भारत के जैवलीन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने वह कर दिखाया जो भारत का कोई भी एथलीट न कर सका। नीरज ने गोल्ड मेडल जीत भारत का सीना गर्व से चौड़ा किया है। 2008 के बीजिंग ओलंपिक में भारतीय शूटर अभिनव बिंद्रा के गोल्ड मेडल जीतने के 13 वर्ष बाद नीरज चोपड़ा ने देश में गोल्ड मेडल का सूखा खत्म किया है। तो चलिए जानते हैं नीरज चोपड़ा की दिलचस्प कहानी।
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शुरुआती जीवन
जैवलीन थ्रोअर नीरज चोपड़ा का जन्म 1997 में 24 दिसंबर को हरियाणा के पानीपत शहर में हुआ था। नीरज चोपड़ा के पिता का नाम सतीश कुमार है और इनकी माता का नाम सरोज देवी है। नीरज चोपड़ा की दो बहने हैं। भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा के पिता जी हरियाणा राज्य के पानीपत जिले के एक छोटे से गांव खंडरा के किसान हैं, जबकि इनकी माताजी हाउसवाइफ है। नीरज चोपड़ा के 5 भाई बहन हैं, जिनमें से यह सबसे बड़े हैं।
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यहां तक ली शिक्षा
नीरज चोपड़ा ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई हरियाणा से ही की है। इन्होंने ग्रेजुएशन तक की डिग्री प्राप्त की है। अपनी प्रारंभिक पढ़ाई को पूरा करने के बाद नीरज चोपड़ा ने बीबीए कॉलेज ज्वाइन किया था और वहीं से उन्होंने ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की थी।
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यह हैं नीरज के कोच
नीरज चोपड़ा के कोच हैं उवे होन, जो कि जर्मनी देश के पेशेवर जैवलिन एथलीट रह चुके हैं। इनसे ट्रेनिंग लेने के बाद ही नीरज चोपड़ा के खेल में काफी सुधार देखने को मिला।
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शानदार रहा करियर
- भाला फेक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने 11 साल की आयु में ही भाला फेंकना शुरू कर दिया था।
- 2016 में नीरज चोपड़ा ने अपनी ट्रेनिंग को और भी ज्यादा मजबूत बनाने के लिए एक बहुत ही शानदार रिकॉर्ड बनाया, जो इनके लिए काफी फायदेमंद साबित हुआ।
- 2014 में नीरज चोपड़ा ने अपने लिए एक भाला खरीदा था, जो ₹7,000 का था। बाद में नीरज चोपड़ा ने इंटरनेशनल लेवल पर खेलने के लिए ₹1,00,000 का भाला खरीदा था।
- 2017 में नीरज चोपड़ा ने एशियाई चैंपियनशिप में 50.23 मीटर की दूरी तक भाला फेंक कर मैच को जीता था। इसी साल उन्होंने आईएएएफ (IAAF) डायमंड लीग इवेंट में भी हिस्सा लिया था, जिसमें वह सातवें स्थान पर रहे थे।
- इसके बाद नीरज चोपड़ा ने अपने कोच के साथ काफी कठिन ट्रेनिंग चालू की और उसके बाद इन्होंने कई नए कीर्तिमान बनाए और रिकॉर्ड भी तोड़े।
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नीरज के बनाए रिकार्ड्स
- 2012 – लखनऊ में आयोजित अंडर 16 नेशनल जूनियर चैंपियनशिप में नीरज चोपड़ा ने 68.46 मीटर भाला फेंक कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया।
- 2013 – नेशनल यूथ चैंपियनशिप में नीरज चोपड़ा ने दूसरा स्थान हासिल किया था और उसके बाद उन्होंने आईएएएफ वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप में भी पोजिशन बनाई थी।
- 2015 – नीरज चोपड़ा ने इंटर यूनिवर्सिटी चैंपियनशिप में 81.04 मीटर थ्रो फेंककर एज ग्रुप का रिकॉर्ड अपने नाम किया था।
- 2016 – नीरज चोपड़ा ने जूनियर विश्व चैंपियनशिप में 86.48 मीटर भाला फेंक कर नया रिकॉर्ड बनाया और गोल्ड मेडल हासिल किया था।
- 2016 – नीरज चोपड़ा ने दक्षिण एशियाई खेलों में पहले राउंड में ही 82.23 मीटर की थ्रो फेंककर गोल्ड जीता।
- 2018 – गोल्ड कोस्ट में आयोजित कॉमनवेल्थ खेल में नीरज चोपड़ा ने 86.47 मीटर भाला फेंक कर एक और गोल्ड मेडल हासिल किया।
- 2018 – नीरज चोपड़ा ने जकार्ता एशियन गेम में 88.06 मीटर भाला फेका और गोल्ड मेडल जीत देश का सीना गर्व से चौड़ा किया।
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टोक्यो ओलंपिक में जीता गोल्ड मेडल
भारतीय एथलीट नीरज चोपड़ा ने जेवलिन थ्रो में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। नीरज ने फाइनल में इतनी दूर फेंका भाला कि कोई इनके आसपास भी न था और इन्हें ही गोल्ड मेडल मिला। वहीँ भारत का टोक्यो ओलंपिक में भी यह पहला गोल्ड मेडल था। देखिए, कितना दूर जैवलीन इन्होंने थ्रो किया।
- पहला थ्रो में 87.03 मीटर दूर भाला फेंका
- दूसरा थ्रो में नीरज ने 87.58 मी. की दूर भाला फेंका
- तीसरे प्रयास में नीरज ने 76.79 मी. दूर भाला फेंका
और इसी के साथ नीरज ने वह कर दिखाया जो भारत का कोई और एथलीट न कर सका था। इन्होंने 100 वर्ष के भारत के ओलंपिक इतिहास में किसी भी मेडल का सूखा खत्म किया और बन गए “Golden Boy”. इससे पहले भारत की शान फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह अपने मेडल बस थोडा ही चूक गए थे, वहीँ 1984 के ओलंपिक में भारत की उड़न परी पी टी उषा भी गोल्ड मेडल से बस थोड़ा ही चूक गईं थीं।
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भारतीय सेना में हैं सूबेदार
नीरज चोपड़ा एक एथिलीट बनने से पहले भारतीय सेना में सूबेदार पद पर हैं। वे इसमें जूनियर कमीशन्ड ऑफिसर थे, उस समय उनकी उम्र मात्र 19 साल थी। और वे इतनी उम्र में राजपूताना राइफल्स चलाया करते थे। 2016 में नीरज चोपड़ा आर्मी में सूबेदार बनाए गए थे।
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टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड जीतने पर इनाम की बारिश
- हरियाणा सरकार ने 6 करोड़ रूपये नकद ईनाम, सरकारी नौकरी एवं आधी कीमत पर जमीन देने का फैसला किया है।
- पंजाब सरकार ने देश के लिए गोल्ड मैडल जीतने के लिए नीरज चोपड़ा को 2 करोड़ रूपये नगद राशि देने का ऐलान किया है।
- इसके अलावा पंजाब सरकार ने यह भी एलान किया है कि ओलंपिक पदक विजेता खिलाडियों के नाम पर पंजाब के विभिन्न स्कूलों एवं सडकों का नाम रखा जाएगा।
- नीरज को गोरखपुर नगर निगम की ओर से 1 लाख रूपये का ईनाम दिया जाएगा।
- BCCI ने भी यह घोषणा की है कि वे भारत के लिए टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा को 1 करोड़ रूपये इनाम के रूप में देगी।
- आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स फ्रैंचाइज़ी के मालिक ने भी नीरज को 1 करोड़ रूपये ईनाम देंगे।
- इंडिगो कंपनी ने नीरज चोपड़ा को 1 साल के लिए अनलिमिटेड फ्री ट्रेवल देने की भी घोषणा की है।
- मणिपुर की सरकार ने भी नीरज चोपड़ा को 1 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया है। मणिपुर की कैबिनेट बैठक में नीरज चोपड़ा को 1 करोड़ रुपये देने का फैसला लिया है।
- वहीँ महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने नीरज को महिंद्रा XUV 700 गिफ्ट करने का ऐलान किया है।
- एडटेक कंपनी Byju’s ने नीरज चोपड़ा को दो करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार देने की घोषणा की। इस स्टार्टअप ने इसके साथ ही टोक्यो में पदक जीतने वाले अन्य भारतीय खिलाड़ियों के लिए एक-एक करोड़ रुपये के पुरस्कार की घोषणा की।
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बधाई देने का लगा अंबार
नीरज चोपड़ा के गोल्ड मेडल जीतने के साथ ही उनको देश के कई बड़ी नामचीन हस्तियों ने उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाई दे दी। इनमें देश के प्रधानमंत्री, कई बड़े नेता, बॉलीवुड के सितारे, कई बड़े उद्योगपति, देश के दिग्गज खेल खिलाड़ी आदि शामिल हैं।
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पुरस्कारों के हक़दार
वर्ष | पुरस्कार |
2012 | राष्ट्रीय जूनियर चैंपियनशिप गोल्ड मेडल |
2013 | राष्ट्रीय युवा चैंपियनशिप सिल्वर मेडल |
2016 | तीसरा विश्व जूनियर अवार्ड |
2016 | एशियाई जूनियर चैंपियनशिप रजत पदक |
2017 | एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप गोल्ड मेडल |
2018 | एशियाई खेल चैंपियनशिप स्वर्ण गौरव |
2018 | अर्जुन पुरस्कार |
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नीरज चोपड़ा से जुड़े रोचक तथ्य
- ओलंपिक में भारत को जैवलीन थ्रो खेल में पहली बार स्वर्ण पदक हासिल हुआ है।
- 2008 में शूटिंग में अभिनव बिंद्रा ने भारत के लिए व्यक्तिगत रूप से पहला स्वर्ण पदक जीता था। जिसके 13 साल बाद नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक में व्यक्तिगत रूप से स्वर्ण पदक हासिल किया और बन गए वह ऐसा करने वाले दुसरे भारतीय।
- नीरज ट्रैक एंड फील्ड इवेंट में भारत के लिए ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय एथिलीट बन गए हैं।
- भारत ने 121 साल पहले एथलेटिक्स में पहला पदक जीता था। इसके बाद आज नीरज चोपड़ा ने एथलेटिक्स में स्वर्ण पदक जीत कर इतिहास में अपना नाम दर्ज कर लिया है।
- नीरज चोपड़ा एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले पहले इंडियन जैवलिन थ्रोअर हैं। इसके अलावा एक ही साल में एशियन गेम और कॉमनवेल्थ गेम में गोल्ड मेडल हासिल करने वाले नीरज चोपड़ा दूसरे खिलाड़ी हैं। इसके पहले 1958 में मिल्खा सिंह द्वारा यह रिकॉर्ड बनाया गया था।
- नीरज ने अपना यह गोल्ड मेडल फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह को समर्पित किया है।
नीरज चोपड़ा का यह ब्लॉग यकीनन आपको भी उनके गोल्ड मेडल जीतने पर ख़ुशी से भर देगा। इसी और अन्य तरह के ब्लॉग्स के लिए आप Leverage Edu की वेबसाइट पर जाकर उन्हें पढ़ सकते हैं।