Paragraph on Diwali in Hindi : ऐसे लिखें दिवाली फेस्टिवल पर पैराग्राफ 

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Paragraph on Diwali in Hindi

दीपावली सबसे बड़ा उत्सव आश्विन या कार्तिक के कृष्ण पक्ष के अंतिम दिन होता है। दीपावली को रोशनी का त्योहार के रूप में भी जाना जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की भी पूजा की जाती है और शाम को दीपों की रोशनी से पूरा भारत जगमगाता है। कई बार एग्जाम में दीपावली से जुड़े प्रश्न पूछे जाते हैं, इसलिए इस ब्लाॅग Paragraph on Diwali in Hindi में हम दीपावली का महत्व और दीपावली का सांस्कृतिक महत्व क्या है के बारे में विस्तार से जानेंगे।

Paragraph on Diwali in Hindi 200 शब्दों में

दीपावली, जिसे दिवाली या दीवाली भी कहा जाता है, भारत और दुनिया भर में मनाए जाने वाले सबसे महत्वपूर्ण हिंदू त्योहारों में से एक है। यह त्योहार कार्तिक मास के अमावस्या के दिन मनाया जाता है, जो आमतौर पर अक्टूबर या नवंबर में होता है।

दीपावली को “दीपों का त्योहार” कहा जाता है, क्योंकि इस दिन घरों, दुकानों और मंदिरों को दीयों, रंगोली और आतिशबाजी से सजाया जाता है। इस दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं, मिठाई बांटते हैं और एक-दूसरे को दीपावली की शुभकामनाएं देते हैं।

दीपावली का त्योहार कई पौराणिक कथाओं से जुड़ा हुआ है। एक लोकप्रिय कथा के अनुसार, भगवान राम 14 वर्ष के वनवास के बाद इस दिन अयोध्या लौटे थे। उनके स्वागत में अयोध्यावासियों ने दीये जलाए थे।

दीपावली का त्योहार अच्छाई की जीत का प्रतीक है। यह बुराई पर अच्छाई, अंधकार पर प्रकाश और अज्ञान पर ज्ञान की जीत का प्रतीक है। यह त्योहार लोगों को एकजुट होने और एक दूसरे के साथ प्यार और सद्भाव से रहने का संदेश देता है।

दीपावली एक ऐसा त्योहार है जो लोगों को खुशी और उत्साह प्रदान करता है। यह एक ऐसा समय है जब लोग एक दूसरे के साथ मिलकर आनंद मनाते हैं और नए साल की शुरुआत करते हैं।

Paragraph on Diwali in Hindi 500 शब्दों में 

दीपावली, भारत में मनाया जाने वाला एक प्रमुख हिंदू त्योहार है, जिसे खुशी और उत्साह के साथ पूरे धूमधाम से मनाया जाता है। यह त्योहार कार्तिक मास के अमावस्या को मनाया जाता है और आमतौर पर अक्टूबर और नवंबर के बीच होता है। दीपावली को ‘दीपों का त्योहार’ भी कहा जाता है क्योंकि इस दिन घरों, दुकानों, और मंदिरों को दीपों, रंगोली, और आतिशबाजी से सजाया जाता है।

दीपावली का महत्व हिंदू धर्म में बहुत अधिक है, और यह भारत के साथ-साथ विश्व भर के हिंदू समुदायों के लिए भी एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इसे ‘आयुर्वेद के त्योहार’ के रूप में भी जाना जाता है, क्योंकि इस दिन लोग अपने घरों को सफाई और धूप-दीप के आवाज में सजाते हैं।

दीपावली के मनाने के पीछे कई पौराणिक कथाएं भी हैं। एक लोकप्रिय कथा के अनुसार, भगवान राम ने अपने 14 वर्षीय वनवास के बाद अयोध्या को वापस लौटने के दिन दीपावली मनायी थी। उनके स्वागत में अयोध्यावासियों ने दीपों के साथ रंगोली और पटाखों का आयोजन किया था।

दीपावली का त्योहार बुराई पर अच्छाई, अंधकार पर प्रकाश, और अज्ञान पर ज्ञान की जीत का प्रतीक है। यह त्योहार लोगों को एक साथ आने, प्यार और सद्भावना के साथ रहने के लिए प्रोत्साहित करता है।

दीपावली के त्योहार को शुरू करने के लिए लोग अपने घरों और दुकानों को खूबसूरती से सजाते हैं। दीपों की रौशनी घरों को प्रकाशित करती है और खुशी का संकेत देती है, रंगोली की रचना घर की सुंदरता और समृद्धि की प्रतीक है, और आतिशबाजी उत्सव की धूमधाम और आनंद का स्रोत है।

दीपावली के दिन लोग भगवान गणेश और लक्ष्मी की पूजा करते हैं। गणेश को बुद्धि और समृद्धि का देवता माना जाता है, जबकि लक्ष्मी धन और समृद्धि की देवी है। इसके बाद, पटाखे और आतिशबाजी चलते हैं, जिनसे आसमान में रंगीन आतिशें उड़ाते हैं और आसमान रंगीन हो जाता है। यह दृश्य अद्वितीय और आकर्षक होता है, और लोग इसका आनंद उठाते हैं।

दिवाली की गतिविधियाँ 

यहां दीपावली के कुछ प्रमुख अनुष्ठान और गतिविधियाँ दी गई हैं:

घरों और दुकानों को सजाना: दीपावली के दिन घरों और दुकानों को दीयों, रंगोली और आतिशबाजी से सजाया जाता है। दीये प्रकाश और खुशी का प्रतीक हैं, रंगोली सुंदरता और समृद्धि का प्रतीक हैं, और आतिशबाजी उत्सव का प्रतीक हैं।

भगवान गणेश और लक्ष्मी की पूजा करना: दीपावली के दिन लोग भगवान गणेश और लक्ष्मी की पूजा करते हैं। भगवान गणेश को बुद्धि और समृद्धि का देवता माना जाता है, और देवी लक्ष्मी को धन और समृद्धि की देवी माना जाता है।

पटाखे और आतिशबाजी चलाना: दीपावली के दिन लोग पटाखे और आतिशबाजी चलाते हैं। पटाखे और आतिशबाजी उत्सव और खुशी का प्रतीक हैं।

एक-दूसरे को दीपावली की शुभकामनाएं देना: दीपावली के दिन लोग एक-दूसरे को दीपावली की शुभकामनाएं देते हैं। वे एक-दूसरे को मिठाई और उपहार भी देते हैं।

दीपावली एक ऐसा त्योहार है जो लोगों को एक साथ लाता है और उन्हें खुशी और उत्साह प्रदान करता है। यह एक ऐसा समय है जब लोग एक दूसरे के साथ मिलकर आनंद मनाते हैं और नए साल की शुरुआत करते हैं।

दिवाली से जुड़े कुछ तथ्य 

आइए दिवाली से जुड़े कुछ तथ्यों के बारे मे जानते हैं:

  • दिवाली हिन्दू धर्म का प्रमुख त्योहार है, जिसे विभिन्न भागों में विशेष रूप से मनाया जाता है, जैसे कि लक्ष्मी पूजा, धनतेरस, छोटी दिवाली, महापर्व, और भैया दूज।
  • इस त्योहार का मुख्य सिंबल दीपक है, जो अंधकार को प्रकाश में बदलता है और आशा, उपलब्धि, और खुशियों की ओर संकेत करता है।
  • दिवाली के दिन, लक्ष्मी माता की पूजा की जाती है, जिसे धन, संपत्ति, और सफलता की आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए किया जाता है।
  • दिवाली के दिन, लोग विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट खाने बनाते हैं और उन्हें दोस्तों और परिवार के साथ साझा करते हैं।
  • दिवाली के मनोरंजन का हिस्सा पटाखे होते हैं, जिन्हें बच्चे और वयस्क दोनों खुशी-खुशी जलाते हैं।
  • दिवाली एक सामाजिक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो लोगों को एक साथ आने और एक-दूसरे के साथ समय बिताने का मौका प्रदान करता है।
  • दिवाली के त्योहार के पीछे विभिन्न धार्मिक कथाएँ होती हैं, जिनमें रामायण के आदर्श परिपत्र, नरकासुर वध, और गोवर्धन पूजा शामिल हैं।

FAQs

दिवाली के 5 दिन कौन से हैं?

दिवाली के पांच दिन हैं धनतेरस, नरक चतुर्दशी, लक्ष्मी पूजा, गोवर्धन पूजा और भाई दूज।

दीया का मुंह किस दिशा में होना चाहिए?

आप दीयों को पूर्व या उत्तर दिशा में भी रख सकते हैं। माना जाता है कि इन्हें पूर्व दिशा में रखने से परिवार को स्वास्थ्य लाभ होता है, जबकि उत्तर दिशा में रखने से धन की प्राप्ति होती है। टिप: मंदिर के दीये और दीपक दक्षिण दिशा में रखने से बचें।

छोटी दिवाली को क्यों कहते हैं नरक चतुर्दशी?

हिंदू मान्यता के मुताबिक, इस दिन भगवान विष्णु के अवतार श्रीकृष्ण ने राक्षस नरकासुर का वध किया था। नरकासुर के बंदी गृह में 16 हजार से ज्यादा महिलाएं कैद थीं, जिन्हें भगवान कृष्ण ने आजाद कराया था। तब से छोटी दिवाली को नरक चतुर्दशी के तौर पर मनाया जाता है।

आशा हैं कि आपको इस ब्लाॅग में Paragraph on Diwali in Hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी प्रकार के ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।

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