एंटरप्रेन्योर कैसे बनें?

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एंटरप्रेन्योर कैसे बनें

वैसे तो हर कोई अपनी जिंदगी में कुछ अलग करना चाहता है परंतु सफलता किसी को पहले मिल जाती है और किसी को बाद में। एंटरप्रेन्योर लोगों की बस यही खास बात होती है जो उन्हें दूसरों से अलग बनाती है यह लोग उन चीजों के बारे में नहीं सोचते जो उनसे छूट गया यह तो उन चीजों के बारे में सोचते हैं जिनको वह पकड़ सकते हैं। ये हमेशा  पॉजिटिव रहते हैं, नेगेटिव चीजों को इग्नोर करते हैं और आगे बढ़ते रहते हैं। आज के ट्रेंड में हर कोई एक सफल एंटरप्रेन्योर बनना चाहता है तो आइए पहले जानते है एंटरप्रेन्योर कैसे बनें और एंटरप्रेन्योरशिप क्या है। 

This Blog Includes:
  1. एंटरप्रेन्योर क्या होते हैं?
  2. एक सफल एंटरप्रेन्योर कैसे बनें?
    1. 1. एक बिज़नेस प्लान विकसित करें
    2. 2. मितव्ययी बनें
    3. 3. लगातार खुद को शिक्षित करें
    4. 4. एक विजेता टीम बनाएं
    5. 5. मन-शरीर-आत्मा का संतुलन खोजें
    6. 6. मुफ्त मार्केटिंग टूल का लाभ उठाएं
    7.  7. एक संरक्षक खोजें
    8. 8. नेटवर्किंग से न डरें
    9. 9. आर्थिक रूप से तैयार रहें
    10. 10. बीमा में निवेश करें
  3. एंटरप्रेन्योर बनने के लिए स्किल्स
  4. एंटरप्रेन्योर के कार्य
    1. एंटरप्रेन्योर का सबसे पहला कार्य अवसर की पहचान करना
    2. एंटरप्रेन्योर का कार्य जोखिम उठाना
    3. एंटरप्रेन्योर का कार्य प्रोजेक्ट की प्लानिंग करना
    4. पैसों की व्यवस्था करना 
    5. सभी प्रकार की अनुमति व लायसेंस प्राप्त करना 
    6. एंटरप्राइज के लिए उचित भू-भाग का चुनाव करना
    7. एंटरप्रेन्योर का कार्य उद्यम के लिए कच्चा-माल प्राप्त करना
    8. एंटरप्रेन्योर का कार्य उत्पादन में सुधार व गुणवत्ता लाना
    9. एंटरप्रेन्योर का कार्य लक्ष्य निर्धारण करना
    10. एंटरप्रेन्योर का महत्वपूर्ण कार्य अपने टीम का हौसला बनाये रखना
  5. एंटरप्रेन्योर के प्रकार
    1. निजी एंटरप्रेन्योरशिप
    2. सार्वजनिक एंटरप्रेन्योरशिप
    3. व्यक्तिगत एंटरप्रेन्योरशिप
    4. सामूहिक उद्यमिता
  6. एंटरप्रेन्योर बनने के लिए प्रसिद्ध विदेशी विश्वविद्यालय
  7. एंटरप्रेन्योर बनने के लिए प्रसिद्ध भारतीय विश्वविद्यालय
  8. भारत के कुछ सफल एंटरप्रेन्योरस के नाम
    1. अभिषेक गुप्ता और ऋषभ वर्मा (नवगुरुकुल)
    2. गौरव चौधरी (टेक्निकल गुरुजी)
    3. रितेश अग्रवाल (ओयो रूम्स)
    4. अक्षय चतुर्वेदी (Leverage Edu)
    5. श्रीलक्ष्मी सुरेश (ईडिजाइन)
  9. करियर प्रॉस्पेक्ट्स एंड सैलरी
  10. दुनिया के सबसे प्रसिद्ध एंटरप्रेन्योर
  11. FAQs

एंटरप्रेन्योर क्या होते हैं?

अपनी लाइफ को बेहतर तरीके से जीने के लिए तथा अपनी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए पैसा कमाना बहुत ज़रुरी हो गया है। सभी लोग किसी ना किसी प्रकार का काम करके अपनी ज़रूरतों को पूरा करते है जैसे- टीचर स्कूल में पढ़ाते है, क्लर्क बैंक में नौकरी करते है, मज़दूर कारखाने में काम करते है। एंटरप्रेन्योर वह होता जो कि एक बिल्कुल नये आइडिया के माध्यम से एक छोटे से बिज़नेस को बड़ा बना देना और एक नया बिज़नेस स्टार्ट करना जो कि समाज के फायदे के लिए हो और दूसरो को रोजगार दे सके वह एंटरप्रेन्योर कहलाता है। एक सफल एंटरप्रेन्योर बनने के लिए कठिन परिश्रम करना पड़ता है और साथ ही कई सैक्रिफाइस भी करने पड़ते है।

आज के समय एंटरप्रेन्योर और एंटरप्रेन्योरशिप के उदाहरण बहुत से हैं। इसमें जमीनी स्तर से बने सभी छोटे बिज़नेस, स्टार्ट अप से लेकर बड़े बिज़नेस शामिल हैं। वे अपने बिज़नेस को कामयाब करने के लिए बहुत मेहनत करते है। एंटरप्रेन्योर अपने बिज़नेस को छोटे से बड़ा बनाते हैं। एंटरप्रेन्योर वह काम करते हैं जो बाकी लोगो को असंभव लगता है। ज्यादातर एंटरप्रेन्योर का किसी काम को करने का तरीका परंपरागत तरीको से अलग होता है।

एक सफल एंटरप्रेन्योर कैसे बनें?

एक एंटरप्रेन्योर वह होता है जो दुनिया की समस्याओं को हल करने के लिए विचारों, उत्पादों या सेवाओं के साथ आता है। एंटरप्रेन्योरशिप का मार्ग प्रत्येक व्यक्ति के लिए अलग तरह से बनाया गया है, लेकिन सभी सफल एंटरप्रेन्योर्स को फेलियर और क्रिटिस्म के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है, और उन्हें लगातार सीखते रहना चाहिए और खुद को सुधारना चाहिए। आइए जानते हैं एक सफल एंटरप्रेन्योर कैसे बनें आगे।

1. एक बिज़नेस प्लान विकसित करें

एक बिज़नेस प्लान आपके विचारों को कागज पर मूर्त रूप देती है और आपको यह कल्पना करने में मदद करती है कि आपका बिज़नेस कैसे ऑपरेट होगा। संक्षेप में, आपके बिज़नेस प्लान को आपके बिज़नेस के बारे में कम से कम निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर देना चाहिए:

  • आपका प्रोडक्ट या सर्विस क्या है? आपकी प्रेफरेन्सेस क्या हैं?
  • आप अपना बिज़नेस कहां ऑपरेट करेंगे? आप पांच साल में कहां रहना चाहते हैं?
  • आपका बिज़नेस कब ऑपरेट होगा?
  • लोगों को आपका प्रोडक्ट/सर्विस क्यों खरीदनी चाहिए?
  • आपका टारगेट सेगमेंट कौन है? आपके प्रतियोगी कौन हैं?
  • दिन-प्रतिदिन के ऑपरेशन कैसे चलेंगे? आप अप्रत्याशित आपात स्थितियों से कैसे निपटेंगे?

आपकी ब्रेनस्टॉर्म प्रक्रिया शुरू करने के लिए ये प्रश्नों का एक छोटा सा सैंपल है। आप जितने अधिक प्रश्नों के उत्तर दे सकते हैं, आपके पास अपना बिज़नेस चलाने के बारे में उतनी ही अधिक स्पष्टता होगी।

2. मितव्ययी बनें

कुछ भी खरीदने या पट्टे पर हस्ताक्षर करने से पहले दो बार सोचें। यह निर्धारित करने के लिए कि क्या व्यय एक आवश्यक और अच्छा निवेश है, अपनी बिज़नेस प्लान देखें और अपने आप से पूछें कि आपकीशॉपिंग बिज़नेस की सफलता में कैसे योगदान देगी, साथ ही कोई अतिरिक्त लागत जो आप कर सकते हैं, जैसे मूल्यह्रास और रखरखाव लागत। हमेशा कम में अधिक करने का लक्ष्य रखें, और लागत कम करने के तरीकों की तलाश करें, जैसे अन्य कंपनियों के साथ वस्तु विनिमय।

3. लगातार खुद को शिक्षित करें

एक उत्साही शिक्षार्थी बनें। आप लाइव सेमिनार या कक्षाओं में ऑनलाइन भाग ले सकते हैं। मैं एक सफल उद्यमी की किताबें पढ़ने की भी सलाह देती हूं जिसकी आप प्रशंसा करते हैं। भले ही वे आपके जैसे क्षेत्र में न हों, आप उनकी सफलताओं और असफलताओं दोनों से बहुत कुछ सीख सकते हैं। यह देखते हुए कि वे समस्याओं को कैसे हल करते हैं, आपको अपनी उलझनों को हल करने के लिए सुझाव दे सकते हैं।

4. एक विजेता टीम बनाएं

हर सफल व्यवसाय के पीछे एक विश्वसनीय और सक्षम टीम होती है। इसमें एक ऑनलाइन व्यक्तिगत सहायक को शामिल करना या एक कुशल एकाउंटेंट के साथ काम करना शामिल हो सकता है। बिक्री को ध्यान में रखते हुए हर व्यवसाय का जीवन है, मैं आपको अपना पहला किराया किसी ऐसे व्यक्ति को बनाने की सलाह देती हूं जो बिक्री को बढ़ाकर या बिक्री प्रक्रिया को और अधिक कुशल बनाकर राजस्व की सुविधा प्रदान कर सके।

आपके लक्ष्यों को प्राप्त करने में आपकी मदद करने के लिए सबसे अच्छे लोगों की भर्ती करना महत्वपूर्ण है, लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि वे लोग जो आपकी दृष्टि को साझा करते हैं। प्रत्येक टीम के साथी टेबल पर एक अलग कौशल सेट ला सकते हैं, लेकिन पूरी टीम को हमेशा कंपनी के दृष्टिकोण और मूल्यों के बारे में एक ही पृष्ठ पर होना चाहिए।

5. मन-शरीर-आत्मा का संतुलन खोजें

सुनिश्चित करें कि आप स्वस्थ भोजन करें और अपने दिमाग को अव्यवस्थित करने के लिए समय निकालें। आपका व्यक्तिगत स्वास्थ्य उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि आपकी कंपनी का आधार। यहां तक ​​​​कि अगर आपका कार्यालय घर पर है, तो कुछ एंडोर्फिन (आपके शरीर का प्राकृतिक फील-गुड केमिकल) को छोड़ने के लिए टहलने या व्यायाम करके काम से अनप्लग और रिचार्ज करने के तरीके खोजें।  अत्यधिक तनाव आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। याद रखें कि आपका व्यवसाय तभी फलता-फूलता है जब आप ऐसा करते हैं।

6. मुफ्त मार्केटिंग टूल का लाभ उठाएं

कुछ मुफ्त मार्केटिंग टूल जैसे कि गूगल माय बिज़नेस और सोशल मीडिया का उपयोग मार्केटिंग और प्रचार के लिए किया जा सकता है। कई व्यवसाय इस बात का प्रचार करने और समान विचारधारा वाले लोगों के साथ बातचीत करने के लिए फेसबुक पीयर ग्रुप बनाते हैं। जितने अधिक लोग आपकी कंपनी के बारे में जानते हैं, उतना ही अच्छा है।  इसके अलावा, यह टिप नंबर 2 के साथ मितव्ययी होने और कम के साथ अधिक करने के बारे में है। यदि आप बिना किसी लागत के प्रचार प्राप्त कर सकते हैं, तो क्यों नहीं?

 7. एक संरक्षक खोजें

एक संरक्षक होने पर आप भरोसा कर सकते हैं एक मूल्यवान संपत्ति है। चाहे आप मास्टरमाइंड समूह में हों या अपने पूर्व शिक्षकों या अन्य व्यावसायिक सहयोगियों के संपर्क में रहे हों, मार्गदर्शन हमेशा मूल्यवान होता है। किसी ऐसे व्यक्ति के साथ काम करें जो उस पहाड़ पर चढ़ गया है जिसे आप अपने सीखने की अवस्था को छोटा करने के लिए नेविगेट करने का प्रयास कर रहे हैं।

8. नेटवर्किंग से न डरें

मदद लेने से न डरें। आपको उन्हें फोन करना चाहिए और तुरंत उन्हें पिच करना शुरू कर देना चाहिए। आप लिंक्डइन से भी शुरुआत कर सकते हैं, जो पहले बिजनेस नेटवर्किंग के लिए था। किसी अजनबी के साथ बातचीत शुरू करने के लिए किसी भी नतीजे की उम्मीद के बिना एक दोस्ताना अभिवादन और परिचय देना आवश्यक है। यह पहली बार में अप्रिय और अजीब लग सकता है, लेकिन जितना अधिक आप इसे करते हैं, यह उतना ही आसान हो जाता है। मेरा मानना ​​है कि आपका नेटवर्क ही आपका नेट वर्थ है।

9. आर्थिक रूप से तैयार रहें

व्यवसाय शुरू करने में हमेशा अनुमान से अधिक खर्च होता है। आप अपने राजस्व का एक हिस्सा अप्रत्याशित वित्तीय आपात स्थिति के लिए तैयार करने के लिए एक आपातकालीन निधि में आवंटित कर सकते हैं। अंतिम उपाय के रूप में, आपको ऋण लेना पड़ सकता है या व्यवसाय में अपना पैसा लगाना पड़ सकता है। हालाँकि, हमेशा वित्तीय समस्याओं के मूल कारण को इंगित करें और यदि वे आपके नियंत्रण के दायरे में हैं तो उनका समाधान करें।

10. बीमा में निवेश करें

जोखिम प्रबंधन एक उद्यमी के काम का एक प्रमुख हिस्सा है। प्रत्येक निर्णय का अपना जोखिम होता है, जिनमें से कुछ पूरी तरह से अप्रत्याशित होते हैं। कोई भी भविष्यवाणी नहीं कर पाएगा कि कल क्या हो सकता है, इसलिए आपको अपने व्यवसाय और संपत्ति को सुरक्षित रखने के लिए कोई खर्च नहीं करना चाहिए। मैंने कई व्यवसाय मालिकों को देखा है, जो दुर्भाग्य से हड़ताल के बाद और उनका बिल देय होने के बाद ही बीमा नहीं खरीदने का पछतावा करते हैं। अपनी और अपने व्यवसाय की सुरक्षा कैसे करें, यह जानने के लिए किसी बीमाकर्ता से परामर्श लें।

एंटरप्रेन्योर बनने के लिए स्किल्स

एंटरप्रेन्योर कैसे बनें जानने के लिए इसकी स्किल्स का पता होना भी ज़रूरी है, जो नीचे दी गई हैं-

  • बिज़नेस मेनेजमेंट स्किल्स
  • कम्युनिकेशन एंड एक्टिव लिसनिंग 
  • रिस्क टेकिंग
  • नेटवर्किंग 
  • क्रिटिकल थिंकिंग
  • प्रॉब्लम सॉल्विंग
  • क्रिएटिव थिंकिंग
  • कस्टमर सर्विस 
  • फाइनेंशियल
  • लीडरशिप
  • टाइम मैनेजमेंट एंड आर्गेनाइजेशनल 
  • टेक्निकल स्किल्स

एंटरप्रेन्योर के कार्य

एंटरप्रेन्योर के कार्य एक नहीं बल्कि अनेक होते हैं तो चलिए एक एंटरप्रेन्योर के कार्यों के बारे में जानते हैं-

एंटरप्रेन्योर का सबसे पहला कार्य अवसर की पहचान करना

अवसरों की पहचान से तात्पर्य है कि बाजार में कौनसी सी चीज की मांग है। किस चीज का उत्पादन करना चाहिए जिससे कम लागत में अच्छा मुनाफा कमाया जाये व जो लोगों के लिए भी फायदेमंद हो। आज के समय में लोगों के शौंक दिन ब दिन बढ़ते ही जा रहे हैं, ऐसे में लोगों के इन्ही शौंक ध्यान में रखना और उनके हिसाब से सुविधाएं प्रदान करना एंटरप्रेन्योर की सोच होना चाहिए।

उदाहारण के लिए- फ्लिपकार्ट से पहले कई एंटरप्राइज थी। परन्तु फ्लिपकार्ट ही सबसे ज्यादा पॉपुलर क्यों हुआ? कारण है ग्राहकों की जरुरत को समझना जैसे- कैश ऑन डिलीवरी की सुविधा प्रदान करना, घर पहुंच सुविधाएं देना इत्यादि। एक बात हर एंटरप्रेन्योर को अच्छे से समझ लेना चाहिए कि वह अन्य उद्यमियों की अपेक्षा कम कीमत पर बेहतर सुविधाएं लोगों के लिए लेकर आये तभी वह एंटरप्राइज में सफल हो सकता है और यह एंटरप्रेन्योर का प्रथम कार्य है।

एंटरप्रेन्योर का कार्य जोखिम उठाना

जोखिम उठाना एंटरप्रेन्योर का प्रमुख कार्य है एक एंटरप्रेन्योर इसी तरह जीना पसंद करता है। खतरा उठाना उसके लक्षणों में शामिल है, चुकि वह हमेशा नए-नए रिस्क लेता रहता है। अपने द्वारा जमा किये गए सभी पूंजियों को भी वह दाव पे लगा देता है, एक नए निर्माण के लिए, वह भी तब जब कार्य के सफल होने की कोई गारंटी भी ना हो। हालांकि कई ऐसे एंटरप्रेन्योर भी है जो सामान्य रिस्क लेना पसंद करते हैं बजाय अधिक रिस्क के।

एंटरप्रेन्योर का कार्य प्रोजेक्ट की प्लानिंग करना

प्रोजेक्ट प्लानिंग के अंतर्गत उद्यमी का कार्य अपने उद्यम के लिए परियोजना बनाना होता है। जैसे – उत्पादकता कैसी होनी चाहिए, किन वस्तुओं की कितनी मात्रा में उत्पादन होनी चाहिए। उत्पादन के लिए किन-किन वस्तुओं की आवश्यकता होगी इत्यादि का गहन विश्लेषण करना व कार्यों का मैनेजमेंट तथा परियोजना प्लानिंग करना एंटरप्रेन्योर का कार्य होता है।

पैसों की व्यवस्था करना 

किसी भी एंटरप्राइज के शुरुवात में अधिक से अधिक मात्रा में धन की आवश्यकता होती है। पैसों की मेनेजमेंट तथा वित्तीय संबंधित सभी जुम्मेदारी एंटरप्रेन्योर की होती है। जिसमे पैसों की व्यवस्था करना, बैंक से ऋण लेना, बाजार से ऋण लेना, स्वयं की पूंजी लगाना इत्यादि कार्य शामिल है। एंटरप्रेन्योर जब पैसों की व्यवस्था कर लेना है तब उन पैसों का संचालन कितना पैसा शुरुवात में खर्च किया जाये, कितना बचाया जाये, कितना उत्पादन में खर्च किया जाये व कितना विज्ञापन में इत्यादि सभी प्रकार की धन संबंधित निर्णय लेने का कार्य उद्यमी का होता है।

सभी प्रकार की अनुमति व लायसेंस प्राप्त करना 

एंटरप्राइज के निर्माण के लिए विभिन्न प्रकार के सरकारी नियमों का पालन करना पड़ता है। अनेक प्रकार के सरकारी कर चुकाने होते हैं, एक एंटरप्रेन्योर को सभी के साथ अच्छे तालमेल बनाकर चलना होता है क्योंकि उसके ज्यादातर कार्यों में सरकार की अनुमति जरुरी होती है। एंटरप्राइज संबंधित सभी टैक्स को चुकाना तथा जरुरी लायसेंस प्राप्त करना एंटरप्रेन्योर का कार्य होता है।

एंटरप्राइज के लिए उचित भू-भाग का चुनाव करना

एंटरप्राइज के लिए सहीं जगह का चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। अगर सहीं जगह का चुनाव कर लिया जाये तो एंटरप्राइज करना थोड़ा आसान हो जाता है क्योंकि एंटरप्राइज में आवश्यक चीजे जैसे – कच्चा माल, जल की व्यवस्था, मशीनरी इत्यादि की जरुरत होती ही है।

एंटरप्रेन्योर का कार्य उद्यम के लिए कच्चा-माल प्राप्त करना

कच्चा-माल से तात्पर्य एंटरप्राइज के लिए उपयोग में लाये जाने वाले सामानों से हैं उदाहरण के लिए अगर कोई कपड़ों का एंटरप्राइज शुरू करता है तो उसे रेशों (धागों) की आवश्यकता होगी यही धागा कच्चा माल है जिससे कपडा तैयार किया जाता है। एक एंटरप्रेन्योर का कार्य अच्छे क्वालिटी का कच्चा-माल उचित दाम पर प्राप्त करना तथा अन्य से कम लागत पर वस्तु का उत्पादन करना होता है ताकि वह लोगों के लिए भी कम कीमत पर उपलब्ध हो।

एंटरप्रेन्योर का कार्य उत्पादन में सुधार व गुणवत्ता लाना

एंटरप्रेन्योर का कार्य केवल उत्पादन करके पैसे कमाना ही नहीं होता बल्कि लगातार उत्पादन की गुणवत्ता में सुधार व लोगों के लिए बेहतर से बेहतर चीजों का निर्माण, उद्यमी का दायित्व होता है। उद्यमिता जोखिम से भरा होता है क्योंकि इसके अपने कम्पटीटर से बेस्ट व सस्ता प्रोडक्ट देना होता है। यह बात प्रायः सभी जानते हैं कि कंपीटीशन हमेशा बेस्ट देता है। इस प्रकार एक एंटरप्रेन्योर हमेसा गुणवत्ता सुधार के लिए कार्य करता रहता है।

एंटरप्रेन्योर का कार्य लक्ष्य निर्धारण करना

किसी एंटरप्राइज में लक्ष्य निर्धारण बहुत ही आवश्यक है। लक्ष्य के बिना एंटरप्राइज में सफल होना नामुनकिन है, एक बार लक्ष्य निर्धारण करने के पश्चात दिन रात उसके प्राप्ति के लिए कार्य करना एक उद्यमी का गुण होता है। एक लक्ष्य पूरा होने पर दूसरा लक्ष्य निर्धारित करना यह एंटरप्रेन्योर के जीवन का हिस्सा है।

एंटरप्रेन्योर का महत्वपूर्ण कार्य अपने टीम का हौसला बनाये रखना

चूँकि एंटरप्रेन्योरशिप जोखिम भरा है इसलिए कई-कई बार ऐसी स्थिति निर्मित हो जाती है जिससे टीम का मनोबल टूटने का खतरा रहता है। ऐसी स्थिति में खुद को पॉजिटिव बनाये रखना तथा टीम को हौसला देना एंटरप्राइज का कार्य होता है। एलन मस्क अपने रॉकेट लांच के प्रोजेक्ट में तीन बार फैल हुए। उनका सब कुछ बिकने के कगार पर था, सारी संपत्ति खो चुके थे बावजूद इसके वे सकारात्मक रहे और उतना ही श्रेय उनके टीम को जाता है जिन्होंने एलन मस्क का साथ नहीं छोड़ा और सकारात्मक ऊर्जा के साथ लगे रहे। इससे पता चलता है कि टीम का हौसला बनाये रखना एंटरप्रेन्योर का महत्वपूर्ण कार्य है।

एंटरप्रेन्योर के प्रकार

एंटरप्रेन्योर के अनुसार उद्यमिता के प्रकार इस प्रकार है:

निजी एंटरप्रेन्योरशिप

यह उन कंपनियों को संदर्भित करता है जो निजी पूंजी के माध्यम से विकसित होते हैं। इस प्रकार के एंटरप्राइज के भीतर, प्रारंभिक निवेश समान एंटरप्रेन्योरस (छोटे एंटरप्राइज़िज़ के मामले में) या एंटरप्राइज पूंजीपतियों (बड़ी परियोजनाओं के मामले में) से आ सकता है। दूसरी ओर, कुछ देशों में उन मामलों को खोजना भी संभव है जहां सार्वजनिक क्षेत्र निजी कंपनियों के निर्माण के लिए आर्थिक सब्सिडी प्रदान करता है।

सार्वजनिक एंटरप्रेन्योरशिप

यह सार्वजनिक उपक्रम द्वारा अपनी विभिन्न विकास एजेंसियों के माध्यम से विकसित किए गए उपक्रमों को संदर्भित करता है। सभी देशों में निजी एंटरप्रेन्योरस की आपूर्ति में कमियों को कवर करने पर केंद्रित इस प्रकार की सार्वजनिक पहलों को खोजना संभव है।

व्यक्तिगत एंटरप्रेन्योरशिप

व्यक्तिगत एंटरप्रेन्योरशिप एक व्यक्ति या एक परिवार द्वारा विकसित एक है। इस तरह की एंटरप्रेन्योरशिप आमतौर पर छोटी कंपनियों के मामले में अधिक बार होती है, और इसके लिए अनुसंधान और विकास प्रक्रियाओं को शामिल करना असामान्य है।

सामूहिक उद्यमिता

इस प्रकार की एंटरप्रेन्योरशिप सामाजिक संदर्भों में होती है जहां नई कंपनियों के निर्माण के लिए अनुकूल जलवायु होती है यह अनुकूल संदर्भ सरकार से प्रोत्साहन के लिए धन्यवाद हो सकता है। हालांकि, यह अन्य सामाजिक, आर्थिक, वैज्ञानिक या तकनीकी पहलुओं से भी उत्पन्न हो सकता है जो एक विशिष्ट स्थान पर उत्पन्न होते हैं।

एंटरप्रेन्योर बनने के लिए प्रसिद्ध विदेशी विश्वविद्यालय

एंटरप्रेन्योर बनने के लिए प्रसिद्ध विदेशी विश्वविद्यालय निम्नलिखित हैं-

आप UniConnect के जरिए विश्व के पहले और सबसे बड़े ऑनलाइन विश्वविद्यालय मेले का हिस्सा बनने का मौका पा सकते हैं, जहाँ आप अपनी पसंद के विश्वविद्यालय के प्रतिनिधि से सीधा संपर्क कर सकेंगे।

एंटरप्रेन्योर बनने के लिए प्रसिद्ध भारतीय विश्वविद्यालय

एंटरप्रेन्योर बनने के लिए प्रसिद्ध भारतीय विश्वविद्यालयों की लिस्ट निम्नलिखित है-

  • एमिटी बिजनेस स्कूल ,नोएडा
  • एसवीकेएम नरसी मोंजी इंस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (एनएमआईएमएस),मुंबई
  • इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट, बैंगलोर
  • जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, जमशेदपुर
  • इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट,कोलकाता 
  • एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट इंस्टिट्यूट (ईडीआई), गांधी नगर 
  • एस.पी जैन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड स्माल बिज़नेस डेवलपमेंट (एनआईईएसबीयूडी), दिल्ली
  •  सिम्बायोसिस इंस्टिट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट, पुणे

भारत के कुछ सफल एंटरप्रेन्योरस के नाम

भारत के कुछ सफल एंटरप्रेन्योर के नाम इस प्रकार हैं:

अभिषेक गुप्ता और ऋषभ वर्मा (नवगुरुकुल)

राष्ट्रीय महत्व के संस्थानों में से एक, IIT दिल्ली से स्नातक, अभिषेक गुप्ता ने महसूस किया कि जब ऋषभ वर्मा के साथ अपने सपनों का स्टार्टअप बनाने की बात आती है तो पैसा उन्हें सबसे कम उत्साहित करता है।  लोगों को बुनियादी आवश्यकता-शिक्षा प्रदान करने के आदर्श वाक्य के साथ, गुप्ता और वर्मा, वंचितों के लिए उच्च रोजगार दर को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, उन्होंने नवगुरुकुल की शुरुआत की।  भारत के युवा उद्यमियों के दिमाग की उपज, यह उन युवाओं के लिए 1 साल का आवासीय कार्यक्रम है जो सॉफ्टवेयर और कोडिंग के क्षेत्र में निराश्रितों को प्रशिक्षित करने की इच्छा रखते हैं।  90% सफलता दर के साथ, नवगुरुकुल के बेंगलुरु (महिला) और धर्मशाला (पुरुष) में दो सेटअप हैं।  इसके अलावा, इसकी अनूठी 1.2 लाख आईएनआर पेबैक पॉलिसी, जहां नामांकित छात्रों को 3 साल के भीतर पैसा चुकाना होता है, लेकिन अपने सपनों की नौकरी में सफलतापूर्वक उतरने के बाद ही सही दिशा में उठाया गया एक कदम है।

गौरव चौधरी (टेक्निकल गुरुजी)

गौरव चौधरी ने कम उम्र में प्रोग्रामिंग भाषाओं में गहरी रुचि विकसित की और दुबई (2015) से माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक में पोस्ट ग्रेजुएट की पढ़ाई करके इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के लिए अपने जुनून का पालन किया।  एक शौक के रूप में बसंत, उनके यू ट्यूब चैनल (तकनीकी गुरुजी) के अब दुनिया भर से 15.3 सब्सक्राइबर हैं। भारत के युवा उद्यमियों में से एक होने के नाते, गौरव चौधरी  ने एक यू ट्यूब के रूप में एक सफल करियर बनाया है और वह अपने 2,700 की सेल्फ-बिल्ड लाइब्रेरी में अपने व्लॉग जोड़ते रहते हैं, जो इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स से संबंधित सभी प्रश्नों को आसानी से हल कर सकता है।

रितेश अग्रवाल (ओयो रूम्स)

भारतीय आतिथ्य क्षेत्र का चेहरा बदलते हुए,ओयो रूम्स हर छोटी या लंबी यात्रा के लिए ठहरने के लिए एक लोकप्रिय विकल्प बन गया है।  एक यात्रा उत्साही होने के नाते, रितेश को सभी आवश्यक सुविधाओं के साथ सस्ते आवास सुविधाओं की आवश्यकता का एहसास हुआ और इस प्रकार एक किफायती होटल श्रृंखला शुरू करने का विचार आया।  अपने विचार को आगे बढ़ाने और एक पूर्णकालिक व्यवसाय बनाने के लिए, रितेश ने 18 साल की उम्र में कॉलेज छोड़ दिया और अपना स्टार्टअप-ओरावेल स्टेज़ प्राइवेट स्थापित किया।  लिमिटेड (2012) जिसे वर्ष 2013 में ओयो रूम्स के रूप में फिर से लॉन्च किया गया था। भारत के सभी युवा उद्यमियों में से, रितेश अग्रवाल की सबसे प्रभावशाली स्टार्टअप यात्रा है।  2013 में गुरुग्राम के एक होटल में सिर्फ 11 कमरों से शुरू होकर, उनका व्यवसाय अब 170 खूबसूरत भारतीय शहरों में फैले 65,000 कमरों तक फैल गया है।

अक्षय चतुर्वेदी (Leverage Edu)

पेशेवर और अकादमिक अनुभवों की एक विशाल सूची के साथ, अक्षय चतुर्वेदी, कर्म में एक सच्चे विश्वासी और इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस के पूर्व छात्र, भारत में एड-टेक की लीग में एक प्रसिद्ध नाम है। विदेशों में उच्च शिक्षा का लोकतंत्रीकरण करने के उद्देश्य से, उन्होंने 2015 में अपना खुद का उद्यम सर्का शुरू किया, जिसे बाद में 2017 में लीवरेज एडु में बदल दिया गया। छात्रों की रुचि के आधार पर विश्वविद्यालयों और पाठ्यक्रमों की सूची को समेटने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग करने में एडु का अनूठा दृष्टिकोण और फिर उन्हें दुनिया भर के मेंटर्स के साथ जोड़ने से स्टार्टअप को अपनी स्थापना के 3 वर्षों के भीतर लगभग 3.5 मिलियन जुटाने में मदद मिली है।

श्रीलक्ष्मी सुरेश (ईडिजाइन)

पुरुष कारोबारी नेताओं की एकरसता को तोड़ते हुए, श्रीलक्ष्मी सुरेश दुनिया की सबसे कम उम्र की सीईओ हैं, जिनकी कहानी उन महिलाओं की एक बड़ी संख्या को प्रेरित करने के लिए है जो अपने जुनून का पालन करना चाहती हैं।  जबकि 6 साल की उम्र में, हम केवल पहाड़ों, नदियों और पेड़ों से बनी कला को डिजाइन कर सकते थे, श्रीलक्ष्मी सुरेश, एक जन्मजात टेक-गीक, ने अपनी पहली वेबसाइट डिजाइन की! उनकी कई उपलब्धियों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है, खासकर 21 साल की उम्र में सीईओ होने के नाते। उनके वेब डिजाइनिंग स्टार्टअप, ई-डिजाइन का विचार 10 साल की उम्र में सामने आया, जिसका उद्देश्य वेब से संबंधित सेवाओं की पेशकश करके लोगों की सेवा करना है।

करियर प्रॉस्पेक्ट्स एंड सैलरी

एंटरप्रेन्योर की खूबी यह है कि आप एक उद्यमी के रूप में किसी भी उद्योग या क्षेत्र में प्रवेश करते हैं, यहां कुछ सफल उद्योग हैं जिन्हें स्टार्ट-अप पसंद करते हैं-

  • हॉस्पिटैलिटी
  • टैक्नोलॉजी
  • हेल्थकेयर
  • प्रोजेक्ट एंड इवेंट मैनेजर
  • मेंटेनेस एंड रिपेयर
  • सोशल मीडिया
  • एडवरटाइजिंग
  • पब्लिशिंग
  • कस्टमर सर्विस

दुनिया के सबसे प्रसिद्ध एंटरप्रेन्योर

दुनिया के सबसे प्रसिद्ध एंटरप्रेन्योरस की लिस्ट हमने नीचे दी है :-

  • जेफ बेज़ोस
  • बिल गेट्स
  • मार्क ज़ुकरबर्ग
  • लैरी पेज एंड सेर्गे ब्रिन
  • रिचर्ड ब्रैंसन
  • स्टीव जॉब्स
  • लेरी एलिसन
  • रितेश अग्रवाल
  • एलोन मस्क
  • विजय शेखर शर्मा

एक एंटरप्रेन्योर का औसत वेतन व्यवसाय के पैमाने, बाजार के स्थान और व्यवसाय की लाभप्रदता के आधार पर भिन्न होता है। अपने उद्यम की शुरुआत में, वे प्रति वर्ष INR 4-8 लाख के न्यूनतम औसत वेतन की उम्मीद कर सकते हैं। जैसे-जैसे व्यवसाय बढ़ता है, एंटरप्रेन्योर सफलतापूर्वक प्रति वर्ष INR 50-60 लाख से अधिक का औसत वेतन अर्जित कर सकते हैं।

FAQs

एंटरप्रेन्योर के क्या कार्य हैं?

उद्यम का संचालन करना व उद्यम संबंधित सभी प्रकार की जोखिम उठाना साथ ही सफल होने पर अत्यधिक मुनाफा कमाना उद्यमी के कार्य होता है। उद्यमी एक वैज्ञानिक की तरह लोगों का जीवन आसान बनाने के लिए नए-नए अविष्कार करता है।

क्या मैं 12वीं के बाद एंटरप्रेन्योर बन सकती हूं?

जी हां, आप 12वीं के बाद एंटरप्रेन्योरशिप में कदम रखकर अपने सपने को साकार कर सकते हैं।

क्या एंटरप्रेन्योर बनने के लिए स्किल्स का होना जरूरी है?

जी हां, एक सफल एंटरप्रेन्योर बनने के लिए आपके अंदर स्किल्स का होना बहुत जरूरी है।

क्या एंटरप्रेन्योरशिप भविष्य के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है?

जी हां, एंटरप्रेन्योरशिप भविष्य के लिए एक अच्छा विकल्प है। आप अपने सपने को साकार कर सकते हैं।

हम आशा करते हैं कि अब आप जान गए होंगे कि एंटरप्रेन्योर क्या होता है? और इससे संबंधी सारी जानकारी आपको इस ब्लॉग में मिल गई होंगी। अगर आप विदेश में एंटरप्रेन्योरशिप का कोर्स करना चाहते हैं और साथ ही एक उचित मार्गदर्शन चाहते हैं तो आज ही 1800 572 000 पर कॉल करके हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स के साथ 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।

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