वर्तमान समय में नई एजुकेशन पॉलिसी के अनुसार UPSC प्रिलिम्स एग्जाम में दो क्वेश्चन पेपर शामिल होते हैं। जिसमें पहला क्वेश्चन पेपर ‘जनरल स्टडी’ का होता है और दूसरा ‘सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट’ जिसे हम (CSAT) के नाम से भी जानते हैं। यह दोनों ही क्वालीफाइंग पेपर होते है। UPSC CSAT Reasoning Syllabus In Hindi वर्ष 2011 के बदलाव से अब तक चेंज नहीं हुआ है।
UPSC प्रिमिल्स एग्जाम के दोनों क्वेश्चन पेपर 200-200 मार्क्स के होते है। जिसमें जनरल स्टडी में 2 मार्क्स के 100 क्वेश्चन होते है जबकि दूसरे क्वेश्चन पेपर में 2.5 मार्क्स के 80 क्वेश्चन पूछे जाते है। UPSC की प्रिलिम्स एग्जाम को पास करने के लिए किसी भी कैंडिडेट को CSAT पेपर में सिर्फ 33 प्रतिशत मार्क्स लाना कम्पल्सरी होता है अगर कोई कैंडिडेट इससे कम मार्क्स प्राप्त करता है तो उसे फेल माना जाता है।
UPSC प्रिमिल्स एग्जाम में दोनों ही क्वेश्चन पेपर में नेगेटिव मार्किंग स्कीम लागू है जिसके कारण 3 आंसर गलत होने पर 1 सही आंसर के बराबर मार्क्स काट लिये जाते हैं। यहां हम UPSC की तैयारी करने वाले कैंडिडेट्स के लिए UPSC CSAT reasoning syllabus in hindi का कंप्लीट सिलेबस की जानकारी देने जा रहे है। जिसके माध्यम से आप अपनी UPSC प्रिलिम्स एग्जाम के CSAT पेपर की तैयारी बेहतर माध्यम से कर पाएंगे।
IAS एग्जाम कंडक्टिंग बॉडी | यूपीएससी |
एग्जाम मोड | ऑफलाइन |
साल में कितनी बार एग्जाम होता है | साल में एक बार एग्जाम होता है। |
IAS एग्जाम के लिए आयुसीमा | 21 से 32 साल |
IAS एग्जाम के लिए योग्यता | किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन। |
IAS एग्जाम पैटर्न | प्रीलिम्स (MCQs), मेन्स (डिस्क्रिप्टिव पेपर), इंटरव्यू |
IAS एग्जाम- प्रीलिम्स 2024 | 16 जून, 2024 |
IAS एग्जाम- मेन्स 2024 | 20 सितंबर 2024 से। |
ऑफिशियल वेबसाइट | upsc.gov.in |
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UPSC क्या है?
संघ लोक सेवा आयोग जिसे इंग्लिश में ‘यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन’ (UPSC) के नाम से भी जाना जाता है। यह भारतीय कॉन्स्टिटूशन द्वारा स्थापित एक कोंस्टीटूशनल बॉडी है, जो भारत सरकार के लोकसेवा के पदाधिकारियों की रिक्रूटमेंट के लिए एग्जाम कंडक्ट करता है। भारतीय कॉन्स्टिटूशन के भाग-14 के अंतर्गत अनुच्छेद 315-323 में एक यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन और राज्यों के लिए ‘स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन’ (SPSC) के गठन का प्रोविशन है। जिसके माध्यम से देश सबसे कठिन एग्जाम माने जाने वाले UPSC के माध्यम से देश के प्रमुख पदाधिकारियों की रिक्रूटमेंट की जाती है। जिसमें IAS, IPS, IFS, IRS और ITS जैसी अन्य पोस्ट शामिल होती हैं।
UPSC CSAT परीक्षा क्या है?
UPSC प्रिलिम्स एग्जाम के जनरल स्टडी के पेपर – 2 को (CSAT) जिसे सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट के नाम से जाना जाता है। जिसे वर्ष 2011 के बाद से UPSC एग्जाम में शामिल किया गया है। यह एग्जाम मुख्य रूप से कैंडिडेट्स की बौद्धिक क्षमता की जांच करने के लिए कंडक्ट किया जाता है। UPSC CSAT एग्जाम अन्य मुख्य एग्जाम जैसे CAT, MAT और GMAT एप्टीट्यूड टेस्ट की तरह होता है।
UPSC सीसैट परीक्षा की भूमिका
UPSC प्रिलिम्स एग्जाम में CSAT पेपर क्वालीफाइंग प्रकृति का होता है। UPSC प्रिलिम्स एग्जाम के पेपर -2 के CSAT एग्जाम में 2.5 मार्क्स के 80 क्वेश्चन पूछे जाते है। जिसमें किसी भी कैंडिडेट को CSAT पेपर में पास होने के लिए मिनिमम 33 प्रतिशत मार्क्स लाना अनिवार्य होता है अगर कोई कैंडिडेट इससे कम मार्क्स प्राप्त करता है तो उसे फेल माना जाता है।
UPSC प्रिमिल्स एग्जाम में दोनों ही क्वेश्चन पेपर में नेगेटिव मार्किंग स्कीम लागू होती है जिसके कारण 3 आंसर गलत होने पर 1 सही आंसर के बराबर मार्क्स काट लिये जाते हैं।
UPSC CSAT Reasoning Syllabus In Hindi क्या है?
यहां कैंडिडेट्स के लिए UPSC प्रिलिम्स एग्जाम के पेपर – 2 का कंप्लीट सिलेबस दिया जा रहा है। जिसे आप नीचे दिए गए बिंदुओं में देख सकते हैं:-
पेपर – 2 सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट (CSAT)
- कम्प्रेहेंसिबिलिटी
- इंटर पर्सनल स्किल्स इन्क्लूडिंग कम्युनिकेशन स्किल्स
- लॉजिकल स्किल्स एंड एनालिटिकल एबिलिटी
- डिसीजन मेकिंग एंड प्रॉब्लम सॉल्विंग
- जनरल मेन्टल एबिलिटी
- बेसिक नंबर्स, इंटरप्रिटेशन ऑफ़ डाटा (चार्ट, ग्राफ, तालिका, आँकड़ों की पर्याप्तता आदि)
सिलेबस | सब टॉपिक |
कम्प्रेहेंसिबिलिटी | |
इंटर पर्सनल स्किल्स इन्क्लूडिंग कम्युनिकेशन स्किल्स | |
लॉजिकल स्किल्स एंड एनालिटिकल एबिलिटी | एनालॉजी/सिमिलैरिटी कोडिंग – डिकोडिंग डायरेक्शन टेस्ट लॉजिकल वेंन डायग्राम सीरियल आर्डर ब्लड रिलेशन एनालिटिकल रीजनिंग जस्टिस इंकॉर्पोरेशन क्लॉक एंड कैलेंडर लॉजिकल पज़ल्स क्यूब क्यूबॉइड और डाइस पिक्चर प्रॉब्लम्स कम्पलीट द पिक्चर मिरर एंड वॉटर रिफ्लेक्शन नंबर प्रॉब्लम्स |
डिसीजन मेकिंग एंड प्रॉब्लम सॉल्विंग | |
जनरल मेन्टल एबिलिटी | |
बेसिक काउंटिंग | नंबर सिस्टम एक्सपोनेंटिएशन, रैडीकलाइज़ेशन एंड सिम्प्लिफिकेशन LCM एंड HCF एवरेज परसेंटेज प्रॉफिट एंड लॉस प्रोबैबिलिटी रेस्यो प्रोपोरशन एंड पार्टनरशिप मिक्सचर ट्रिगोनोमेट्री सिंपल एंड कम्पाउंड इंटरेस्ट टाइम एंड वर्क टाइम, डिस्टेंस एंड स्पीड अलजेब्रा कैटेगरी स्टेटिस्टिक्स पेरमुटेशन एंड अक्कूमुलेशन सेट थ्योरी बेसिक ज्योमेट्री फील्ड मैट्रिक्स हाइट एंड डिस्टेंस कोऑर्डिनेट ज्योमेट्री |
डाटा इंटरप्रीटेशन | ग्राफिकल रिप्रजेंटेशन ऑफ़ डाटा डाटा सफिसिएंसी |
UPSC में CSAT रीजनिंग की तैयारी के लिए बेस्ट बुक्स की सूची
यहां UPSC प्रिलिम्स एग्जाम के पेपर – 2 की तैयारी के लिए UPSC CSAT reasoning syllabus in hindi
की कुछ प्रमुख बुक्स की सूची दी जा रही है। जिसके माध्यम से आप अपनी परीक्षा की तैयारी बेहतर माध्यम से कर सकते हैं:-
- एनालिटिकल रीजनिंग- एम के पाण्डेय
- CSAT Paper II का मंत्र – गौतम पुरी
- UPSC प्रारंभिक परीक्षा के लिए सामान्य अध्ययन Paper-II – टाटा मैकग्रा हिल
- CSAT पेपर -2 – अरिहंत प्रकाशन
- मौखिक और गैर-मौखिक तर्क के लिए एक आधुनिक दृष्टिकोण – आर.एस. अग्रवाल
UPSC में कितने पेपर होते है?
UPSC परीक्षा को तीन मुख्य भागों में विभाजित किया गया है। जिसमें प्रिलिम्स परीक्षा, मेंस परीक्षा और इंटरव्यू शामिल होता हैं। प्रिलिम्स परीक्षा एक स्क्रीनिंग परीक्षा है जो कैंडिडेट्स को अगले चरण, यानी मेंस परीक्षा के लिए योग्य बनाती है। मेंस एग्जाम में पास होने वाले कैंडिडेट्स ही इंटरव्यू के लिए योग्य माने जाते हैं।
- प्रिलिम्स परीक्षा
- मेंस परीक्षा
- इंटरव्यू
UPSC का एग्जाम पैटर्न क्या है?
UPSC प्रिलिम्स सिविल सर्विस एग्जाम का स्क्रीनिंग चरण है जो हर साल यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) द्वारा कंडक्ट किया जाता है। इस चरण को मुख्यत प्रिलिम्स एग्जाम के नाम से जाना जाता है। यहां UPSC प्रिलिम्स एग्जाम के दोनों क्वेश्चन पेपर्स का एग्जाम पैटर्न नीचे दी गई टेबल में दिया जा रहा हैं:-
प्रिमिल्स एग्जाम – जनरल स्टडी
क्वेश्चन की संख्या | 100 |
कुल मार्क्स | 200 |
एग्जाम टाइमिंग | 2 घंटे |
नेगेटिव मार्किंग | एक तिहाई |
एग्जाम टाइप | ऑब्जेक्टिव टाइप |
प्रिलिम्स एग्जाम – सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट (CSAT)
क्वेश्चन की संख्या | 80 |
कुल मार्क्स | 200 |
एग्जाम टाइमिंग | 2 घंटे |
नेगेटिव मार्किंग | एक तिहाई |
एग्जाम टाइप | ऑब्जेक्टिव टाइप |
नोट – कैंडिडेट्स को UPSC प्रिलिम्स एग्जाम के दोनों पेपर में सम्मिलित होना अनिवार्य होता हैं। यदि कोई कैंडिडेट UPSC के दोनों GS-1 और GS-2 पेपर में शामिल नहीं होता तो वह अयोग्य ठहराया जाएगा। UPSC प्रिलिम्स का का दूसरा पेपर सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट (CSAT) क्वालीफाइंग नेचर का होता है जिसमें पास होने के लिए मिनिमस 33% मार्क्स होने अनिवार्य होते है।
UPSC मेंस एग्जाम
विषय | कुल मार्क्स |
पेपर A: अनिवार्य भारतीय भाषा | 300 |
पेपर B: इंग्लिश | 300 |
पेपर I: निबंध | 250 |
पेपर II: सामान्य अध्ययन – I | 250 |
पेपर III: सामान्य अध्ययन – II | 250 |
पेपर IV: सामान्य अध्ययन – III | 250 |
पेपर V: सामान्य अध्ययन – IV | 250 |
पेपर VI: वैकल्पिक – I | 250 |
पेपर VII: वैकल्पिक – II | 250 |
नोट: UPSC के दोनों एग्जाम में क्वालीफाई करने के बाद स्टूडेंट्स के मार्क्स के आधार पर मेरिट तैयार की जाती है। जिसके अनुसार टॉप रैंक प्राप्त करने वाले कैंडिडेट्स को इंटरव्यू के लिए आमंत्रित किया जाता हैं।
UPSC के लिए योग्यता क्या है?
UPSC परीक्षा के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता ग्रेजुएशन होती है। UPSC के सिविल सर्विस एग्जाम में हिस्सा लेने के लिए कैंडिडेट को भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से ग्रेजुएशन कंप्लीट करनी होगी। इसके साथ ही ग्रेजुएशन के तृतीय वर्ष यानी आखिरी वर्ष के स्टूडेंट्स भी UPSC की परीक्षा देने के लिए योग्य माने जाते हैं।
UPSC एग्जाम के लिए आयु सीमा
- जनरल वर्ग और EWS : 21 से 32 वर्ष
- विशेष पिछड़ा वर्ग यानी OBC : 21 से 35 वर्ष
- अनुसूचित जाति / अनुसूचित जन जाति : 21 से 37 वर्ष
- शारीरिक रूप से अक्षम : 21 से 42 वर्ष
FAQs
CSAT का फुल फॉर्म सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट होती है।
यूपीएससी सीएसएटी सिलेबस में बोधगम्यता, संचार कौशल सहित अंतर-वैयक्तिक कौशल, तार्किक कौशल एवं विश्लेषणात्मक क्षमता, निर्णय लेना और समस्या समाधान, सामान्य मानसिक योग्यता, आधारभूत संख्ययन और आँकड़ों का निर्वचन जैसे मुख्य विषय शामिल हैं।
CSAT प्रश्नपत्र में 80 प्रश्न होते हैं जिन्हें कैंडिडेट्स को केवल 2 घंटे के निर्धारित समय में हल करना होता है। CSAT प्रश्नपत्र में प्रत्येक प्रश्न के लिये 2.5 अंक का मानदंड होता है अर्थात प्रश्नपत्र कुल 200 अंक का होता है।
यूपीएससी के प्रीलिम्स एग्जाम में CSAT पेपर -2 क्वालीफाइंग पेपर होता है। यह पेपर पास करने के लिए कैंडिडेड को मिनिमम 33% मार्क्स लाने अनिवार्य होते हैं। जब तक यह पेपर क्वालीफाई नही होगा तब तक दूसरा पेपर भी चेक नहीं किया जाता है। इसके अलावा यूपीएससी के प्रीलिम्स के आलावा मेंस में भी दो क्वालीफाई पेपर होते हैं।
UPSC सिविल सर्विस एग्जाम में कुल 48 वैकल्पिक विषय होते हैं। UPSC एस्पिरेंट को इन वैकल्पिक विषयों में से केवल एक वैकल्पिक विषय को चुनने की अनुमति होती है।
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