Ramdev Jayanti 2024 : आज बड़े धूमधाम से मनाई जाएगी राजस्थान में बाबा रामदेव जयंती, जानें इतिहास और महत्व

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Ramdev Jayanti

राजस्थान में पर हर साल एक खास दिन आता है जब बाबा रामदेव जयंती धूमधाम से मनाई जाती है। भाद्रपद शुक्ल द्वादशी को मनाए जाने वाले इस पर्व पर, पूरे राजस्थान में एक अनोखी धार्मिक और सांस्कृतिक भावना देखने को मिलती है। बाबा रामदेव, जिन्हें समाज सुधारक और चमत्कारी संत के रूप में पूजा जाता है, ने अपने जीवन में जातिवाद और असमानता के खिलाफ संघर्ष किया और समाज में समानता का संदेश फैलाया। इस दिन, रामदेवरा, जो बाबा रामदेव की समाधि स्थल है, एक भव्य मेला का आयोजन किया जाता है और यहाँ पर लाखों श्रद्धालु विभिन्न स्थानों से आकर बाबा रामदेव की पूजा-अर्चना करते हैं, भजन-कीर्तन सुनते हैं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद लेते हैं। Ramdev Jayanti 2024 के बारे में अधिक जानकारी के लिए यह ब्लॉग पूरा पढ़ें। 

रामदेव जयंती क्या है?

रामदेव जयंती एक महत्वपूर्ण धार्मिक पर्व है जो हर साल बाबा रामदेव की जयंती के अवसर पर मनाया जाता है। इस पर्व को विशेष रुप से राजस्थान में मनाया जाता है। खासकर बाबा रामदेव के समाधि स्थल रामदेवरा में। बाबा रामदेव, जिनकी पूजा और श्रद्धा राजस्थान में विशेष रूप से अधिक है, एक प्रसिद्ध संत और लोक देवता माने जाते हैं। इस पर्व के दौरान उनकी शिक्षाओं, सामाजिक सुधारों, और चमत्कारी शक्तियों को याद किया जाता है। वहीं इस दौरान राजस्थान के रामदेवरा में विशाल मेला आयोजित होता है “रामदेवरा मेला” के रूप में जाना जाता है। 

इसे कब और क्यों मनाया जाता है?

बाबा रामदेव जयंती हर साल भाद्रपद महीने की शुक्ल पक्ष की द्वादशी को मनाई जाती है, जो आमतौर पर अगस्त-सितंबर के बीच आता है। इस वर्ष यानी 2024 में यह पर्व 13 सितंबर को मनाया जा रहा है। यह दिन बाबा रामदेव की जयंती के रूप में मनाया जाता है, जो एक प्रमुख भारतीय संत और लोक देवता हैं। रामदेव जयंती का मुख्य उद्देश्य बाबा रामदेव के जीवन, शिक्षाओं और सामाजिक योगदान को याद करना है। 

कौन है बाबा रामदेव? 

बाबा रामदेव, जिन्हें संत रामदेव के नाम से भी जाना जाता है, एक प्रमुख भारतीय संत और लोक देवता हैं। उनका जन्म 14वीं शताब्दी के आसपास राजस्थान में हुआ था। बाबा रामदेव ने अपना पूरा जीवन गरीबों और जरूरतमंदों की सेवा के लिए समर्पित कर दिया था। यही वजह है कि उनकी जयंती राजस्थान में बड़े धूमधाम से मनाई जाती है। कई मान्यताओं के अनुसार, उन्हें भगवान श्रीकृष्ण का अवतार भी माना जाता है और यह भी माना जाता है कि उनके पास चमत्कारी शक्तियाँ थीं। 

रामदेव जयंती का इतिहास क्या है? – History of Ramdev Jayanti in Hindi

बाबा रामदेव जयंती का इतिहास भारत के लोकप्रिय संत और समाज सुधारक बाबा रामदेव के जीवन से जुड़ा हुआ है। आपको बता दें कि बाबा रामदेव का जन्म 14वीं सदी में राजस्थान के नागौर जिले के एक छोटे से गाँव में हुआ था। वे एक महान संत, योगी और समाज सुधारक थे। हिन्दू कलैंडर के अनुसार बाबा रामदेव का जन्म भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि यानी दूज को मनाई जाती है। उनकी जयंती के उपलक्ष्य में ही भारत में हर साल रामदेव जयंती मनाई जाती है। 

रामदेव जयंती का महत्व क्या है?

रामदेव जयंती का महत्व, विशेष रूप से राजस्थान में, धार्मिक और सामाजिक दोनों दृष्टिकोणों से महत्वपूर्ण है। यह पर्व बाबा रामदेव, जो समाज सुधारक, संत और लोक देवता के रूप में जाने जाते हैं, की जयंती पर मनाया जाता है। बाबा रामदेव ने समाज में जाति-व्यवस्था, भेदभाव, और असमानता के खिलाफ आवाज उठायी थी। ऐसे में यह दिन उनके आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने का अवसर प्रदान करता है। बाबा रामदेव को हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के लोग पूजते हैं। ऐसे में इस अवसर पर दोनों धर्मों के लोग एक साथ आते हैं और उनके प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त करते हैं। बाबा रामदेव ने न केवल धार्मिक, बल्कि सामाजिक सुधारों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। ऐसे में उनकी जयंती के अवसर पर लोग उनके द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों को याद करते हैं। 

2024 में इसका आयोजन कब होगा?

रामदेव जयंती हर साल भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की द्वादशी को मनाई जाती है। अंग्रेजी कलैंडर के अनुसार यह तिथि अगस्त-सितंबर के महीने में पड़ती है। इस वर्ष यानी 2024 में बाबारामदेव की जयंती 13 सितंबर 2024 को मनाई जाए रही है। 

Ramdev Jayanti कैसे मनाते हैं?

बाबा रामदेव जयंती को भारत में हर साल पूरे श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन विभिन धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। आईये जानते हैं उन कार्यक्रमों के बारे में विस्तार से : 

  • इस दिन बाबा रामदेव की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। भक्त सुबह-सुबह स्नान करके बाबा रामदेव की मूर्ति या तस्वीर के सामने पूजा करते हैं। वहीं मंदिरों और घरों में भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है।
  • रामदेव जयंती के अवसर पर लाखों भक्त हर साल रामदेवरा (जिला जैसलमेर, राजस्थान) स्थित बाबा रामदेव की समाधि स्थल का दर्शन करते हैं। इस यात्रा को “रामदेवरा मेला” के रूप में जाना जाता है। 
  • इस अवसर पर कई जगहों पर भंडारों का आयोजन भी किया जाता है। 
  • कई भक्त इस अवसर पर सामाजिक सेवा कार्य में भी भाग लेते हैं जैसे कि जरूरतमंदो की मदद करना, गरीबों को भोजन और वस्त्र देना या फिर रक्तदान शिविर आयोजित करना आदि। 
  • वहीं कई जगहों पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते हैं।  

FAQs

बाबा रामदेव की जयंती कब मनाई जाती है?

बाबा रामदेव की जयंती हर साल भाद्रपद शुक्ल दूज के दिन मनाई जाती है। यह दिन आमतौर पर अगस्त या सितंबर महीने में आता है।

2024 में रामदेव जयंती कब है?

2024 में रामदेव जयंती 13 सितंबर 2024 को मनाई जा रही है। 

बाबा रामदेव कौन हैं?

बाबा रामदेव, जिन्हें संत रामदेव के नाम से भी जाना जाता है, 14वीं शताब्दी के एक प्रसिद्ध भारतीय संत और लोक देवता थे। उन्हें हिन्दू भगवान कृष्ण का अवतार भी माना जाता था। विशेष रूप से वे राजस्थान और हिंदू समाज के विभिन्न वर्गों में पूजनीय माने जाते हैं।

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