चटनी हो जाना मुहावरे का अर्थ (Chatni Ho Jaana Muhavare Ka Arth) होता है, बहुत जल्दी खर्च हो जाना। जब कोई चीज बहुत जल्द खत्म हो जाती है तो उसके लिए इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप चटनी हो जाना मुहावरे का अर्थ, इसका वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
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चटनी हो जाना मुहावरे का अर्थ क्या है?
चटनी हो जाना मुहावरे का अर्थ (Chatni Ho Jaana Muhavare Ka Arth) होता है- बहुत जल्दी खर्च हो जाना। आसान शब्दों में समझें तो किसी चीज के अल्प समय में समाप्त होने को ही चटनी हो जाना कहते हैं।
चटनी हो जाना पर व्याख्या
“चटनी हो जाना” हिंदी भाषा का एक बेहद लोकप्रिय मुहावरा है जिसका अर्थ होता है- बहुत जल्दी खर्च हो जाना। इस मुहावरे का उद्देश्य उस परिस्थिति को दर्शाना है, जहाँ बड़े ही अल्प समय में कोई चीज खर्च हो जाती है।
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चटनी हो जाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
चटनी हो जाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- तनख्वाह खाते में आते ही चटनी हो जाती है।
- दुखों को साझा करने से दुःख भी चटनी हो जाते हैं।
- बेमौसम बरसात से समान सारा चटनी हो गया।
- वक़्त बदलते ही देवांग की योजनाएं चटनी हो गयीं।
- बाढ़ के आते ही बड़ी-बड़ी इमारते चटनी हो गयीं।
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आशा है कि आपको चटनी हो जाना मुहावरे का अर्थ (Chatni Ho Jaana Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।