स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट कैसे बनें?

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जब भी हम स्पोर्ट्स का ज़िक्र करते हैं तो हमें हमेशा हमारे पसंदीदा स्पोर्ट्स की छवि ही नज़र आती है। फिर चाहे वो क्रिकेट हो या बास्केटबॉल। लेकिन इनमें कई बातें ऐसी हैं जो सभी गेम्स में कॉमन पाई जाती है। उनमें से एक है चोट-घाव। हमारे स्पोर्ट्स के खिलाड़ी घंटों-घंटों मेहनत करते हैं, जिसमें उनकी फिजिकल एनर्जी और मानसिक एनर्जी का भी नार्मल व्यक्ति से कई ज़्यादा इस्तमाल होता है। अब आप सोचिए की अगर इतनी मेहनत करते है तो चोट लगना तो आम बात है है ना ? कई बार ये इंजरी छोटी होती है जिसे आसानी से क्योर किया जा सकता है लेकिन कई बार ये इंजरीज़ काफी बड़ी इंजरी का रूप लेलेती है जिसे ठीक करना एक स्पेशलिस्ट के ही बस की बात है। 

यह स्पेशलिस्ट स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट के नाम से जाने जाते हैं जो ना सिर्फ फिजिकल इंजरी को अपनी स्किल्स से  ठीक करने की ज़िम्मेदारी लेते हैं बल्कि मेंटल और इमोशनल आस्पेक्ट्स में भी एक एथलीट को रिकवर करने का जज़्बा रखते हैं। तो अगर आप भी एक स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट के बारे में बेहतर जानकारी चाहते है और इसमें करियर बनाना चाहते हैं तो इस ब्लॉग को आखिर तक पढ़िए।

फील्ड स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपी
कोर्सेजBachelor of Physio/Physical Therapy (BPT), Bachelor of Occupational Therapy (BOT), BSc in Physiotherapy, Bachelor of Veterinary Science (B.V.Sc), PGD / Diploma in Physiotherapy, Master of Physiotherapy, Master of Health Practises, Master of Advanced Physiotherapy Practices, Master in Physiotherapy (MPT) आदि। 
यूनिवर्सिटीकर्टिन यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ़ साउथ ऑस्ट्रेलिया, यूनिवर्सिटी ऑफ़ बर्मिंघम, यूनिवर्सिटी ऑफ़ ओटागो, द यूनिवर्सिटी ऑफ़ सिडनी, मोनाश यूनिवर्सिटी
एंट्रेंस एग्जामNEET PG, IPU, CET, JIPMER, BCECE, LPUNEST, VEE 
टॉप रिक्रूटमेंट एरियाज हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स, हॉस्पिटल्स एंड प्राइवेट प्रैक्टिस, क्लीनिक एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर्स, स्पेशल स्कूल, इंटरनेशनल कॉर्पोरेशनस आदि।

स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपी क्या है?

स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपी, फ़िज़ियोथेरेपी में आने वाले कोर्सेज और स्पेश्यलिटीज़ के हिस्सा है जो मुख्य रूप से स्पोर्ट्स में होने वाले मूवमेंट रिलेटेड डिसऑर्डर्स, इंजरीज़ और एथलेटिक्स से जुड़े इश्यूज़ से डील करता है। इसमें आपको उन इंजरीज़ से होने वाले इमोशनल और फिजिकल नुकसान को रिकवर करने और इंजर्ड व्यक्ति को ट्रेनिंग देने का कार्य सिखाया जाता है। इस फील्ड में कोर्सेज मेरिट और एंट्रेंस एग्जाम दोनों तरह से प्रोवाइड होते हैं। मुख्यतः इन कोर्सेज में आवश्यक विषय स्पोर्ट्स बायोमैकेनिक्स, स्पोर्ट्स साईकोलॉजी, कोर साइंस, इंग्लिश लैंग्वेज और कम्युनिकेशन स्किल्स को माना जाता है। 

स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट कौन होते हैं?

वह व्यक्ति जो स्पोर्ट्स में होने वाले फिजिकल और मेंटल नुक्सान को थेरेपी द्वारा रिकवर करने की कोशिश करता है या कहिए कि जिसका कार्य उन इंजरीज़ को रिकवर करना माना जाता है वह स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट कहलाते हैं।  एक स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट बनने के कई फायदे हो सकते हैं। जिसमें से सबसे ऊपर आता है कि यह मॉडर्न मेडिकल एजुकेशन के सबसे पॉपुलर कोर्सेज में से एक है। जिसमें आप पोस्ट इंजरी एथलीट का पूरा ज़िम्मा लेते हैं, उसे आगे होने वाली इंजरीज से वाकिफ कराते हैं, एथलीट को वापस उसके स्पोर्ट्स तक लेकर जाते हैं जोकि एक ज़िम्मेदारी का काम है। स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट के कार्यों में क्या क्या शामिल होता है आइए जानते हैं-

  • फिजिकल दर्द को कम करने के लिए मेथड्स एंड एक्सरसाइज की स्किल का होना आवश्यक है जिससे आप स्पोर्ट्स परसन के दर्द को समय पर कम कर सकें। 
  • एक हैल्थी लाइफ स्टाइल को प्रोमोट करने के लिए मोटिवेशनल टेक्नीक्स का होना आवश्यक है जिससे आप थेरेपी के दौरान एथलीट को मोटिवेटेड रख सकें। 
  • एथलीट की प्रोडक्टिविटी को मक्सिमाईज़ करना भी एक स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट का काम होता है। लेकिन ध्यान रहे आपको यह कार्य बिना उनकी हैल्थ, फिजिकल और वेल्बींग को एफेक्ट किये करना होगा। 

स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट बनने के लिए स्किल्स

 स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट बनने के लिए अनिवार्य स्किल्स कौनसी हैं? आइए जानते हैं विस्तार से-

  • बेहतर कम्युनिकेशन स्किल्स, साथ ही बेहतर सुनने की क्षमता। यहाँ आपको उतना सब्र वाला व्यक्ति होने की आवश्यकता है जो सामने वाले व्यक्ति की बात को सब्र के साथ सुनने की शमता रखता हो। 
  • कैंडिडेट के हाथों में मसाज देने की कला का होना आवश्यक है जिससे वह फ़िज़ियोथेरेपी में बेहतर परफॉर्म कर सकें। 
  • आपके भीतर सहानुभूति की भावना का होना आवश्यक है, ताकि आप इंजरी से हुए लोगो के इमोशनल नुक्सान को बेहतर समझ पाएं और उन्हें सहारा दे पाएं।  
  • कैंडिडेट के अंदर प्रॉब्लम को सुलझाने की कला का होना आवश्यक है।

स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट कैसे बनें?- स्टेप बाय स्टेप गाइड 

स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट बनने के लिए आप नीचे दिए स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं। आइए जानते हैं कहा से करें शुरुआत और कैसे करें अप्लाई :-

  • अपनी प्रेफरेंस अनुसार कोर्स और यूनिवर्सिटी चुनें :- स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपी में सभी कोर्सेज की सूचि बनाएं और उसी अनुसार यूनिवर्सिटी का सिलेक्शन करें। यूनिवर्सिटी चुनते समय आपको उसके प्लेसमेंट रिकार्ड्स, ट्यूशन फीस, कोर्स करिक्युलम और वर्क परमिट आदि की जांच करनी होगी। अगर आप इन सभी कार्यों में कोई भी दिक्क्त का सामना करते हैं तो आप 1800572000 पर कॉल करके  Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन भी बुक कर सकते हैं। इस स्टेप के लिए आप चाहें तो हमारी AI course finder का भी इस्तमाल कर सकते हैं।
  • स्कोर कलेक्ट करें :- अब्रॉड में स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपी कोर्स में अप्लाई करने के लिए इंग्लिश प्रोफिशिएंसी टेस्ट आवश्यक माना जाता है। इन टेस्ट्स में मुख्य रूप से IELTS या TOEFL आते हैं। आज ही Leverage Live के लिए रजिस्टर करें और तैयारी शुरू करें।
  • बाकी डाक्यूमेंट्स इखट्टा करें :– बाकी महत्वपूर्ण डॉक्युमेंट्स जैसे LOR, SOP, निबंध, अपडेटेड रेज़्युम, और ऑफिशियल ट्रांसक्रिप्ट्स आदि जैसे डॉक्युमेंट्स को पहले ही इखट्टा कर लें। इससे आप ज़्यादा ज़िम्मेदारी से अपनी तैयारी कर पाते हैं और गलती होने के चान्सेस काफी कम भी हो जाते हैं। इसके साथ डाक्यूमेंट्स को सबमिट करने की आखरी तारीख का भी ख़ास ध्यान रखें।
  • ऑफर लेटर का इंतज़ार करें :- यूनिवर्सिटी आपकी एप्लीकेशन को प्रोसेस करने में कुछ हफ्तों का समय लगाती है। जबतक आपको आपका ऑफर लेटर नहीं मिलता वीज़ा के लिए अप्लाई करें। 

स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट बनने के लिए टॉप कोर्सेज 

एक स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट बनने के लिए आप तीन तरह से अपनी पढ़ाई आगे बढ़ा सकते हैं। बैचलर, डिप्लोमा/सर्टिफिकेट और मास्टर्स इन तीन तरीको से आप अपने करियर में आगे बढ़ने की तरफ कदम बढ़ा सकते हैं। हमने विश्व के टॉप कोर्सेज को नीचे लिस्ट में बैचलर और मास्टर्स की कैटेगरी में डिवाइड किया है-

बैचलर फ़िज़ियोथेरेपिस्ट कोर्सेज 

  • Bachelor of Physio/Physical Therapy (BPT)
  • Bachelor of Occupational Therapy (BOT)
  • BSc in Physiotherapy
  • Bachelor of Veterinary Science (B.V.Sc)
  • BSc Physiotherapy
  • Sports therapy and rehabilitation (Bsc) Hons
  • Sports Therapy and Rehabilitation with Foundation Year BSc (Hons)
  • Strength, Conditioning and Rehabilitation BSc (Hons)
  • Strength, Conditioning and Rehabilitation with Foundation Year BSc (Hons)
  • Bachelor of Physiotherapy
  • Bachelor of Health Science
  • Bachelor of Applied Sciences
  • Diploma in Physiotherapy

मास्टर्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट कोर्सेज 

  • PGD / Diploma in Physiotherapy 
  • Master of Physiotherapy 
  • Master of Health Practises 
  • Master of Advanced Physiotherapy Practices 
  • Master in Physiotherapy (MPT)
  • Master of Physiotherapy (Neurology)
  • MSc in Physiotherapy
  • M.D in Physiotherapy 
  • Master of Physiotherapy in Sports Physiotherapy
  • PG Diploma in Sports Physiotherapy
  • PhD in Physiotherapy

स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट बनने के लिए विदेश की टॉप यूनिवर्सिटीज

 स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट बनने के लिए विदेश की टॉप यूनिवर्सिटीज निम्नलिखित है-

स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट बनने के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज

 स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट बनने के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज निम्नलिखित है-

  • महर्षि मारकंडेश्वर यूनिवर्सिटी- मुलाना कैंपस 
  • डॉ डी. वाय. पाटिल यूनिवर्सिटी 
  • पंजाबी यूनिवर्सिटी 
  • चेरंस कॉलेज ऑफ़ फ़िज़ियोथेरेपी 
  • CMJ यूनिवर्सिटी 
  • डॉ डीवाई पाटिल विद्यापीठ 
  • हिमालयन यूनिवर्सिटी 
  • लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी 
  • क्रिस्चियन मेडिकल कॉलेज 
  • मद्रास मेडिकल कॉलेज 
  • सेठ GS मेडिकल कॉलेज 
  • कस्तूरबा मेडिकल कॉलेज 
  • लोकमान्य तिलक म्युनिसिपल मेडिकल कॉलेज 
  • श्री रामचंद्र इंस्टिट्यूट ऑफ़ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च 
  • इंस्टिट्यूट ऑफ़ पोस्टग्रेजुएट मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च 
  • टोपीवाला नेशनल मेडिकल कॉलेज 
  • रमईया मेडिकल कॉलेज 
  • महाराजा इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज 
  • मणिपाल अकेडमी ऑफ़ हायर एजुकेशन 
  • बाबा फरीद यूनिवर्सिटी ऑफ़ हेल्थ साइंसेज 
  • महाराष्ट्र यूनिवर्सिटी ऑफ़ हेल्थ साइंसेज 
  • NIMS यूनिवर्सिटी 
  • जनार्धन राय नगर राजस्थान विद्यापीठ यूनिवर्सिटी 

योग्यताएं 

यदि आप स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट बनने के क्षेत्र में डिग्री प्राप्त करने के इच्छुक हैं, तो आपको अपने चुने हुए विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित योग्यताओं को पूरा करना होगा। ये आवश्यकताएं कोर्सेज के स्तर के अनुसार भिन्न होती हैं, जैसे बैचलर, मास्टर या डिप्लोमा। स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपी कोर्स के लिए कुछ सामान्य योग्यताएं इस प्रकार हैं:

  • बैचलर्स डिग्री प्रोग्राम के लिए ज़रुरी है कि उम्मीदवारों ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2(PCM/PCB) में कम से कम 50 % मार्क्स अर्जित किए हों।
  • कुछ यूनिवर्सिटीज प्रवेश परीक्षा के आधार पर भी एडमिशन स्वीकार करतीं हैं।
  • विदेश की अधिकतर यूनिवर्सिटीज मास्टर्स कोर्सेज के लिए GRE स्कोर की मांग करते हैं।
  • साथ ही मास्टर्स(PCB) में एडमिशन के लिए आपकी अंडरग्रेजुएट डिग्री में कम से कम 50 % मार्क्स का होना आवश्यक है। 
  • विदेश की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर, अंग्रेजी प्रोफिशिएंसी के प्रमाण के रूप में ज़रूरी होते हैं।
  • विदेश यूनिवर्सिटीज में पढ़ने के लिए SOP, LOR, सीवी/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो भी जमा करने की ज़रूरत होती है।

आवेदन प्रक्रिया 

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेज़ों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टैस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति/छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लैटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है:

  • सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूज़र नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  • फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  • अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  • यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़  

कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ों की लिस्ट नीचे दी गई है–

एंट्रेंस एग्ज़ाम 

ज़्यादातर यूनिवर्सिटीज और कॉलेजेस एंट्रेंस एग्जाम के अनुसार ही आपकी एप्लीकेशन को आगे लेजाने में विश्वास रखती है। यह रूल आपकी बैचलर और मास्टर्स डिग्री दोनों के लिए एप्लीकेबल माना जाता है :-

  • NEET PG 
  • IPU, CET 
  • JIPMER 
  • BCECE 
  • LPUNEST 
  • VEE 

करियर स्कोप 

स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट बनने के लिए बारहवीं के बाद आप बैचलर डिग्री के लिए अपनी पसंद अनुसार कोर्स चुन सकते हैं।  स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट बनने के लिए अगर आप मास्टर डिग्री का चयन करते है तो यह आपके लिए अधिक लाभदायक साबित होगा। आप BPT यानि बैचलर के बाद MPT या MPT स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपि कर सकते है। इसके साथ अगर आप मैनेजमेंट में अपना भविष्य देखते हैं तो MBA भी आपके लिए एक बढ़िया ऑप्शन साबित हो सकता है। मास्टर्स डिग्री की कंप्लीशन और ट्रेनिंग के बाद आप अपनी पसंद की प्रोफाइल के लिए अप्लाई करने में सक्षम होंगे। आप चाहें तो स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट के साथ ऑस्टियोपैथ, किरोप्रैक्टर, प्राइवेट प्रैक्टिशनर, रिसर्चर आदि जैसी प्रोफाइल के लिए भी अप्लाई कर सकते हैं। 

टॉप रिक्रूटिंग कंपनीज़ एंड एरियाज 

स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट बनने के लिए पढ़ाई करने के बाद कैंडिडेट्स को निम्नलिखित रिक्रूटिंग कंपनीज़ में नौकरी मिल सकती है:-

  • स्पोर्ट्स टीम 
  • स्पोर्ट्स एकेडमीज 
  • हॉस्पिटल्स 
  • फ़िज़ियोथेरेपि सेंटर जैसे मैक्स हॉस्पिटल, फोर्टिस, अपोलो, एम्स आदि। 

और इसके अलावा अगर आप टॉप रिक्रूटमेंट एरियाज की बात करें तो आप नीचे दिए गए एरियाज में अपना करियर आज़मा सकते हैं :-

  • हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स 
  • हॉस्पिटल्स एंड प्राइवेट प्रैक्टिस 
  • क्लीनिक एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर्स 
  • स्पेशल स्कूल 
  • इंटरनेशनल कॉर्पोरेशनस आदि। 

जॉब प्रोफाइल्स एंड सैलरी 

स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट बनने के लिए अपनी डिग्री पास करने के बाद नौकरी की तलाश में निकलते हैं तो निम्नलिखित जॉब प्रोफाइल्स आपके लिए बेस्ट साबित हो सकती है :-

जॉब प्रोफाइल एवरेज एनुअल सैलरी (INR)
स्पोर्ट फिज़िओ रिहैबिलिटेटर 5-6 लाख 
सेल्फ एम्प्लॉयड प्राइवेट फिज़िओथेरेपिस्ट 4-5 लाख 
ऑस्टियोपैथ 3-4 लाख 
फिज़िओथेरेपिस्ट 5-6 लाख 
डिफेंस मेडिकल एस्टेब्लिशमेंट 8-9 लाख 
लेक्चरर 5-6 लाख 
रिसर्चर 5-6 लाख 

FAQs

स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपी क्या है?

फिजियोथेरेपी में क्या होता है? स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपी में चोटों को ठीक करने और रोकने के लिए मालिश, शारीरिक गतिविधि और दूसरों के बीच हेरफेर जैसी विधियों का उपयोग करना शामिल है। इसमें कमजोर मांसपेशियों और चोटों की संभावना वाले स्नायुबंधन को मजबूत करने के लिए एक संरचित व्यायाम योजना भी शामिल है।

खेलों में फिजियोथेरेपिस्ट की क्या भूमिका है?

स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपिस्ट के पास खेल विशिष्ट ज्ञान होता है और एथलीट की तेजी से रिकवरी करने में मदद करने में बेहतर होते हैं। आम तौर पर खेल की चोटों के उपचार में एथलीटों को राहत पहुंचाने के लिए उचित दवा के साथ स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपी का उपयोग किया जाता है।

फिजियोथेरेपिस्ट क्या डॉक्टर होता है?

फिजियोथेरेपी सभी उम्र के रोगियों को दर्द से राहत दे सकती है, चाहे वह किसी भी तरह की चोट या बीमारी हो। एक बार जब आप एक लाइसेंस प्राप्त फिजियोथेरेपिस्ट से परामर्श करें और मदद लें, और एक ऐसी उपचार योजना प्राप्त करें जो आपके निदान के साथ काम करता हो, तो आप भविष्य में स्वस्थ और सक्रिय जीवन सुनिश्चित कर सकते हैं।

हम आशा करते हैं कि अब आप जान गए होंगे कि स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट कैसे बनें? अगर आप स्पोर्ट्स फ़िज़ियोथेरेपिस्ट बनने का कोर्स करना चाहते हैं और साथ ही एक उचित मार्गदर्शन चाहते हैं तो आज ही 1800572000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।

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