट यहाँ दी गई है : 

स्वतंत्रता सेनानीनारे 
महात्मा गाँधीसत्यमेव जयते
भगत सिंहइंकलाब जिंदाबाद
जवाहरलाल नेहरूतुम मुझे खून दो मेँ तुम्हें आजादी दूंगा
सरदार वल्लभभाई पटेलएक भारत, श्रेष्ठ भारत
रानी लक्ष्मीबाईखूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी
नाना साहेब
चंद्रशेखर आजादआजाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे
लाल बहादुर शास्त्रीजय जवान-जय किसान
सुभाष चंद्र बोसतुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा
मंगल पांडेयमारो फिरंगी को
रामप्रसाद बिस्मिलसरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है, देखना कि जोर कितना बाजू-ए-कातिल में है
कुंवर सिंहमुड़िकटवा जिंदाबाद
विनायक दामोदर सावरकरसभी राजनीति का हिंदूकरण करें और हिंदूवाद का सैन्यीकरण करें
तात्या टोपेपढ़ो और फिर लड़ो
के एम मुंशी
लाला लाजपत रायअंग्रेजों वापस जाओ
बाल गंगाधर तिलकस्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा
बिपिन चंद्र पालदासता मानवीय आत्मा के विरुद्ध है, भगवान ने समस्त प्राणियों को स्वतंत्र बनाया है
चितरंजन दासहम स्वतंत्रता के लिए खड़े हैं
बेगम हजरत महल
सी राजगोपालाचारी

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‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’- नेताजी सुभाष चंद्र बोस

Freedom Fighters Slogans in Hindi

हमारे देश के प्रसिद्ध Freedom Fighters Slogans in Hindi में से एक नारा ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ भी है, जो की एक महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चन्द्र बोस द्वारा बोला गया है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस को ‘नेताजी’ के नाम से जाना जाता था। उनका जन्म 23 जनवरी 1897 को ओडिशा के कटक शहर में हुआ था। ‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हे आज़ादी दूंगा’ का ये प्रसिद्ध नारा जिससे भारत के कई लोग भारत से अंग्रेजों को बाहर निकालने की लड़ाई लड़ने के लिए प्रेरित हुए। उन्होंने आज़ाद हिंद फ़ौज का गठन किया और भारत के स्वतंत्रता संग्राम में कई योगदान दिए, वे अपने उग्रवादी दृष्टिकोण और समाजवादी नीति के लिए जाने जाते हैं जिसका उपयोग उन्होंने स्वतंत्रता प्राप्त करने के लिए किया था।

‘सत्यमेव जयते’- पंडित मदन मोहन मालवीय 

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पंडित मदन मोहन मालवीय का जन्म 25 दिसंबर 1861 प्रयाग, उत्तर प्रदेश में हुआ था। सत्यमेव जयते यानि सत्य की ही जीत होगी के नारे को लोकप्रिय बनाने में उनकी अहम भूमिका रही है। ‘सत्यमेव जयते’ भारत का राष्ट्रीय आदर्श वाक्य है। मदन मोहन मालवीय एक शिक्षा सुधारक, विद्वान और राजनीतिज्ञ थे जिन्होंने भारत को आजाद करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वह दो बार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष और अखिल भारत हिंदू महासभा के संस्थापक रह चुके थे। उनका निधन 85 वर्ष की आयु में 12 नवंबर 1946 को बनारस में हुआ था। 

‘जय जवान-जय किसान’- लाल बहादुर शास्त्री 

Freedom Fighters Slogans in Hindi

लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर, 1904 में हुआ था। ‘जय जवान ,जय किसान’ का प्रसिद्ध नारा लाल बहादुर शास्त्री जी द्वारा दिया गया था। जो की भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे। वह एक प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी थे जो जवाहरलाल नेहरू और महात्मा गांधी के नक्शेकदम पर चले। 1965 के भारत-पाकिस्तान संघर्ष के दौरान, उन्होंने देश को एक साथ लाया और सैनिकों को उचित आदेश दिए। लाल बहादुर शास्त्री के पिता प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक थे। 1965 में जब भारत पाकिस्तान का युद्ध शास्त्रीजी के कार्यकाल में लड़ा गया और उन्होंने जीता हासिल की। शास्त्री जी की 11 जनवरी 1966 की रात को मृत्यु हो गई थी। शास्त्री जी के समाधि स्थल का नाम ‘विजय घाट’ है।

‘जिंदगी तो अपने दम पर जी जाती है, दूसरों के कंधो पर तो जनाजे उठाये जाते हैं’-भगत सिंह 

Freedom Fighters Slogans in Hindi

भगत सिंह जी का जन्म 28 सितंबर, 1907 को पाकिस्तान के बंगा में हुआ था। भगत सिंह स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी नायकों में से एक थे जिन्होंने अपने देश की खातिर खुशी-खुशी अपने प्राणों की आहुति दे दी। बचपन से ही उनके मन में देशभक्ति की भावना उत्पन्न हो गई थी। भगत सिंह जी एक सिक्ख थे। उनका एक प्रसिद्ध नारा ‘जिंदगी तो अपने दम पर जी जाती है, दूसरों के कंधो पर तो जनाजे उठाये जाते हैं’ के साथ देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी और देश के लिए अपना जीवन कुर्बान कर दिया। 

‘करो या मरो’-महात्मा गाँधी 

Freedom Fighters Slogans in Hindi

2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर में महात्मा गांधी का जन्म हुआ था। महात्मा गांधी को उनके व्यक्तित्व और योगदान के लिए बापू जैसे नामों से भी बुलाया जाता है। महात्मा गांधी सदैव सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चले। उन्होंने देश को अंग्रेजों की गुलामी से मुक्त कराने के लिए सत्य और अहिंसा को अपनाया और जीत हासिल की। महात्मा गाँधी का यह नारा ‘करो या मरो’ अंग्रेजों के लिए देश छोड़ने का आखिरी आह्वान था और करो या मारो के नारे ने भारत छोड़ो आंदोलन की शुरुआत को चिह्नित किया।

‘इंकलाब जिंदाबाद’-मौलाना हसरत मोहानी

मौलाना हसरत मोहानी का जन्म 1 जनवरी 1875 में हुआ था। इंकलाब जिंदाबाद का  प्रसिद्ध नारा मौलाना हसरत मोहानी ने दिया था। दिल्ली में सेंट्रल असेंबली में बम विस्फोट के बाद भगत सिंह ने नारा लगाया था। यह भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन की एक रैली थी। हसरत मोहानी पूर्ण स्वराज की मांग करने वाले पहले लोगों में से एक थे। वह लंबे समय तक कांग्रेस के साथ नहीं रहे और बाद में 1925 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) में शामिल हो गए। उन्होंने सीपीआई के पहले पार्टी कार्यालय में लाल झंडा लहराया। सीपीआई से निष्कासित होने के बाद उन्होंने अपनी खुद की ‘आजाद पार्टी’ का गठन किया। बाद में वह 1936 में मुस्लिम लीग में शामिल हो गए और ‘दो राष्ट्र सिद्धांत’ को अस्वीकार करने के बाद छोड़ दिया।

महात्मा गाँधी के प्रसिद्ध नारे 

गांधी जी का जन्मदिन 2 अक्टूबर को हुआ था जिसे ‘अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस‘ के रूप में भी विश्वभर में मनाया जाता है। वह भारत के राष्ट्रपिता के रूप में प्रसिद्ध हैं। गांधी जी की मातृभाषा गुजराती थी और उन्होंने अल्फ्रेड हाई स्कूल, राजकोट से अपनी पढ़ाई की थी। वर्ष 1948 में 30 जनवरी को नाथूराम गोडसे द्वारा महात्मा गांधी की हत्या कर दी गई थी, जो की एक दृढ़ संकल्प वाले व्यक्ति और स्वतंत्रता सेनानी थे।  जिन्होंने भारत की आजादी के लिए अपना जीवन दे दिया। 

महात्मा गाँधी के प्रसिद्ध नारे यहाँ दिए गए है : 

  1. करो या मरो। 
  2. भारत छोड़ो। 
  3. जहां प्रेम है वहां जीवन है।
  4. भगवान का कोई धर्म नहीं है। 
  5. जहां पवित्रता है, वहीं निर्भयता है। 
  6. किसी की मेहरबानी मांगना, अपनी आज़ादी बेचना।
  7. कानों का दुरुपयोग मन को दूषित और अशांत करता है। 
  8. दिल की कोई भाषा नहीं होती, दिल-दिल से बात करता है। 
  9. मैं मरने के लिए तैयार हूं, पर ऐसी कोई वज़ह नहीं है जिसके लिए मैं मारने को तैयार हूं। 
  10. अहिंसा परमो धर्म

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भगत सिंह के प्रसिद्ध नारे 

भगत सिंह के नारे भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के सबसे महत्वपूर्ण प्रतीकों में से एक हैं। उन्होंने देशवासियों में एकजुटता और देशभक्ति की भावना को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भगत सिंह के नारों ने ब्रिटिश शासन के खिलाफ विद्रोह को भी प्रेरित किया। 

भगत सिंह एक महान स्वतंत्रता सेनानी और क्रान्तिकारी थे। उन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए कई नारे दिए। जिनमे से उनके कुछ प्रसिद्ध नारे यहाँ दिए गए है : 

  1. इंकलाब जिंदाबाद!
  2. साम्राज्यवाद का नाश हो!
  3. सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
  4. मेरे खून का एक-एक कतरा इंकलाब लाएगा
  5. पिस्तौल और बम इंकलाब नहीं लाते, क्रान्ति की तलवार विचारों की सान पर तेज होती है
  6. “वांदे मातरम्”
  7. प्रेमी,पागल,और कवी एक ही चीज से बने होते हैं।
  8. मैं एक मानव हूं और जो कुछ भी मानवता को प्रभावित करता है उससे मुझ मतलब है।
  9. व्यक्तियों को कुचल कर, वे विचारों को नहीं मार सकते।
  10. क्रांति मानव जाति का एक अपरिहार्य अधिकार है। स्वतंत्रता सभी का एक कभी न ख़त्म होने वाला जन्म-सिद्ध अधिकार है।
  11. श्रम समाज का वास्विक निर्वाहक है।

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जवाहरलाल नेहरू के प्रसिद्ध नारे 

14 नवंबर 1889 में जवाहरलाल नेहरू का जन्म हुआ था। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा अपने घर पर निजी शिक्षकों के अधीन पूरी की। 15 वर्ष की आयु में वे इंग्लैंड के हैरो स्कूल चले गये। 2 साल बाद वह आगे की पढ़ाई के लिए कैम्ब्रिज चले गए। लंदन में उन्होंने कानून की डिग्री पूरी की और बैरिस्टर बन गये। 1912 में वे भारत लौट आए और सीधे राजनीति में कूद पड़े। वह बच्चों के प्रति अपने प्यार और स्नेह के लिए जाने जाते हैं। उनकी मृत्यु के बाद, 14 नवंबर को उनकी जयंती के रूप में बाल दिवस मनाया जाता है।

जवाहरलाल नेहरू के प्रसिद्ध नारे यहाँ दिए गए है : 

  1. अपने आलस्य को दूर करें
  2. तुम मुझे खून दो मेँ तुम्हें आजादी दूंगा।
  3. इंकलाब जिंदाबाद
  4. जय जवान, जय किसान
  5. हो सकता है कि मेरे पास वयस्कों के लिए समय न हो, लेकिन मेरे पास बच्चों के लिए पर्याप्त समय है।
  6. हम सुंदरता, आकर्षण और रोमांच से भरी एक अद्भुत दुनिया में रहते हैं।
  7. तथ्य तथ्य हैं और आपकी पसंद के कारण गायब नहीं होंगे।
  8. कार्रवाई में मूर्खता से अधिक भयावह कुछ भी नहीं है।
  9. एक भाषा व्याकरण और भाषाशास्त्र से कहीं अधिक महान है।
  10. अत्यधिक सतर्क रहने की नीति सबसे बड़ा जोखिम है।
  11. बुराई अनियंत्रित रूप से बढ़ती है, और सहन की गई बुराई पूरी व्यवस्था में जहर घोल देती है।
  12. संस्कृति मन और आत्मा का विस्तार है।

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सरदार वल्लभभाई पटेल के प्रसिद्ध नारे 

सरदार वल्लभभाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 में हुआ था जिन्हें सरदार और लोहा पुरुष के नाम से भी जाना जाता है, जो की एक भारतीय वकील, प्रभावशाली राजनीतिक नेता, बैरिस्टर और राजनेता थे। सरदार वल्लभभाई पटेल का स्वतंत्रता की लड़ाई में महत्वपूर्ण योगदान रहा है साथ ही वो भारत के पहले गृह मंत्री और उप मंत्री के रूप में भी काम कर चुके है। 

सरदार वल्लभभाई पटेल के प्रसिद्ध नारे यहाँ दिए गए है : 

  1. कठिन समय में कायर बहाना ढूंढते हैं, तो वहीं बहादुर व्यक्ति रास्ता खोजते है।
  2. हमें ऊंच-नीच, अमीर-गरीब और जातिप्रथा के भेदभावों को समाप्त कर देना चाहिए।
  3. बोलने में मर्यादा मत छोड़ना, गालियां देना तो कायर का काम है।
  4. मान-सम्मान किसी के देने से नहीं मिलता, अपनी योग्यतानुसार मिलता है।
  5. हमारे देश में अनेक धर्म, अनेक भाषाएं हैं लेकिन हमारी संस्कृति एक ही है।
  6. प्रजा का विश्वास, राज्य की निर्भयता की निशानी है।
  7. गरीबों की सेवा ही, ईश्वर की सेवा है।
  8. अविश्वास, भय का प्रमुख कारण है।

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रानी लक्ष्मीबाई के प्रसिद्ध नारे 

मराठा परिवार में जन्मी रानी लक्ष्मीबाई का जन्म 19 नवंबर 1828 में हुआ था। झाँसी की रानी, रानी लक्ष्मीबाई साहस और वीरता की प्रतिमूर्ति थीं। वह अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम में एक महत्वपूर्ण नाम थीं। रानी जी ने बहुत बहादुरी से अपने बच्चे को पीठ में बांधकर युद्ध में अपना योगदान दिया था। 

रानी लक्ष्मीबाई के प्रसिद्ध नारे यहाँ दिए गए है : 

  1.  “मै अपने झांसी का आत्म समर्पण नही होने दूंगी”
  2. ‘मैदाने जंग मे मारना है , फिरंगी से नही हारना है’ 
  3.  ‘मेरे स्वर्गीय पति ने शान्ति की कला पर अपना ध्यान समर्पित किया’ 
  4. ‘हम सब एक साथ ग्वालियर मे अंग्रेजों पर हमला करेंगे ‘
  5. ‘हम स्वयं को तैयार कर रहे है , यह अंग्रेजो से लड़ने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है ‘
  6. ‘यह सभी को पता है ये अंग्रेज , सभी धर्म के खिलाफ है ‘ 
  7. ‘यदि युद्ध के मैदान मे हार गये और मारे गए तो निश्चित रूप से मोक्ष प्राप्त करेंगे ‘
  8. ‘हम आजादी के लिए लड़ते है अगर कृष्ण के शब्दो मे कहें तो , हम विजयी होंगे तो विजय के फल का आनन्द लेंगे’

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चंद्रशेखर आजाद के प्रसिद्ध नारे

23 जुलाई 1906 में जन्मे चंद्रशेखर आजाद स्वतंत्रता आंदोलन में भगत सिंह के करीबी साथी थे। जो की भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में सबसे महत्वपूर्ण स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे। इसके संस्थापक रामप्रसाद बिस्मिल की मृत्यु के बाद, आज़ाद ने हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन का पुनर्गठन किया। ब्रिटिश सेना के साथ युद्ध के दौरान कई विरोधियों को मारने के बाद, उन्होंने अपनी कोल्ट पिस्तौल से खुद को गोली मार ली क्योंकि उन्होंने कहा था कि वह कभी भी अंग्रेजों द्वारा जिंदा नहीं पकड़ा जाएंगे।

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चंद्रशेखर आजाद के प्रसिद्ध नारे यहाँ दिए गए है :

  1. “दुश्मनों की गोलियों का सामना हम करेंगें, आजाद है, आजाद ही रहेंगें।”
  2. “एक प्लेन (वायुयान) जमीन पर सदैव सुरक्षित रहता है, किन्तु उसका निर्माण इसलिये नहीं हुआ बल्कि इसलिये हुआ है कि वह कुछ उद्देश्यपूर्ण खतरों को उठाकर जीवन की ऊँचाईयों को छूऐ।”
  3. “जब संसार तुम्हें घुटनों पर ले आये तो याद रखो कि तुम प्रार्थना करने की सबसे अच्छी स्थिति में हो”
  4. “जीवन के तीन साधारण नियम हैः- यदि जो आप चाहते हो उसका पीछा नहीं करोगे तो उसे कभी पा नहीं सकते; यदि कभी पूछोगें नहीं तो उत्तर सदैव ना रहेगा; यदि आप आगे के लिये कदम नहीं उठाओगे, तो आप सदैव उसी स्थान पर रहोगे। इसलिये उसे पाने के लिये आगे बढ़ो”
  5. “जब गाँव के सभी लोग बारिश के लिये प्रार्थना करने का निश्चय करते है, उस प्रार्थना वाले दिन केवल एक व्यक्ति छाते के साथ आता है – यही विश्वास है”
  6. “हर रात जब हम सोने के लिये बिस्तर पर जाते है, हम नहीं जानते कि हम कल सुबह उठेगें भी या नही फिर भी हम आने वाले कल की तैयारी करते है – इसे ही आशा कहते है”।
  7. “जब आप बच्चे को हवा में उछालते हो तो वह बच्चा हँसता है क्योंकि वह जानता है कि आप उसे पकड़ लोगे – यही भरोसा है”
  8. “यह मत देखों कि दूसरे तुम से बेहतर कर रहे है, प्रतिदिन अपने ही रिकार्ड को तोड़ो क्योंकि सफलता सिर्फ तुम और तुम्हारे बीच का संघर्ष है।”
  9. “यदि आप अभी और कभी नाकाम नहीं हुये हो तो यह इस बात का संकेत है कि आप कुछ बहुत नया नहीं कर रहे हो।”

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लाल बहादुर शास्त्री के प्रसिद्ध नारे 

पूर्व भारतीय प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी एक महान नेता थे, जिन्होंने अपने जीवन में कई अनमोल नारे दिए। उनके नारे आज भी भारत के लिए एक प्रेरणा हैं। शास्त्री जी के नारे हर एक व्यक्ति को अमल में लाने चाहियें जिससे उनका जीवन का उद्धार हो। लाल बहादुर शास्त्री के नारे उनके महत्वपूर्ण नेतृत्व को और उनके योगदान को मान्यता देते है। 

लाल बहादुर शास्त्री के प्रसिद्ध नारे यहाँ दिए गए है : 

  1. “जय जवान, जय किसान”
  2. “जब तक दुनिया में एक भी भूखा व्यक्ति है, तब तक मेरा काम पूरा नहीं हुआ है।”
  3. “सत्य और अहिंसा ही मेरे जीवन के दो आधार हैं।”
  4. “एकता में शक्ति है।”
  5. यदि कोई भी व्यक्ति हमारे देश में अछूत कहा जाता है तो भारत का सिर शर्म से झुक जाएगा।
  6. हम खुद के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व की शांति, विकास और कल्याण में विश्वास रखते हैं।
  7. हमारी ताकत और मजबूती के लिए सबसे जरूरी काम है, लोगों में एकता स्थापित करना।
  8. कानून का सम्मान किया जाना चाहिए ताकि हमारे लोकतंत्र की बुनियादी संरचना बरकरार रहे और हमारा लोकतंत्र भी मजबूत बने।
  9. देश की तरक्की के लिए हमें आपस में लड़ने के बजाए गरीबी, बीमारी और अज्ञानता से लड़ना होगा।

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सुभाष चंद्र बोस के प्रसिद्ध नारे 

सुभाष चन्द्र बोस एक राष्ट्रवादी थे। नेताजी सुभाष चंद्र बोस को ‘नेताजी’ के नाम से जाना जाता था। उनकी सर्वोच्च देशभक्ति ने उन्हें भारत का महान नायक बना दिया। उनका प्रसिद्ध नारा है ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ और ‘दिल्ली चलो’। उन्होंने आज़ाद हिंद फ़ौज का गठन किया और भारत के स्वतंत्रता संग्राम में कई योगदान दिए। जिसका उपयोग उन्होंने स्वतंत्रता हासिल करने के लिए किया था।

सुभाष चंद्र बोस के प्रसिद्ध नारे यहाँ दिए गए है : 

  1. तुम मुझे खून दो मै तुम्हे आजादी दूंगा
  2. जय हिंदी 
  3. आजादी दी नहीं जाती, ली जाती है।
  4. यह हमारा कर्तव्य है कि हम अपनी आजादी की कीमत अपने खून से चुकाएं।
  5. दिल्ली चलो

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मंगल पांडेय के प्रसिद्ध नारे

मंगल पांडे द्वारा ‘मारो फिरंगी को’ का नारा दिया गया था। मंगल पांडेय एक महान भारतीय सैनिक थे जिन्होंने 1857 के विद्रोह में महान भूमिका निभाई थी। वह 34वीं बंगाल नेटिव इन्फैंट रेजिमेंट से संबंधित हैं। 1984 में भारत सरकार द्वारा उनकी याद में एक डाक टिकट जारी किया गया था। वह पहले भारतीय सैनिक थे जिनका अंग्रेजों पर हमला पहली बड़ी घटना थी जिसे सिपाही विद्रोह के नाम से जाना गया।

लाला लाजपत राय के प्रसिद्ध नारे

लाला लाजपत राय का जन्म 28 जनवरी 1865 में हुआ था जिन्होंने ‘साइमन गो बैक’ जैसे नारे दिए। लाला लाजपत राय, जिन्हें “पंजाब का शेर” भी कहा जाता है, ब्रिटिश राज के दौरान भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के एक प्रमुख नेता थे। जिन्होंने भारतीयों के अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी और भारत में ब्रिटिश शासन को समाप्त करने के लिए अथक प्रयास किया। 

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बाल गंगाधर तिलक के प्रसिद्ध नारे

बाल गंगाधर तिलक एक शिक्षक, राष्ट्रवादी और कार्यकर्ता थे। वह लालबल पाल तिकड़ी में से एक है। वे स्वतंत्रता आंदोलन के प्रथम नेता थे। उन्हें “लोकमान्य” शीर्षक दिया गया है, जिसका अर्थ है “लोगों द्वारा अपने नेता के रूप में स्वीकार किया गया”। 

बाल गंगाधर तिलक के प्रसिद्ध नारे यहाँ दिए गए है : 

  1. स्वराज मेरा जन्म सिद्ध अधिकार है, हम इसे लेकर रहेंगे.
  2. धर्म और व्यावहारिक जीवन अलग नहीं हैं. सन्यास लेना जीवन का परित्याग करना नहीं है.  असली भावना सिर्फ अपने लिए काम करने की बजाये देश को अपना परिवार बना मिलजुल कर काम करना है। 
  3. प्रगति स्वतंत्रता में निहित है. बिना स्वशासन के न औद्योगिक विकास संभव है , न ही राष्ट्र के लिए शैक्षिक योजनाओं की कोई उपयोगिता है… देश की स्वतंत्रता के लिए प्रयत्न करना सामाजिक सुधारों से अधिक महत्वपूर्ण है। 
  4. भूविज्ञानी पृथ्वी का इतिहास वहां से उठाते हैं जहां से पुरातत्वविद् इसे छोड़ देते हैं , और उसे और भी पुरातनता में ले जाते हैं। 
  5. ये सच है कि बारिश की कमी के कारण अकाल पड़ता है लेकिन ये भी सच है कि भारत के लोगों में इस बुराई से लड़ने की शक्ति नहीं है। 

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Female Freedom Fighters Slogans in Hindi 

स्वतंत्र भारत के संघर्ष में महिलाओं के योगदान को भुला नहीं किया जा सकता। ब्रिटिश शासन के खिलाफ बहुत सारी साहसी महिलाओं ने आवाज उठाई। कई महिलाएँ सड़कों पर उतरीं, जुलूसों का नेतृत्व किया और व्याख्यान और प्रदर्शन किये। इन महिलाओं में बहुत साहस और प्रखर देशभक्ति थी। 

भारत में स्वतंत्रता सेनानी सभी महिलाओं और युवा लड़कियों के लिए प्रेरणा रही हैं। आजादी की लड़ाई का नेतृत्व करने के लिए इस्तेमाल किए गए ये नारे Female Freedom Fighters Slogans in Hindi यहाँ दिए हुए है : 

महिला स्वतंत्रता सेनानीभारत में महिला स्वतंत्रता सेनानियों के नारे
विजया लक्ष्मी पंडित“स्वतंत्रता डरपोक लोगों के लिए नहीं है।”
सरोजिनी नायडू“देश की महानता उसके प्रेम और बलिदान के अमर आदर्शों में निहित है जो जाति की माताओं को प्रेरित करते हैं।”
अरुणा आसफ अली“यह अफ़सोस की बात है कि राजनीतिक कार्यकर्ताओं और नेताओं की नई पीढ़ी गांधीवादी विचारों को बहुत कम सम्मान दे रही है, जिनमें से प्रमुख अहिंसा थी। यदि हम अपने तरीके नहीं सुधारते हैं, तो हम खुद को फिर से पहली स्थिति में पा सकते हैं।”
रानी लक्ष्मी बाई“जो जोखिम लेने के लिए पर्याप्त साहसी नहीं है वह जीवन में कुछ भी हासिल नहीं कर पाएगा।”
एनी बेसेंट“अगर युद्ध के मैदान में मारे गए, तो हम निश्चित रूप से शाश्वत मोक्ष अर्जित करेंगे।”
सावित्रीबाई फुलेहम स्वतंत्र लोग हैं, श्वेत व्यक्ति को हम पर शासन नहीं करना चाहिए।”
मैडम भीकाजी कामा“मार्च फॉरवर्ड: हम भारत के लिए हैं; भारत भारतीयों के लिए है।”

FAQs

‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ का नारा किसने दिया था?

 ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ का नारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने दिया। 

प्रथम स्वतंत्रता सेनानी कौन है?

देश की आजादी का बीज बोने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी मंगल पांडे भारत के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के अग्रदूत थे। मंगल पांडे द्वारा 1857 में जुलाई की आजादी की मशाल से 90 साल बाद पूरा भारत रोशन हुआ और आज हम स्वतंत्र भारत में सांस ले रहे हैं। 

सबसे बड़ा आंदोलन क्या है?

‘भारत छोड़ो‘ आंदोलन। 

‘करो या मरो’ का नारा किसने दिया?

‘करो या मरो’ का नारा महात्मा गाँधी ने दिया।

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