माइनिंग इंजीनियरिंग क्या है और इसे कैसे करें?

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खनिज जमीन के निचली और ऊपरी सतह पर प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले पदार्थ हैं। आमतौर पर खनिज ठोस होते हैं और इसकी एक क्रिस्टल संरचना होती है। इस संरचना को पहचानना और नए खनिज की खोज करने का काम माइनिंग इंजीनियर का होता है। इसमें रुचि रखने वाले छात्र, माइनिंग इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर अपना बेहतरीन करियर बना सकते हैं। इस ब्लॉग में माइनिंग इंजीनियरिंग के बारे में विस्तार से बताया गया है।

फुल फॉर्म माइनिंग इंजीनियरिंग
भारतीय यूनिवर्सिटीज़-IIT खरगपुर – इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी , खरगपुर
-IIT वाराणसी इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, वाराणसी
-इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (ISM), धनबादनेशनल -इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी कर्नाटका, सुरथकाल, मंगलौर 
योग्यता माइनिंग इंजीनियरिंग में बैचलर डिग्री कोर्स करने के लिए आपको 10+2 न्यूनतम 50% के साथ पास करना होगा।
जॉब प्रोफ़ाइल माइनिंग इंजीनियर, लेक्चरर, माइनिंग सेफ्टी इंजीनियर आदि।
विदेशी यूनिवर्सिटीज़द यूनिवर्सिटी ऑफ़ क्वींसलैंड,
द यूनिवर्सिटी ऑफ़ न्यू साउथ वेल्स,
वर्जिनिया टेक कर्टिन यूनिवर्सिटी,   
यूनिवर्सिटी ऑफ़ वोलांगोंग, 
यूनिवर्सिटी ऑफ़ एक्सेटर,  
यूनिवर्सिटी ऑफ़ एरिज़ोना आदि।

माइनिंग इंजीनियरिंग क्या है? 

माइनिंग इंजीनियरिंग जमीन के नीचे और ऊपर पाए जाने वाले मिनरल्स से जुड़ी हुई है। माइनिंग इंजीनियरिंग कई अन्य सब्जेक्ट से भी जुड़ी हुई है, जैसे- मिनरल्स प्रोसेसिंग, एक्सप्लोरेशन, एक्सकैवेशन, जियोलॉजी और मेटलर्जी, जियोटेक्निकल इंजीनियरिंग और सर्वे। एक माइनिंग इंजीनियर मिनरल्स संसाधन की खोज, खान डिजाइन, योजना को विकसित करने तक के सब काम करता है।

माइनिंग इंजीनियरिंग क्यों करें?

माइनिंग इंजीनियरिंग क्यों करें यह जानने के लिए नीचे दिए पॉइंट्स को पढ़ें:

  • जमीन के नीचे और ऊपर पाए जाने वाले खनिजों के बारे जानने में रुचि रखने वाले स्टूडेंट्स के लिए माइनिंग इंजीनियरिंग बेस्ट है।
  • माइनिंग इंजीनियरिंग में खनिज प्रोसेसिंग, एक्सप्लोरेशन, एक्सकैवेशन, जियोलॉजी और धातु विज्ञान, जियो टेक्निकल इंजीनियरिंग और सर्वे आदि के बारे में सीखने को मिलता है।
  • माइनिंग इंजीनियरिंग में खनिजों के पहचान करने से लेकर उसकी उपयोगिता और प्रोसेसिंग के बारे में भी पढ़ाया जाता है। जो ज्ञान को बढ़ाने के साथ साथ रिसर्च में भी मदद करती है।
  • सार्वजनिक क्षेत्र या गवर्नमेंट इंस्टीट्यूशंस में माइनिंग इंजीनियरिंग में नौकरी के कई अवसर हैं। माइनिंग इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री वाले उम्मीदवारों का शिक्षण पेशे में एक आशाजनक भविष्य है।
  • माइनिंग इंजीनियरों के लिए रोजगार के कई विकल्प हैं। सऊदी अरब, कुवैत, कतर और यूके सहित अरब राष्ट्र योग्य आवेदकों को आकर्षक पेशेवर संभावनाएं प्रदान करते हैं।

स्किल्स

माइनिंग इंजीनियरिंग के स्किल्स इस प्रकार है:

  • प्रोजेक्ट मैनेजमेंट 
  • एनालिटिकल प्रॉब्लम सॉल्विंग 
  • टेक्नोलॉजी स्किल्स 
  • वर्क प्लेस नॉलेज
  • पर्सनल स्किल्स 
  • कम्युनिकेशन स्किल्स
  • रीजनिंग एंड प्रॉब्लम सॉल्विंग 
  • मैनेजमेंट स्किल्स 
  • मैथमेटिकल एंड साइंस स्किल्स

कोर्सेज

माइनिंग इंजीनियरिंग में छात्र के पास डिप्लोमा कोर्स, बैचलर डिग्री कोर्स से लेकर पीएचडी कोर्स करने तक का विकल्प होता है। माइनिंग इंजीनियरिंग के कोर्स की सूची नीचे दी गई है:

  • Diploma in Mining Engineering
  • BE Mechanical Engineering 
  • BE Hons Science Major in Mining Engineering  
  • BE Hons Information Technology- Mining Engineering 
  • BSc Mining Engineering
  • ME/MS Mining Engineering 
  • ME Mining, Geological and Geophysical Engineering
  • MSc Mining and Minerals Engineering 
  • PGDip Mining Engineering 
  • MPhil Mining and Minerals Engineering

विदेशी यूनिवर्सिटीज़

माइनिंग इंजीनियरिंग के लिए दुनिया के टॉप विश्वविद्यालय की लिस्ट नीचे दी गई है:  

भारतीय यूनिवर्सिटीज़

माइनिंग इंजीनियरिंग की भारत की यूनिवर्सिटी नीचे दी गई है:

  • IIT खरगपुर – इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी , खरगपुर
  • IIT वाराणसी इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, वाराणसी
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (ISM), धनबाद
  • नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी कर्नाटका, सुरथकाल, मंगलौर 
  • NIT राउरकेला- नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, राउरकेला
  • विश्वेश्वरैया नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, नागपुर 
  • NIT रायपुर नेशनल  इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, रायपुर
  • कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग, अन्ना यूनिवर्सिटी गाइड, चेन्नई 
  • रूंगटा कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, भिलाई 

योग्यता

माइनिंग इंजीनियरिंग में एडमिशन लेने के लिए अलग-अलग कोर्स के अनुसार योग्यता नीचे दी गई है :

  • माइनिंग इंजीनियरिंग में बैचलर डिग्री कोर्स करने के लिए आपको 10+2 न्यूनतम 50% के साथ पास करना होगा।
  • माइनिंग इंजीनियरिंग के लिए छात्र को  JEE Main,JEE Advanced, MHT CET , OJEE, BCECE जैसे एंट्रेंस एग्जाम पास करने होंगे । विदेश में बैचलर डिग्री कोर्स के लिए SAT, or ACT एग्जाम क्लियर करने होंगे।  
  • यदि आप माइनिंग इंजीनियरिंग में मास्टर डिग्री कोर्स करना चाहते हैं, तो बैचलर डिग्री का होना आवश्यक है।
  • विदेश में माइनिंग इंजीनियरिंग के मास्टर डिग्री प्रोग्राम में एडमिशन लेने के लिए छात्र के पास एक अच्छा GMAT/GRE स्कोर होना चाहिए। 
  • अगर आप पीएचडी में एडमिशन लेना चाहते हैं,, तो आपको संबंधित कोर्स में मास्टर डिग्री को पास करना जरूरी है।
  • भारत में पीएचडी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आपको UGC-NET, TIFR,JRF-GATE या राज्य स्तर के एंट्रेंस एग्जाम पास करने होंगे। 
  • एक अच्छा IELTS/ TOEFL स्कोर अंग्रेजी भाषा दक्षता के रूप में होना आवश्यक है। 
  • विदेश में कुछ यूनिवर्सिटी मास्टर डिग्री के लिए 2 वर्ष के कार्य अनुभव की भी मांग करती है, जिसका समय यूनिवर्सिटी के लिए अलग-अलग भी हो सकता है ।

आवेदन प्रक्रिया

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है–

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेजों जैसे SOP, निबंध (essay), सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टेस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति / छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लेटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

आवश्यक दस्तावेज़

कुछ जरूरी दस्तावेजों की लिस्ट नीचे दी गई हैं–

प्रवेश प्रक्रिया

भारत में माइनिंग इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन लेने के लिए एंट्रेंस एग्जाम की लिस्ट नीचे दी गई है: 

  • JEE Main
  • JEE Advanced
  • MHT CET
  • OJEE
  • BCECE
  • Assam CEE
  • UPSEE
  • KEAM
  • KCET
  • GRE
  • SAT,
  • ACT

आवश्यक पुस्तकें 

माइनिंग इंजीनियरिंग के कुछ बुक्स नीचे दी गई है:

करियर स्कोप

माइनिंग इंजीनियरिंग के क्षेत्र में नौकरी देने वाले टॉप रिक्रूटर्स की सूची नीचे दी गई है:

  • Tata Steels
  • Kudremukh Iron Ore Company Limited
  • Accenture Solutions
  • Aditya Birla Hindalco
  • Vedanta Limited
  • Bharat Aluminum Company
  • Larsen & Turbo
  • Adani Mining Pvt. Ltd.
  • ArcelorMittal
  • Hindustan Zinc Limited
  • Essel Mining & Industries Limited
  • Bharat Forge Limited
  • Rajasthan State Mines and Minerals Limited
  • NALCO
  • Coal India Limited
  • Gujarat Mineral Development Corporation
  • NMDC
  • Neyveli Lignite Corporation
  • Geological Survey of India
  • Indian Bureau of Mines
  • Steel Authority of India Limited
  • Uranium Corporation of India Limited
  • Central Institute of Mine Planning and Design Ranchi
  • DRDO

जॉब करने का क्षेत्र 

माइनिंग इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद आप कई क्षेत्रों में जॉब कर सकते हैं। माइनिंग इंजीनियरिंग के क्षेत्र में कुछ लोकप्रिय जॉब प्रोफाइल की जानकारी नीचे दी गई है:

  • माइनिंग इंजीनियर: एक माइनिंग इंजीनियर, मामाइनिंग में नए प्रोपोसड वेंचर्स की कमर्शियल प्रक्टिकलिटी को रिव्यु करते हैं। माइनिंग इंजीनियर, संभावित खनन स्थलों की डिज़ाइन और कंस्ट्रक्शन प्रोजेक्ट्स के सुपरविजन करते हैं।
  • व्याख्याता: व्याख्याता अपने विषय के विशेषज्ञ हैं, जो तरीके और मंच की सहायता से कोर्सेज को डिजाइन, विकसित और सामग्री वितरित करने में मदद करते हैं। व्याख्याता, शोध और क्षेत्र कार्य भी करते हैं। 
  • माइनिंग सेफ्टी इंजीनियर: माइनिंग सेफ्टी इंजीनियर, कर्मचारियों की सुरक्षा का ध्यान रखने के साथ-साथ राज्य और फ़ेडरल सेफ्टी रेगुलेशन को फॉलो करता है।  
  • ऑपरेशंस मैनेजर: एक ऑपरेशंस मैनेजर विभाग में सभी विकास गतिविधियों की जानकारी और कंपनी के उद्देश्यों और लक्ष्यों को पूरा करने के लिए रणनीतियाँ बनाता है।
  • डिजाइन इंजीनियर: एक डिजाइन इंजीनियर, गणना और संरचनात्मक डिजाइन का ऑब्जर्वेशन और संचालन करता है।

जॉब प्रोफाइल और सैलरी

माइनिंग इंजीनियरिंग के कुछ जॉब प्रोफ़ाइल नीचे दी गई है:

जॉब प्रोफ़ाइल अनुमानित सालाना सैलरी 
माइनिंग इंजीनियर रु. 6 लाख प्रति वर्ष (लगभग)
लेक्चरर रु. 3-4 लाख प्रति वर्ष (लगभग)
माइनिंग सेफ्टी इंजीनियररु. 6-7 लाख प्रति वर्ष (लगभग)
ऑपरेशंस मैनेजर रु. 8 लाख प्रति वर्ष (लगभग)
डिजाइन इंजीनियर रु. 8-9 लाख प्रति वर्ष (लगभग)

FAQs

माइनिंग इंजीनियरिंग के कुछ प्रमुख विषय कौन से हैं?

माइनिंग जियोलॉजी, रॉक यांत्रिकी, खान विकास, भूमिगत खान ऑब्जरवेशन,मेनेरल प्रोसेसिंग, खनन मशीनरी आदि विषयों को माइनिंग इंजीनियरिंग में शामिल किया गया है। 

माइनिंग इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद आप किन कंपनी में काम कर सकते है?

माइनिंग इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद आप कोयला कंपनियां, उर्वरक कंपनियां, यूरेनियम, तेल और गैस की खोज करने वाली कंपनियों में काम कर सकते हैं।

भारत और विदेश में BTech माइनिंग इंजीनियरिंग की पढ़ाई कराने वाली टॉप यूनिवर्सिटी कौनसी हैं? 

भारत में टॉप यूनिवर्सिटी की लिस्ट इस प्रकार है:
1. भारतीय इंजीनियरिंग विज्ञान और इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी  शिबपुर
2. विश्वेश्वरैया नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी 
3. जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी 
4. लखनऊ इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी, लखनऊ
5. इंडस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी, ऊना

विदेश में टॉप यूनिवर्सिटी की लिस्ट इस प्रकार है:
1.द यूनिवर्सिटी ऑफ़ क्वींसलैंड 
2. द यूनिवर्सिटी ऑफ़ न्यू साउथ वेल्स 
3. वर्जिनिया टेक 
4. कर्टिन यूनिवर्सिटी   
5. यूनिवर्सिटी ऑफ़ वोलांगोंग

उम्मीद है, माइनिंग इंजीनियरिंग से संबंधित सभी जानकारियां इस ब्लॉग में मिल गई होंगी। यदि आप माइनिंग इंजीनियरिंग बनना चाहते हैं तो 1800572000 पर कॉल करके Leverage Edu एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें और बेहतर गाइडेंस पाएं।

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