Bharat Kokila Kise Kaha Jata Hai: एक महान कवयित्री, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और एक कुशल राजनीतिज्ञ सरोजिनी नायडू का जन्म 13 फरवरी 1879 में हैदराबाद में हुआ था, जिन्होंने भारत के राष्ट्रीय आंदोलन में सक्रिय भूमिका अदा की थी। उन्हें ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ (INC) की पहली महिला प्रेसिडेंट भी बनाया गया था और वर्ष 1928 तक वे इस पद पर बनी रहीं। तो क्या आप जानते है की उन्हें ‘भारत कोकिला’ के नाम से भी जाना जाता है। जिसके पीछे का कारण जानने के लिए सरोजिनी नायडू को भारत कोकिला क्यों कहा जाता है (Bharat Kokila Kise Kaha Jata Hai) के इस ब्लॉग को अंत तक पढ़े।
सरोजिनी नायडू को भारत कोकिला क्यों कहा जाता है?
सरोजिनी नायडू को भारत कोकिला क्यों कहा जाता है (Bharat Kokila Kise Kaha Jata Hai) के बारे में यहाँ बताया गया है :
- सरोजिनी नायडू को ‘भारत कोकिला’ के नाम से भी जाना जाता है।
- एक कवि के रूप में उनके काम ने उनकी कविता की कल्पना और गीतात्मक गुणवत्ता के कारण उन्हें महात्मा गांधी द्वारा ‘भारत की कोकिला’ या ‘भारत कोकिला’ की उपाधि दी।
- नायडू की कविताओं में बच्चों की कविताएँ और देशभक्ति, रोमांस और त्रासदी सहित अधिक गंभीर विषयों पर लिखी गई कविताएँ शामिल हैं। ‘इन द बाजार्स ऑफ़ हैदराबाद’ उनकी सबसे लोकप्रिय कविताओं में से एक है जो 1912 में प्रकाशित हुई।
- सरोजिनी नायडू एक कवयित्री, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और एक कुशल राजनीतिज्ञ थी।
- सरोजिनी नायडू को ‘भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस’ की पहली महिला प्रेसिडेंट भी बनाया गया था और वर्ष 1928 तक वे इस पद पर बनी रहीं।
- सरोजिनी नायडू का योगदान सिर्फ साहित्य में ही नहीं था, बल्कि उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में भी भाग लिया और महात्मा गांधी के साथ काम किया।
- गूगल ने 13 फेवरी 2014 में गूगल डूडल के साथ नायडू का 135वां जन्मदिन मनाया।
- यूनाइटेड किंगडम में लंदन विश्वविद्यालय द्वारा नायडू को “150 अग्रणी महिलाओं” में से एक नामित किया गया था।
- सरोजिनी नायडू के लिए साहित्य ही केवल शब्दों का संग्रह नहीं था, बल्कि वह उनकी विचारधारा, भावनाएँ और समर्पण का प्रतिष्ठान था।
- सरोजिनी नायडू की मृत्यु 2 मार्च 1949 को हुई, लेकिन देशभर में आज भी उनके योगदान और उनकी कविताओं को याद किया जाता है।
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FAQs
सरोजिनी नायडू का जन्म 13 फरवरी, 1879 को हैदराबाद में हुआ था।
सरोजिनी नायडू को ‘भारत कोकिला’ (नाइटिंगेल ऑफ इंडिया) के नाम से भी जाना जाता है।
सरोजिनी नायडू 1925 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष चुनी गईं थीं।
सरोजिनी नायडू, एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, सुप्रसिद्ध कवयित्री और राजनीतिज्ञ थीं। उन्हें ‘भारत कोकिला’ के नाम से जाना जाता था।
सरोजिनी नायडू की माता का नाम ‘वरदा सुंदरी देवी’ था और पिता का नाम ‘अघोरनाथ चट्टोपध्याय’ था।
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आशा है कि आपको इस ब्लॉग में भारत कोकिला किसे कहा जाता है? (Bharat Kokila Kise Kaha Jata Hai) की संपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही सामान्य ज्ञान और ट्रेंडिंग इवेंट्स से जुड़े अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।