UPSC परीक्षा को प्रिलिम्स और मेंस एग्जाम में विभाजित किया गया है। जिसमें प्रिलिम्स परीक्षा एक स्क्रीनिंग परीक्षा है जो कैंडिडेट्स को अगले चरण, यानी मेंस परीक्षा के लिए योग्य बनाती है। UPSC एस्पिरेंट की तैयारी के लिए सबसे बेस्ट विषय आर्ट्स व ह्यूमैनिटी का माना जाता है क्योंकि UPSC परीक्षा में सबसे ज्यादा प्रश्न आर्ट्स विषयों से संबंधित ही पूछें जाते हैं। यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) कैंडिडेट्स को 48 वैकल्पिक विषय चुनने का अवसर देता है। जिसमें UPSC GS Paper 3 Syllabus in Hindi मेंस के 09 सब्जेक्टिव पेपर में से एक होता है।
GS पेपर 3 के सिलेबस में प्रौद्योगिकी, आर्थिक विकास, जैव विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा, आपदा प्रबंधन जैसे मुख्य विषय शामिल होते हैं। UPSC परीक्षा की तैयारी करने वाले सभी कैंडिडेट्स को परीक्षा पैटर्न और सिलेबस की जानकारी अवश्य होनी चाहिए जिसके बाद ही उन्हें आगे की तैयारी के लिए अपनी रणनीति बनानी चाहिए। यहां हम UPSC एस्पिरेंट के लिए UPSC GS Paper 3 Syllabus in Hindi की कंप्लीट जानकारी दे रहें है। इसलिए ब्लॉग को अंत तक जरूर पढ़ें ताकि आप अपने एग्जाम की तैयारी और बेहतर माध्यम से कर पाएं।
IAS एग्जाम कंडक्टिंग बॉडी | यूपीएससी |
एग्जाम मोड | ऑफलाइन |
IAS एग्जाम के लिए आयुसीमा | (21 से 32 साल) अलग-अलग निर्धारित है |
IAS एग्जाम के लिए योग्यता | किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन पास |
बायोलाॅजी ऑप्शनल सब्जेक्ट | पेपर I और पेपर II |
मार्क्स | प्रत्येक पेपर के लिए 250 अंक |
टाइम | 3 घंटा |
IAS एग्जाम पैटर्न | प्रीलिम्स (MCQs), मेन्स (डिस्क्रिप्टिव पेपर), इंटरव्यू |
IAS एग्जाम- प्रीलिम्स 2024 | 16 जून, 2024 |
IAS एग्जाम- मेन्स 2024 | 20 सितंबर 2024 से। |
ऑफिशियल वेबसाइट | upsc.gov.in |
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UPSC क्या है?
संघ लोक सेवा आयोग जिसे इंग्लिश में ‘यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन’ (UPSC) के नाम से भी जाना जाता है। यह भारतीय कॉन्स्टिटूशन द्वारा स्थापित एक कोंस्टीटूशनल बॉडी है, जो भारत सरकार के लोकसेवा के पदाधिकारियों की रिक्रूटमेंट के लिए एग्जाम कंडक्ट करता है। भारतीय कॉन्स्टिटूशन के भाग-14 के अंतर्गत अनुच्छेद 315-323 में एक यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन और राज्यों के लिए ‘स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन’ (SPSC) के गठन का प्रोविशन है। जिसके माध्यम से देश सबसे कठिन एग्जाम माने जाने वाले UPSC के माध्यम से देश के प्रमुख पदाधिकारियों की रिक्रूटमेंट की जाती है। जिसमें IAS, IPS, IFS, IRS और ITS जैसी अन्य पोस्ट शामिल होती हैं।
UPSC मेंस जीएस पेपर 3 का सिलेबस क्या है?
यहां हम UPSC GS Paper 3 Syllabus in Hindi की तैयारी करने वाले कैंडिडेट्स के लिए प्रिलिम्स और मेंस एग्जाम के कंप्लीट सिलेबस की संपूर्ण जानकारी दे रहे है। जिन्हें आप नीचे दिए गए बिंदुओं में देख सकते हैं:-
- टेक्नोलॉजी
- आर्थिक विकास
- जैव विविधता
- पर्यावरण
- सुरक्षा
- आपदा प्रबंधन
टेक्नोलॉजी
यहां कैंडिडेट्स के लिए UPSC GS Paper 3 Syllabus in Hindi के टेक्नोलॉजी विषय का सिलेबस दिया जा रहा है:-
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी- विकास एवं अनुप्रयोग और रोजमर्रा के जीवन पर इसका प्रभाव।
- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में भारतीयों की उपलब्धियाँ, प्रौद्योगिकी का विकास और नई प्रौद्योगिकी का विकास।
- सूचना प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, कंप्यूटर, रोबोटिक्स, नैनो-टेक्नोलॉजी, बायो-टेक्नोलॉजी और बौद्धिक संपदा, अधिकारों से संबंधित विषयों के संबंध में जागरुकता।
आर्थिक विकास
यहां कैंडिडेट्स के लिए UPSC GS Paper 3 Syllabus in Hindi के आर्थिक विकास विषय का सिलेबस दिया जा रहा है:-
- भारतीय अर्थव्यवस्था तथा योजना, संसाधनों को जुटाने, प्रगति, विकास तथा रोज़गार से संबंधित विषय।
- समावेशी विकास तथा इससे उत्पन्न विषय।
- सरकारी बजट।
- भारत में भूमि सुधार, उदारीकरण का अर्थव्यवस्था पर प्रभाव, औद्योगिक नीति में परिवर्तन तथा औद्योगिक विकास पर इनका प्रभाव।
- बुनियादी ढाँचाः ऊर्जा, बंदरगाह, सड़क, विमानपत्तन, रेलवे आदि।
- निवेश मॉडल।
जैव विविधता
यहां कैंडिडेट्स के लिए UPSC GS Paper 3 Syllabus in Hindi के जैव विविधता विषय का सिलेबस दिया जा रहा है:-
- मुख्य फसलें- देश के विभिन्न भागों में फसलों का पैटर्न- सिंचाई के विभिन्न प्रकार एवं सिंचाई प्रणाली- कृषि उत्पाद का भंडारण, परिवहन तथा मार्केटिंग, किसानों की सहायता के लिये ई-प्रौद्योगिकी।
- प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कृषि सहायता तथा न्यूनतम समर्थन मूल्य से संबंधित विषय।
- जन वितरण प्रणाली- उद्देश्य, कार्य, सीमाएँ, सुधार, बफर स्टॉक तथा खाद्य सुरक्षा संबंधी विषय, पशु पालन संबंधी विषय, अर्थशास्त्र।
सुरक्षा
यहां कैंडिडेट्स के लिए UPSC GS Paper 3 Syllabus in Hindi के जैव विविधता विषय का सिलेबस दिया जा रहा है:-
- सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा चुनौतियाँ एवं उनका प्रबंधन- संगठित अपराध और आतंकवाद के बीच संबंध।
- विभिन्न सुरक्षा बल और संस्थाएँ तथा उनके अधिदेश।
- आंतरिक सुरक्षा के लिये चुनौती उत्पन्न करने वाले शासन विरोधी तत्त्वों की भूमिका।
पर्यावरण और आपदा प्रबंधन
यहां कैंडिडेट्स के लिए UPSC GS Paper 3 Syllabus in Hindi के आपदा प्रबंधन विषय का सिलेबस दिया जा रहा है:-
- संरक्षण, पर्यावरण प्रदूषण और क्षरण, पर्यावरण प्रभाव का आकलन, आपदा और आपदा प्रबंधन।
- विकास और फैलते उग्रवाद के बीच संबंध।
UPSC प्रिलिम्स और मेंस एग्जाम का पैटर्न क्या है?
UPSC प्रिलिम्स सिविल सर्विस एग्जाम का स्क्रीनिंग चरण है जो हर साल यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) द्वारा कंडक्ट किया जाता है। इस चरण को मुख्यत प्रिलिम्स एग्जाम के नाम से जाना जाता है। यहां UPSC प्रिलिम्स एग्जाम के दोनों क्वेश्चन पेपर्स का एग्जाम पैटर्न नीचे दी गई टेबल में दिया जा रहा हैं:-
प्रिमिल्स एग्जाम – जनरल स्टडी
क्वेश्चन की संख्या | 100 |
कुल मार्क्स | 200 |
एग्जाम टाइमिंग | 2 घंटे |
नेगेटिव मार्किंग | एक तिहाई |
एग्जाम टाइप | ऑब्जेक्टिव टाइप |
प्रिलिम्स एग्जाम – सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट (CSAT)
क्वेश्चन की संख्या | 80 |
कुल मार्क्स | 200 |
एग्जाम टाइमिंग | 2 घंटे |
नेगेटिव मार्किंग | एक तिहाई |
एग्जाम टाइप | ऑब्जेक्टिव टाइप |
नोट – कैंडिडेट्स को UPSC प्रिलिम्स एग्जाम के दोनों पेपर में सम्मिलित होना अनिवार्य होता हैं। यदि कोई कैंडिडेट UPSC के दोनों GS-1 और GS-2 पेपर में शामिल नहीं होता तो वह अयोग्य ठहराया जाएगा। UPSC प्रिलिम्स का दूसरा पेपर सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट (CSAT) क्वालीफाइंग नेचर का होता है जिसमें पास होने के लिए मिनिमस 33% मार्क्स होने अनिवार्य होते है।
UPSC मेंस एग्जाम
विषय | कुल मार्क्स |
पेपर A: अनिवार्य भारतीय भाषा | 300 |
पेपर B: इंग्लिश | 300 |
पेपर I: निबंध | 250 |
पेपर II: सामान्य अध्ययन – I | 250 |
पेपर III: सामान्य अध्ययन – II | 250 |
पेपर IV: सामान्य अध्ययन – III | 250 |
पेपर V: सामान्य अध्ययन – IV | 250 |
पेपर VI: वैकल्पिक – I | 250 |
पेपर VII: वैकल्पिक – II | 250 |
नोट: UPSC के दोनों एग्जाम में क्वालीफाई करने के बाद स्टूडेंट्स के मार्क्स के आधार पर मेरिट तैयार की जाती है। जिसके अनुसार टॉप रैंक प्राप्त करने वाले कैंडिडेट्स को इंटरव्यू के लिए आमंत्रित किया जाता हैं।
UPSC के लिए योग्यता क्या है?
UPSC परीक्षा के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता ग्रेजुएशन होती है। UPSC के सिविल सर्विस एग्जाम में हिस्सा लेने के लिए कैंडिडेट को भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से ग्रेजुएशन कंप्लीट करनी होगी। इसके साथ ही ग्रेजुएशन के तृतीय वर्ष यानी आखिरी वर्ष के स्टूडेंट्स भी UPSC की परीक्षा देने के लिए योग्य माने जाते हैं।
UPSC एग्जाम के लिए आयु सीमा
- जनरल वर्ग और EWS : 21 से 32 वर्ष
- विशेष पिछड़ा वर्ग यानी OBC : 21 से 35 वर्ष
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जन जाति : 21 से 37 वर्ष
- शारीरिक रूप से अक्षम : 21 से 42 वर्ष
UPSC जीएस पेपर 3 की तैयारी के लिए बेस्ट बुक्स क्या हैं?
यहां स्टूडेंट्स के लिए UPSC GS Paper 3 Syllabus in Hindi की तैयारी के लिए कुछ प्रमुख बुक्स की सूची दी जा रही है। जिन्हें आप नीचे दिए गए बिंदुओं में देख सकते हैं:-
विषय | बुक्स – ऑथर और पब्लिकेशन |
अर्थशास्त्र | भारतीय अर्थव्यवस्थ का विकास – NCERT (कक्षा 11) व्यष्टि अर्थशास्त्र – NCERT (कक्षा 12 ) समष्टि अर्थशास्त्र – NCERT (कक्षा 12 ) भारतीय अर्थव्यवस्था – संजीव वर्मा भारतीय अर्थव्यवस्था – नितिन सिंघानिया भारतीय अर्थव्यवस्था – रमेश सिंह |
आपदा प्रबंधन | IGNOU नोट्स पर्यावरण और आपदा प्रबंधन टाटा McGraw Hill पर्यावरण और इकोलॉज NCERT बुक्स |
आर्थिक विकास | नीति आयोग रिपोट्स भारतीय लोकतंत्र और विकास पर IGNOU सामग्रीभारत में सामाजिक समस्याएं – राम आहूजा समकालीन वैश्विक मुद्दे एवं चुनौतियां– डॉ. विकास कुमार शर्मा गैर सरकारी संगठनों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों आदि की रिपोर्ट |
सुरक्षा | साइबर सिक्योरिटी IGNOU नोट्स भारत की आतंरिक सुरक्षा की मुख्य चुनौतियां – अशोक कुमार |
FAQs
यूपीएससी जीएस पेपर 3 सिलेबस में विज्ञान, प्रौद्योगिकी, सुरक्षा, आपदा प्रबंधन, आर्थिक विकास, जैव विविधता और पर्यावरण जैसे मुख्य विषय शामिल होते हैं।
यूपीएससी के प्रीलिम्स एग्जाम में भी एक क्वालीफाइंग पेपर होता है। यह पेपर पास होने के लिए कैंडिडेड को मात्र 33% नंबर लाने होते हैं। जब तक प्रथम पेपर क्वालीफाई नही होगा तब तक आप दूसरा पेपर यानी मेंस परीक्षा के लिए एलिजिबल नहीं हो सकते। यूपीएससी के प्रीलिम्स के आलावा मेंस में भी दो क्वालीफाई पेपर होते हैं जिसमें पास होना अनिवार्य होता है।
यूपीएससी जीएस पेपर 3 में कैंडिडेट्स को आर्थिक विकास, प्रौद्योगिकी, जैव विविधता, पर्यावरण, सुरक्षा, आपदा प्रबंधन जैसे विषयों का अध्ययन करना होता हैं।
कैंडिडेट्स को UPSC जनरल स्टडीज पेपर 3 की तैयारी करने के लिए करंट अफेयर्स का नियमित अध्ययन, प्रत्येक वर्तमान घटना का एक महत्वपूर्ण विश्लेषण की जानकारी। अपने लेखन कौशल में सुधार के लिए नियमित रूप से उत्तर लेखन का अभ्यास और पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों को हल करने के साथ साथ मॉक टेस्ट देने का अभ्यास करना चाहिए।
यूपीएससी में कुल नौ अनिवार्य विषय होते हैं। इन सात पेपरों में चार सामान्य अध्ययन पेपर, एक निबंध पेपर और दो वैकल्पिक विषय पेपर शामिल हैं। इन सात पेपरों के अलावा, दो क्वालीफाइंग पेपर, पेपर-ए (भारतीय भाषा) और पेपर-बी (अंग्रेजी भाषा) भी हैं।
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