आज के बदलते दौर में बीएससी एमएलटी एक ऐसा कोर्स है जिसकी डिमांड लगातार बढ़ रही है। अगर आप मेडिकल फील्ड में करियर बनाना चाहते हैं और डॉक्टर या नर्सिंग के अलावा किसी प्रोफेशनल ऑप्शंस की तलाश कर रहे हैं, तो यह कोर्स आपके लिए सही चुनाव हो सकता है। यह कोर्स छात्रों को हेल्थ सेक्टर में सिक्योर करियर और अच्छी सैलरी पैकेज के साथ एक शानदार जॉब पाने में आपकी मदद कर सकता है। इस लेख में BSc MLT कोर्स से जुड़ी जानकारी दी गई है।
This Blog Includes:
- BSc MLT कोर्स क्या है?
- BSc MLT कोर्स क्यों चुनें?
- BSc MLT कोर्स के लिए आवश्यक योग्यता
- BSc MLT कोर्स की औसत फीस
- BSc MLT कोर्स के लिए आवश्यक दस्तावेज
- बीएससी मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी कोर्स सिलेबस
- BSc MLT कोर्स के लिए बेस्ट कॉलेज
- BSc MLT कोर्स के लिए आवेदन प्रक्रिया
- BSc MLT कोर्स करने के बाद करियर स्कोप
- BSc MLT कोर्स करने के बाद मिलने वाली सैलरी
- FAQs
BSc MLT कोर्स क्या है?
बीएससी इन मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नोलॉजी (BSc MLT) एक स्नातक स्तर का हेल्थकेयर कोर्स है, जिसकी अवधि सामान्यतः तीन से चार साल होती है। इस कोर्स में छात्रों को लैब टेस्टिंग, पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री और डायग्नोस्टिक तकनीकों की ट्रेनिंग दी जाती है। इसमें प्रयोगशाला तकनीक, पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री और क्लिनिकल रिसर्च जैसे विषय शामिल होते हैं।
BSc MLT कोर्स क्यों चुनें?
यह कोर्स मेडिकल साइंस का अहम हिस्सा है जिसमें छात्रों को खून, पेशाब, ऊतक और अन्य नमूनों की जांच करना सिखाया जाता है। भारत में बढ़ते स्वास्थ्य ढांचे और मेडिकल टेक्नोलॉजी की जरूरत के कारण एमएलटी पेशेवरों की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। यही कारण है कि यह कोर्स आपके बेहतरीन करियर के लिए एक शानदार विकल्प साबित हो सकता है। इस कोर्स में छात्र न केवल सैद्धांतिक ज्ञान प्राप्त करते हैं, बल्कि प्रयोगशाला में प्रैक्टिकल ट्रेनिंग लेकर वास्तविक अनुभव भी हासिल कर सकते हैं।
BSc MLT कोर्स के लिए आवश्यक योग्यता
इस कोर्स में प्रवेश पाने के लिए कुछ निम्नलिखित योग्यताएं और शर्तें जरुरी होती हैं –
- इस कोर्स को करने के लिए छात्रों को 12वीं कक्षा में साइंस स्ट्रीम से फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी (PCB) या मैथ्स विषयों के साथ पास होना चाहिए।
- इस कोर्स को करने के लिए ज्यादातर यूनिवर्सिटीज़ में एडमिशन के लिए 50% या उससे अधिक अंक आवश्यक होते हैं। हालाँकि आरक्षित श्रेणी के छात्रों के लिए इसमें कुछ छूट भी दी जाती है।
- कुछ कॉलेज मेरिट के आधार पर एडमिशन देते हैं, जबकि कई यूनिवर्सिटीज़ एंट्रेंस एग्ज़ाम भी आयोजित करती हैं।
- इस कोर्स में आवेदन के लिए स्टूडेंट्स की सामान्यतः न्यूनतम आयु 17 वर्ष होनी चाहिए।
- इस कोर्स में प्रवेश के लिए CUET जैसे एंट्रेंस एग्जाम को पास करना भी अनिवार्य हो जाता है।
BSc MLT कोर्स की औसत फीस
BSc MLT कोर्स की फीस कॉलेज या यूनिवर्सिटी के प्रकार पर निर्भर करती है। बता दें कि सरकारी संस्थानों में इसकी फीस आमतौर पर 20,000 से 50,000 रुपये प्रति वर्ष तक हो सकती है, जबकि प्राइवेट कॉलेजों में यही फीस 70,000 रुपये से लेकर 1,50,000 रुपये प्रति वर्ष तक पहुंच सकती है। एक्सपर्ट्स की मानी जाए तो इस कोर्स की कुल अनुमानित फीस लगभग 2 लाख से 4.5 लाख रुपये तक हो सकती है।
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BSc MLT कोर्स के लिए आवश्यक दस्तावेज
इस कोर्स को करने के लिए उम्मीदवारों के पास आमतौर पर निम्नलिखित दस्तावेज होना अनिवार्य है, जो कि लगभग हर संस्थान में एडमिशन के समय मांगे जाते हैं –
- पासपोर्ट साइज फोटो
- आधार कार्ड या कोई वैध पहचान पत्र
- दसवीं और बारहवीं की मार्कशीट और सर्टिफिकेट
- ट्रांसफर सर्टिफिकेट (TC) या माइग्रेशन सर्टिफिकेट
- कैटेगरी सर्टिफिकेट (यदि लागू हो)
- मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट
बीएससी मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी कोर्स सिलेबस
BSc MLT कोर्स का सिलेबस राज्य और यूनिवर्सिटी के अनुसार थोड़ा अलग हो सकता है, लेकिन इसका सामान्य और बुनियादी सिलेबस कुछ इस प्रकार होता है:
| विषय | इम्पोर्टेंट टॉपिक्स |
| सेमेस्टर 1 | मानव शरीर रचना विज्ञान-I मानव शरीर क्रिया विज्ञान-I स्वास्थ्य शिक्षा और स्वास्थ्य संचार जैव रसायन-I |
| सेमेस्टर 2 | जैव-चिकित्सा अपशिष्ट प्रबंधन मानव शरीर रचना विज्ञान-II मानव शरीर रचना-II जैव रसायन-II |
| सेमेस्टर 3 | पैथोलॉजी-I क्लिनिकल हेमेटोलॉजी-I इम्यूनोलॉजी और सीरोलॉजी-I माइक्रोबायोलॉजी-I |
| सेमेस्टर 4 | क्लिनिकल हेमेटोलॉजी-I हिस्टोपैथोलॉजी और हिस्टोटेक्निक्स – I माइक्रोबायोलॉजी, इम्यूनोलॉजी और सीरोलॉजी – I हिस्टोपैथोलॉजी और हिस्टोटेक्निक्स -I |
| सेमेस्टर 5 | पैथोलॉजी – II क्लिनिकल हेमेटोलॉजी-II इम्यूनोलॉजी और सीरोलॉजी-II माइक्रोबायोलॉजी-II |
| सेमेस्टर 6 | इम्यूनोहेमेटोलॉजी और रक्त बैंकिंग क्लिनिकल एंजाइमोलॉजी और स्वचालन परजीवी विज्ञान और विषाणु विज्ञान डायग्नोस्टिक साइटोलॉजी |
| सेमेस्टर 7 | उन्नत निदान तकनीकें नैदानिक आणविक जीवविज्ञान क्लिनिकल एंडोक्रिनोलॉजी और विष विज्ञान |
BSc MLT कोर्स के लिए बेस्ट कॉलेज
BSc MLT कोर्स के लिए निम्नलिखित कॉलेज/संस्थान आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं:
- दिल्ली यूनिवर्सिटी (डीयू)
- बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी
- आईआईटी मद्रास – भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान
- एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा
- पारुल यूनिवर्सिटी
- अमृता विश्व विद्यापीठम, कोयंबटूर
- जामिया मिलिया इस्लामिया
- फर्ग्यूसन कॉलेज
- एसआरएम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संस्थान, कट्टनकुलथुर
- अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, दिल्ली
BSc MLT कोर्स के लिए आवेदन प्रक्रिया
BSc MLT कोर्स के लिए आप निम्नलिखित आवेदन प्रक्रिया को फॉलो कर सकते हैं –
- मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी में BSc MLT कोर्स के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन फॉर्म जारी किए जाते हैं।
- BSc MLT कोर्स संबंधित संस्थान ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया के लिए ऑनलाइन फॉर्म को देखें।
- इसके बाद इस कोर्स के लिए दिए गए आवेदन ऑनलाइन फॉर्म को भरें।
- आवेदन फॉर्म में अपने दस्तावेज जैसे- 10+2 मार्कशीट, पहचान प्रमाण, जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो) आदि को अपलोड करें और अपनी जानकारी को सही से अपडेट करें।
- इसके बाद आवेदन शुल्क का भुगतान भरें और यदि आपके द्वारा चयनित संस्थान में प्रवेश पाने के लिए किसी प्रवेश परीक्षा का आयोजन होता है तो आप इस परीक्षा के लिए खुद को तैयार करें।
- यदि आपके चुने गए संस्थान में मेरिट लिस्ट के आधार पर एडमिशन होता है तो आप मेरिट लिस्ट की प्रतीक्षा करें, जो कि 12वीं के अंकों के आधार पर बनती है।
- मेरिट लिस्ट में या परीक्षा के बाद चुने जाने पर कॉउंसलिंग प्रोसेस का पार्ट बनें।
- इसके बाद अंत में अपने दस्तावेज़ सत्यापन कराएं, और अपनी प्रवेश प्रक्रिया को पूरा करें।
- इस कोर्स के लिए ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया के लिए सबसे पहले अपने लिए मान्यता प्राप्त संस्थान की पहचान करें और फिर इसके लिए पात्रता मानदंड को जांचें।
- फिर संबंधित संस्थान में जाकर सबसे पहले आप आवेदन फॉर्म को खरीदें और उसे ध्यान पूर्वक पढ़ते हुए ही अपनी जानकारी उस फॉर्म में भरें।
- इस कोर्स को करने के लिए उम्मीदवारों के पास मार्कशीट 10+2 मार्कशीट, पहचान प्रमाण, जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो) जैसे जरूरी डॉक्यूमेंट्स होने चाहिए।
- इसके बाद आप अपने आवेदन शुल्क को समय रहते भरें और आगे की प्रक्रिया का हिस्सा बनें।
- सही ढंग से आवेदन फॉर्म भरने के बाद फॉर्म को निर्धारित तिथि से पहले ही सबमिट करें और यदि इसके लिए संस्थान द्वारा किसी परीक्षा का आयोजन किया जाता है, तो उसमें प्रतिभाग करें।
- यदि मेरिट के आधार पर आपका एडमिशन होगा तो इसके लिए अपने संसथान में जाकर मेरिट लिस्ट को चेक करें।
- अंत में मेरिट लिस्ट में नाम आने पर कॉउंसलिंग प्रोसेस का पार्ट बनें और अपनी आवेदन प्रक्रिया को पूरा करें।
BSc MLT कोर्स करने के बाद करियर स्कोप
बीएससी मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी कोर्स पूरा करने के बाद छात्रों के सामने हेल्थकेयर क्षेत्र में कई करियर अवसर खुल जाते हैं। इस कोर्स को करने के बाद आप सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों, डायग्नोस्टिक लैब्स, रिसर्च लेबोरेटरी, दवा उद्योग, और अस्पतालों में नीचे बताए गए पदों पर काम करके अपना करियर बना सकते हैं।
- रिसर्च असिस्टेंट
- मेडिकल लैब टेक्नीशियन
- क्लिनिकल लैब सुपरवाइजर
- डिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजिस्ट
- क्लिनिकल साइंटिस्ट
- पैथोलॉजी टेक्नीशियन
- ब्लड बैंक टेक्नीशियन
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BSc MLT कोर्स करने के बाद मिलने वाली सैलरी
बीएससी मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी कोर्स करने के बाद मिलने वाली अनुमानित सालाना सैलरी Ambitionbox.com के अनुसार नीचे दी गई तालिका में दर्शाई गई है। वास्तविक सैलरी आपके अनुभव, कौशल और परफॉर्मेंस के आधार पर इससे अधिक भी हो सकती है।
| जॉब प्रोफाइल्स | अनुमानित सालाना सैलरी (INR) |
| मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजिस्ट | INR 1 लाख – 10 लाख |
| सीनियर मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नोलॉजिस्ट | INR 1.8 लाख – 12 लाख |
| लैब मैनेजर/सुपरवाइजर | INR 3 लाख – 20 लाख |
| रिसर्च एसोसिएट | INR 2 लाख – 8 लाख |
| क्लीनिकल ट्रायल रिसर्च एसोसिएट | INR 3 लाख – 8 लाख |
| क्वालिटी कंट्रोल/क्वालिटी एस्युरेंस टेक्नीशियन | INR 2 लाख – 8.4 लाख |
FAQs
BSc MLT यानी बैचलर ऑफ साइंस इन मेडिकल लैबोरेटरी टेक्नोलॉजी एक ग्रेजुएशन लेवल का कोर्स है जिसमें छात्रों को पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, हेमैटोलॉजी और बायोकैमिस्ट्री जैसे विषयों से संबंधित मेडिकल लैब में कार्य करने की ट्रेनिंग दी जाती है।
बीएससी एमएलटी की फीस आमतौर पर सरकारी कॉलेज में 20,000 से 50,000 रुपये प्रति वर्ष तक हो सकती है, जबकि प्राइवेट कॉलेजों में यही फीस 70,000 रुपये से लेकर 1,50,000 रुपये प्रति वर्ष तक पहुंच सकती है।
यह कोर्स आमतौर पर तीन वर्ष का होता है और कई विश्वविद्यालयों में इसे चार वर्षीय कार्यक्रम के रूप में भी पढ़ाया जाता है जिसमें इंटर्नशिप शामिल होती है।
इस कोर्स में पैथोलॉजी, माइक्रोबायोलॉजी, बायोकैमिस्ट्री, इम्यूनोलॉजी, क्लिनिकल बायोटेक्नोलॉजी, ब्लड बैंकिंग और लैबोरेटरी प्रबंधन जैसे विषय शामिल होते हैं।
बीएससी एमएलटी के बाद छात्र अस्पतालों, डायग्नोस्टिक लैब, रिसर्च संस्थान, ब्लड बैंक, पैथोलॉजी लैब और मेडिकल उपकरण कंपनियों में कार्य कर सकते हैं, साथ ही उच्च शिक्षा भी प्राप्त कर सकते हैं।
हमें उम्मीद है कि इस लेख के माध्यम से आपको BSc MLT कोर्स से संबंधित संपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। अन्य कोर्स-सम्बंधित जानकारियों के लिए Leverage Edu के साथ जुड़े रहें।
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