UPSC 2023 : Tropical cyclone UPSC in Hindi : UPSC मेंस के लिए उष्णकटिबंधीय चक्रवात टॉपिक पर महत्वपूर्ण शॉर्ट नोट्स 

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Tropical cyclone UPSC in Hindi

UPSC मेंस एग्जाम के लिए Tropical cyclone UPSC in Hindi  एक बहुत ही महत्वपूर्ण टॉपिक माना जाता है। इस साल इससे UPSC मेंस के पेपर में Tropical cyclone UPSC in Hindi से  सम्बंधित प्रश्न पूछे जाने की उम्मीद जताई जा रही है। वर्तमान समय को देखते हुए इस विषय की प्रासंगिता और भी बढ़ जाती है। यहाँ Tropical cyclone UPSC in Hindi से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण शॉर्ट नोट्स दिए जा रहे हैं। ये नोट्स छोटे हैं इसलिए याद करने में आसान हैं।  

मुख्य सुर्खियां 

  • चक्रवाती तूफ़ान “मोखा” ने म्यांमार को प्रभावित किया था।  
  • मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार यह अब तक का पृथ्वी पर आया सबसे भयानक चक्रवात था।  
  • अब तक उत्तरी और दक्षिणी दोनों गोलार्द्धों में कुल मिलाकर 16 चक्रवात आ चुके हैं।

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चक्रवात क्या होते हैं? 

  • साइक्लोन शब्द ग्रीक भाषा के साइकलोस शब्द से बना है जिसका मतलब होता है नाग की कुंडलियां। इस शब्द को हेनरी पेडिंगटन के द्वारा दिया गया था, क्योंकि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में आने वाले तूफ़ान सर्प की कुंडलियों की तरह प्रतीत होते हैं।  
  • कम दवाब वाले क्षेत्र में तेज़ हवाओं के संचार को चक्रवात कहते हैं।  हवा का संचार उत्तरी गोलार्द्ध में वरमावर्त और दक्षिणी गोलार्द्ध में दक्षिणावर्त दिशा में होता है।  
  • चक्रवात विनाशकारी तूफ़ान और ख़राब मौसम के समय आते हैं।  

उष्णकटिबंधीय चक्रवात क्या होते हैं? 

  • उष्णकटिबंधीय चक्रवात एक तीव्र गोलाकार तूफान है जो गर्म उष्णकटिबंधीय महासागरों में उत्पन्न होता है और कम वायुमंडलीय दबाव, तेज़ हवाएँ व भारी बारिश इसकी विशेषताएँ हैं।
  • उष्णकटिबंधीय चक्रवातों की विशिष्ट विशेषताओं में एक चक्रवात की आंँख (Eye) या केंद्र में साफ आसमान, गर्म तापमान और कम वायुमंडलीय दबाव का क्षेत्र होता है।
  • इस तरह के तूफानों को उत्तरी अटलांटिक और पूर्वी प्रशांत में हरिकेन और दक्षिण पूर्व एशिया और चीन में टाइफून कहा जाता है।  प्रशांत महासागर एवं हिन्द महासागर क्षेत्र में इसे उष्णकटिबंधीय चक्रवात (Tropical Cyclones) कहा जाता है।  
  • इन तूफानों या चक्रवातों की गति उत्तरी गोलार्द्ध में घड़ी की सुई की दिशा के विपरीत अर्थात् वामावर्त (Counter Clockwise) और दक्षिणी गोलार्द्ध में दक्षिणावर्त (Clockwise) होती है। 

चक्रवात के लिए जिम्मेदार  स्थितियां 

चक्रवात के लिए निम्नलिखित स्थितियां जिम्मेदार  होती हैं : 

  • ऊर्ध्वाधर/लंबवत हवा की गति में छोटे बदलाव।
  • कोरिओलिस बल की मौजूदगी।  
  • ऊर्ध्वाधर/लंबवत हवा की गति में परिवर्तन।
  • पहले से मौजूद कमज़ोर निम्न-दबाव क्षेत्र या निम्न-स्तर-चक्रवात परिसंचरण।
  • समुद्र तल प्रणाली के ऊपर हलचल।
  • 27 °C से ज्यादा तापमान वाली एक विशाल समुद्री सतह।

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भारत में ऊष्ण कटिबंधीय चक्रवात 

भारत में ऊष्ण कटिबंधीय चक्रवात (Tropical cyclone UPSC in Hindi ) का विवरण इस प्रकार है : 

  • भारत में द्विवार्षिक चक्रवात का मौसम माना जाता है जो मार्च से मई और अक्टूबर से दिसंबर के बीच होता है।  
  • कई बार जून और सितंबर के महीनों में भी भारत में तूफ़ान आ जाते हैं।  
  • आमतौर पर  उत्तरी हिंद महासागर क्षेत्र (बंगाल की खाड़ी और अरब सागर) में उष्णकटिबंधीय चक्रवात पूर्व-मानसून (अप्रैल से जून माह) तथा मानसून के बाद (अक्तूबर से दिसंबर) की अवधि के महीने में बनने शुरू होते हैं।  
  • मई से लेकर जून तथा अक्टूबर और नवंबर के महीनों में गंभीर तीव्रता वाले चक्रवात बनते हैं जो भारत के तटीय क्षेत्रों पर प्रभाव डालते हैं।  

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