प्रतियोगी परीक्षाओं में करंट अफेयर्स से जुड़े क्वेश्चन पूछे जाते हैं, क्योंकि करंट अफेयर्स का उद्देश्य मनुष्य की समझ को विस्तार करना है। UPSC में प्री और मेंस एग्जाम के अलावा इंटरव्यू का भी महत्वपूर्ण रोल है, इसलिए कैंडिडेट्स को रोजाना हो रहीं आसपास और देश-दुनिया की घटनाओं को समझना होगा। आज हम इस ब्लाॅग में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर का कार्यकाल कितना होता है जानेंगे, जिसे आप अपनी तैयारी में जोड़ सकते हैं।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर का कार्यकाल
भारतीय रिजर्व बैंक का गवर्नर सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया का मुख्य कार्यकारी अधिकारी और इसके केंद्रीय निदेशक मंडल का पदेन अध्यक्ष (Ex-officio Chairman) होता है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा जारी किए गए भारतीय नोट पर भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर के हस्ताक्षर होते हैं। आरबीआई गवर्नर को भारत सरकार द्वारा 3 या 5 साल के कार्यकाल के लिए नियुक्त किया जाता है और उसे इस पद के लिए फिर से चुना जा सकता है।
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रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर का काम क्या है?
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर का कार्यकाल जानने के साथ ही उसके कामों के बारे में जानना चाहिए, जोकि इस प्रकार हैंः
- RBI गवर्नर आरबीआई का प्रमुख होता है।
- RBI गवर्नर भारत की मौद्रिक नीति को तैयार करने और लागू करने और निगरानी करने में केंद्रीय भूमिका निभाता है।
- अब तक छपे हर नोट पर RBI गवर्नर के हस्ताक्षर होते हैं।
- RBI गवर्नर ग्रामीण, कृषि और विभिन्न MSME क्षेत्रों में ऋण के प्रवाह की निगरानी और सुविधा भी प्रदान करते हैं।
- RBI गवर्नर वित्तीय संस्थानों में सर्वोच्च स्थान रखता है।
- RBI गवर्नर किसी अर्थव्यवस्था में मौद्रिक स्थिरता बनाए रखने के लिए जिम्मेदार होता है।
- भारत के RBI गवर्नर नए विदेशी और निजी बैंक खोलने के लिए लाइसेंस जारी करने के लिए जिम्मेदार होते हैं।
आरबीआई गवर्नर लिस्ट
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर लिस्ट इस प्रकार हैः
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर | कार्यकाल |
सर ओसबोर्न स्मिथ | 1 अप्रैल 1935 से 30 जून 1937 |
सर जेम्स ब्रेड टेलर | 1 जुलाई 1937 से 17 फ़रवरी 1943 |
सर सीडी देशमुख | 11 अगस्त 1943 से 30 जून 1949 |
सर बेनेगल रामा राव | 1 जुलाई 1949 से 14 जनवरी 1957 |
केजी अम्बेगाओंकर | 14 जनवरी 1957 से 28 फ़रवरी 1957 |
एचवीआर आयंगर | 1 मार्च 1957 से 28 फ़रवरी 1962 |
पीसी भट्टाचार्य | 1 मार्च 1962 से 30 जून 1967 |
एलके झा | 1 जुलाई 1967 से 3 मई 1970 |
बीएन आदरकार | 4 मई 1970 से 15 जून 1970 |
एस जगन्नाथन | 16 जून 1970 से 19 मई 1975 |
एनसी सेनगुप्ता | 19 मई 1975 से 19 अगस्त 1975 |
केआर पुरी | 20 अगस्त 1975 से 2 मई 1977 |
एम नरसिम्हन | 3 मई 1977 से 30 नवंबर 1977 |
डॉ. आई. जी. पटेल | 1 दिसंबर 1977 से 15 सितंबर 1982 |
डॉ. मनमोहन सिंह | 16 सितंबर 1982 से 14 जनवरी 1985 |
ऐ घोष | 15 जनवरी 1985 से 4 फरवरी 1985 |
आरएन मल्होत्रा | 4 फ़रवरी 1985 से 22 दिसंबर 1990 |
एस वेंकटरमनन | 22 दिसबंर 1990 से 21 दिसंबर 1992 |
सी रंगराजन | 22 दिसंबर 1992 से 21 नवंबर 1997 |
डॉ. बिमल जालान | 22 नवंबर 1997 से 6 सितबंर 2003 |
डॉ. वॉयवी रेड्डी | 6 सितबंर 2003 से 5 सितबंर 2008 |
डी. सुब्बाराव | 4 सितबंर 2008 से 4 सितबंर 2013 |
रघुराम राजन | 5 सितबंर 2013 से 4 सितबंर 2016 |
उर्जित पटेल | 4 सितबंर 2016 से 11 दिसंबर 2018 |
शक्तिकांत दास | 11 दिसंबर 2018 से अब तक। |
आरबीआई गवर्नर के लिए योग्यता क्या है?
अगर कैंडिडेट को गवर्नरशिप का अनुभव है तो वह एलिजिबिल हो सकता है, लेकिन आरबीआई का नेतृत्व करने के लिए, एक व्यक्ति को फाइनेंशियल और बिजनेस स्ट्रैटेजी से परिचित हो और एक अर्थशास्त्री के रूप में या (आर्थिक मामलों के सचिव/वित्तीय सचिव, आदि) के साथ काम किया होना चाहिए।
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FAQs
भारतीय रिजर्व बैंक के वर्तमान गवर्नर शक्तिकांत दास हैं।
3 साल।
अरुंधति भट्टाचार्य।
आशा है कि इस ब्लाॅग में आपको रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के गवर्नर का कार्यकाल पता चला होगा। एग्जाम की तैयारी और बेहतर करने व UPSC में पूछे जाने वाले क्वैश्चंस के बारे में अधिक जानकारी के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।