26 नवंबर को मनाया जाने वाला संविधान दिवस हमारे लोकतंत्र, स्वतंत्रता, और समानता की नींव का उत्सव है। इस दिन हम भारत के संविधान को सलाम करते हैं, जो हमारे अधिकारों और कर्तव्यों का संरक्षक है। आइए, इस खास मौके पर संविधान दिवस पर शायरी के जरिए संविधान के प्रति अपने सम्मान और देशप्रेम को व्यक्त करें और इस राष्ट्रीय गर्व में शामिल हों।
संविधान दिवस पर शायरी
संविधान दिवस पर शायरी कुछ इस प्रकार हैं, जिन्हें आप अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स पर साझा कर पाएंगे –
“संविधान ने लोकतंत्र को सशक्त राह दिखाया है
संविधान दिवस के अवसर पर हमने इसे अपनाया है…”
-मयंक विश्नोई
“संविधान ही है लोकतंत्र का आधार
संविधान दिवस से मिले हैं सबको समान अधिकार…”
-मयंक विश्नोई
“संविधान हमारा गौरव है, भारत के सम्मान का प्रतीक
संविधान दिवस ने ही रखी है लोकतंत्र की नींव…”
-मयंक विश्नोई
“संविधान दिवस ने भारत को सशक्त राष्ट्र बनाया है
संविधान के बल पर हम सबने खूब यश कमाया है…”
-मयंक विश्नोई
“संविधान दिवस का राष्ट्र बनाता है उत्सव
संविधान के बल पर भारत का भविष्य है उज्जवल…”
-मयंक विश्नोई
“संविधान दिवस है राष्ट्र का गौरवमई त्योहार
इस पर्व से पाए है भारत ने स्वतंत्र विचार…”
-मयंक विश्नोई
“संविधान दिवस पर भारत ने पाया शांति का उपहार
संविधान को अपनाकर, भारत में आईं खुशियां अपार…”
-मयंक विश्नोई
“हर जाति, पंथ और मजहब का करता है सम्मान
स्वतंत्र रखे जग को सदा ऐसा है अपना संविधान…”
-मयंक विश्नोई
“भारत की हर समस्या का है जहाँ समाधान
स्वतंत्र रखे जो हम सबको, वो है अपना संविधान…”
-मयंक विश्नोई
संविधान दिवस पर दो लाइन
संविधान दिवस पर दो लाइन में शायरी कुछ इस प्रकार हैं-
“सभी के अधिकारों का संरक्षण करता संविधान हमारा
गौरव का प्रतीक बना है संविधान दिवस हमारा…”
-मयंक विश्नोई
“राष्ट्र की एकता को मजबूती दी है जिसने
संविधान दिवस ऐसा ही एक दिन है यारो…”
-मयंक विश्नोई
“भारत के लोकतंत्र का जो करता है सम्मान
संविधान दिवस पर ऐसे व्यक्ति का होता है सम्मान…”
-मयंक विश्नोई
“हर भारतवासी की आस्था की है यह एक पहचान
संविधान दिवस पर लोकतंत्र मिला था एक वरदान…”
-मयंक विश्नोई
“अन्याय को ललकार कर सदैव न्याय का पक्ष उठाएं
संविधान दिवस के उत्सव को मिलकर आओ मनाएं…”
-मयंक विश्नोई
“भारतीय लोकतंत्र को सदा मजबूती मिलनी चाहिए
संविधान के आँगन में खुशियां ही खिलनी चाहिए…”
-मयंक विश्नोई
“अन्याय और असमानता को जो जड़ से मिटाए
संविधान दिवस पर वही मानव जग को राह दिखाए…”
-मयंक विश्नोई
“अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का अब स्वयं बोझ उठाओ
आस्था और सकारात्मकता के साथ संविधान दिवस मनाओ…”
-मयंक विश्नोई
“समान अधिकारों की पैरवी करके लोकतंत्र का हो विस्तार
संविधान दिवस पर हम सब को मिले न्याय का अनमोल उपहार…”
-मयंक विश्नोई
संविधान दिवस शायरी
संविधान दिवस शायरी को आप अपने दोस्तों के साथ साझा कर पाएंगे, ये कुछ इस प्रकार हैं –
“संविधान दिवस के अवसर पर न मन में हो शेष उदासी
संविधान हमारा हमें बल दे, मिटा दे सारी मन की मायूसी…”
-मयंक विश्नोई
“समस्याओं से परे भारत को एक समाधान मिला है
संविधान दिवस के अवसर पर सुख का वरदान मिला है…”
-मयंक विश्नोई
“निराशाओं का नाश हो, आशावाद की अब एक लहर चले
संविधान दिवस के अवसर पर सबको उचित सम्मान मिले…”
-मयंक विश्नोई
“संविधान जैसा ग्रंथ करे भारत पर खुशियों की बौछार
संविधान दिवस मंगलकारी हो, जो भारत का करे उद्धार…”
-मयंक विश्नोई
“संविधान दिवस के उत्सव का केवल खुशियां आधार हों
संविधान का पालन करने पर आपके यश का विस्तार हो…”
-मयंक विश्नोई
“संविधान दिवस के मौके पर भेदभाव से करो किनारा,
संविधान से उद्गम हो केवल न्याय की पवित्र निर्मल धारा…”
-मयंक विश्नोई
“संविधान दिवस पर जग को केवल विकसित भारत की तस्वीर दिखे
विश्वास और समान अधिकारों से हर नर अब खुद की तकदीर लिखे…”
-मयंक विश्नोई
“अन्याय को करके दरकिनार, आप पाए न्याय की सौगात
संविधान दिवस के उत्सव में हर कहीं हो केवल हर्षोल्लास…”
-मयंक विश्नोई
“संविधान दिवस का उत्सव भारत का कल्याण करे
संविधान ही हर भारतीय के सपनों का निर्माण करे…”
-मयंक विश्नोई
“सकारात्मकता के आँगन में जब पनपता है व्यवहार
संविधान दिवस के अवसर पर तब मिलता है उपहार…”
-मयंक विश्नोई
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