एक मेंटलिस्ट बनने में स्किल्स का एक सेट डेवलप करना शामिल है। आपको लोगों के विचारों को पढ़ने, उनके व्यवहार को प्रेडिक्ट करने और धारणा के आश्चर्यजनक प्रदर्शन करने की अनुमति देता है। एक मेंटालिस्ट बनने के लिए साइकोलॉजी, बॉडी लैंग्वेज और कम्युनिकेशन के प्रिंसिपल्स को समझना महत्वपूर्ण है। इस ब्लॉग में मेंटलिस्ट कैसे बनें इस बारे में जानकारी दी गई है यदि आप इस बारे में जानना चाहते हैं तो इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें।
This Blog Includes:
- मेंटलिस्ट कौन होते हैं?
- मेंटलिस्ट क्यों बनें?
- स्किल्स
- मेंटलिस्ट कैसे बनें? स्टेप बाय स्टेप गाइड
- मेंटलिस्ट बनने के लिए टॉप कोर्सेज कौनसे हैं?
- मेंटलिस्ट बनने के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज की लिस्ट
- मेंटलिस्ट बनने के लिए टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज कौनसी हैं?
- मेंटलिस्ट बनने के लिए योग्यता क्या होती है?
- मेंटलिस्ट बनने के लिए आवेदन प्रक्रिया कैसे करें?
- मेंटलिस्ट बनने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की लिस्ट
- करियर स्कोप
- मेंटलिस्ट को हायर करने वाले टॉप रिक्रूटिंग सेक्टर और कंपनीज़
- जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी पैकेज
- FAQs
मेंटलिस्ट कौन होते हैं?
एक मेंटलिस्ट एक परफॉर्मर होता है जो माइंड रीडिंग, साइकिक एबिलिटी और इल्यूजन का भ्रम पैदा करने के लिए साइकोलॉजी, ऑब्जर्वेशन और अंतर्ज्ञान जैसी टेक्नीक्स का उपयोग करता है। मेंटलिस्ट अक्सर लाइव ऑडियंस के सामने परफॉर्म करते हैं और रहस्य और साज़िश की भावना पैदा करने के लिए वर्बल और नॉन वर्बल कम्युनिकेशन के संयोजन के साथ-साथ दर्शकों की भागीदारी का उपयोग करते हैं। जबकि कुछ मेंटलिस्ट एक्चुअल सुपर नेचुरल पावर्स के होने का दावा करते हैं, अधिकांश अपने भ्रम पैदा करने के लिए साइकोलॉजिकल ट्रिक्स, सजेशन और दिखावे के संयोजन का उपयोग करते हैं।
मेंटलिस्ट क्यों बनें?
कोई व्यक्ति मेंटालिस्ट क्यों बनें, इसके कई कारण हैं, जो निम्न प्रकार से हैं:
- इंटरटेनमेंट: मेंटलिज्म परफॉर्मर और ऑडियंस दोनों के लिए इंटरटेनमेंट का एक मजेदार और इंगेजिंग रूप हो सकता है।
- पर्सनल डेवलपमेंट: मेंटलिज्म सीखना आपके ऑब्जर्वेशन स्किल्स, कम्युनिकेशन स्किल्स और क्रिटिकल थिंकिंग एबिलिटीज को बेहतर बनाने में मदद कर सकती है।
- करियर के अवसर: मेंटलिज्म उन लोगों के लिए एक आकर्षक कैरियर पाथ हो सकता है जो स्किल्ड और डेडीकेटेड हैं, थिएटर, कॉर्पोरेट इवेंट्स और टेलीविज़न शो जैसे विभिन्न सेटिंग्स में परफॉर्म करने के अवसरों के साथ।
- सेल्फ कॉन्फिडेंस: लोगों के विचारों को पढ़ने और उनके बिहेवियर का प्रिडिक्शन करने की एबिलिटी डेवलप करने से सामाजिक परिस्थितियों में सेल्फ कॉन्फिडेंस और सेंस ऑफ कंट्रोल पैदा करने में मदद मिल सकती है।
- कॉग्निटिव एक्सरसाइज: मानसिकता का अभ्यास दिमाग को तेज और सक्रिय रखने में मदद कर सकता है, एक मानसिक कसरत प्रदान करता है जो संज्ञानात्मक गिरावट को रोकने में मदद कर सकता है।
स्किल्स
मेंटलिस्ट कैसे बनें इसके लिए प्रमुख स्किल्स निम्न प्रकार से हैं:
- ऑब्जर्वेशन स्किल्स
- मेमोरी
- कम्युनिकेशन स्किल्स
- शोमैनशिप
- साइकोलॉजी एक्सपर्ट
- सजेस्टिव स्किल्स
- स्टेज प्रेजेंस
- एनालिटिकल स्किल्स
मेंटलिस्ट कैसे बनें? स्टेप बाय स्टेप गाइड
मेंटलिस्ट कैसे बनें इसके लिए स्टेप बाय स्टेप गाइड नीचे दी गई है-
- साइकोलॉजी के बेसिक समझें: लोग कैसे सोचते हैं और व्यवहार करते हैं, यह समझने के लिए साइकोलॉजी, बॉडी लैंग्वेज और कम्युनिकेशन की मूल बातें सीखें।
- स्किल्स डेवलप करें: कार्ड्स, नंबर्स और नामों के डेक को याद रखने जैसे अभ्यासों के माध्यम से अपनी मेमोरी स्किल्स डेवलप करें।
- डिग्री प्राप्त करें: अपनी स्कूली शिक्षा पूर्ण करने के बाद में आप मेंटलिस्ट बनने के लिए साइकोलॉजी में डिग्री प्राप्त करें।
- फोकस करना सीखें: मेंटालिस्ट्स द्वारा उपयोग की जाने वाली टेक्नीक्स का अध्ययन और प्रैक्टिस करें, जैसे ठंडा पढ़ना, गर्म पढ़ना और सुझाव देना। अपने ध्यान और जागरूकता को तेज करने में मदद करने के लिए दिमागीपन और ध्यान का अभ्यास करें।
- लाइव परफॉर्मेंस दें: लाइव परफॉर्म करने के विकल्पों की तलाश करें, चाहे वह दोस्तों और परिवार के लिए हो, ओपन माइक नाइट्स, या अन्य स्थान हो।
- फीडबैक लें: अन्य मेंटलिस्ट्स और परफॉर्मर्स से फीडबैक लें और अपनी कमियों को जानकर अपनी स्किल्स को लगातार सीखें और निखारें।
- नेटवर्क बनाएं: इंडस्ट्री में कॉन्टैक्ट्स का एक नेटवर्क बनाएं और सोशल मीडिया, वेबसाइटों और अन्य मार्केटिंग चैनलों के माध्यम से खुद को बढ़ावा दें।
- अप टू डेट रहें: कॉन्फ्रेसेंसेज, वर्कशॉप्स और ट्रेनिंग प्रोग्राम में भाग लेकर मेंटालिज्म के फील्ड में लेटेस्ट ट्रेंड्स और टेक्नीक्स के साथ अपडेट रहें।
मेंटलिस्ट बनने के लिए टॉप कोर्सेज कौनसे हैं?
एक स्किल्ड मेंटलिस्ट कैसे बनें जानने के लिए आप नीचे दिए गए कोर्सेज को कर सकते हैं-
कोर्स लेवल | कोर्स |
डिप्लोमा | Diploma in Psychology |
बैचलर्स | -BA Psychology -BSc Cognitive Science -BSc Health Behavior Science -BSc psychology -BSc Business Psychology -BSc Forensic Psychology -BSc Criminology and Psychology -BSc Social Psychology -BA Developmental Studies |
मास्टर्स | -MA Psychology -MSc Psychology -MSc Organizational Psychology -MSc Clinical Psychology -Master of Psychology -MA Counselling Psychology -MSc Behavioral Science -MSc Developmental Psychopathology -MA Developmental Psychology (Research Methods) -MA Ed Curriculum, Instructional and Educational Psychology |
मेंटलिस्ट बनने के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज की लिस्ट
मेंटलिस्ट कैसे बनें जानने के लिए टॉप विदेशी यूनिवर्सिटीज के नाम नीचे दिए गए हैं-
- हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
- ट्रिनिटी कॉलेज डबलिन
- स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी
- मेलबर्न यूनिवर्सिटी
- ऑकलैंड यूनिवर्सिटी
- ज्यूरिख यूनिवर्सिटी
- वारविक यूनिवर्सिटी
- मेसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
- ब्रिटिश कोलंबिया यूनिवर्सिटी
- मैकगिल यूनिवर्सिटी
- येल यूनिवर्सिटी
- एम्स्टर्डम यूनिवर्सिटी
मेंटलिस्ट बनने के लिए टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज कौनसी हैं?
मेंटलिस्ट बनने के लिए टॉप भारतीय यूनिवर्सिटीज के नाम नीचे दिए गए हैं-
- एमिटी इंस्टिट्यूट ऑफ साइकोलॉजी एंड एलाइड साइंसेज, नोएडा
- एपीजे कॉलेज ऑफ फाइन आर्ट्स, पंजाब
- आर्यभट्ट कॉलेज, दिल्ली
- अशोक विश्वविद्यालय, हरियाणा
- लेडी श्रीराम कॉलेज, नई दिल्ली
- सिम्बायोसिस कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड कॉमर्स, पुणे
- पटना महिला कॉलेज, पटना
- बेथ्यून कॉलेज, कोलकाता
- बीजेबी ऑटोनॉमस कॉलेज, भुवनेश्वर
- सेंट पॉल कॉलेज, रांची
मेंटलिस्ट बनने के लिए योग्यता क्या होती है?
मैंटलिस्ट बनने के लिए बैचलर और मास्टर्स दोनों के लिए योग्यता मानदंड नीचे दिया गया है-
- डिप्लोमा/ बैचलर कोर्सेज के लिए किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से आर्ट्स स्ट्रीम विषयों के साथ 10+2 की शिक्षा होना ज़रूरी है।
- UG कोर्स के अध्ययन के लिए SAT परीक्षा या ACT परीक्षा में अच्छे अंक लाना जरूरी हो सकता है।
- मास्टर कोर्स के लिए: बीए साइकोलॉजी ऑनर्स या किसी अन्य संबंधित क्षेत्र के समान क्षेत्र में यूजी डिग्री होनी चाहिए।
- अगर आप विदेश में इसकी शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं तो आपके पास निम्नलिखित में से किसी भी लैंग्वेज प्रोफिशिएंसी परीक्षा का वैलिड स्कोर होना चाहिए – IELTS, TOEFL, PTE, आदि।
- इसके साथ SOP और LORs की भी जरूरत होगी।
मेंटलिस्ट बनने के लिए आवेदन प्रक्रिया कैसे करें?
विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:
- आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं।
- एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे।
- अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है।
- यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
- आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीजा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे ।
- अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है।
भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है:
- सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
- यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूजर नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
- फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
- अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
- इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें।
- यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।
मेंटलिस्ट बनने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की लिस्ट
कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई है–
- आधिकारिक शैक्षणिक ट्रांसक्रिप्ट
- स्कैन किए हुए पासपोर्ट की कॉपी
- IELTS या TOEFL, आवश्यक टेस्ट स्कोर
- प्रोफेशनल/एकेडमिक LORs
- SOP
- निबंध (यदि आवश्यक हो)
- पोर्टफोलियो (यदि आवश्यक हो)
- अपडेट किया गया सीवी/रिज्यूमे
- एक पासपोर्ट और छात्र वीज़ा
- बैंक विवरण
करियर स्कोप
साइकोलॉजी कोर्स करने के बाद सरकारी नौकरी या प्राइवेट नौकरी भी कर सकते हैं। साइकोलॉजी कोर्स ग्रेजुएट्स विश्वविद्यालय, कॉलेज, स्कूल, क्लीनिक, अस्पताल आदि क्षेत्रों में भी काम कर सकते हैं। यदि कोई छात्र ग्रेजुएशन के बाद नौकरी नहीं करना चाहता है तो वह अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ा सकता है। वह साइकोलॉजी में एमए, एमएससी, एमफिल, डॉक्टरेट आदि भी कर सकता है। नीचे कुछ लोकप्रिय जॉब प्रोफाइल दी गई हैं जिनमें आप भारत में और साथ ही विदेशों में साइकोलॉजी में अपना करियर बना सकते हैं-
साइकोलॉजिस्ट
एक साइकोलॉजिस्ट वह है जो मानव मन और मानवीय भावनाओं और व्यवहार का अध्ययन करता है और विभिन्न स्थितियों का लोगों पर कैसे प्रभाव पड़ता है। साइकोलॉजिस्ट साइकोलॉजिकल डिसऑर्डर्स और इश्यूज का सामना करने वाले लोगों की भी मदद करते हैं और उन्हें बेस्ट सूटेबल ट्रीटमेंट्स प्रदान करते हैं। विभिन्न प्रकार के साइकोलॉजिस्ट होते हैं-
- क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट
- बायोगेरोन्टोलॉजिस्ट
- चाइल्ड साइकोलॉजिस्ट
- कॉग्निटिव न्यूरोसाइंटिस्ट
- कॉग्निटिव साइकोलॉजिस्ट
- कम्युनिटी साइकोलॉजिस्ट
- कंपैरेटिव साइकोलॉजिस्ट
- कंज्यूमर साइकोलॉजिस्ट
- काउंसलिंग साइकोलॉजिस्ट
- क्रिमिनल साइकोलॉजिस्ट
- कल्चरल साइकोलॉजिस्ट
- डेवलपमेंटल साइकोलॉजिस्ट
- एजुकेशनल साइकोलॉजिस्ट
- इंजीनियरिंग साइकोलॉजिस्ट
- एनवायरमेंटल साइकोलॉजिस्ट
- एक्सपेरिमेंटल साइकोलॉजिस्ट
- फॉरेंसिक साइकोलॉजिस्ट
- गैरीएट्रिक साइकोलॉजिस्ट
- गेरोन्टोलॉजिस्ट
- जेरोसाइकोलॉजिस्ट
- हेल्थ साइकोलॉजिस्ट
- मीडिया साइकोलॉजिस्ट
- मिलिट्री साइकोलॉजिस्ट
- नेवी साइकोलॉजिस्ट
- न्यूरोलॉजिस्ट
- न्यूरोपैथोलॉजिस्ट
- न्यूरोसाइकोलॉजिस्ट
- ऑर्गेनाइजेशनल – इंडस्ट्रियल साइकोलॉजिस्ट
- साइकेट्रिस्ट
- साइकोलॉजिकल एंथ्रोपोलॉजिस्ट
- रिहैबिलिटेशन साइकोलॉजिस्ट
- स्कूल साइकोलॉजिस्ट
- सोशल जिरन्टोलॉजिस्ट
- सोशल साइकोलॉजिस्ट
- स्पिरिचुअल साइकोलॉजिस्ट
- स्पोर्ट्स साइकोलॉजिस्ट
- ट्रांसपर्सनल साइकोलॉजिस्ट
थेरेपिस्ट
साइकोलॉजी में एक और मांग की जाने वाली करियर प्रोफ़ाइल थेरेपिस्ट है जिसका काम आमतौर पर एक विशेष प्रकार की थेरेपी के साथ एक विशेष प्रकार की मानसिक या शारीरिक बीमारी या डिसेबिलिटी का इलाज करना है। विभिन्न प्रकार के थेरेपिस्ट होते हैं-
- आर्ट थेरेपिस्ट
- कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपिस्ट
- डांस/ मूवमेंट थेरेपिस्ट
- एक्सरसाइज थेरेपिस्ट
- एक्सिस्टेंटियल थेरेपिस्ट
- लाइफ कोच
- मैरिज फैमिली थेरेपिस्ट
- म्यूजिकल थेरेपिस्ट
- ऑक्यूपेशनल थेरेपिस्ट
- फ़िज़िकल थेरेपिस्ट
- सेक्स थेरेपिस्ट
- स्पीच पैथोलॉजिस्ट
- ट्रांसपर्सनल थेरेपिस्ट
काउंसलर
काउंसलर वह व्यक्ति होता है जिसे व्यक्तिगत या साइकोलॉजिकल प्रॉब्लम्स पर मार्गदर्शन देने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है। विभिन्न प्रकार के काउंसलर होते हैं-
- एजुकेशनल काउंसलर
- आर्मी मेंटल हेल्थ स्पेशलिस्ट
- करियर काउंसलर
- चाइल्ड अबयूज़ काउंसलर
- चाइल्ड/ पेडियाट्रिक काउंसलर
- कम्युनिटी मेंटल हेल्थ काउंसलर
- कपल काउंसलर
- क्राइसिस इंटरवेंशन स्पेशलिस्ट
- डिप्रेशन काउंसलर
- डोमेस्टिक वायलेंस काउंसलर
- गैरीएट्रिक काउंसलर
- ग्रीफ काउंसलर
- लाइसेंस प्रोफेशनल काउंसलर
- मैरिज & फैमिली काउंसलर
- मेंटल हेल्थ काउंसलर
- मल्टीकल्चरल काउंसलर
- पेस्टोरल काउंसलर
- रिहैबिलिटेशन काउंसलर
- स्कूल काउंसलर
- स्प्रिचुअल काउंसलर
- सब्सटेंस काउंसलर
- सुसाइड इंटरवेंशन काउंसलर
- ट्रांसफॉरमेशनल काउंसलर
- वेटरन्स काउंसलर
- वोकेशनल रिहैबिलिटेशन काउंसलर
सोशल वर्कर
यदि आप साइकोलॉजी से कम्युनिटी वेलफेयर में अपना करियर बनाना चाहते हैं, तो एक सोशल वर्कर का मार्ग आपके लिए सबसे अच्छा है। एक सोशल वर्कर व्यक्तियों, परिवारों, समूहों और समुदायों को उनके व्यक्तिगत और कलेक्टिव वेलफेयर को बढ़ाने में मदद करने के लिए प्रोफेशनल व्यक्ति होता है। ये कई प्रकार के होते हैं:
- एडिक्शन सोशल वर्कर
- चाइल्ड/पीडियाट्रिक सोशल वर्कर
- क्लिनिकल सोशल वर्कर
- कम्युनिटी सोशल वर्कर
- करेक्शन सोशल वर्कर
- डिसेबिलिटी पॉलिसी वर्कर
- फैमिली सोशल वर्कर
- गैरीएट्रिक सोशल वर्कर
- हॉस्पाइस & पैलिएटिव सोशल वर्कर
- मेंटल हेल्थ सोशल वर्कर
- मिलिट्री सोशल वर्कर
- साइकेट्रिस्ट सोशल वर्कर
- पब्लिक हेल्थ सोशल वर्कर
- सब्सटेंस अबयूज़ सोशल वर्कर
साइकोलॉजी में इन प्रमुख करियर के अलावा, आप निम्नलिखित करियर भी देख सकते हैं-
- मनोचिकित्सक मनोचिकित्सक
- ऑक्यूपेशनल साइकोलॉजिस्ट
- ह्यूमन रिसोर्स मैनेजर
- ऑर्गेनाइजेशनल साइकोलॉजिस्ट
- फैमिली सर्विस वर्कर
- प्रोफेसर
- रिहैबिलिटेशन काउंसलर
- बिजनेस इंटेलिजेंस मैनेजर आदि।
मेंटलिस्ट को हायर करने वाले टॉप रिक्रूटिंग सेक्टर और कंपनीज़
साइकोलॉजी में जॉब तलाश कर रहे छात्रों के लिए कुछ सेक्टर हैं जहां वे नौकरी कर सकते हैं-
- कॉलेजेस, यूनिवर्सिटीज़ और स्कूल्स
- आउटपेशेंट केयर सेंटर्स
- हॉस्पिटल्स और क्लिनिक्स
- हेल्थ प्रैक्टिशनर ऑफिसेस
- साइकेट्रिक और सबस्टेन्स एब्यूज हॉस्पिटल्स
- इंडिविजुअल एंड फैमिली सर्विसेज़
आप अपनी डिग्री पूरी करने के बाद इन शीर्ष स्थान में काम कर सकते हैं-
- Med source Consultants
- CSI Executive Search
- Locum Tenens USA
- CLARITRICS INDIA PRIVATE LIMITED
- National University of Science & Technology
- Swami Vivekanand Subharti University
- AMITY university
- AIIMS
- Apollo hospitals
जॉब प्रोफाइल्स और सैलरी पैकेज
Glassdoor.in के अनुसार एक मेंटलिस्ट बनने के बाद में टॉप जॉब प्रोफाइल्स तथा सैलरी पैकेज निम्न प्रकार से है:
साइकोलॉजी में जॉब प्रोफाइल्स | औसत सालाना सैलरी (INR) |
साइकाइट्रिस्ट | 6-8 लाख |
साइकोलॉजिस्ट | 7-10 लाख |
काउंसलर | 2.5-4.5 लाख |
सोशल साइकोलॉजिस्ट | 5-7 लाख |
रिहैबिलिटेशन स्पेशलिस्ट | 4-7 लाख |
FAQs
यदि आप एक मेंटलिस्ट बनना चाहते हैं तो आपको साइकोलॉजी के क्षेत्र में कम से कम बैचलर डिग्री प्राप्त करनी चाहिए।
आप नीचे दिए गए देशों में से किसी को चुनकर वहां से साइकोलॉजी में डिग्री प्राप्त कर सकते हैं-
1. इंडिया
2. अमेरिका
3. यूके
4. कनाडा
5. ऑस्ट्रेलिया
6. जर्मनी
मेंटलिस्ट बनने के बाद में एवरेज सैलरी पैकेज INR 2.5-4.5 लाख तक हो सकता है। हालांकि यह इस क्षेत्र में अनुभव और प्राप्त की गई डिग्री के ऊपर भी निर्भर करता है।
उम्मीद है आपको मेंटलिस्ट कैसे बनें के संदर्भ में हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। यदि आप भी किसी विदेशी यूनिवर्सिटी से अपनी मेंटलिज्म पढ़ाई करना चाहते हैं तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें। वे एक उचित मार्गदर्शन के साथ आवेदन प्रक्रिया में भी आपकी मदद करेंगे।