इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (इसरो) अपने अगले मिशन आदित्य एल-1 की लाॅन्चिग की तैयारी में है। इसरो के अनुसार, Aditya L1 मिशन 2 सितंबर 2023 को लाॅन्च किया जाएगा, लेकिन इसकी लाॅन्चिग से पहले पृथ्वी से सूर्य की दूरी (Distance Between Earth And Sun) जानना जरूरी है। उल्लेख किया गया है सूर्य से पृथ्वी की औसत दूरी लगभग 93 मिलियन मील (150 मिलियन किलोमीटर) है।
जनवरी की शुरुआत में, पृथ्वी तारे के सबसे करीब पहुंच जाती है। नासा के अनुसार, खगोलशास्त्री इस बिंदु को पेरीहेलियन कहते हैं। सूर्य से पृथ्वी की दूरी (Distance Between Earth And Sun) हमारे द्वारा अनुभव किए जाने वाले मौसमों को निर्धारित नहीं करती है; ऋतुएं ग्रह की धुरी के झुकाव से निर्धारित होती हैं। यही कारण है कि पृथ्वी के दक्षिणी गोलार्ध में होने वाला मौसम हमेशा उत्तरी गोलार्ध के मौसम के विपरीत होता है।
Distance Between Earth And Sun
आदित्य एल-1 मिशन 150 मिलियन किलोमीटर की दूरी (Distance Between Earth And Sun) तय कर लेगा तो यह सूर्य की स्टडी करने वाला इंडिया का पहला साइंस मिशन बन जाएगा। आदित्य-एल1 सूर्य को करीब से देखेगा और उसके वायुमंडल और चुंबकीय क्षेत्र के बारे में जानकारी प्राप्त करने का प्रयास करेगा।
यह भी पढ़ें- What is Aditya L1 Mission | जानिये क्या हैइसरो का आदित्य एल-1 मिशन, जो करेगा सूर्य का अध्ययन
आदित्य एल-1 की सफलता के बाद बढ़ेगी एक और उपलब्धि
ब्रह्मांड एक बड़ी जगह है और कभी-कभी शोधकर्ता खगोलीय इकाइयों का उपयोग यह बताने के लिए करते हैं कि आकाशीय पिंड एक दूसरे से कितनी दूर अलग हैं। पृथ्वी से सूर्य की दूरी (Distance Between Earth And Sun) भेदने के बाद जर्मनी, अमेरिका और यूरोपीय स्पेस एजेंसी के बाद भारत सूर्य के पास अंतरिक्ष यान भेजने वाला दुनिया का चौथा देश बन जाएगा।
सम्बंधित आर्टिकल
उम्मीद है कि इस ब्लाॅग में आपको Distance Between Earth And Sun की पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।