बहादुर शाह ज़फ़र वो आखिरी मुग़ल शासक थे, जिन्होंने 1857 के भारतीय स्वतंत्रता संग्राम को अपना समर्थन देकर ब्रिटिश हुकूमत का विरोध किया था। बहादुर शाह ज़फ़र का पूरा नाम अबू ज़फर सिराज-उद-दीन मोहम्मद बहादुर शाह था, जिनका जन्म 24 अक्टूबर 1775 को हुआ था और वे मुग़ल सम्राट अकबर शाह द्वितीय के पुत्र थे। बहादुर शाह ज़फ़र एक कुशल शासक नहीं बल्कि एक मशहूर शायर थे, जिन्होंने प्रेम, देशभक्ति, विरह, जीवन के दर्द और पीड़ा इत्यादि विधाओं में अपनी लेखनी का लोहा मनवाया। इस ब्लॉग के माध्यम से आपको बहादुर शाह ज़फ़र के अनमोल विचार (Bahadur Shah Zafar Quotes in Hindi) पढ़ने का अवसर मिलेगा।
This Blog Includes:
बहादुर शाह ज़फ़र के अनमोल विचार – Bahadur Shah Zafar Quotes in Hindi
बहादुर शाह ज़फ़र के अनमोल विचार (Bahadur Shah Zafar Quotes in Hindi) कुछ इस प्रकार हैं;
- “इंसाफ के तराजू में रखकर देखो, सच्चाई का वजन सबसे भारी होगा।”
- “कितना है बदनसीब ‘ज़फ़र’ दफ़्न के लिए, दो गज़ ज़मीन भी न मिली कू-ए-यार में।”
- “न थी हाल की जब हमें अपने खबर, रहे देखते औरों के ऐबो हुनर।”
- “लगा जो ज़ख्म तो दिल ने खींच ली तलवार, ज़फ़र की जान पे बन आई है प्यार में।”
- “उम्र-ए-दराज़ माँग के लाए थे चार दिन, दो आरज़ू में कट गए, दो इंतज़ार में।”
- “गुलामी की जंजीरों को तोड़ना है अगर, उठाओ क़लम और लिख दो आज़ादी का सफर।”
- “हमारी हस्ती न समझो फकत कहानी में, हम वही हैं जो देखे जाते हैं जवानी में।”
- “प्यार की ताकत से दुनिया जीती जा सकती है, बंदूकों से सिर्फ दिल हारते हैं।”
- “वक्त से बड़ा कोई गुरु नहीं, और वक्त से बड़ा कोई दुश्मन भी नहीं।”
- “जिंदगी में मुश्किलें आएंगी, लेकिन जो उनसे लड़ता है, वही सच्चा विजेता कहलाता है।”
यह भी पढ़ें : Sports Motivational Quotes : खेलों के लिए प्रेरित करने वाले कथन
बहादुर शाह ज़फ़र पर प्रसिद्ध हस्तियों के विचार
बहादुर शाह ज़फ़र पर प्रसिद्ध हस्तियों के विचार कुछ इस प्रकार हैं :-
“बहादुर शाह ज़फ़र की कविता और उनके जीवन में जो गहराई और करुणा है, वह भारतीय स्वतंत्रता के प्रति उनके समर्पण का प्रतीक है। उनकी आत्मा हर स्वतंत्रता प्रेमी के दिल में बसती है।”
– महात्मा गांधी
“बहादुर शाह ज़फ़र न केवल एक शायर थे, बल्कि वे भारतीय स्वतंत्रता के संघर्ष के अंतिम मुग़ल प्रतीक थे। उनकी शायरी में न केवल दर्द, बल्कि उस समय के भारत की तड़प भी थी।”
– जवाहरलाल नेहरू
“बहादुर शाह ज़फ़र की कविताएँ एक साम्राज्य के पतन और उस दर्द की अभिव्यक्ति हैं, जो उन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए महसूस किया। उनके शेर उनके दिल की गहराई और उनके देशप्रेम की ताकत को दर्शाते हैं।”
– रवींद्रनाथ टैगोर
“बहादुर शाह ज़फ़र की शायरी में जो दर्द और संवेदनशीलता है, वह उस समय की दासता और स्वतंत्रता की चाहत का सजीव चित्रण करती है। वह सिर्फ एक सम्राट नहीं थे, बल्कि एक सच्चे शायर थे जो अपने दिल की बात कहने में सक्षम थे।”
– सरोजिनी नायडू
“ज़फ़र की शायरी में जो गहराई और दर्द था, वह उनकी हार की नहीं, बल्कि उस महान संघर्ष की गवाही देता है जिसे उन्होंने अपने जीवन के अंतिम दिनों तक जिया।”
– मुल्ला वाहीदुद्दीन
“ज़फ़र की शायरी एक ऐसी भावना है जो आज़ादी की तड़प, दर्द और मोहब्बत को बखूबी बयां करती है। वह मुग़ल साम्राज्य के पतन का अंतिम अध्याय नहीं, बल्कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत थे।”
– अल्लामा इक़बाल
“बहादुर शाह ज़फ़र की ज़िंदगी एक टूटे हुए सपने की तरह थी, लेकिन उनका लेखन आज भी हमें याद दिलाता है कि सपने टूटते नहीं, वे किसी न किसी रूप में जीवित रहते हैं।”
– प्रेमचंद
यह भी पढ़ें : दोस्ती को परिभाषित करते अनमोल विचार
बहादुर शाह ज़फ़र के प्रेरक विचार – Inspirational Bahadur Shah Zafar Quotes in Hindi
बहादुर शाह ज़फ़र के प्रेरक विचार (Inspirational Bahadur Shah Zafar Quotes in Hindi) जो आपका परिचय उनके साहित्य से करवाएंगे, ये विचार कुछ इस प्रकार हैं:
- “उम्र-ए-दराज़ मांग के लाए थे चार दिन, दो आरज़ू में कट गए, दो इंतज़ार में।”
- “लगा है इल्तिज़ा में रंग आखिर हो ही जाएगा, वो मंज़िल फिर से पा लेंगे, जो खो कर रो रहा है दिल।”
- “न किसी की आँख का नूर हूँ, न किसी के दिल का क़रार हूँ। जो किसी के काम न आ सका, मैं वो एक मुश्त-ए-गुबार हूँ।”
- “ग़ुलामी में ना काम आती हैं शमशीरें ना तदबीरें, जो हो दिल से निकलता है असर रखता है फरीयादी।”
- “दिल की तकलीफ बढ़ी जाती है, कोई दर्द-ए-दिल समझने वाला नहीं।”
- “कह दो इन हसरतों से कहीं और जा बसें, इतनी जगह कहाँ है दिल-ए-दाग़दार में।”
- “वक्त नहीं बदलता इंसान को, बल्कि इंसान वक्त को बदल देता है।”
यह भी पढ़ें : सफलता पर आधारित प्रेरक विचार, जो आपको प्रेरणा से भर देंगे!
बहादुर शाह ज़फ़र के बारे में
बहादुर शाह ज़फ़र के बारे में नीचे दिए गए बिंदुओं के माध्यम से समझा जा सकता है, जो कुछ इस प्रकार हैं:
- बहादुर शाह ज़फ़र एक बेहतरीन शायर थे, जिनकी शायरियों और ग़ज़लों में प्रेम, दर्द, निराशा और देशभक्ति की गहरी भावना झलकती है।
- बहादुर शाह ज़फ़र के शेरों में एक विशेष करुणा और विषाद देखा जा सकता है, जो उनके जीवन के संघर्षों और उनके देश के पतन की भावना को व्यक्त करता है।
- बहादुर शाह ज़फ़र एक ऐसे मुग़ल शासक थे, जिनकी कमजोर शासक की छवि ने उनके राजनीतिक प्रभाव में कमी लाने का प्रयास किया।
- वर्ष 1857 की क्रांति में भारतीय विद्रोहियों का नेतृत्व करने वालों में से एक बहादुर शाह ज़फ़र भी थे।
- उनका जन्म 24 अक्टूबर 1775 को हुआ था, तो वहीं उनकी मृत्यु 7 नवंबर 1862 को रंगून में हुआ था और उन्हें वहीं दफनाया गया था।
यह भी पढ़ें : आँखों की सेहत के प्रति जागरूकता फैलाते विश्व दृष्टि दिवस पर अनमोल विचार
संबंधित आर्टिकल
आशा है कि आपको इस ब्लॉग में बहादुर शाह ज़फ़र के अनमोल विचार (Bahadur Shah Zafar Quotes in Hindi) पढ़ने का अवसर प्राप्त हुआ होगा। इसी प्रकार के कोट्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।