फिनलैंड जाने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या में इस साल बढ़त हुई है। जनवरी-अक्टूबर 2021 में लगभग 4,595 आवेदकों को रेसिडेंट परमिट प्रदान किए गए थे जबकि स्टडी के लिए पहली बार रेसिडेंट परमिट
अक्टूबर 2022 में लगभग 7,060 आवेदकों को प्रदान किया गया था। पूर्व-COVID वर्षों की तुलना में नए फिनलैंड जाने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या में लगभग 54% की वृद्धि हुई है।
डिप्टी डायरेक्टर जनरल एलिना इमोनेन का कहना है कि 2016 में लगभग 6,348 पहली बार रेसिडेंट परमिट दिए गए थे, लेकिन इस साल ने 2016 के रिकॉर्ड-ब्रेकिंग वर्ष को पीछे छोड़ दिया है।
अधिकतर अंतरराष्ट्रीय छात्र उच्च शिक्षा के लिए फ़िनलैंड जाते हैं और जब यूनिवर्सिटी द्वारा अध्ययन के लिए उन्हें स्वीकार कर लिया जाता है, तब गर्मियों के महीनों में अपने रेसिडेंट परमिट के लिए आवेदन करते हैं। फ़िनलैंड को शायद स्टूडेंट्स इसलिए भी पसंद कर रहें हैं क्योंकि रेसिडेंट परमिट के लिए आवेदन करने वाले लगभग 95% छात्रों को एक पॉजिटिव जजमेंट प्राप्त होता है।
अप्रैल 2022 में नए कानून के लागू होने के कारण भी फिनलैंड जाने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों की संख्या में बढ़त दिखाई दी।
एलिना इमोनन यह भी कहती हैं कि “हम कस्टमर ओरिएंटेड तरीके से अपनी सर्विसेज की एफिशिएंसी और क्वालिटी में लगातार सुधार कर रहे हैं।”
एलिना इमोनन ने यह भी कहा कि “ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने और फिनिश इमिग्रेशन सर्विस के ऑपरेशन को और अधिक कुशल बनाने के लिए डिजिटल सॉल्यूशन्स और ऑटोमेशन महत्वपूर्ण उपकरण हैं।”
फिनलैंड में जानें वाले स्टूडेंट्स में से सबसे अधिक संख्या रूस, चीन, बांग्लादेश, भारत और वियतनाम से आती है।
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