बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन क्या है और कैसे करें?

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टेक्नोलॉजी की दुनिया में जो फील्ड आपको बेहतरीन ग्रोथ के साथ लाजवाब स्किल्स सिखा सकती है उनमें से एक है इंडस्ट्रियल डिजाइनिंग। बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन एक बैचलर डिग्री है जो आपको इस इंडस्ट्री के मुख्य स्टेप यानी डिजाइनिंग की बारीकियों से रूबरू कराती है। तो अगर आप क्रिएटिव एबिलिटी, डिजिटल स्किल्स और विज़ुअलाइज़ेशन स्किल्स के मालिक हैं तो बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन आपके लिए प्रोडक्ट डिजाइनिंग की तरफ पहला कदम हो सकता है। डिटेल में बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन के बारे में जानकारी पाइए हमारे इस ब्लॉग के ज़रिए। 

कोर्स लेवल ग्रेजुएशन 
ड्यूरेशन 4 साल 
एग्ज़ामिनेशन टाइप सेमेस्टर सिस्टम 
टॉप रिक्रूटिंग एरियाज़ Advertising Companies, Colleges/Universities, Online Retailing Companies, MNCs, start-ups, Multinational corporations, Branding wings of corporates as well as government agencies
जॉब प्रोफाइल्स प्रोडक्ट डिज़ाइनर, इंडस्ट्रियल डिज़ाइन रिसर्चर, आर्ट डायरेक्टर, डेस्कटॉप पब्लिशर और इंडस्ट्रियल इंजीनियर

बीएससी इंडस्ट्रियल डिज़ाइन क्या है?

बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन एक क्रिएटिव फील्ड है जो आर्ट और इंजीनियरिंग का मिश्रण है। यह एक स्ट्रेटेजी प्रोसेस है जो प्रोडक्ट डिज़ाइन के लिए इस्तमाल किया जाता है। यह प्रोडक्ट जब मास प्रोडक्शन में किया जाता है तो इसमें अनेको डिज़ाइनरस और टेक्निकल स्पोर्ट की आवश्यकता होती है। मुख्य रूप से इस कोर्स में आने वाले व्यक्तियों में एक एनालिटिकल माइंड, बेहतर ऑब्ज़र्वेशन की स्किल्स,प्रॉब्लम सोल्व करने की कला और सोल्यूशन निकालने की ख़ास काबिलियत का होना आवश्यक है। 

एक इंडस्ट्रियल डिजाइनर प्रोडक्ट की मेन्युफेक्चरिंग का कांसेप्ट डेवेलप करने करने की प्रक्रिया को अंजाम देता है। आज के समय में जो भी प्रोडक्ट आप इस्तमाल करते है जैसे ऑटोमोबाइल्स, पैकेजिंग, हाउसहोल्ड प्रोडक्ट्स, मेडिकल इक्विपमेंट, इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट सभी एक इंडस्ट्रियल डिज़ाइनर द्वारा डिज़ाइन किए जाते हैं।

बीएससी इंडस्ट्रियल डिज़ाइन क्यों करें?

बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन एक बैचलर डिग्री ज़रूर है लेकिन आप यही कोर्स क्यों करें और इस कोर्स को करने से आपको किन स्पेसिफिक फायदों से रूबरू होने का मौका मिलेगा ये हमने नीचे पॉइंटर्स में बताया है-

  • बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन के कोर्स को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है की समय के साथ इसमें आने वाली चीज़ें आपने नॉलेज लेवल को बढ़ाएंगी। इसके साथ आप प्रोडक्ट डिज़ाइन करने के जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दोंको समझ पाएंगे जो आपके करियर के लिए काफी लाभदायक साबित होगा। 
  • यह कोर्स आपको मार्किट में होने वाली गतिविधियों के बारे में बाकी अंडरग्रेजुएट के मुकाबले जल्दी नॉलेज देता है। आप अपनी रिसर्च और लर्निंग्स से कंस्यूमर बेस के बारे में जान पाएंगे जो कंस्यूमर के मुताबिक़ बेहतर तरीके से डिज़ाइन हो पायेगा। 
  • बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन में अप्लाई करने वाले कैंडिडेट के पास कुछ अनिवार्य स्किल्स का होना ज़रूरी है जिसमें हैंड स्किल्स, डिजिटल स्किल्स, विज्युलाईज़ेशन स्किल्स और अपने आईडी को हकीकत में बदलने की स्किल्स शामिल हैं। 
  • अगर आप कम्युनिकेशन में अच्छे हैं और थर्ड पार्टी के साथ साथ क्लाइंट के साथ भी डील करने की कला रखते हैं तो यह कोर्स आप डबल मुनाफा देने में सक्षम होगी। 

बीएससी इंडस्ट्रियल डिज़ाइन के लिए अनिवार्य स्किल्स

 बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन के लिए आपको निम्नलिखित स्किल्स में निपूर्ण होने की आवश्यकता होगी-

  • क्रिएटिविटी 
  • एनालिटिकल माइंडसेट 
  • ऑब्ज़र्वेशन स्किल्स 
  • बेहतर कम्युनिकेशन स्किल्स
  • प्रॉब्लम को सुलझाने की स्किल 
  • आर्टिस्टिक एबिलिटी 
  • डिज़ाइन टूल्स की नॉलेज 
  • टेक्निकल स्किल्स 
  • विज़ुअलाइज़ेशन 
  • टीम प्लेयर 

बीएससी इंडस्ट्रियल डिज़ाइन सिलेबस

बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन का सिलेबस और उसमें आने वाले सब्जेक्ट्स नीचे टेबल में बताए गए हैं-

सेमेस्टर 1 सेमेस्टर 2 
इंजीनियरिंग ड्राइंग लीन स्टार्टअप मैनेजमेंट 
प्रॉब्लम सॉल्विंग एंड प्रोग्रामिंग डिज़ाइन वर्कशॉप 
एनवायर्नमेंटल साइंसेज डिज़ाइन फंडामेंटल्स – 2 डी 
मैथमेटिक्स फॉर डिज़ाइनर्स इमेज रेप्रिज़ेंटेशन टेक्नीक्स 
फिजिक्स फॉर डिज़ाइनर्स डिज़ाइन स्टूडियो- प्रॉब्लम आइडेंटिफिकेशन 
केमिस्ट्री फॉर डिज़ाइनरस फंडामेंटल्स ऑफ़ अर्गोनोमिक्स 
सेमेस्टर 3 सेमेस्टर 4 
इलेक्ट्रॉनिक्स फॉर इंडस्ट्रियल डिज़ाइन एडवांस्ड इमेज रेप्रिज़ेंटेशन टेक्नीक्स 
डिज़ाइन हिस्ट्री डिज़ाइन फंडामेंटल्स- 3 डी 
डिज़ाइन एंड सोसाइटी डिज़ाइन स्टूडियो- प्रॉब्लम एनालिसिस 
प्रोडक्ट डिज़ाइन स्मार्ट प्रोडक्ट डिज़ाइन 
मटेरियल एंड प्रोसेसेस- मैटल्स कंप्यूटर मॉडलिंग एंड सिम्युलेशन टेक्नीक्स 
मैटेरियल्स एंड प्रोसेसेस- नॉन मैटल्स ग्राफ़िक डिज़ाइन 
सेमेस्टर 5 सेमेस्टर 6 
क्रिएटिव एक्सप्लोरेशन टेक्नीक्स एडवांस्ड फॉर्म स्टडीज़ 
प्रोडक्ट डिटेलिंग एंड मैकेनिज़्म न्यू प्रोडक्ट डेवलपमेंट 
कोलैबोरेटिव डिज़ाइन प्रोजेक्ट एडवांस्ड स्मार्ट प्रोडक्ट डिज़ाइन 
रिडिजाइन प्रोजेक्ट मोबिलिटी डिज़ाइन 
डिज़ाइन थिंकिंग बायो इंस्पायर्ड प्रोडक्ट डिज़ाइन 
सेमेस्टर 7 सेमेस्टर 8 
एडवांस्ड कंप्यूटर मॉडलिंग एंड सिम्युलेशन टेक्नीक्स प्रोडक्ट प्लानिंग एंड स्ट्रेटेजी 
डिज़ाइन मैनेजमेंट एग्ज़ीबिशन 
गेम डिज़ाइन प्रोडक्ट सेमिऑटिक्स 
सिस्टम डिज़ाइन प्रोजेक्ट प्रोजेक्ट 

विदेश में बीएससी इंडस्ट्रियल डिज़ाइन के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज

 विदेश में बीएससी इंडस्ट्रियल डिज़ाइन के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज नीचे दी गई हैं-

भारत में बीएससी इंडस्ट्रियल डिज़ाइन के लिए टॉप यूनिवर्सिटीज

भारत में बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज निम्नलिखित हैं-

  • सिम्बायोसिस इंस्टिट्यूट ऑफ़ डिज़ाइन 
  • सृष्टि इंस्टिट्यूट ऑफ़ आर्ट एंड डिज़ाइन टेक्नोलॉजी 
  • वेलोर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी 
  • द डिज़ाइन विलेज(TDV)
  • चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी 
  • निरमा यूनिवर्सिटी 
  • GLS यूनिवर्सिटी 
  • अवंतिका यूनिवर्सिटी 
  • इंडस यूनिवर्सिटी 
  • एपेक्स प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी  

बीएससी इंडस्ट्रियल डिज़ाइन के लिए योग्यताएं

यदि आप इंडस्ट्रियल डिजाइन के क्षेत्र में डिग्री प्राप्त करने के इच्छुक हैं, तो आपको अपने चुने हुए विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित योग्यताओं को पूरा करना होगा। ये आवश्यकताएं कोर्सेज के स्तर के अनुसार भिन्न होती हैं, जैसे बैचलर, मास्टर या डिप्लोमा। बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन के लिए कुछ सामान्य योग्यताएं इस प्रकार हैं:

  • बैचलर्स डिग्री प्रोग्राम के लिए ज़रुरी है कि उम्मीदवारों ने किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 10+2 में कम से कम 50 % मार्क्स अर्जित किए हों। यह आप किसी भी फील्ड से कर सकते हैं। 
  • ज़्यादातर यूनिवर्सिटीज प्रवेश परीक्षा के आधार पर भी एडमिशन स्वीकार करतीं हैं।
  • विदेश की अधिकतर यूनिवर्सिटीज मास्टर्स कोर्सेज के लिए GRE स्कोर की मांग करते हैं।
  • साथ ही मास्टर्स में एडमिशन के लिए आपकी अंडरग्रेजुएट डिग्री में कम से कम 50 % मार्क्स का होना आवश्यक है। 
  • विदेश की यूनिवर्सिटीज में एडमिशन के लिए IELTS या TOEFL टेस्ट स्कोर, अंग्रेजी प्रोफिशिएंसी के प्रमाण के रूप में ज़रूरी होते हैं।
  • विदेश यूनिवर्सिटीज में पढ़ने के लिए SOP, LOR, सीवी/रिज्यूमे और पोर्टफोलियो भी जमा करने की ज़रूरत होती है।

आवेदन प्रक्रिया 

विदेश के विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया इस प्रकार है:

  • आपकी आवेदन प्रक्रिया का फर्स्ट स्टेप सही कोर्स चुनना है, जिसके लिए आप AI Course Finder की सहायता लेकर अपने पसंदीदा कोर्सेज को शॉर्टलिस्ट कर सकते हैं। 
  • एक्सपर्ट्स से कॉन्टैक्ट के पश्चात वे कॉमन डैशबोर्ड प्लेटफॉर्म के माध्यम से कई विश्वविद्यालयों की आपकी आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे। 
  • अगला कदम अपने सभी दस्तावेज़ों जैसे SOP, निबंध, सर्टिफिकेट्स और LOR और आवश्यक टैस्ट स्कोर जैसे IELTS, TOEFL, SAT, ACT आदि को इकट्ठा करना और सुव्यवस्थित करना है। 
  • यदि आपने अभी तक अपनी IELTS, TOEFL, PTE, GMAT, GRE आदि परीक्षा के लिए तैयारी नहीं की है, जो निश्चित रूप से विदेश में अध्ययन करने का एक महत्वपूर्ण कारक है, तो आप Leverage Live कक्षाओं में शामिल हो सकते हैं। ये कक्षाएं आपको अपने टेस्ट में उच्च स्कोर प्राप्त करने का एक महत्त्वपूर्ण कारक साबित हो सकती हैं।
  • आपका एप्लीकेशन और सभी आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने के बाद, एक्सपर्ट्स आवास, छात्र वीज़ा और छात्रवृत्ति/छात्र लोन के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करेंगे । 
  • अब आपके प्रस्ताव पत्र की प्रतीक्षा करने का समय है जिसमें लगभग 4-6 सप्ताह या उससे अधिक समय लग सकता है। ऑफर लैटर आने के बाद उसे स्वीकार करके आवश्यक सेमेस्टर शुल्क का भुगतान करना आपकी आवेदन प्रक्रिया का अंतिम चरण है। 

भारत के विश्वविद्यालयों में आवेदन प्रक्रिया, इस प्रकार है:

  • सबसे पहले अपनी चुनी हुई यूनिवर्सिटी की ऑफिशियल वेबसाइट में जाकर रजिस्ट्रेशन करें।
  • यूनिवर्सिटी की वेबसाइट में रजिस्ट्रेशन के बाद आपको एक यूज़र नेम और पासवर्ड प्राप्त होगा।
  • फिर वेबसाइट में साइन इन के बाद अपने चुने हुए कोर्स का चयन करें जिसे आप करना चाहते हैं।
  • अब शैक्षिक योग्यता, वर्ग आदि के साथ आवेदन फॉर्म भरें।
  • इसके बाद आवेदन फॉर्म जमा करें और आवश्यक आवेदन शुल्क का भुगतान करें। 
  • यदि एडमिशन, प्रवेश परीक्षा पर आधारित है तो पहले प्रवेश परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करें और फिर रिजल्ट के बाद काउंसलिंग की प्रतीक्षा करें। प्रवेश परीक्षा के अंको के आधार पर आपका चयन किया जाएगा और लिस्ट जारी की जाएगी।

आवश्यक दस्तावेज़  

कुछ ज़रूरी दस्तावेज़ों की लिस्ट नीचे दी गई है–

प्रवेश परीक्षाएं

बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन के लिए बेस्ट कॉलेज में एडमिशन तो सभी चाहते हैं लेकिन इसके लिए आपको कुछ स्पेसिफिक एंट्रेंस एग्ज़ाम देने की आवशयकता होगी। जिनमें से कुछ के नाम नीचे दिए गए हैं-

  • VITEEE 
  • UPSEE 
  • NPAT 
  • NIFT एंट्रेंस एग्ज़ाम 
  • AIEED  
  • UCEED 
  • CEED 
  • NID एंट्रेंस एग्ज़ाम 
  • Pearl Academy Entrance Exam 

बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन के लिए मुख्य बुक्स 

बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन की पढ़ाई में स्पोर्ट करने वाली किताबें नीचे टेबल में दी गई है आप उनकी मदद ले सकते हैं-

बुक्स के नाम ऑथर 
Product Design and Developmentकार्ल उलरिक और स्टीवन डी. एपिन्गर 
The Laws of Simplicityजॉन मैडा 
Process: 50 Product Design from Concept to Manufactureजेनिफर हडसन 
Cradle to Cradle: Remaking the Way We Make Thingsमाइकल ब्रॉन्गर्ट और विलियम मैकडॉ 
Presentation Techniques: A Guide to Drawing and Presenting Design Ideas Dick Powellडिक पॉवेल 
The Making of Design: From the First Model to the Final Productजेरिट टेरस्टिग 

करियर स्कोप

बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन में अपनी पढ़ाई को चार साल देने के बाद एक कैंडिडेट इंडस्ट्री में जाने और उसमें ग्रो करने का निर्णय लेता है। अपनी डिग्री पूरी करने के बाद आप चाहें तो नीचे दिए गए पॉइंट्स के साथ अपना करियर इंडस्ट्रियल डिज़ाइन में जारी रख सकते हैं-

  • बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन एक बैचलर डिग्री है, अगर आप इस डिग्री के बाद मास्टर्स के लिए अप्लाई करने का निर्णय लेते है तो आप इसमें काफी बेहतर ग्रोथ देख सकते हैं। बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन के बाद आप एमबीए और एमटेक इंडस्ट्रियल इंजीनियरिंग और एमटेक प्रोडक्ट डिज़ाइन एंड मैन्युफैकचरिंग जैसे कोर्सेज में अप्लाई कर सकते हो। 
  • कैंडिडेट्स जो अपनी डिग्री के बाद नौकरी करने का विकल्प चुनते हैं वे अब्रॉड में अपना सिक्का आज़मां सकते हैं जो प्रोडक्ट डिज़ाइनर, इंडस्ट्रियल डिज़ाइन रिसर्चर, आर्ट डायरेक्टर, डेस्कटॉप पब्लिशर और इंडस्ट्रियल इंजीनियर जैसी प्रोफाइल्स में अप्लाई कर सकते हैं। 

जॉब प्रोफाइल एंड सैलरी

बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन की डिग्री के बाद आप निम्नलिखित प्रोफाइल्स के लिए जा सकते हैं। नीचे दिए गए टेबल में जॉब प्रोफाइल के साथ उनकी एवरेज सैलरी भी निम्लिखित हैं-

जॉब प्रोफाइल्स औसत एवरेज सैलरी (INR)
प्रोडक्ट डिज़ाइनर 5-6 लाख
इंडस्ट्रियल डिज़ाइन रिसर्चर 4-6 लाख
आर्ट डायरेक्टर  3.5-4 लाख
डेस्कटॉप पब्लिशर 6-7 लाख
इंडस्ट्रियल इंजीनियर 5.5-6 लाख

नोट :– उपर टेबल में दी गई सैलरी, प्रोफाइल्स की एवरेज सालाना सैलरी है। इस सैलरी अमाउंट में बदलाव आपके एक्सपीरियंस और काबिलियत अनुसार देखने को मिल सकते हैं। 

FAQs

बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन के बाद किन जॉब प्रोफाइल्स में अप्लाई कर सकते हैं?

कैंडिडेट्स जो अपनी डिग्री के बाद नौकरी करने का विकल्प चुनते हैं वे अब्रॉड में अपना सिक्का आज़मां सकते हैं जो प्रोडक्ट डिज़ाइनर, इंडस्ट्रियल डिज़ाइन रिसर्चर, आर्ट डायरेक्टर, डेस्कटॉप पब्लिशर और इंडस्ट्रियल इंजीनियर जैसी प्रोफाइल्स में अप्लाई कर सकते हैं।

बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन के लिए कौनसे एंट्रेंस एग्ज़ाम देने होते हैं?

बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन के लिए बेस्ट कॉलेज में एडमिशन तो सभी चाहते हैं लेकिन इसके लिए आपको कुछ स्पेसिफिक एंट्रेंस एग्ज़ाम देने की आवशयकता होगी। जिनमें से कुछ के नाम नीचे दिए गए हैं-
VITEEE 
UPSEE 
NPAT 
NIFT एंट्रेंस एग्ज़ाम 
AIEED  
UCEED 
CEED 
NID एंट्रेंस एग्ज़ाम 
पर्ल अकेडमी एंट्रेंस एग्ज़ाम

बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज कौनसी हैं?

भारत में बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन के लिए भारत की टॉप यूनिवर्सिटीज निम्नलिखित हैं-
सिम्बायोसिस इंस्टिट्यूट ऑफ़ डिज़ाइन 
सृष्टि इंस्टिट्यूट ऑफ़ आर्ट एंड डिज़ाइन टेक्नोलॉजी 
वेलोर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी 
द डिज़ाइन विलेज(TDV)
चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी 
निरमा यूनिवर्सिटी 
GLS यूनिवर्सिटी 
अवंतिका यूनिवर्सिटी 
इंडस यूनिवर्सिटी 
एपेक्स प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी

हम उम्मीद करते हैं कि आपको बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन कोर्स के बारे में सम्पूर्ण जानकारी मिल गई होगी। अगर आप विदेश में बीएससी इंडस्ट्रियल डिजाइन का कोर्स करना चाहते हैं। तो आज ही 1800572000 पर कॉल करें और हमारे स्टडी अब्रॉड एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें।

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